अज्ञात बुखार से ग्रामीण बेहाल, स्वाइन फ्लू की आशंका – बुखारी ताप से अब तक तीन मरे
पोरसा के मजदूरों के बाहर से अज्ञात बुखार की चपेट में भाग कर आने और उनमें से कुछ लोगों की इस बुखार से मौत के बाद अब इस बुखार ने अंचल में पॉंव पसार लिये हैं ओर इस बुखार की दहशत चमबल के सुदूरवर्ती गॉंवों तक पहुँच गई है ।
मुरैना 14 मई 09 कैलारस..कैलारस से महज दो किलो मीटर की दूरी पर कुआरी नदी के किनारे पर बसा नेपरी गांव इन दिनों बुखार की चपेट में आ गया है। इस गांव में रहने वाले प्रत्येक परिवार में दो तीन सदस्य बुखार की चपेट में आकर विस्तर पकड़े हुऐ है। गांव में न तो कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ता रहता है ना ही यहां पर किसी चिकित्सक की उपस्थिति रहती है। इस वजह से लोग गांव के ही कुछ झोला छाप डाक्टरों के सहारे बुखार से लड़ रहे है। पिछले तीन दिन में यह प्रकोप घर-घर में पसर चुका है। बुधवार को इस गांव के कुछ लोगों ने कैलारस पहुंचकर वहां के ब्लांक मेडीकल आफीसर व चिकित्सकों क ो भी इस समस्या से अवगत कराया लेकिन चिकित्सकों के पास फुर्सत नहीं कि वे महज दो किलोमीटर दूरी पर बसे इस गांव में जाकर फैली बुखार की बिमारी से पीडित लोगों का हाल जान सकें। नैपरी गांव में सर्वाधिक संख्या दलित समुदाय के लोगों की है। गरीब और पिछडे लोगों के बाहुल्य इस गांव में इस बीमारी के फैसले के पीछे मुख्य वजह गंदगी बताई जा रही है। मच्छरों के प्रकोप के चलते लोग संक्रामण बिमारी के शिकार हुए और बुखार की चपेट में आ गए। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि कई परिवारों से अपना उपचार नहीं करवा सकते क्यों कि उनके पास उपचार के लिए पैसा नही हैं।
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