यह मशहूर अभिनेत्री नीतू सिंह यानि रणवीर कपूर की मॉं हैं
शनिवार, 28 नवंबर 2009
संस्कृति भी ऑन लाइन होगी , कवियों साहित्यकारों के साथ एन.जी.ओ. की नेटवर्क भी ऑनलाइन होगी
संस्कृति भी ऑन लाइन होगी , कवियों साहित्यकारों के साथ एन.जी.ओ. की नेटवर्क भी ऑनलाइन होगी
मुरैना 28 नवम्बर 09, चम्बल की प्रसिद्ध स्वयंसेवी संस्था ''संस्कृति'' भी शीघ्र ही ऑन लाइन होकर इण्टरनेट पर आ रही है । ग्वालियर टाइम्स समूह संस्कृति संस्था को ऑनलाइन करने की व्यापक तैयारीयां कर रहा है ।
संस्कृति की वेबसाइट इण्टरेक्टिव होगी तथा साहित्यकार, कवि एवं स्वयंसेवी संगठनों की विशाल नेटवर्क संस्कृति की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी , साथ ही संस्कृति अपनी परियोजनाये, सूचना का अधिकार सहित कई अनेक चैनल उपलब्ध करायेगी ।
संस्कृति के निदेशक प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार देवेन्द्र तोमर ग्वालियर टाइम्स समूह से जुड़कर संस्कृति संस्था के कार्यो की बृहद परियोजना बनाने में जुटे हैं । संस्कृति की वेबसाइट में चम्बल के ही नहीं बल्कि देश भर के साहित्यकारों व कवियों को उनकी रचनाओं के साथ एक जगह पर ही प्रकाशित किया जायेगा । और कई ख्यातनाम साहित्यकारों व कवियों की दुर्लभ कृतियां भी यहॉं पढ़ीं जा सकेगी । उनकी तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की विशाल नेटवर्क एवं डायरेक्ट्री भी यहॉं मय वेबसाइट उपलब्ध होगी । जिसमें आनलाइन पंजीयन कराने से लेकर प्रकाशन प्रसारण वेब नेटवर्किंग जैसी सुविधायें तथा आटो अपडेशन एवं आटो पब्िलिशिंग की सुविधा भी दी जायेगी ।
ग्वालियर टाइम्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रधान संपादक नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' वेब साइट की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं । इसके पश्चात चम्बल की करीब 16 अन्य स्वयंसेवी संस्थायें भी ऑन लाइन की जायेंगी । नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' ने कहा है कि चम्बल के बारे में विश्व में व्याप्त भ्रांतियां दूर कर असल चम्बल से परिचित कराने के अपनी परियोजना के दूसरे चरण पर तथा ई कामर्स व ई गवर्नेन्स के तीसरे चरण को नेशनल नोबल यूथ अकादमी ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है । शीघ्र ही वे ग्वालियर चम्बल में एक विशेष अभियान छेड़ कर कार्यक्रम को गति देंगे ।
ग्वालियर टाइम्स ग्वालियर चम्बल के पत्रकारों, राजनेताओं, विद्यालयों, महाविद्यालयों, चिकित्सकों, अभिभाषकों की डायरेक्ट्री भी शीघ्र ही ऑनलाइन करने जा रही है यह भी इण्टरेक्टिव होगी और इसमें भी आन लाइन पंजीयन, आटो अपडेशन व आटो पब्िलिशंग की सुविधा रहेगी ।
शुक्रवार, 27 नवंबर 2009
गुरुवार, 26 नवंबर 2009
वार्ड क्रं. 18 से कांग्रेस प्रत्याशी गुप्ता ने नांमाकन पत्र भरा (दैनिक मध्यराज्य)
वार्ड क्रं. 18 से कांग्रेस प्रत्याशी गुप्ता ने नांमाकन पत्र भरा
मुरैना:कमल किशोर गुप्ता ने वार्ड क्रं. 18 से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नांमाकन पत्र दाखिल किया कांग्रेस के बष्ठि नेता मनीराम गुप्ता के पुत्र कमल किशोर गुप्ता के साथ नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिये पार्टी के कई बरिष्ठ नेता कलेक्ट्रट पहुंचे प्रमुख नेताओं में श्री यदुनाथ सिंह तोमर,श्री करन सिंह जैन बाबूजी, गुलजारी लाल जैन, रनसिंह परमार, उदभान सिंह, जब्बार वॉक्स कुर्रेशी, हरिओम गर्ग, बाबूलाल शर्मा स्वतंतत्रा संग्राम सैनानी,मोहनलाल, मनोज अग्रवाल, देवेन्द्र, रमेश जाटव, मनोज दुबे,पूरन चौधरी, रवी जैन।
शहर के बार्ड क्रमांक 22 से शिवराम ने भी आज स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया बार्ड 22 पिछढा वर्ग के लिये आरक्षित है। नगरीय निकाय चुनाव के लिये बुधवार को बडी संख्या में प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किये किसी ने दल से तो किसी ने स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया नामांकन पत्र दाखिल करने की 26 तारीख अंतिम है।
विवाहिता की आग से जलकर मौत (दैनिक मध्यराज्य)
विवाहिता की आग से जलकर मौत
मुरैना. सिंहोनिया थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम भाईखाका पुरा में एक नवविवाहिता ने अपने शरीर पर केरोसिन उडेलकर आग लगाली। जिससे उसकी दौराने उपचार मौत हो गयी। पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रीमती मुन्नीदेवी शर्मास उम्र 28 ग्रह कलेश से तंग आकर 24-25 दरम्यानी रात्रि को घर में ही अपने शरीर के ऊपर कैरोसिन की कटटी उडेलली जिससे वह 80 प्रतिशत जलगयी। उक्त महिला को जयारोग्य चिकित्सालय ग्वालियर में उपचार हेतु भर्ती कराया गया। जहॉ प्रथम उपचार के दौरान ही दम तोड दिया जिस पर से पुलिस ने मर्ग कायकर कर विवेचना में ले लिया है।
कांग्रेस से गर्ग भाजपा चौधरी बसपा से कुशवाह अध्यक्ष पद के प्रत्याशी घोषित (दैनिक मध्यराज्य)
कांग्रेस से गर्ग भाजपा चौधरी बसपा से कुशवाह अध्यक्ष पद के प्रत्याशी घोषित
विजयपुर..नगरीय निकाय चुनाव के लिये कांग्रेस भाजपा व बसपा ने अपने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। विजयपुर नगर पंचायत के अनारक्षित अध्यक्ष पद के लिये कांग्रेस पार्टी ने पूर्व जिला अध्यक्ष भरतलाल गर्ग को प्रत्याशी बनाया है वही भारतीय जनता पार्टी ने भी वैस्य बर्ग के चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है बहुजन समाजपार्टी ने हरनारायण कुशवाह को टिकिट दिया है। कांग्रेस भाजपा व बसपा द्वारा घोषित अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने अपने अपने नामजदी के पर्चा निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय पहुंच कर जमा कर दिये है।
मारपीट की घटनाओं में दो घायल (दैनिक मध्यराज्य)
मारपीट की घटनाओं में दो घायल
मुरैना..गत दिवस दो जगहों पर खेत व आपसी बिबाद को लेकर हुए झगडे में दो लोग धायल हो गये पुलिस नामजद हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जौरा थाना क्षेत्र के ग्राम मुख्यातियारपुरा में गुर्जर समाज के दो परिवारों के बीच खेत जोतने को लेकर हुए बिबाद पर हमलावर कीरत बारेलाल हेमंत रामेश्वर गुर्जर ने लाठी ंडंडो से मारपीट कर कल्लू गुर्जर को घायल कर दिया पुलिस ने मेडीकल जांच बाद आरोपियों के बिरूद्ध मारपीट व जानसे मारने की धमकी देने का मामला कायम कर लिया है। पुलिस द्वारा दी गई एक अन्य जानकारी के अनुसार जिले के महुआ ािाना क्षेत्र के ग्राम रछेड में आपसी बिबाद को लेकर हुए झगडे में आरोपी नवलू शैलेन्द्र आदि ने बृजेश तोमर को रछेड तिराहे पर घेर कर मारपीट की और धमकाया पुलिस आरोपियों के बिरूद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
अवैध तम्मचा समेत एक बंदी (दैनिक मध्यराज्य)
अवैध तम्मचा समेत एक बंदी
मुरैना..शहर कोतवाली पुलिस ने गत दिवस पीजी कालेज के सामने से एक युवक को गिरफतार कर उसके पास एक 315 बोर का कट्टा बरामद किया पुलिस द्वारा बंदी बनाया गया आरोपी बृजेन्द्र मोगिया घुसगवा थाना दिमनी का रहने वाला है पुलिस ने उसके बिरूद्ध धारा 25,27 आर्म्मस एक्ट का मामला कायम कर लिया है।
सडक दुर्घटना में दो घायल (दैनिक मध्यराज्य)
सडक दुर्घटना में दो घायल
मुरैना..दो अलग अलग सडक दुर्घटनाओं में दो लोग घायल हो गये पुलिस ने लापरवाह वाहन चालकों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एम एस रोड पर मोटरसाईकिल क्रमांक एम पी 06 एमए 2185 के चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाकर अशोक डण्डोतिया को टक्कर मार दी जिससे वह चोटिल हो गया पुलिस ने चम्बल कालोनी निवासी विनोद डण्डोतिया की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने चालक के बिरूद्ध धारा 279,337 का मामला कायम कर लिया है
कैलारस क्षेत्र में गत दिवस मेटाडोर 407 के चालक ने लापरवाही से चलाकर आशीष पुत्र मस्तराम 18 बर्ष को टक्कर मार कर घायल कर दिया घायल को इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा दिया है पुलिस ने शांती बिहार कालोनी निवासी गिर्राज की शिकायत पर मेटाडोर चालक के खिलाफ धारा 279,337 का मामला कायम कर लिया है।
महिला एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण सम्पन्न (दैनिक मध्यराज्य)
महिला एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण सम्पन्न
मुरैना.. पहला सुख निरोगी काया कहावत के साथ इसका अर्थ है कि स्वस्थ्य शरीर ही जीवन का सबसे बड़ा ओर महत्वपूर्ण सुख है। अच्छा स्वास्थ्य हमें सुख,चैन, शान्ति और दीर्घओं जीवन देता है। उक्त बात प्रशिक्षण दे रही परामर्श लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना मुरैना की सुमन सिंह ने ग्रामीण स्वच्छता में महिला
एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका विषय पर आयोजित प्रशिक्षण मेें कही। प्रशिक्षण का आयोजन धरती संस्था मुरैना वाटरएड एण्डिया भोपाल के सहयोग से किया गया।
इसके पश्चात धरती संस्था के देवेन्द्र सिंह भदौरिया ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 80 प्रतिशत बीमारी ऐसी हैं जो गन्दें भोजन को खाने से गन्दा व दूषित पानी से,गांव में गन्दें पानी की निकासी का न होना, खुले में शौच जाने से व्यक्तिगत अस्वच्छता आदि के कारण होती है। गरीबी, कुपोषण,दूषित पेयजल और गन्दे वातावरण से प्रति वर्ष पांच वर्ष से कम उम्र के 15 लाख बच्चें दस्त के कारण शरीर में जल व नमक की कमी होने से मर जाते है।
इसलिए बचाव उपचार से बेहतर होता है यदि हम लोगो को सही व साफ सुथरा भोजन व पाने का पानी मिले, लोग स्वयं को , घरा को , गांव को साफ रखें तो होने वाली बहुत सारी जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है। इनमें से मुख्य रूप से अतिसार, मोतीझरा, अंत्रशोध, पेचिश, पीलिया,मलेरिया, हांथी पांव हैजा, पेट में कीडे,पेट संबंधी रोग, चमड़ी रोग एवं ऑख, में होने वाले संक्रमण आदि है। इन सभी बीमारियों का अस्वच्छता से कया संबंध है, इस बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
परियोजना समन्वयक दीपक पटैल द्वारा सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम में महिला एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता की भूमिका पर प्रशिक्षण देते हुऐ बताया कि आप सभी कार्यकर्ताओं की भूमिका-पाने के पानी का रखरखाव ओर उपयोग,गन्दे पानी का सुरक्षित निपटान, मानव मल का सुरक्षित निपटान-स्वच्छ शौचालय, कूडे- कचरे, एवं गोवर का सुरक्षित निपटान, घर की स्वच्छता भोजन संबंधी साफ सफाई एवं व्यक्तिगत साफ सफाई के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी समझाने का प्रयास किया कि ग्रामीण स्तर पर इन सारे क्षेत्रों में अपनी अपनी भूमिका को ध्यान में रखकर कार्य किया जाए तो हम बढ़ती हुई शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्युदर एव कुपोषण की दर नियत्रंण करते हुए कम कर सकते है।
प्रशिक्षण में प्रतिभागी के रूप में खड़ियाहार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत आने वाले उप-स्वास्थ्य केन्द्र पर पदस्त 45 महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बुधवार, 25 नवंबर 2009
लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट तथा एटीआर संसद के पटल पर रखी गई
लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट तथा एटीआर संसद के पटल पर रखी गई
गृहमंत्री श्री पी. चिदम्बरम ने लिब्राहन अयोध्या आयोग की रिपोर्ट, कार्रवाई रिपोर्ट के साथ आज संसद के पटल पर रखी। इस रिपोर्ट के चारों खंडों के साथ कार्रवाई रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। यह रिपोर्ट अब http://mha.nic.in/uniquepage.asp?ld Pk=571 पर उपलब्ध है।
या
लिब्राहन अयोध्या आयोग जांच रिपोर्ट को मंत्रालय की वेबसाइट पर ढूंढे।
http://www.mha.nic.in ।
पुलिस द्वारा गिरफ्तारी पर सीआरपीसी में संशोधन
पुलिस द्वारा गिरफ्तारी पर सीआरपीसी में संशोधन
लोक सभा
गृह राज्य मंत्री श्री मुल्लापल्ली रामचन्द्रन ने आज एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोक सभा को बताया कि राष्ट्रीय पुलिस आयोग ने अपनी तीसरी रिपोर्ट में, अन्य बातों के साथ-साथ यह उल्लेख किया है कि पुलिस द्वारा की गयी गिरपऊतारियों में से ज्यादातर गिरपऊतारियां वस्तुत: अपराध की रोकथाम की दृष्टि से न्यायोचित नहीं हैं । उन्होंने बताया कि इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए वारंट के बगैर गिरपऊतार करने की पुलिस की शक्ति से संबंधित दण्ड प्रक्रिया संहित (क्ध्द. घ्.क्.) की धारा 41 को हाल ही में दण्ड प्रक्रिया संहिता (संशोधन) विधेयक, 2008 के माध्यम से संशोधित किया गया है । संशोधित धारा 41 (1) के खण्ड (ख) में यह प्रावधान है कि कोई व्यक्ति, जिसने कोई ऐसा संज्ञेय अपरोध किया है, जो सात वर्ष से कम अवधि के कारावास से दण्डनीय है, को युक्तियुक्त शिकायत अथवा विश्वसनीय जानकारी अथवा युक्तियुक्त संदेह के आधार पर गिरपऊतार किया जा सकता है और पुलिस अधिकारी को ऐसी गिरपऊतारी संबंधी कारणों को रिकार्ड करना होगा । उक्त अधिनियम के प्रावधानों को अभी लागू किया जाना है । उन्होंने बताया कि इसी बीच, भारत के विधि आयोग ने दण्ड प्रक्रिया संहिता की संशोधित धारा 41(ख) में पुन: यह संशोधन करने की सिफारिश की है कि पुलिस अधिकारी धारा 41 के तहत गिरपऊतारी करने के लिए ही नहीं बल्कि धारा 41 के तहत गिरपऊतारी करने के कारणों को भी रिकार्ड करने के लिए बाध्य हो । तदनुसार, अन्य बातों के साथ-साथ संसद में एक ऐसा विधेयक पेश करने का प्रस्ताव है जिसमें विधि आयोग द्वारा की गयी सिफारिश की तर्ज पर दण्ड प्रक्रिया संहिता की संशोधित धारा 41 (ख) में संशोधन का प्रस्ताव निहित हो ।
मंगलवार, 24 नवंबर 2009
चर्चे-चर्खे : ब्रम्हा बनाम मुन्ना - राकेश अचल
चर्चे-चर्खे : ब्रम्हा बनाम मुन्ना - राकेश अचल
लेखक ग्वालियर चम्बल क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक हैं
खतरे मे सी एम
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खतरे मे है। लगता है शनि की कोई महादशा उन्हे परेशान कर रही है। 10 नवंबर को ग्वालियर में सी एम का उड़न खटोला लेंडिंग के समय वायु सेना की दोजीषों से टकराते-टकराते बचा, वह तो ऐनन मौके पर एटीसी ने ''गो अराउण्ड'' कह कर सबकी जान बचाली। जानकारो का कहना है कि सी एम के घर जब से नोट गिनने की मशीन आई है उसी दिन से कुछ न कुछ अपशकुन हो रहे है। साधना मामी ही अब इसका कोई उपाय कर सकती है। शनि की प्रतिकृति घर में रखने की क्या जरूरत। मशीन का काम हाथो से भी हो सकता है।
किसी को सजा, किसी को मजा
आई.ए.एस. श्रीमती अंजू बघेल को जिस तरह से जमीन घोटाले में कथित रूप से लिप्त होने के आरोप में निलंबित किया गया, उसी तरह के आरोपो से घिरे छोटे भैया को जमीन घोटालों की जांच का काम भी सौप दिया गया। छोटे भैया में कुछ तो खास है जो वे हर निजाम में ''इमाम'' की तरह पूछे परखे जाते है। दिग्गीराजा भी उन्हे ''नाक के बाल'' की, तरह सम्हाल कर रखते थे और मामा जी भी ऐसा ही कर रहे है। यानि शिव ने जो संपादा रावण को सौपी थी वही विभीषण को भी सौंप दी।
फिर नही गए पवन शर्मा
सरकार किसी की भी हो, चलती आई.एस.एस. अफसरों की ही है। ग्वालियर के नगर निगम आयुक्त डा. पवन शर्मा ने दूसरी बार सरकारी आदेश को संशोधित कर यह बात एक बार फिर साबित कर दी। डा.पवन शर्मा को सरकार ने पहले बुरहानपुर का कलेक्टर पदस्थ किया, लेकिन वे नहीं गए। अबकी बार उन्हे सागर का कलेक्टर बनाया गया, लेकिन वे वहां भी नही गए। उनकी जगह शिवपुरी कलेक्टर को सागर भेजा गया। डा. शर्मा ग्वालियर में ही जमे है। जाहिर है कि पवन शर्मा के पास कोई तो जादुई चिराग का जिन्न है, जो बार-बार उनकी मुराद पूरी कर देता है और बेचारे शिवराज सिंह और उनके मुख्य सचिव राकेश साहनी टापते रह जाते है।
ब्रम्हा बनाम मुन्ना
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर यानि ''मुन्ना'' को उनके साथी-संगी अब ''ब्रम्हा'' कि तरह पूजने लगे है। पार्टी और सरकार के कई प्रस्तावो पर आखरी मुहर ब्रम्हा जी की ही लगती है। कम से कम मुन्ना के ग्रह नगर में तो यहीं मान्यता हैं स्थानीय निकाय चुनावों के लिए टिकटार्थी अपने-अपने नेता की गणेश परिक्रमा कर रहे है लेकिन उन्हे यही सलाह दी जा रही है कि यदि टिकिट चाहिए तो ''ब्रम्हा'' जी का ध्यान करो। सिध्दियां और मनोकामनाएं वही से पूरी होती है।
एम.पी. चाहिए या मेयर
स्थानीय निकाय चुनाव के लिए जिन नगर निगमों में महापौर का पद महिलाओं के लिए आरक्षित हुआ है, वहां टिकिट की पैरवी करने वालो से पार्टी से पार्टी के नेता, खासकर सत्तारूठ दल के नेता एक ही सवाल करते है कि आपको एम.पी.चाहिए या मेयर। एम.पी. अर्थात मेयर पति। धारणा यह है कि जहां भी महिला महापौर चुनी जाती है वहां ''सत्ता'' महिला महापौरों के पतियों के हाथ में होती है। अभी तक यह जमला पंचायतो में ही प्रचलित था लेकिन अब स्थानीय निकाय चुनाव भी इससे अछूते नहीं रहे।
मामी को ऑफर
दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुनी गई श्रीमती मायासिंह को पार्टी के एक गुट ने ग्वालियर से महापौर का टिकिट ऑफर किया है ग्वालियर मे महापौर का पद पिछड़े वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हुआ है। दुर्भाग्य से पार्टी के पास कोई सर्वमान्य उम्मीदवार नहीं है, ऐसे में कुछ लोगो को श्रीमती माया सिंह के पिछडे होने की याद आई मायासिंह को पार्टी के लोग सम्मान से मामी जी कहते है। मामी जी को जब यह प्रस्ताव मिला तो उन्होने हाथ खड़े कर दिए। वैसे मामी जी पिछली शताब्दी के नौ वे दशक मे उपमहापौर रह चुकी है।
टीसी की खोज
म.प्र. सरकार को नया टी.सी., यानि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर खोजने में पसीना आ रहा है। प्रदेश मे लगातार चार साल ट्रासंपोर्ट कमिश्नर रहे एन के त्रिपाठी सी.आर.पी.एफ के महानिदेशक बनकर दिल्ली चले गए। उनके स्थान पर आने के एिल पी.एच.क्यू में बैठे तमाम पुलिस अफसरों ने टेण्डर डाले है लेकिन अभी तक लिफाफे नहीं खुल पाए है। इस शून्य काल में टी.सी. कहने को विभाग के सचिव है लेकिन टीसी का रूतबा गालिब कर रहे है डिप्टी टी.सी.। प्रवर्तन शाखा के डिप्टी टीसी इस समय फुलफार्म मे है। आगे नाथ न पीछे पगा। आपकों पता ही होगा कि ट्रासपोर्ट महकमा सरकार की कामधेनु है। इसे दोहने की कला केवल ट्राँसपोर्ट कमिश्नर को आती है।
नए सी.पी.आर. की खोज
काम के बोझ से जमीन में घंसे जा रहे जनसंपर्क आयुक्त मनोज श्रीवास्तव को राहत देने के लिए अब उनके उत्तराधिकारी की गंभीरता से खोज की जा रही है। मनोज श्रीवास्तव ने सत्ता और संगठन की बेहतर सेवाएं कर अपने लिए नया मुकाम लगभग तय कर लिया है। उनके स्थान पर भोपाल के संभाग आयुक्त पुखराज मारू तथा संजय शुक्ला के नामों पर चर्चा हो रही है। मारू के पास हालांकि डिग्रियों का अंबार है लेकिनउनके साथ जुडे विवाद डिग्रियों पर भारी पड़ रहे है। ऐसे में संजय शुक्ला की संभावनाएं ज्यादा उज्जवल और प्रबल है। यह परिवर्तन किसी भी समय हो सकता है। निगम चुनावों का इससे कोई लेना देना नहीं है।
निदंक नियरे राखिए
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनूप मिश्रा की सेहत का राज क्या है? खोजा तो पता चला िकवे सदैव अपने निदंको को अपने नियर (पास) रखते है वह भी आगन मे कुटिया डलवा कर। पूर्व विधायक नरेंद्र निरथरे ने जल संसाधन मंत्री के रूप मे अनूप मिश्रा की थोक में शिकायतें की लेकिन मिश्रा जी से जैसे ही जिरथरे ने अपने भतीजे के लिए काम मांगा, स्वास्थ्यम मंत्री के रूप मे मिश्रा जी ने तत्काल बिरथरे के भतीजे को शिवपुरी मे स्वास्थ्य विभाग की दो इमारते बनाने का ठेका दिला दिया। मंत्री जी की इस दरियादिली की खबर पाकर पार्टी के नरियदिल नेता परेशान है। बेचारे मंत्री जी को घेर ही नही पा रहे।
जोशी बनाम जोशी
जलसंसाधन विभाग में 307 करोड़ रूपए का घोटाला खुला सो अब घोटाले में लिप्त इंजीनियर अपने नेता यानि चीफ इंजीनियर जोशी को कोस रहे है। खबर है कि चीफ इंजीनियर जोशी ने हरसी बांध परियोजना में करोड़ो के टेण्डर लगाकर भुगतान कर दिया लेकिन विभाग के प्रमुख सचिव जोशी को कानी कौड़ी भी नही दी। जोशी ने जोशी से तकादा भी किया लेकिन रिटायर होने के बैठे चीफ इंजीनियर जोशी ने प्रमुख सचिव जोशी को ढेंगा दिखा दिया। इस पर पंडित जी को गुस्सा आया। उन्होने मामला ई.ओ.डब्लू को दे दिया। मुकदमा दर्ज होते ही तमाम इंजीनियर सस्पेंड हो गए अब उनकी तिजोरियां सोने की ईटें और नोटों के बंडल उगल रही है।
राकेश अचल
जुआरी पुलिस गिरफ्त में (दैनिक मध्यराज्य)
जुआरी पुलिस गिरफ्त में
मुरैना. दिमनी थाना पुलिस ने कचनौधा गांव में छापा मारकर कई जुआरियों को पकड़ लिया। पुलिस सूत्रो से जानकारी के अनुसार धरम सिंह, नीरज रामलखन आदि हारजीत का दाव लगाकर जुआ खेल रहे थे। तभी पुलिस ने गांव में छापा मारकर उन्हें पकड़ लिया। उनके कब्जे से 1620 रूपये बरामद किए हैं। साथ ही तीनों के विरूद्ध जुआ एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।
हेडमास्टर रावत निलंबित (दैनिक मध्यराज्य)
हेडमास्टर रावत निलंबित
सवलगढ..जिला शिक्षा अधिकारी ने शासकीय माध्यमिक बिद्यालय के प्रधान अध्यापक पातीराम रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सुनहरा के प्रधान अध्यापक पर आरोप है कि उन्होने बरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अनदेखी कर नियमों के बिपरीत कई कार्य किये गये विभागीय जांच में पातीराम रावत को दोषी मानते हुए जांच प्रतिवेदन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबन आदेश जारी किया गया है।
कपिल युवा मण्डल ने ली साफ सफाई की शपथ (दैनिक मध्यराज्य)
कपिल युवा मण्डल ने ली साफ सफाई की शपथ
मुरैना. नेहरू युवाकेन्द्र से संम्बद्ध कपिल युवा मण्डल सिकरौदा द्वारा 22 नवम्बर को कौमी एकता केन्द्र सप्ताह के अन्तर्गत सास्कृतिक कार्यक्रम एवं ग्रामीण युवा सम्लेन का आयोजन किया। कार्यक्रम के ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष एवं नेहरू युवा साथी प्रमोद प्रजापति ने भी कार्यक्रम को सबोधित किया। आशाराम शर्मा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष ने युवाओं से कहा कि युवा देश की बड़ी शक्ति होते है। युवा मण्डल होकर यदि कोई भी कार्य करे तो कार्य विल्कुल आसानी से हो जायेगा। चाहे वे कार्य गॉव का हो या जिले का यह अपने हर युवा एक होने से देश का हर काम आसान हो सकता है। युवा सम्मेलन में भाग लेने आये नौ जवानों ने सपथ ली और हाथ उठाकर कहा कि अपने गॉव जो भी समस्या होगी उसे हम सब लोग मिलकर पूरा करेंगे और इसी क्रम में युवाओं ने अपने ग्राम शिकरोदा में एक खेल के मैदान की साफ-सफाई भी की। जिसमें बॉली बॉल खेलने की जगह सुनिश्चित की कार्य क्रम का संचालन निंरज शर्मा द्वारा किया गया। भाग लेने वाले युवा ग्राम दीखत का पुरा बरका पुरा नामक पुरा पिड़ावली सिकरौदा आदि शामिल है।
ग्रामीण अंचल में पंचायत चुनावी की हलचल शुरू - आरक्षण प्रक्रिया सम्पन
ग्रामीण अंचल में पंचायत चुनावी की हलचल शुरू - आरक्षण प्रक्रिया सम्पन
श्रीकृष्ण शिवहरे
मुरैना.. जिले भर के ग्राम पंचायत चुनाव की आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब मुरैना जिले भर के ग्रामीण क्षेत्र अंचल में चुनाव की हल शुरू हो गयी है। संभावित है कि नगरी निकाय होने के पश्चात ग्राम पंचायत चुनाव की घोषणा हो जावेगी ग्राम पंचायत चुनाव सम्पन्न होने में अभी तक करीबन दो माह का समय है किन्तु पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में चुनावी हलचल तेज हो गयी है। आरक्षण प्रक्रिया के सम्पन्न होने के बाद ही आरक्षण प्रक्रिया से कोई उत्सुक नजर नही आ रहा है तो किसी के चेहरों पर चिन्ता की लकरी एवं सिलवटे देखी जा रही है। ग्राम पंचायत चुनावों को जिले भर के ग्रामीण अंचल में एक ओर यहा घर घर में चुनावी काना फूशी शुरू होगयी है वही दुसरी ओर गॉव में साझा डलते ही लोग जगह जगह चौपाल लगाकर चुनावी चर्चा करने में मशगुल है। ग्रामीण अंचल क्षेत्र में जो लोग चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है वै अपनी चुनावी गोठीया बैठाने में अभी से जुट गये है। साथ ही जिन लोगो ने चुनाव लडने का मूड बना लिया है वे अप्रत्यक्ष रूप से नाराज लोगो को मनाने के प्रयास में लगे हुऐ है ताकि होने वाले आगामी पंचायत चुनाव में उन्हें बहुमत के साथ विजय मिल सके। वेसे पंचायत चुनाव के मध्ये नजर जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र में कई मतदान केन्द्र तो संबेदन शील एवं कई मतदान केन्द्र अतिसंवेदन शील है जिन पर चुनाव के दोरान जिला प्रशासन एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की पैनी नजर रहती है। और इन संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के पुख्त इतंजाम किये जाते है। ताकि मतदान निर्भय होकर अपने मत का प्रयोग कर सके। वहीं जिलेभर की ग्राम पंचायतों में पुन: अनआरक्षित सीट के लिये लालियत सरपंच पद के उम्मीदवार अभी तक मतदाताओं से सुबह सायं रूबरू होकर जनसंपर्क बनाये रखते है देखे जा रहे थे। लेकिन अब वह उम्मीदवार लोगो से मुख मोड़ते नजर आ रहे है।
दो लाख से अधिक शहरी मतदाता - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
दो लाख से अधिक शहरी मतदाता - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
अपनी पसंद तय करेंगे 11 व 14 को
मुरैना..राजनैतिक दल अपनी अपनी पार्टी प्रत्याशी की चयन प्रक्रिया में उलझे हुए है और मतदाता खामोश है, मुरैना जिला अंतर्गत 4 नगरपालिका परिषद एवं चार नगर पंचायतों में मतदान दिनांक 11 एवं 14 दिसम्बर को होगा। मतदान में 223575 मतदाता अपने मताअधिकार का प्रयोग करेंगे। इस दिन वें किस दल को विजय बनाना है अपनी पंसद का इजहार करेंगे। इनमें 123190 पुरूष व 100385 महिलाऐं शामिल है। किन्तु प्रत्याशियों के चयन का निश्चय न होने से मतदाता का कोई रूझान सामने नही आ रहा है। फिर भी यह तय है कि कांग्रेस या भाजपा दोनों में से कोई एक दल या कही भाजपा या कही काँग्रेस ही मतदाताओं की पसंद मजबूरी होगी। मिनी विधान सभा चुनाव की तर्ज पर हो रहे नगरीय निकाय चुनावों में विधानसभा लोकसभा के बाद एक बार फिर राजनैतिक दलों को नया जनादेश प्राप्त करने का अवसर होगा।
नोट- दो कॉलम में समाचार इसी में लगाना है।
कहा कितने मतदाता है -
क्र. नपा-नपं पुरूष महिला योग
1.नपा पोरसा- 11336 9566 20902
2. नपा अम्बाह- 12200 10472 22672
3.नपा मुरैना - 59147 46109 105256
4.नपा सबलगढ.- 11111 9287 20398
5.नपं बानमौर - 7576 6692 14268
6.नपं जौरा- 11646 9733 21379
7.नपं कैलारस- 7353 6143 13496
8.नपं झुण्डपुरा- 2821 2383 5204
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कुल 123190 100385 223575
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राजनैतिक दलों के कार्यालयों पर रौनक लौटी - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
राजनैतिक दलों के कार्यालयों पर रौनक लौटी - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
मुरैना..लोक सभा चुनाव के बाद बिगत छं. माह से सभी राजनेतिक दलों के कार्यालय बंद पडे थे स्थानीय निकाय के चुनाव की घोषणा के साथ ही ये कार्यालय पुन: खुल गये है भाजपा एवं कांग्रेस दोनों ही राजनेतिक दलो के कार्यालयों पर रौनक लौट आयी है। किन्तु अन्य दलों के कार्यालय अभी बीरान से दिखाई देते है भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के कार्यालयों पर अध्यक्ष एवं पार्षदों का टिकिट प्राप्त करने के लिये प्रत्याशियों के मध्यघमासान खाींचातानी चल रही है। हर प्रत्याशी अपने आप को श्रेष्ट जताने में लगा हुआ है है तथा ऐनकेन प्रकारेण टिकिट पाने का हर संभव प्रयास कर रहा है लाटरी किस की खुलेगी ये आने वाला कल बतायेगा वेसे आम जनता के मध्य हर टिकिट मांगने वाला यही संदेश दे रहा है कि उसका टिकिट फायनल है। कांग्रेस के दो प्रत्याशियों ने यह मान कर कि उनका टिकिट फायनल हो गया है निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपने अपने नामांकन भी दाखिल कर दिये है।आने वाले दिनों में कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ही दलों के अन्य प्रत्याशी भी अपना टिकिट फायनल मान कर नामांकन दाखिल कर सकते है।
निकाय चुनाव में होगी भाजपा कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर- दैनिक मध्यराज्य मुरैना
निकाय चुनाव में होगी भाजपा कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर- दैनिक मध्यराज्य मुरैना
भाजपा को बिजली का करंट तो कांग्रेस को मंहगाई का खतरा
राजेश चिंतक (लेखक चम्बलघाटी के वरिष्ठ पत्रकार हैं )
मुरैना...मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा होते ही राजनेतिक सरगर्मिया तेज होगई है प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र में सत्तारूढ कांग्रेस के बीच ही इस वार भी सीधा मुकावला होने की संभावना है। विधान सभा चुनाव में मात खाने के बाद कांग्रेस ने लोक सभा में अपने प्रदर्शन को सुधारा मगर अब नगरीय निकायचुनाव में क्या वह लोक सभा के प्रदर्शन को दोहरा पायेगी या भाजपा एक बर्ष पूर्व हुए विधान सभा चुनाव में पार्टी को मिले अपार जनसमर्थन को बापिस अपने पक्ष में लाने में कामयाव होगी ? दोनों ही दलों के लिये नगरीय निकाय चुनाव में कठिन परीक्षा है। एक ओर प्रदेश की सत्ता पर काविज भाजपा के लिये प्रदेश में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से न होना नगरीय निकाय के चुनावों में प्रतिकूल स्थिति बना सकती है तो दूसरी ओर केन्द्र की सत्ता पर काविज कांग्रेस के लिये दिनो दिन बढ रही मंहगाई का खतरा भी पैदा हो सकता है। भाजपा बिजली की आपूर्ति पर नियंत्रण नही कर पा रही है और कांग्रेस मंहगाई को नियंत्रित न कर पाने की असमर्थता जता रही है। आम मतदाता बिजली एवं मंहगाई दोनों से ही बुरी तरह पीडित है ऐसी स्थिति में वह भाजपा या कांग्रेस दोनों में से किसे चुने दोराहे पर खडाहुआ है। यद्धपि स्थानीय निकाय के चुनाव का संबन्ध बिजली एवं मंहगाई जैसे संबेदनशील मुद्दों को अधिक प्रभावित इसलिये नही करेगा क्यों कि इन मुद्दों का हल स्थानीय निकाय के सीमा क्षेत्र में नही आता फिर भी किसी सीमा तक ये मुद्दे स्थानीय निकाय के चुनाव में दोनों ही राजनैतिक दलों के लिये सरदर्द बन सकते है।
बहरहाल प्रदेश में अभी तो दोनो राजनैतिक दल प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया में ही उलझे हुए है जिससे दिनांक 25 तक सुलझने की संभावना है चयन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद ही इन दलों का चुनाव प्रभावित करने वाले मुद्दो की ओर जावेगा तब ये तय करेगे कि चुनाव जीतने के लिये ऐसी कौन सी लोक लुभावन एवं मतदाता को रिझााने की रणनीति बनाई जाये जिससे स्थानीय निकाय के चुनावों में विजयश्री हासिल की जा सके।
कांग्रेस एवं भाजपा से प्रथक अन्य राजनेतिक दल बसपा,सपा,भाजशपा,राष्ट्रीय सवर्ण समाजपार्टी ,लोकदल अथवा बामदलों का अस्तित्व लोक सभा की तरह स्थानीय निकायचुनावों में भी लुप्त होता दिखाई पडता है। क्यो कि केन्द्र या राज स्तर पर इन दलों की सरकारें न होना तथा राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक स्थिति का अधिक सुदृड न होना इन दलों के अस्तित्व मिटाने में सहायिक सिद्ध हो सकता है। ऐसा इसलिये परलक्षित होता है क्यो कि इन दलों में प्रत्याशियों के चयन की कोई ल चल दिखाई नही देती है। इन दलों से टिकिट माांगने वालों की संख्या नगण्य है। टिकिट के लिये टिकिट चाहने वाले प्रत्याशियों का अभाव है और आपसी कोई प्रतिस्पर्धा भी दिखाई नही देती है। सभी दलों के दल प्रमुख टिकिट मांगने वालों का इंतजार कर रहे है। किन्तु आम तोर पर इन दलों से टिकिट चाहने वाले सामने नही आ रहे है।
आबकारी उपनिरीक्षक पर लगाया लूट का आरोप - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
आबकारी उपनिरीक्षक पर लगाया लूट का आरोप - दैनिक मध्यराज्य मुरैना
मुरैना..प्रिन्स ट्रवल्स भोजनालय न्यू हाऊसिंगबोर्ड कालोनी मयूवन के सामने ए वी रोड पर लूटपाट और मालिक के साथ मारपीट करने का आरोप आवकारी उपनिरीक्षक जितेन्द्र गुर्जर व आरक्षक मोहर सिंह परमार पर लगाया है। भोजनालय के प्रोपराइटर एवं पुलिस सहयोग संघ के राष्ट्रीय सदस्य चंद्रपालसिंह सिकरवार ने आरोप लगाया है कि आवकारी टीम ने मारपीट कर दुकान पर लूटपाट की गई है। चंद्रपाल ने बरिष्ठ अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की है।
सोमवार, 23 नवंबर 2009
आसपड़ौस : अबू नहीं, संविधान पिटा- राकेश अचल
आसपड़ौस : अबू नहीं, संविधान पिटा
राकेश अचल
(लेखक ग्वालियर चम्बल क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार हैं )
महाराष्ट्र विधानसभा मे जो हुआ वह शर्मनाक है। राज ठाकरे के विधायकों ने पूरी दुनियां मे महाराष्ट्र की और उससे बढ़कर इस अखंड राष्ट्र भारत की नाक कटवा दी। उन्होने हिंदी में शपथ लेने पर समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को नहीं पीटा बल्कि पूरे संविधान पर हमला किया है।
भारत के संविधान की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने प्रत्येक भारतवासी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा दी है। भारत मे रहने वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी भाषा में लिख सकता है, पढ़ सकता है, बोल सकता है। अभिव्यक्ति की इस स्वतंत्रता की रक्षा के लिए कानून है। कानून के उल्लघंन पर सजा का प्रावधान हैं लेकिन लगता है राजनीति में नए-नए आए राजठाकरे या तो इन कानूनों, सजाओं की परवाह नही करते या फिर वे अनपढ़ है, उनके लिए संविधान की मोटी किताब में काली स्याही में लिखें सोने के अच्छर भैंस के बराबर है।
मराठी मानुष की राजनीति करने वाले राज को उनके चाचा बाल ठाकरे ने जो संस्कार दिए थे वे अब फल फूल रहे है। व्यक्तिगत अस्मिता की रक्षा के लिए मराठी भाषा और मराठी मानुष का इस्तेमाल करने वाले इस युवा तुर्क की समझ में क्यों नही आता कि हाल में विधानसभा चुनावों मे जनता ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को अस्वीकार कर दिया है। दो सैंकड़ा सीटों वाली विधान सभा में राज के केवल एक दर्जन गुर्गे ही विधायक बनकर प्रवेष पा सके है।
दर असल महाराष्ट में राष्ट्र के विरूध्द भावनाएं भड़काने का जो खेल चार दषक पहले शुरू हुआ था, वह रह-रह कर अब भी जारी है, वोटो की राजनीति के आगे नतमस्तक सत्तारूढ़ दल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में सलंग्न क्षेत्रीय दलों के आगे बौने साबित हो रहे है।
विधानसभा में अबू आजमी पर हमला करने वाले मनसे के 4 विधायको के निलंबन से इस शर्मनाक घटना का पटाक्षेप होने वाला नहीं है। इस घटना की देष व्यापी प्रतिक्रिया होना चाहिए। राजठाकरें के खिलाफ कानूनी कार्रावाई के लिए राज्य सरकार आगे क्यों नहीं आ रही? क्यों राज के फतबों को गैर कानूनी करार नहीं दिया जा रहा? राज के खिलाफ जो काम महाराष्ट्रके महान हिंदी प्रेमियों को करना चाहिए था, वह म.प्र. के हिंदी प्रेमियो ने किया।
मंदसौर की एक अदालत ने एक हिंदी सेवी की प्रार्थना पर संज्ञान लेते हुए राजठाकरे के खिलाफ राष्ट्रभाषा के अपमान का प्रकरण दर्ज कर इस दिषा में पहल की है, लेकिन सवाल यह है कि क्या मंदसौर की अदालत महाराष्ट्र कि इस मराठीदा को सबक सिखा पाएगी?
वस्तुत: अब समय आ गया है जब क्षेत्रवाद तथा भाषावाद के नाम पर होने वालो राजनीति का बहिष्कार किया जाए। यदि यह न हुआ तो आमयी मुबई और आपण महाराष्ट्र का भाव मराठियों को महाराष्ट्र के बाहर परेषानी का सबब बन सकता है।
दक्षिण के हिंदी विरोधी आंदोलन का हश्र सबने देखा है। तमिलनाडु में हिंदी का प्रबल विरोध करने वाले द्रविण पुत्र व्यापार के लिए फर्राटेदार हिंदी बोलते है। कष्मीर मे पष्तो बोलने बालों का पेट हिंदी में बोले बिना भर नहीं सकता। इस मामले में पूर्वी राज्य एक आदर्ष उदाहरण है। पूर्व के किसी भी राज्य में हिंदी को लेकर कहीं कोई दुराग्रह नहीं है, असम का वोडो आंदोलन भी फुस्स हो चुका है। एक दिन यही सब मनसे के मराठी आंदोलन का भी होगा।
मराठी भाषा को लेकर पूरे देष मे किसी को कोई दुराग्रह नही है। मराठी साहित्य का सर्वाधिक अनुवाद हिंदी में हुआ। मराठी सद-संस्कृति और सुसभ्यता की वाहक भाषा है। उसे लेकर राज परेषान क्यों है? राज शायद नही जानते कि भाषाओ का अस्तित्व राजनीतिक आंदोलनों से नहीं संस्कारों से बनता है। साढ़े तीन हजार सालों से तमिल भाषा का अस्तित्व किसी राजनीतिक आंदोलन की वजह से नहीं बल्कि संस्कारों की वजह से है।
बेहतर हो कि राजठाकरे मराठी प्रेम को छोड़ मराठी मानष में षिक्षा, स्वास्थ्य और उनके आर्थिक हको के लिए संघर्ष करें। मराठियों के लिए कष्मीरियों की तरह विषेषाधिकारों की मांग करना बेमानी है। राज भूल जाते है कि महाराष्ट्र के महान नेताओं को राष्ट्र ने अपने सिरमाथे उनके मराठी भाषी होने के कारण नहीं उनकी योग्यताओं के कारण लिया था। लोकसभा अध्यक्ष से लेकर केंद्र सरकार के तमाम महत्व पूर्ण मंत्रालयों की कमान शुरू से महाराष्ट्र के नेताओं के हाथ मे रही। इसके लिए न बालठाकरे साहब के आंदोलन की जरूरत पड़ी न किसी और भाषाई आंदोलन की।
संविधान समिति के प्रमुख डा. भीमराव अंबेडकर से लेकर सुषील षिंदे तक को देष में सम्मान। षिव सेना या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने ही दिलाया। मराठी भाषी अच्छी तरह जानते है कि महाराष्ट्र के इन बेटो को सम्मान उनकी योग्यता, कर्मठता और राष्ट्र के प्रति निष्ठा से मिला है।
मेरे ख्याल से राजठाकरे के कुव्सित राजनीतिक आंदोलन का विरोध महाराष्ट्र से ही शुरू होना चाहिए। मराठी जनता को समझना चाहिए कि राज उनका हित नही अहित कर रहे है। महाराष्ट्र की अर्थ व्यवस्था में अकेले मराठियों का नही बल्कि पूरे देष की भागीदारी है देष के प्रत्येक राज्य की प्रतिभा से महाराष्ट्र, महा-राष्ट्र बना है। अगर इसे बाधित किया गया तो महाराष्ट्र ''महा-राष्ट्र'' नही रह जाएगा।
महाराष्ट्र को संप्रभु भारत राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़े रखने के लिए सेनाओं की नहीं प्रतिबंध्द राजनीतिक दलो की जरूरत है राज और उध्दव ठाकरे को चाहिए कि वे यदि सचमुच मराठी अस्मिता की रक्षा करना चाहते है तो अपनी-अपनी सेनाओं की पहचान समाप्त कर राष्ट्रीय दलो मे अपने आपको समाहित कर संघर्ष करें।
आज जब पूरी दुनियां बहुत छोटी हो गई है। तब महाराष्ट्र में राजठाकरे के आंदोलन से देष बदनाम ही हो रहा है। आजादी के सत्तर साल बाद भी भारत में भाषा और क्षेत्र के नाम पर आंदोलनों के जीवित रहने से लगता है कि हमारी आजादी या तो अधूरी है, या हम आजदी का मर्म ही नही समझ सके।
समय है जब पूरा देष दुनियां की महाषक्तियों के मुकाबले भारत को ''महान भारत'' बनाने के लिए भाषा और क्षेत्र की संकीर्णताओं से बाहर आकर पूरी ताकत के साथ एक जुट होकर खड़ा हों। इस एक जुटता में जो आड़े आए, उसे तिरस्कृत कर देना ही श्रेयस्कर है फिर चाहे वह राज ठाकरे हो या बालठाकरे। जो राष्ट्र का नही वह ''महाराष्ट्र'' का कैसे हो सकता है? संविधान के आगे सब बराबर है। (भावार्थ)
Rakesh Achal
रविवार, 22 नवंबर 2009
विहिप प्रांत मंत्री व संगठन मंत्री आज मुरैना में (दैनिक मध्यराज्य)
विहिप प्रांत मंत्री व संगठन मंत्री आज मुरैना में
मुरैना...विश्व हिन्दू परिषद के विभाग की बैठक 22 नवंवर 09 रविवार को रखी गई जिसमें मुरैना एवं भिन्ड जिले के दायित्ववान कार्यकर्ता भाग लेंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रांत मंत्री राजेश तिवारी एवं प्रांत संगठन मंत्री रोहित भाई जी मुख्य रूप से उपस्थित रहेगे । स्थानीय पंचायती धर्म शाला में आयोजित बैठक के बाद विहिप नेता सायं चार वजे प्रेस से भी रू व रू होंगे उक्त आशय की जानकारी विहिप के जिला मंत्री संजीव खेमरिया विभाग मंत्री राममिलन शर्मा ने एक प्रेस विज्ञिप्त में दी ।
सड़क दुर्घटनों में एक युवक की मौत दो घायलसड़क दुर्घटनों में एक युवक की मौत दो घायल (दैनिक मध्यराज्य)
सड़क दुर्घटनों में एक युवक की मौत दो घायल
मुरैना..दो अलग अलग सडक दुर्घटनाओं में एक युवक की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गये घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है जहां पर हालत खतरे सेबाहर बताई गई है।
जिले के सवलगढ थाना क्षेत्र में सवलगढ टेंटरा रोड पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक युवक की दौराने उपचार मौत हो गई मृतक ग्राम केमराकला का रहने वाला था। मृतक भीमसेन रावत राति के समय अपने गांव जा रहा था उसी दौरान अज्ञात वाहन के चालक ने लापरवाही से चलाकर टक्क्रर मार दी जिससे उसकी मौत हो गई मृतक के भाई गिरधर रावत की सूचना पर पुलिस ने मामला कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों से मिली एक अन्य जानकारी के अनुसार अंबाह रोड पर आज दिमनी खुर्द के बीच अज्ञात वाहन की टक्कर से दो वाईक सवार घायल हो गये जिन्हे उपचार के लिये जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है प्राप्त जानकारी के अनुसार के पी चौहान निवासी गणेशपुरा मुरैना और वनकीलाल प्रजापति निवासी मुतावली डांग बसई राज. वाईक पर सवार होकर अंबाह से मुरैना की ओर आ रहे थे उसी दौरान अज्ञात वाहन चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाकर वाईक में टक्कर मार दी जिससे दो सुवक घायल हो गये घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। पुलिस ने वाहन चालक के बिरूद्ध मामला दर्ज कर लिया है चिकित्सकों ने घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई है।