शुक्रवार, 31 जुलाई 2009

विकास के लिये साझा प्रयास जरूरी - मुख्य न्यायाधिपति श्री पटनायक

विकास के लिये साझा प्रयास जरूरी - मुख्य न्यायाधिपति श्री पटनायक

मुख्य न्यायाधिपति द्वारा जिला न्यायालय में पक्षकारों के बैठने के लिये लगी बैंचों का लोकार्पण, वृक्षोरोपण भी किया 

ग्वालियर 30 जुलाई 09। राज्य उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति, न्यायमूर्ति श्री ए के. पटनायक ने जिला न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की पहल पर पक्षकारों के बैठने के लिये लागाईं गईं बैंचों का आज लोकार्पण किया। इससे पहले उन्होने जिला न्यायालय परिसर में अशोक का पौधा रोप कर वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी शिरकत की। इस अवसर पर उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री आर के. गुप्ता, श्री सुभाष संवत्सर, श्री ए के. श्रीवास्तव, श्री एस के. गंगेले, श्री अभय एम. नायक, श्री एस एस. द्विवेदी, श्री बी एम. गुप्ता, श्री ए पी. श्रीवास्तव व न्यायमूर्ति श्रीमती इन्द्राणी दत्ता, जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा , उच्च न्यायालय खण्डपीठ के रजिस्ट्रार श्री आर पी. वर्मा, जिला न्यायाधीश विजीलेंस श्री आई एस. श्रीवास्तव, सिविल जज श्री जे पी. राव व श्री आर के. गुप्ता, श्री आर पी. सोनी व जिला न्यायालय के रजिस्ट्रार श्री आर के. जैन सहित अन्य न्यायाधीशगण, अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री श्याम बिहारी मिश्र, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे व सचिव श्री राम विलाश शर्मा, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए. साँई मनोहर, मुख्य वनसंरक्षक श्री सिन्हा, वन संरक्षक श्रीमती समिता राजौरा तथा अभिभाषकगण मौजूद थे।

      मुख्य न्यायाधिपति श्री ए के. पटनायक ने ग्वालियर अभिभाषक संध द्वारा पक्षकारों को बैठने की सहूलियत देने के लिये बैंच लगाने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि हम खुद सक्षम होकर ही विकास पथ पर आगे बढ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एवं जडीशियली के अपने सीमित संसाधन होते है अत: अभिभाषकों को अपनी अधोसंरचनागत जरूरतों की पूर्ति के लिये भी संयुक्त प्रयास करने चाहिये। श्री पटनायक ने कहा कि इस प्रकार की हर रचनात्मक पहल में जुडीशियली भी अपना पूर्ण सहयोग देगी। उन्होंने प्रदेश के अन्य जिलों के न्यायालयों में संयुक्त प्रयायों से हुए विकास कार्यों का उदाहरण भी दिया। मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि ग्वालियर में लायर्स ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने की पहल अभिभाषक संघ करें, जुडीशियली भी इसमें अपना पूर्ण सहयोग देगी। उन्होंने कहा अभिभाषकगण संगठित होकर नेक काम के लिये संयुक्त प्रयास करेंगे तो काउन्सिल पर भी उनकी मांगें मानने के लिये दबाव बनेगा। श्री पटनायक ने कहा कि अभिभाषकगण साझा प्रयासों से अपना समूह बीमा करा सकते हैं और अपनी अन्य दिक्कतों का समाधान भी खुद कर सकते है। मुख्य न्यायाधिपति ने एडव्होकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट की मांग पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत की स्वतत्रता में तत्समय महात्मागांधी, जवाहर लाल नेहरू व सुभाष चंद बोस आदि ने अपनी वकालत से अंग्रेजों को भी अपना लोहा मनवाया। अत: आज के भी एडव्होकेट्स भी संगठित होकर इतने सक्षम बनें, जिससे उन्होंने किसी प्रोटेक्शन एक्ट की जरूरत न रहे।

मुख्य न्यायाधिपति ने वृक्षारोपण को आज की महती आवश्यकता निरूपित करते हुए कहा कि हरीतिमा से हमारे दिमाग व सम्पूर्ण जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अत: ग्वालियरवासी भी चारो तरफ पेड़ ही पेड़ लगाकर ग्वालियर को हरा भरा करने की मुहिम जारी रखें।

      उच्च न्यायालय ग्वालियर खण्डपीठ के पोर्टफोलियो न्यायाधिपति श्री सुभाष संवत्सर ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा काम केवल मुकदमों के निराकरण मे सहयोग करना भर नहीं है, अपितु हमारा दायित्व है कि हम पक्षकारों की सुविधाओं का भी ध्यान रखें। इस दिशा में ग्वालियर अभिभाषक संध ने सराहनीय पहल की है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा ने कहा कि नि:शक्त वृध्द एवं महिला पक्षकारों के लिये बैठने की सुविधा जुटाना इन सबके प्रति गहरी संवेदनशीलता को दर्शाता है।

      कार्यक्रम में अभिभाषक संध के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे ने स्वागत उद्बोधन एवं अन्त में वरिष्ठ अभिभाषक श्री पुरूषोत्तम पाण्डेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अभिभाषक संघ के सचिव श्री रामविलाश शर्मा ने किया।

 

सेमरिहा के किसानों की जीवन रेखा है जैविक खेती- आलेख, जे. पी. धौलपुरिया

सेमरिहा के किसानों की जीवन रेखा है जैविक खेती

----------------------------- आलेख, जे. पी. धौलपुरिया,

उप संचालक, जिला जन सम्पर्क कार्यालय, शहडोल म. प्र.

 

कृषि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ किसानों के कल्याण का सपना संजोकर दो साल पहले शुरू की गई जैविक खेती की योजना शहडोल जिले के ग्राम सेमरिहा के किसानों की जीवन रेखा बन गई है। रासायनिक खेती छोड़कर जैविक खेती अपनाने से सुर्खियों में आया सेमरिहा गांव पूरी तरह जैविक खेती का गांव बन गया है ।

       रासायनिक खाद से भूमि की उर्वरा शक्ति में हुई कमी और इस शक्ति को पुन: प्रदान करने के लिए भूमि में जैविक खेती ने गांव के सभी किसानों का ध्यान खींचा। रासायनिक खाद पर निर्भर खेती को सरकारी मदद से बने वर्मी टांकों से जैविक खाद का मिलना सुनिश्चित होने से सेमरिहा क्षेत्र किसानी हलकों में तेजी से उभरता चला गया । कृषि उत्पादकता वाले जिले के प्रमुख क्षेत्रों में जैविक खेती की बदौलत सेमरिहा क्षेत्र ने अपनी विशेष पहचान बनाई है। जैविक खेती से जहां कृषि उत्पादन में आशातीत वृध्दि हुई और फसल चक्र में परिवर्तन आया, वहीं किसानों के घरों में आर्थिक सम्पन्नता आने से उनके जीवन में खुशहाली आई है । शहडोल से 90 कि. मी. दूर छत्तीसगढ़ सीमा के पास आदिवासी वाहुल्य सेमरिहा गांव में 75 लघु कृषकों के घर हैं । जिनके पास करीब 100 एकड़ कृषि भूमि है । यहां के किसान खेती के लिए वर्षा पर निर्भर होने के साथ-साथ रासायनिक उर्वरकों पर निर्भर  थे । किसानों की माली हालत ठीक नहीं थी । वर्षा हो जाने से उनके खेतों में थोड़ा-बहुत जो अन्न हो जाता था, उससे और दिहाड़ी से वह अपनी आजीविका चला रहे थे । लिहाजा कृषि की बढ़ी लागत उनके लिए मुनाफे का सौदा नहीं थी ।

       सेमरिहा की खेती वर्षा और रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक की बढ़ती कीमतों के कारण संकट की मार झेल रही थी, तब गांव के किसानों ने समस्या की जड़ को ही खत्म करने का फैसला लिया । उनका रासायनिक खेती से मोह भंग हो चुका था और वे इसकी खेती से दूर हो जाना चाहते थे। वहां के किसानें ने रासायनिक उर्वरक के वैकल्पिक स्त्रोत जैविक खाद के बारे में सुन रखा था और उन्होंने इसे आजमाने का फैसला लिया । कृषि विशेषज्ञों ने भी उन्हें समझाया कि कहने को तो रासायनिक खाद का इस्तेमाल उत्पादकता को बढ़ाता है, जबकि इसके उलट वह लम्बे दौर में मिट्टी के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे उर्वरता के साथ-साथ उत्पादन स्तर में गिरावट आती है। उनका जैविक खेती का दौर 2007 में उस वक्त शुरू हुआ, जब उन्होंने जैव उर्वरक का उत्पादन लेना शुरू किया, जिसके लिए राज्य सरकार के कृषि विभाग ने सात किसानों के यहां वर्मी टांके बनवाए और उन्हें केंचुआ दिलाया । अहममोड़ उस समय आया, जब आजीविका परियोजना ने 17 किसानों के यहां और कृषि विभाग ने 18 किसानों के यहां और वर्मीटांके बनवाए तथा केंचुआ उपलब्ध कराए । इस साल आजीविका परियोजना ने 25 किसानों के यहां वायोगैस संयत्र भी लगवाए हैं ।

       किसानों ने केंचुआ खाद का उत्पादन कर उसका अपने खेतों में इस्तेमाल करना जो शुरू किया कि असिंचित क्षेत्र होने के बावजूद उनका उत्पादन तीन गुना तक बढ़ गया, जिसके कारण जैविक खाद उनकी जरूरत बन गया । जो किसान इसका उत्पादन नहीं कर रहे थे, वे दूसरों से खरीदकर इसका अपने खेतों में इस्तेमाल करने लगे । कृषि विभाग के नुमाइन्दों ने सिंथेटिक उर्वरक के स्थान पर जैव उर्वरकों की ओर किसानों का रूख क्या मोड़ा कि पूरा सेमरिहा गांव ही जैविक खेती का गांव बन गया और वहां के काश्तकारों की तकदीर ही बदल गई । वे तीन फसलें  लेने लगे । जिसमें से एक सब्जी की फसल भी शामिल है । जैविक खाद से उपजी उनकी सब्जी को बाजार में लोग हाथोंहाथ खरीद लेते हैं । 

 

गांव में आये इस बदलाव पर शहडोल के उप संचालक कृषि श्री के. एस. टेकाम कहते हैं,'' कृषि विभाग ने सेमरिहा गांव का शतप्रतिशत जैविक खेती के लिए चयन किया था । इसके लिए काश्तकारों के घरों में वर्मी टांकें बनवाए गए । '' गांव के काश्तकार श्री चन्द्रभान सिंह बताते हैं, '' पहले इतनी गरीबी थी कि घर में एक टाइम चूल्हा जलता था । गुजारे के लिए मजदूरी पर जाना पड़ता था । आज दोनों वक्त भोजन कर रहे हैं और जीवन अच्छी तरह बीत रहा है । '' वे जैविक खेती के फायदे कुछ यों बताते हैं,'' रासायनिक खाद से खरपतवार होते थे और जमीन कड़ी रहती थी और उपज भी कम आती थी तथा जमीन पानी भी अधिक सोखती थी । जैविक खेती से उत्पादन दो से तीन गुना बढ़ गया है । पानी कम लगता है, जमीन मुलायम हो गयी है तथा खरपतवार  नहीं होता तथा जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ रही है । रासायनिक खाद व कीटनाशकों पर खर्च होने वाली राशि भी बच रही है।''

       सेमरिहा के काश्तकार अपने खेतों में सिर्फ जैव उर्वरक ही इस्तेमाल नहीं करते, बल्कि वे कीटनाशक के रूप में नीम की नीबोली और उसकी पत्ती, करंज की पत्ती, वेशरम की पत्ती या अकमन की पत्ती को सड़ाकर बनाए गए अर्क का भी इस्तेमाल करते हैं । इस तरह वहां के काश्तकार जैविक खेती युग में जी रहे हैं । सेमरिहा गांव के चारों ओर बनाए गए वर्मी टांके जैविक खेती की ओर बढ़े कदमों की याद दिलाते हैं । काश्तकार नई तकनीक अपनाकर उपलब्ध भूमि से प्रति इकाई कृषि उत्पादन में वृध्दि कर सकें, इसके लिए राज्य सरकार का कृषि विभाग भी सक्रिय है ।

 

 

पर्यटन उद्योग हेतु प्रशिक्षण जनशक्ति

पर्यटन उद्योग हेतु प्रशिक्षण जनशक्ति

 

राज्य सभा

       पर्यटन मंत्री कुमारी सैलजा ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि यह सच है कि आतिथ्य उद्योग में प्रशिक्षित जनशक्ति की कमी है। स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना (एसजेएसआरवाई) के तहत शहरी गरीब के बीच रोजगार संवर्धन हेतु कौशल प्रशिक्षण (स्टेप-अप) के घटक के अंतर्गत कौशल नप्रशिक्षण के लिए राज्यों संघ राज्य क्षेत्रों को सहायता प्रदान की जाती है। स्टेप-अप का आशय विभिन्न सेवाओं, व्यवसाय तथा निर्माण गतिविधियों के साथ-साथ स्थानीय कौशल एवं स्थानीय शिल्पकला में शहरी गरीब को प्रशिक्षण प्रदान करना है। युवाओं के बीच रोजगार योग्य कौशल तैयार करने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम उन व्यक्तियों के लिए है, जो कि कम से कम आठवीं कक्षा उत्तीर्ण हैं और वे 18 से 25 वर्ष की आयु वर्ग में हैं। इस कार्यक्रम में 2 कोर्स प्रदान किए जा रहे हैं -- एक खान-पान सेवा में 6 सप्ताह की अवधि का है और दूसरा खाद्य उत्पादन से 8 सप्ताह की अवधि का है।

 

केन्द्र द्वारा संरक्षित 35 स्मारक जिनका कोई पता नहीं है

केन्द्र द्वारा संरक्षित 35 स्मारक जिनका कोई पता नहीं है

राज्य सभा

       योजना तथा संसदीय राज्य मंत्री श्री वी. नारायणसामी ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि 3675 केन्द्रीय संरक्षित स्मारकों में से 35 स्मारकों स्थलों का कोई पता नहीं है।

       मंत्री महोदय ने यह भी बताया कि लुप्‍त होने का मामला प्रकाश में आया तथा इसके लिए किसी व्यक्ति की जिम्मेदारी नियत करना संभव नहीं है।

 

गुरुवार, 30 जुलाई 2009

भामाशाह सम्मान 2 अगस्त को मुरैना में

भामाशाह सम्मान 2 अगस्त को मुरैना में

भिण्ड 29 जुलाई 2009

       जिले में अधिकतम कर जमा करने उत्कृष्ट कर दाताओं के लिए भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन 2 अगस्त को सायं 6.30 बजे मान सरोवर पैलेस ओल्ड एरिया रोड मुरैना में प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्यिकर मंत्री श्री राघव जी के मुख्य आतिथ्य तथा सांसद मुरैना श्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में सम्पन्न होगा। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री के.एल.अग्रवाल, म.प्र. राज्य कृषि उद्योग विकास निगम श्री मुंशीलाल तथा भिण्ड के सांसद श्री अशोक अर्गल विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होगें।

 

मंगलवार, 28 जुलाई 2009

मुरैना में हाल में विवाहित युवक ने पिता के पैसे नहीं देने पर फांसी लगाई

मुरैना में हाल में विवाहित युवक ने पिता के पैसे नहीं देने पर

फांसी लगाई

मुरैना 28 जुलाई 09 अभी दो माह पहले जिसका विवाह हुआ और नयी नवेली दुल्‍हन को विवाहिता बना कर अपने साथ लाया, उसके जीवन भर का साथ निभाने के कसमे वादे, सातों वचन तोड़ कर वह फांसी लगा कर उसे अलविदा कह गया । और बेचारी नवविवाहिता दहाड़े मार कर अधमरी होकर सड़क पर माथा फोड़ती बिलखती हुयी पड़ी रह गयी ।

मुरैना शहर के बीचों बीच आज शिक्षा नगर कालोनी में शास.कन्‍या महाविद्यालय और निकट ही बने सरस्‍वती शिशु मंदिर के ठीक सामने रहने वाले मनीष अग्रवाल पुत्र गोपालदास अग्रवाल उम्र लगभग 28- 29 साल जिसका अभी दो माह पहले ही विवाह हुआ था ने आज सुबह अपने पिता से कुछ रूपये मांगे, जिस पर पिता ने कहा कि अभी उसके पास पैसे नहीं हैं, बाद में दे देगा । तब सुबह 10 बजे मनीष अग्रवाल कमरे में घुस गया और अंदर से किवाड़ों में कुन्‍दी टूटी होने पर एल्‍यूमिनियम के तारों से बांध कर दरवाजा लॉक कर लिया । उसकी मॉं ने बताया कि जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकला तो कुछ चिन्‍ता हुयी ओर उस कमरे का दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन दरवाजा नहीं खुला तब कुछ पड़ौसियों को दोपहर बुलाया, पड़ोसियों ने बताया कि एल्‍यूमिनियम के तार बंधे होने से दरवाजा लॉक है, दोपहर 3 बजे एल्‍यूमिनियम के तारों को काट कर दरवाजा खोला गया तो सामने मनीष अग्रवाल टांड़ के निकट छत पर लटके कुन्‍दे पर फांसी झूलता दिखा, तब पड़ोसियों व घरवालों ने पुलिस को इत्‍तला दी ।

शाम साढ़े तीन बजे पुलिस वहॉं पहुँची और मौका मुआयना कर तकरीबन 4 बजे शाम को मनीष की लाश को फन्दे से उतारा गया और शव को जप्‍ती में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिये भेजा गया । पुलिस ने मर्ग कायमी कर ली है और आगे की कार्यवाही जारी है ।

पड़ोसियों तथा अन्‍य नजदीकी सूत्रों ने बताया कि मृतक व्‍यवहार कुशल तथा उसका पूरा परिवार बेहद नेक और सज्‍जन था, लेकिन पता नहीं क्‍या बात हो गयी कि मनीष ने जरा सी बात पर इतना आत्‍मघाती कदम उठा लिया ।

मनीष द्वारा आत्‍महत्‍या किये जाने का कारण किसी की समझ नहीं आ रहा था और जो अंदाजिया बातें सामने आयीं उसमें सिर्फ यह कि शायद वह किसी कर्ज या देनदारी के जाल में फंस गया होगा या फिर वह किसी न किसी तरह से किसी के द्वारा पैसे के लिये परेशान किया जा रहा होगा । यह तथ्‍य भी उभर कर आया कि मृतक को क्रोध बहुत आता था और आपा खो देता था तथा क्रोध में मानसिक रूप से शून्‍य होकर विक्षिप्‍तता जैसी हरकते करने लगता था । मृतक के पिता का मिल एरिया रोड पर मशहूर एडवोकेट विद्याराम गुप्‍ता के घर के निकट एक मिल है, जो कि परिवार की आय का मुख्‍य जरिया था ।      

 

लेपा पंचायत में भ्रष्टाचार चरम पर,जिलाधीश से की शिकायत (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

लेपा पंचायत में भ्रष्टाचार चरम पर,जिलाधीश से की शिकायत

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) अंबाह बिकास खंड की ग्राम पंचायत लेपा में सरपंच व सचिव द्वारा भ्ष्टाचार के नित नये आयाम तय किये जा रहें है जिस के चलते ग्राम के जरूरत मंद लोगों को शासन की बिभिन्न कल्याण कारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उक्त आशय की शिकायत लेपा पंचायत के पूर्व उपसरपंच धर्मसिंह तोमर ने जिलाधीश महोदय से की है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ग्राम सभा की बैठक नहीं बुलाई जाती है और सरपंच तथा सचिव मिलकर सारी योजनाओं को पलीता लगा रहें है। ग्रामबासियों को कल्याणकारिी योजनाओं से महरूम होना पड रहा है गरीबी रेखा के कार्ड हो या ब्द्धा पेंशन बिना सुधिा शुल्क दिये सचिव व सरपंच द्वारा कार्य नही किया जाता है निर्माण कार्य अधूरे पडे है और भुगतान निकाल कर शासन के धन का दुरूउपयोग किया जारहा है। पूर्व उप सरपंच ने जिलाधीश महोदय से इस ओर कार्यवाही की मांग की है।

 

आईएमए ब्राच मुरैना की बैठक आयोजित (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

आईएमए ब्राच मुरैना की बैठक आयोजित

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) मंगवालर को  आईएमए ब्राच मुरैना की बैठक आयोजित की गई जिसमें डा.एम के टेलर चेस्ट फिजिशियन को चिकित्सकीय लापरवाही के कारण बिना किसी ठोस आधार पर पुलिस प्रताड़ना के कारण आत्महत्या किये जाने के संबंध में आई.एम.ए. ब्रांच ग्वालियर द्वारा आन्दोलन के समर्थन में चर्चा की गई थी किन्तु शासन द्वारा आई.एम.ए. ब्रांच ग्वालियर द्वारा की गई सभी मांगें मानते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर उनके विरूद्ध तत्काल कार्यवाही किये जाने का आश्वासन मिलने के कारण बैठक की आगामी कार्यवाही स्थगित कर दी गई। यहां यह  भी उल्लेखनीय है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश जिसमें कि चिकित्सकों के विरूद्ध लापरवाही का प्रकरण तभी पंजीयन किया जा सकेगा जब तक मेडिकल काउंसिलग आंफ इण्डिया अथवा राज्य मेडिकल काउंसिल द्वारा लापरवाही सिद्ध न कर दी जावे। यह भी स्पष्ट निर्देश दिये है कि पुलिस द्वारा लापरवाही सिद्ध न कर दी जावे। यह भी स्पष्ट निर्देश दिये है। कि पुलिस द्वारा बिना अरोप सिद्ध किये प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जावेगी। इस संबंध में संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल द्वारा भी माननीय सर्वोच्च न्यायालयके आदेशों के पालन हेतु सभी कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्णयों की प्रति उपलब्ध करा दी गई है। ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

बैठक के अन्त में सभी चिकित्सकों द्वारा 2 मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजली अर्पित की गई। उक्त आशय की जानकारी आई एम ए ब्रांच मुरेना के अध्यक्ष डा. ओ पी शुक्ला ने एक प्रेस विज्ञिप्त में दी

 

चम्बल में नहाने गये युवक की लाश मिली (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

चम्बल में नहाने गये युवक की लाश मिली

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) सबलगढ़- सबलगढ़ तहसील की रहू का गांव चम्बल घाट पर नहाने गये पूरन पुत्र रामस्वरूप मल्लाह उम्र 25 वर्ष निवासी समाकापुरा की लाश आज मिली गई है। समापुंरा निवासी पूरन मल्लाह अपनी सुसराल रहूका गांव में दिनांक 23 जुलाई को गया था। चम्बल में नहाते समय मगर ने पुरन को अंदर खीच लिया मौके पर उदयसिंह वीरसिंह ने स्वयं यह घटना देखी थी। तभी से ग्रामवासी एवं परिवारीजन पूरन की तलाश कर रहे थे। लाश का पंचनामा वनाकर पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुर्पद कर दिया है।

 

जनुसनवाई केन्द्र ग्राम पंचायत अर्रोन (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

जनुसनवाई केन्द्र ग्राम पंचायत अर्रोन

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) पोरसा मुरैना.. म.प्र.शासन आदेश अनुसार जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन ग्राम पंचायत अर्रोन द्वारा समय 11.00 बजे शास.मध्य विद्यालय पीपरी पूठ में किया गया जिसमें ग्रामीणों के साथ-साथ पंचायत के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उदघाटन सरपंच प्रहलाद सिंह तोमर के द्वारा किया गया। सचिव दामोदर शर्मा द्ारा जन सुनवाई के वारे में अवगत कराया तथा जन समस्याओं का निराकरण किया गया। तथा महिला बाल विकास कर्मचारी भी मौजूद थे।

 

जलवायु परिवर्तन विषय पर कार्यशाला संपन्न (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

जलवायु परिवर्तन विषय पर कार्यशाला संपन्न

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) पोरसा. राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत विगत दिवस समाज सेवा समिति साठों पोरसा द्वारा आयोजित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन शा.उ.मा.वि. रजौधा के कार्यक्रम हाल में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री गेदालाला यादव व्याख्याता ने की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वासुदेव प्रसाद मिश्रा रहे। विशेष अतिथि के रूप में श्रीकान्त गुप्ता व्याख्याता तथा दिलीप कुमार जैन रहे। विषय विशेषस श्रीगर सिंह शिक्षक तथा राम अवतार सिंह ओझा उपस्थित रहे। कार्यशला में विद्यार्थी किसान तथा समाज सेवियों ने भाग लिया। विशेषशों ने वृक्षारोपण पर जोर दिया। तथा अधिक से अधिक पेड़ो की कटाई पर रोक लगाने के लिए  उपाय करने पर सलाह दी।

इस अवसर पर किसान तथा विद्यार्थियों ने जानकारी चाहीं तो उन्हें जानकारी उपलब्ध कराई गई। किसानों को निशुल्क संस्था की तरफ से पौध वितरण करने की घोषणा संस्था सचिव श्री उमेश अग्रवाल द्वारा की गई। इस अवसर पर राकेश सिंह संदीप शर्मा, बसंत सिंह प्रदीप सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

निविदा विज्ञप्ति- कार्यालय नगर पालिका परिषद मुरैना (म.प्र.) (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

कार्यालय नगर पालिका परिषद मुरैना (म.प्र.)

क्रमांक 1375           (दैनिक मध्‍यराज्‍य)            दिनांक 24.7.09

निविदा विज्ञप्ति

एतद् द्वारा समस्त कपड़ा विक्रेताओं को सूचित किया जाता है कि इस कार्यालय को ड्रेस कोड़ अनुसार कर्मचारियों को वर्दी प्रदाय की जाना है। जिसके लिये पुरूष कर्मचारियों को पेन्ट, शर्ट व महिला कर्मचारियों को साड़ी ब्लाउज, पेटीकोट दिया जाना है। अत: इच्छुक कपड़ा विक्रेता अपने भाव पत्र दिनांक 04.08.2009  समय 3.00 बजे तक रूपये 10,000-अमानत राशि ड्राफट, नगद के साथ अद्योहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष प्रस्तुत कर सकते है।

निविदा की शर्ते:-

1. पेन्ट,शर्ट, हेतु कपड़ा सियाराम सूटिंग या रेमण्डस कम्पनी की देनी होगी।

2. साड़ी ब्लाउज, पेटीकोट, उच्च क्वालिटी के सेम्पल के साथ देनी होगी।

3.वर्दी तैयार कर मय सिला  े एक माह में देनी होगी। अन्यथा अमानत राशि राजसात कर ली जावेगी।

                                                                                  मुख्य नगर पालिका अधिकारी

                                                        नगर पालिका परिषद मुरैना (म.प्र.)

 

महाराज श्री सियावल्लभ दास जी वेदान्ती के गुरूवार को मुरैना में प्रवचन (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

महाराज श्री सियावल्लभ दास जी वेदान्ती  के गुरूवार को मुरैना में प्रवचन

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) -सद्गुरू भक्ति के प्रेरक है: भव की भोर मिटाने वाले सद्गुरू का आगमन प्रभुआगमन से बढ़कर होता है।  उनके दर्शन से जन्म जन्म के पाप नष्ट हो जाते है। सदगुरू का पावन सानिध्य शिष्य को उनके कष्टों से पल भर में मुक्ति दिला देता है। ऐसे सदगुरू के आगमन की सूचना से शिष्यों के मन भाव भिवोरहो जाते है। शिष्यों के लिये सदगुरू भव के गहरे सागर को पार करने वाले जहाज है। इसे सदगुरू का आगमन मुरैना में हो रहा है। जिन्ह के प्रवचन का लाभ आम जनता को गुरूवार को बी.एस.कान्वेट स्कूल हरीराज टाकीज के पीछे सायं 4 बजे प्राप्त कर सकते है।  महाराज श्री सियावल्लभ दास जी वेन्दान्ती  जिनका आश्रम अयोघ्या में है। महाराज श्री के चरण सेवक श्री रविन्द्र सिंह सिकरवार नवरंग पत्रकार के विशेष आग्रह पर मुरैना दर्शनलाभ परामर्श हेतु गुरूवार को पधार रहे है। शहर धर्म प्रेमी  उनके दर्शन व प्रवचन से लाभ उठा सकते है। सदगुरू श्री सियावल्लाभ दास वैदान्ती महाराज के चरण सेवक रविन्द्र सिंह पत्रकार ने बताया है कि गुरू देव अयोध्या से चलकर गुरूवार को मुरैना पहुचेगे तथा साम को चार बजे बीएस कॉन्वेट स्कूल हरीराज टाकीज के पीछे आम जनता क ो दर्शन व प्रवचन लाभ के लिये उपलब्ध रहेगें।

धर्मप्रेपियों से अपील की जाती है कि वे अयोघ्या से पधारहे बाल ब्रम्हचारी महाराज श्रीश्री 10008 श्री सियावल्लभ दास जी के द्वारा बताये हुये मार्ग से आत्मक उत्थान कर सकते है एवं समस्त धर्म प्रेमी जनता से निवेदन है कि गुरूवार को उनके दर्शन व प्रवचनों क ा लाभ ले। 

 

मानवधिकारजन निगरानी समिति कलेकट्रेट पर धरना देगी (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

मानवधिकारजन निगरानी समिति कलेकट्रेट पर धरना देगी

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)..मानवाधिकार जननिगारानी समिति के प्रदेश सचिव रोशन शिवहरे ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में बताया हैं। कि वार्ड क्रं.7-8 में नालों में गंदा पानी सप्लाई को नहीं रोका गया तो मानवाधिकार जननिगरानी समिति कलेक्ट्रेड पर धरना एवं ज्ञापन देगी। श्री शिवहरे ने कहा है कि जबसे नाला न.2 सीवर लाईन बना है तब से खुदाई के दौरान  पानी की पाइप लाइन टूट गई थी। उसमें नाले का गंदा पानी नलों की पाइप लाइन टूट गई थी। उसमें नाली का गंदा पानी नलों में आता हैं। जिसमें अत्याधिक बदबू, व छोटे-छोटे कीड़े मकोंडे भी आते है। जिससे से मुहल्लेवासी बीमारियों का शिकार हो रहे है। इस कि शिकायत नगरपालिका अधिकारी से कई बार कर चुके है। केवल आश्वासन के अलावा  कुछ नही मिलता  समस्या जस की तस है। श्री शिवहरे ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुये कहा है कि अगर जनसुनवाई नहीं की गई तो मानवाधिकार जनगिरानी समिति के तत्वाधान में वार्ड क्रमांक 7-8 के वाशिन्दें जिला केलेक्ट्रेट पर धरना एवं प्रदर्शन करेगें। मांग करने वालों में प्रदेश अध्यक्ष डा. कोकसिंह तोमर, प्रदेस सचिव रोशन शिवहरे, मुरारीलाल गोयल,कन्हैयालाल जैन सुभाष गुप्ता, अशोक शिवहरे, निरंजराजौरिया, रमेश गुप्ता, सियाराम शिवहरे, जगदीश बांदिल, आरकेशर्मा शरदजैन, राभरोसी मंगल दिलशाद खां, चमन जाटव, शाहिदखां, कैलाश जाटव, पप्पूशिवहरे, हेमन्त शिवहरे, प्रमोद गोयल, रमेश जोशी बाबूलाल मालोनिया, पदमचन्द्र जैन, श्याम शिवहरे, अनिल शिवहरे आदि सैकड़ो कार्यकर्ता भाग लेगे।

 

मारपीट की घटनाओं में पति पत्नी समेत सात घायल..हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

मारपीट की घटनाओं में पति पत्नी समेत सात घायल..हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)  ..जिले के बिभिन्न थाना क्षेत्रों में मारपीट की अलग अलग घटनाओं में पति पत्नी समेत सात लोग घायल हो गये। घायलों को इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा  दिया है तथा नामजद हमलावरों के बिरूद्ध पुलिस ने अपराध कायम कर बिबेचना शुरू करदी है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगरा थाना क्षेत्र ग्राम गिरवर का पुरा में आरोपी रामदीन शिवराज लंगन सखवार ने आपसी बिबाद पर लालाराम सखवार और उसकी पत्नी की मारपीट कर गंभीर चोट पहुंचाई पुलिस ने लालाराम की शिकायत पर हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

जिले के पोरसा थाना अंर्तगत ग्राम मड़ोखर में रंजिशन राजवीर पुत्र दयाराम को रास्ते घेर कर आरोपी नाथू चतुवंत सिंह रिंकू सुंदर आदि ने मारपीट कर कट्टे से फायर कर धमकाया पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।

सुमावली थाना क्षेत्र के ग्राम शहदपुर में खेत में भेंस वली जाने को लेकर हुए झगडे में  आरोपी असलम खां दो अन्य निवासी ग्राम जरेना ने बीरेन्द्र किरार की लाठी डंडों से मारपीट कर बाजरा की फसल को नुकसान पहुंचाया पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर मामला कायम कर लिया है।महुआ क्षेत्र में गत दिवस मकान की दीवाल को क्षतिग्रस्त करने पर हुए बिबाद पर आरोपी राजू मुकेश आदि ने ग्राम बसूआपुरा निवासी रामलखन कुशवाह की मारपीट कर जानसे मारने की धमकी दी पुलिस ने हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

शहर कोतवाली पुलिस ने कब्रस्तान रोड निवासी सद्दाम खां के साथ मारपीट  करने वाले आरोपियों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है। पुलिस के अनुसार शराव के लिये पैसा न देने पर आरोपी लाला सिकरवार राजेन्द्र नाई दो अन्य के खिलाफ मामला कायम कर लिया है।

 

बस डकैती की योजना बिफल चार बदमाश पुलिस गिरफ्त में ..माऊजर का कट्टा,बका,फरसा, व लाठी बरामद (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

बस डकैती की योजना बिफल चार बदमाश  पुलिस गिरफ्त में ..माऊजर का कट्टा,बका,फरसा, व लाठी बरामद

मुरेना 28 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) ..देहात थाना पुलिस ने र्हाईवे पर बस डकेती की योजना बना रहे चार बदमाशों को गिरफतार करने में सफलता प्राप्त की है जबकि एक अंधेरे का लाभ उठाकर भागजाने में सफल रहा पुलिस ने बदमाशों के पास से अबैध कट्टा फरसा बका व लाठी बरामद कर उनके बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईवे पर गंगापुर मंदिर से आंगे एक तिवरिया में बैठ कर बस डकेती की योजना कुछ हथियारबंद बदमाश बना रहें हैं, उक्त आशय की सूचना सिविल लाईन थाना पुलिस के जरिये मुखविर के प्राप्त होने पर टी.आई. भदौरिया के नेत्त्व में पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर बदमाशों की घेराबंदी कर चार को पकड़ने में सफलता अर्जित की मगर एक अंधेरे का लाभ उठाकर भाग जाने में सफल रहा आरोपी संतू पुत्र बेदरिया जाटव ग्राम गडोरापुरा का रहने वाला था।

पुलिस ने मौके से बंदी बनाये आरोपियों में राजवीर पुत्र रामदयाल कुशवाह उम्र 30 बर्ष  ग्राम करूआ नूरावाद शंकरा उर्फ सर्वेश पुत्र कल्याण राठोर उम्र 20 बर्ष गंजरामपुर नरोत्तम पुत्र रामगोपाल जाटव उम्र 20 बर्ष गादीपाल बाली गली गोपालपुरा मुरेना धम्मा उर्फ धमेंन्द्र पुत्र सियाराम जाटव बिचौला का पुरा हाल बामौर शामिल है।

पुलिस ने राजवीर से फरसा शंकरा से लाठी नरोत्तम से बका तथा धम्मा से 315 बोर का कट्टा बरामद किया। पुलिस ने उक्त बदमाशों के बिरूद्ध धारा 399,400,402,25,27,आर्म्मस एक्ट 11,13 एम.पी.डी.के एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

 

आत्मनिर्भरता ने आखिर बना ही दिया निर्धन महिलाओं को अपने परिवार का सहारा

आत्मनिर्भरता ने आखिर बना ही दिया निर्धन महिलाओं को अपने परिवार का सहारा

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शहडोल 27 जुलाई 2009. उन महिलाओं की पृष्ठभूमि मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में झगरहा गांव और उनके शुरूआती तंगहाल जीवन को देख कोई नहीं कह सकता था कि वे कभी सफल होंगी । आर्थिक अभावों और बिरादरी की आलोचना झेलने के बावजूद अपना मुकाम हासिल करने के लिए अपना जुनून बरकरार रखते हुए ये महिलाएं इनदिनों केंचुआ खाद से अपने सुनहरे भविष्य का तानाबाना बुनने में जुटी हैं ।

       पहले झगरहा के बेहद गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाली इन दस महिलाओं का चेहरा घूंघट में और कदम घर की चौखट के अन्दर रहा करते थे । लेकिन इन महिलाओं को रोजगार से जोड़ने और कृषि क्षेत्र में कम लागत में भरपूर उत्पादन लेने के मकसद से कृषि विभाग ने 2004 में इन दस सदस्यीय महिलाओं का कृष्णा स्वसहायता समूह बनवाया । समूह के जरिए इस तरह काम करना शुरू-शुरू में तो इनके पतियों को नहीं भाया और उन्होंने इनका विरोध किया । गांववालों को भी उनका घूंघट से चेहरा बाहर निकालकर यों आत्मनिर्भर होना रास नहीं आया । लेकिन महिलाओं के आगे उनकी एक नहीं चली और महिलाओं ने घर की चौखट के बाहर कदम रख ही दिए और घूंघट से चेहरा बाहर निकाल लिया ।

       कृषि विभाग ने उन्हें केंचुआ खाद उत्पादन तथा मौसमी फसलें लेने का प्रशिक्षण दिलाया और उनके घरों में वर्मी टांके बनवाए तथा उन्हें केंचुआ उपलब्ध कराए । महिलाओं के दिन तब पलटे, जब उन्हें केंचुआ खाद से आमदनी होने लगी । जो पति कभी उनका विरोघ किया करते थे, फिर वही उनके सहयोगी बन गए और उनके काम में हाथ बंटाने लगे । वे दिन भी थे, जब उनके पतियों को परिवार की जरूरतों की पूर्ति के लिए साहूकारों की डयोढ़ी पर कर्ज लेने जाना पड़ता था और उन्हें कर्ज के भंवर में निरंतर गोते लगाते रहना पड़ता था ।

       लेकिन अब उन्हें साहूकारों की जरूरत नहीं रही । अब वे महिलाएं अपने स्वसहायता समूह से ही कर्ज ले लेती हैं । उनकी गांठ में चार पैसे हो जाने से अब उनका परिवार अच्छी तरह खा-पी और पहन -ओढ़ रहा है । उन्होंने अपने मकान के पिछबाड़े के हिस्से को केंचुआ खाद इकाई में तब्दील कर दिया है । सरकारी मदद से शुरू हुआ उनका यह उपक्रम पारिवारिक कारोबार में तब्दील हो गया और वे हर माह तीन-चार क्विंटल केंचुआ खाद का उत्पादन कर लेती हैं । वे केंचुआ खाद बेचने के साथ-साथ अपने पुरखों की खेती की थोड़ी-बहुत जमीन पर भी बचे खाद का इस्तेमाल कर लेती हैं । कृषि विभाग से  सीखी उन्नत तकनीक से वे खेती भी कर रही हैं ।

       कइयों के लिए उनकी सफलता चकरानेवाली हैं, क्योंकि समूह प्रति वर्ष केंचुआ खाद और केंचुओं की बिक्री से डेढ़-डेढ़ लाख रूपये कमा लेता हैं । समूह की हर माह नियमित बैठक होती है । गांववाले समूह की महिलाओं को केंचुआवाली बड़ी नेता कहकर संबोधित करने लगे हैं । ये महिलाएं समाज में बदलते  मूल्यों और लोगों की संकुचित सोच के बावजूद अपनी मंजिल तलाशकर समाज को नई दिशा दे रही हैं । पारिवारिक या सामाजिक सरोकार निभाने में लिंग भेद आड़े नहीं आता । इस बात को इन महिलाओं ने सच कर दिखाया है । वे न केवल अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने में योगदान दे रही हैं, बल्कि समाज की भलाई के बारे में भी सोच रही हैं । स्वरोजगार से आत्मनिर्भर होकर ये महिलाएं हर माह अच्छा खासा कमा लेती हैं । उनका केंचुआ खाद छत्तीसगढ़ तक जा रहा है । कुल मिलाकर उनका खाद और केंचुआ कई शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है । वे खाद की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देती हैं तथा उसकी कीमत भी कम रखी गई है। समूह की अध्यक्ष श्रीमती राधा विश्वकर्मा अपने मोबाइल 9630892207 पर  खाद का आर्डर बुक करती हैं ।

       समूह की अध्यक्ष श्रीमती राधा विश्वकर्मा कहती हैं कि सरकार ने तो हमारी बुध्दि खोल दी, जो आज हम अपने पैरों पर खड़े हैं और बड़े-बड़े अधिकारियों से बातें कर लेते हैं । समूह की कोषाध्यक्ष श्रीमती रूकमणी बताती हैं कि समूह से हमारी जिन्दगी बदल गई । समूह की सचिव सुमन केवट पिछली परिस्थितियों को याद करके बताती हैं,'' पहले हमारे सामने बहुत मुसीबतें थी । अब जिन्दगी अच्छी तरह चल रही है ।''

       कृषि विभाग के उप संचालक श्री के. एस. टेकाम कहते हैं कि समूह से जुड़ी महिलाओं को गांव में ही रोजगार मुहैया कराने के मकसद से पहल की गई है । विभाग ने इस गांव को गोद लिया था, जिससे उन्हें कम लागत में कृषि उत्पादन लेने का तकनीकी ज्ञान दिया जा सके । अपने मकसद में यह योजना कामयाब रही है ।

       आज ये महिलाएं अपनी मेहनत के बलबूते रोजगार के लिए लालायित गांव की गरीब महिलाओं की प्रेरणास्त्रोत बनी हुई हैं । उनकी आमदनी से प्रेरित होकर गांव में महिलाओं के तीन स्वसहायता समूह और बन गए हैं । कृष्णा स्वसहायता समूह की महिलाएं अपने कारोबार को 10 लाख रूपये तक सालाना पहुंचाना चाहती हैं । सरकारी मदद से अपनी राह खुद बनाने वाली इन महिलाओं के लिए सफलता का मूलमंत्र संघर्ष है ।