शनिवार, 25 अक्तूबर 2008

विधानसभा निर्वाचन : पुलिस अधिकारी हटाये

विधानसभा निर्वाचन : पुलिस अधिकारी हटाये

भोपाल :  24 अक्टूबर, 2008

राज्य शासन ने आज भारतीय पुलिस सेवा के तीन अधिकारियों का स्थानांतरण कर उनकी नई पदस्थापना की है। गृह विभाग द्वारा आज जारी आदेश के अनुसार श्री पवन जैन प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश पुलिस गृह निर्माण निगम भोपाल, को पुलिस महानिरीक्षक, उज्जैन रेंज पदस्थ किया गया है।

इसी प्रकार श्री संजीव शमी सेनानी, 7वीं वाहिनी, विशेष सशस्त्र बल, भोपाल को स्थानांतरित करते हुए उनकी नई पदस्थापना अब पुलिस अधीक्षक, इंदौर के पद पर की गई है।
श्री योगेश चौधरी, सेनानी, प्रथम वाहिनी विशेष सशस्त्र बल इंदौर का स्थानांतरण करते हुए उन्हें अब पुलिस अधीक्षक सागर पदस्थ किया गया है।

 

गुरुवार, 23 अक्तूबर 2008

मुरैना में घरेलू हिंसा को लेकर मामला दर्ज, तीन सैकड़े मामले प्रशासन ने ठोकर पर उड़ाये

मुरैना में घरेलू हिंसा को लेकर मामला दर्ज, तीन सैकड़े मामले प्रशासन ने ठोकर पर उड़ाये

विशेष रपट- नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द'' एडवाकेट

  • भारत सरकार द्वारा की गयी ऑनलाइन कायमी
  • घरेलू हिंसा मामलों की नहीं की जाती कायमी
  • पीडि़ताओं को दुत्‍कार कर भगा देता है संरक्षण अधिकारी
  • अधिनियम की धारा 4 (1) को मजाक बनाया जिला प्रशासन ने
  • नहीं है अधिनियम और नियमों की जानकारी प्रशासन में किसी को
  • पूरी तरह फेल हुआ म.प्र. सरकार का ई गवर्नेन्‍स, ऑन लाइन कायमी और ई मेल तंत्र
  • फर्जी ई मेल पते प्रदर्शित हो रहे हैं म.प्र. शासन की वेबसाइटों पर

 

 

मुरैना 23 अक्‍टूबर 08, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 को पूरी तरह ताक पर टांग चुके म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन ने अब घरेलू हिंसा से महिलाओं के संरक्षण अधिनियम को भी बलाए ताक धर दिया है ।

यूं तो शहर मुरैना और अंचल के गॉंवों में लगभग रोज ही हजारों घटनायें अधिनियम की मंशा के अनुसार घटित होतीं हैं, किन्‍तु भारतीय महिलायें काफी हद तक बर्दाश्‍त करती हैं और जब पानी सिर से एकदम ऊपर हो जाये और जब यह लगभग साफ हो जायेगा कि अब तो जान चली ही जायेगी तभी भारतीय महिलायें अपना पॉंव घर की देहरी से निकाल कर कानून की शरण में आतीं हैं । यदि अपवाद स्‍वरूप एक या दो मामलों को छोड़ दिया जाये तो चम्‍बल घाटी जैसे ग्रामीण परिवेश युक्‍त शहरी या ग्रामीण क्षेत्रों में 98 से 99 फीसदी जिनाइन मामले ही आते हैं ।

लगभग तीन सैकड़ा मामले पिछले एक माह के दरम्‍यान जिला संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग की देहरी तक पहुँचे, वहीं लगभग दौ सैकड़ा मामले इसी दरम्‍यान पुलिस के पास पहुँचे । यह हैरत अंगेज था और कानून का खुला उल्‍लंघन भी कि जिला संरक्षण अधिकारी ने न केवल उनके आवेदन ग्रहण करने से मना कर दिया बल्कि दुत्‍कार कर भी भगा दिया उल्‍टे बेइज्‍जत किया सो अलग । बिल्‍कुल यही हाल पुलिस का रहा ।

किंचित मामले वकीलों की मेहरबानी से अदालत में दाखिल हुये किन्‍तु अधिनियम की धारा 12 के तहत आवेदन के रूप में नहीं बल्कि साधारण नियमित आवेदनों के रूप में । इनकी संख्‍या कुल मिला कर चार या तीन रही ।

मैं एडवोकेट होने के नाते भी, और समाजसेवी होने के नाते भी अक्‍सर उलझे हुये मामले मुझसे ही आ टकराते हैं, वैसे मेरे पास वक्‍त का काफी अभाव रहता है, सो अत्‍यधिक आवश्‍यकता वाले अति गंभीर व एकदम जिनाइन मामलों को ही देख और प्रोसीड कर पाता हूँ ।

जब कुछ बच्चियां घरेलू हिंसा की कहानी मेरे पास लेकर आयीं तो मैं सारी दास्‍तान सुन कर न केवल भौंचक्‍क रह गया बल्कि प्रशासन, पुलिस और वकीलों की इस सम्‍बन्‍ध में कार्यप्रणाली पर भी हतप्रभ था ।

मेरे पास आयी बच्चियों की संख्‍या काफी अधिक थी लेकिन मैंने वैभिन्‍नता के हिसाब से स्‍वयं डील करने हेतु केवल छह मामले चुने जिसमें से स्‍थानाभाव और समय अभाव के कारण उदाहरणात्‍मक तौर पर केवल दो मामले हम यहॉं इस रपट में चर्चा में रखेंगे । इतने से विषय समझ में आ जायेगा और क्‍या हो रहा है यह सच्‍चाई भी प्रतिबिंबित हो जायेगी ।

एक मामला एक समाजसेवी कार्यकर्ता का है जो कि स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं में कार्यरत है और उसका पति भी सामाजिक कार्यकर्ता है और स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं में कार्यरत है ।

दोनों की शादी भी विचित्र प्रकार से हुयी, फोरजरी, कूटरचना, जालसाजी और न्‍यायालयीन व्‍यवस्‍थाओं की पोल खोलने, प्रशासन और शासन की कारगुजारीयों को नंगा करने वाली खुली दास्‍तां इस केस में हैं । इस केस में यह भी रोचक और रोंगटे खड़े कर देने वाली बात है कि यह मामला ऐसी स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं से जुड़ा है, जो दिन रात घरेलू हिंसा के विरूद्ध न केवल जागरूकता अभियान चला रहीं हैं बल्कि घरेलू हिंसा से निबटने के तौर तरीके दूसरों को सिखातीं हैं, कन्‍या भ्रूण हत्‍या और अगर मगर बातों पर समाज को जागरूक बना कर समाज की समस्‍या समाधानों में व्‍यस्‍त हैं, यह उनके खुद के भीतर ही घटित हो रही एक कलंकित व दागदार सच्‍चाई की अजीबो गरीब दास्‍तां है । हम पीडि़त आवेदका के आवेदन को यहॉं यथावत प्रस्‍तुत कर रहे हैं । आप इसे पढि़ये, हालांकि यह मामला भारत सरकार द्वारा ऑन लाइन पंजीकृत हुआ है लेकिन इस केस की प्री कोर्ट इन्‍वेस्‍टीगेशन रिपोर्ट (यह प्री कोर्ट प्री केस इन्‍वेस्‍टीगेशन स्‍वये मेरे द्वारा सम्‍पादित हुआ है) आप इस रपट के अगले अंक में पढ़ सकेगें । और इस प्रकरण की कायमी और ठुकराने भगाने और दवाब डालने जैसी सारी कहानी भी हम आपको सुनायेंगे । केस में सरकारी हकीकत के साथ और भी कई राज आपको बतायेंगें । लेकिन रपट के अगले अंक में । नीचे आवेदिका के आवेदन को मूल रूप में पढि़ये ।                    

 

आवेदन अन्तर्गत धारा 4(1) एवं धारा 5, घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम 2005

 

प्रति,

 

1.माननीय अध्यक्षा महोदया

  राष्ट्रीय महिला आयोग,

  भारत सरकार, नई दिल्ली 

2.श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,

  म.प्र. शासन भोपाल म.प्र

3.माननीय अध्यक्षा महोदया

  म.प्र. महिला आयोग

  भोपाल म.प्र.

4.श्रीमान जिला संरक्षण अधिकारी महोदय/महोदया,

  कार्यालय जिला महिला एवं बाल विकास विभाग

  जिला मुरैना म.प्र.

5. श्रीमान पुलिस अधीक्षक जिला मुरैना/ थाना प्रभारी महोदय  िटी कोतवाली मुरैना म.प्र.

 

 

विषय : घरेलू हिंसा एवं उत्पीड़न से मुझ आवेदिका उमा सारस्वत पत्नी प्रवीण नायडू एवं पुत्री श्री सरदार सिंह सारस्वत से रक्षा करने एवं त्वरित सहायता व राहत दिलाने एवं आरोपी के विरूध्द आवश्यक आपराधिक अभियोजनात्मक कार्यवाही कर दण्डित कराये जाने हेतु आवेदन !

 

महोदय/महोदय,

 

विषयान्तर्गत अनुरोध है कि मैं आवेदिका उमा सारस्वत जिसका समस्त विवरण अधिनियम की वांछा के मुताबिक इस आवेदन पत्र के साथ संलग्न प्रपत्र नियम 5 (1)(2) एवं नियम 17(3) के अनुसार भर कर संलग्न है में विवरण उल्लेखित है ! तथा घरेलू हिंसा एवं अन्य उत्पीड़न व आपराधिक घटनाओं का विवरण निम्नवत है -

 

1-                       मैं प्रार्थिनी आवेदिका जो कि वर्तमान में आयु 33 वर्ष की है तथा मेरे पिता श्री सरदार सिंह सारस्वत निवासी भगोले वाली गली, कब्रिस्तान रोड, गणेशपुरा मुरैना म.प्र.विद्युत मण्डल के सेवा निवृत्त कर्मचारी हैं जिन पर सेवानिवृत्ति उपरान्त मिलने वाली पेंशन के अतिरिक्त अन्य कोई आय का साधन नहीं हैं ! जिनके द्वारा मुझ प्रार्थिनी को उच्च शिक्षा दिलवा कर सुशिक्षित व सुसंस्कृत बनाया गया है !

2-                      मैं वर्ष सन 2007 के जुलाई माह में अमित कान्वेन्ट स्कूल मुरैना में पढ़ाती थी ! मेरे घर सत्येन्द्र सिकरवार विद्यार्थी एक अन्य युवक जिसका नाम प्रवीण नायडू के साथ जुलाई 2007 में आये और मुझे सत्येन्द्र सिकरवार विद्यार्थी की संस्था रतन वेलफेयर सोसाइटी में प्रोजेक्ट का काम करने के लिये बुलाया ! इस घटनाक्रम के दौरान मेरा प्रथम परिचय सीहोर निवासी प्रवीण नायडू के साथ हुआ !

3-                      तालीम नामक परियोजना में मैंने एवं प्रवीण नायडू ने साथ साथ लगभग एक माह तक प्रशिक्षण ग्वालियर जाकर प्राप्त किया जिसके कारण मेरा प्रवीण नायडू से निकट सम्पर्क बढ़ गया !

4-                      इसके बाद प्रवीण नायडू जो कि स्थायी रूप से इंग्लिशपुरा, विधायक वाली गली, सीहोर म.प्र. का रहने वाला है, मुझे अक्सर फोन लगा कर मुझसे बातें करने और मुझे प्रेम जाल में फंसाने लगा !

5-                      उसने मुझसे निकटता बढ़ाने और मुझे अपने जाल में फंसाने के लिये स्वयंसेवी संस्थाओं की अनेक बैठकों का आयोजन होने पर मुझसे सदा निकटतर आने और मुझे विश्वास में फंसाने का जाल फैलाया ! वह मुझे रानपुर मुरैना आदि कई जगह तांत्रिकों व बाबाओं के पास ले जाकर मुझे फंसाता रहा !

6-                      मुझसे प्रवीण नायडू द्वारा बहकाया गया कि वह आलीशान कोठी बंगले का एक मात्र मालिक और कई कार और गाड़ीयां आदि उसके पास हैं तथा पारिवारिक तौर पर वह भारी सम्पत्ति का स्वामी है तथा स्वयंसेवी संस्थाओं में काम केवल शौक पूरा करने के लिये करता है ! उसने मुझसे कहा कि मैं उसे बेहद पसन्द हूँ यदि मैं उससे विवाह कर लूं तो मैं जीवन भर बेहद सुखी व समृध्द रहूंगीं ! विवाह का लालच देकर उसने मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाने चाहे लेकिन मैंने उसे ऐसा करने से रोक दिया और शर्त रखी कि पहले अपने माता पिता से बात करो और मेरे माता पिता से बात करो फिर शादी करो तभी आगे कुछ सम्भव होगा ! जिससे प्रवीण चिढ़ गया और मुझसे अनेकों बार जिद करके अकेले में मिलने के लिये बुलाने हेतु दवाब डालने लगा ! मेरे सर्वथा इन्कार करने के बाद प्रवीण ने अपने माता पिता से सहमति प्राप्त की तथा मुझे गुमराह करते हुये कहा कि वह विवाह को तैयार है !

7-                      प्रवीण नायडू ने मुझे गुमराह करते हुये कहा कि तुम्हारे माता पिता विवाह हेतु तैयार नहीं होंगे अत: नोटरी करा के विवाह कर लेते हैं इससे विवाह का फालतू खर्च भी बच जायेगा और नोटरी विवाह होने के बाद तुम्हारे माता पिता को मजबूरी में हमारे विवाह को मंजूरी देना पड़ेगी !

8-                      उक्त बिन्दु क्रमांक 7 के तारतम्य में प्रवीण नायडू एक नोटरी बनवा कर चुपके से मेरे घर ले आया और मेरे हस्ताक्षर स्टाम्पों पर तथा नोटरी रजिस्टर पर करवा कर ले गया ! नोटरी की प्रति इस आवेदन के साथ संलग्न है ! जिसकी जानकारी मेरे माता पिता को नहीं हुयी और प्रवीण नायडू ने मेरे माता पिता के नाम से जाली हस्ताक्षर स्वयं कर लिये ! तथा गवाह के रूप में संध्या शैली और ज्योति कर्दम के हस्ताक्षर करे हुये मुझे दिखाये !

9-                      नोटरी होने के दो दिन बाद ही मुझे प्रवीण नायडू फोन से तथा व्यक्तिगत सम्पर्क के जरिये धमकाने लगा और भयभीत कर दवाब डाल कर कहने लगा कि अब तुम कानूनन मेरी पत्नी बन गयी हो, अत: अब मैं तुम्हें जब भी और जहाँ भी बुलाऊंगा तुमको मेरे पास आना पड़ेगा और जो भी मैं कहूंगा वह तुम्हें अब करना पड़ेगा वरना मैं कानूनी कार्यवाही कर दूंगा और तुझे व तेरे माता पिता को बर्बाद कर दूंगा ! इस प्रकार मुझे वह बल एवं छल पूर्वक भयभीत कर एकान्त में बुला कर जबरदस्ती अनुचित व्यवहार करने लगा !

10-                   30 जून 2008 को पुन: प्रवीण नायडू ने नोटरी का भय दिखा कर मुझे फोन द्वारा धमकाया और कहा कि तुरन्त मेरे पास आ जाओं और मेरे साथ पत्नी की भांति रहो, क्योंकि नोटरी के कागज में एक स्थान पर तुमने मुझे वचन देंकर हस्ताक्षर किया है अत: तुरन्त न आयी तो मुझे पुलिस से गिरफ्तार करवा कर बुलवा लेगा, ऐसा सुन कर प्रार्थिया अत्यन्त भयभीत होकर घबरा गई और अपने घर वालों को सारी बात बताई, जिससे प्रार्थिया के माता पिता हैरान, परेशान और चिन्तित होकर दु:खी हो गये ! तब प्रार्थिया के पिता श्री सरदार सिंह सारस्वत ने सारे घटनाक्रम के प्रति प्रवीण नायडू से बातचीत की जिस पर प्रवीण नायडू उन्हें भी कानूनी कार्यवाहीयों और पूरे परिवार को गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवाने की धमकी देने लगा !

11-                    तब प्रार्थीया के पिता ने प्रवीण नायडू से कहा कि मेरी लड़की तुम्हारे साथ सुखी व समृध्द रहेगी ऐसा आश्वासन मुझे दो और अपने घर तथा माता पिता आदि की जानकारी मुझे दो जिससे मैं तुम्हारे पिता से बात कर सकूं और मैं तब फिर विधिवत सामाजिक रूप से तुम दोनों का विवाह कर दूंगा ! इसके उपरान्त प्रवीण नायडू ने मेरे माता पिता को मुझे आजीवन सुखी व समृध्द रखने का वचन एवं आश्वासन दिया तथा अपने सीहोर स्थित घर परिवार का पता ठिकाना बताया !

12-                   मेरे पिता ने सीहोर जाकर प्रवीण नायडू के माता एवं पिता ए.बी. नायडू एवं श्रीमती लक्ष्मी नायडू से बातचीत की जिस पर उन दोनों द्वारा मेरे पिता को आश्वस्त किया एवं विश्वास दिया कि उनका पुत्र हर प्रकार से ठीक स्वस्थ एवं स्वस्थ मनोमस्तिष्क व उत्तम चरित्र का है ! तथा मेरा जीवन विवाहोपरान्त प्रवीण नायडू के साथ पूर्ण सुख शान्ति व समृध्दि के साथ गुजरेगा ! प्रवीण नायडू के माता पिता ने मेरे पिता को यह भी आश्वासन, वचन एवं विश्वास दिलाया कि उनकी समस्त सम्पत्ति का उत्तराधिकारी व स्वामी उनका एकमात्र पुत्र प्रवीण नायडू ही होगा !

13-                   इसके उपरान्त प्रवीण नायडू एवं उसके पिता ए.बी.नायडू और माता श्रीमती लक्ष्मी नायडू के आश्वासनों से आश्वस्त एवं उनके द्वारा दिये गये विश्वास से विश्वस्त होकर मेरे पिता ने मेरा विवाह प्रवीण नायडू के साथ तय कर दिया जो कि दिनांक 11 जुलाई 2008 को आर्य समाज मन्दिर मुरैना में आर्य समाज पध्दति से होना निश्चित हुयी !

14-                   मेरा विवाह प्रवीण नायडू के साथ नियत होने के उपरान्त दिनांक 4 जुलाई 2008 को प्रवीण नायडू ने मुझे फोन करके बुलाया जिस पर मैंने कहा कि अब कुछ ही दिनों में हमारी शादी होने वाली है और हम सब शादी की तैयारीयों में व्यस्त हैं, ऐसे में मेरा आ पाना सम्भव नहीं हैं, जिस पर प्रवीण काफी नाराज हो गया और मुझे फोन पर ही डराने धमकाने लगा तथा मुझसे कहा कि हमारी शादी तो पहले ही नोटरी से हो चुकी है और कानूनन तुम मेरी पत्नी हो और तुम्हें अब मेरे पास हर हालत में सब कुछ काम काज छोड़ कर आना पड़ेगा वरना मैं कानूनी कार्यवाही करके तुम्हें जबरन अपने पास बुलवा लूंगा और तुम्हें अब वही करना पड़ेगा जो मैं कहूंगा ! प्रार्थिनी प्रवीण नायडू द्वारा इस तरह डराये धमकाने जाने से भयभीत होकर जब उससे मिलने पहुँची तो वह प्रार्थिनी से गाली गलौज करने लगा और चाकू निकाल कर उसने स्वयं को घायल कर लिया तथा मुझे मारने पीटने लगा और बोला कि पहले मेैं तुझे मार दूंगा यह कह कर वह मेरा गला घोंटने लगा ! तथा बोला कि उसके बाद मैं सुसाइड नोट छोड़ कर आत्म हत्या कर लूंगा ! इसके बाद खुद के गले में फन्दा डालने लगा जिससे प्रार्थिनी काफी भयभीत व आतंकित हो गयी !

15-                   प्रार्थिनी ने सारे घटनाक्रम से अपने घर वालों को अवगत कराया और घर वालों ने इस घटना पर आपत्ति प्रकट करते हुये प्रवीण व उसके घर वालों से ऐसी सूरत में विवाह रोकने की बात कही ! जिस पर दिनांक 7 जुलाई 2008 को ज्योति कर्दम के घर पर अनेक लोगों की उपस्थिति में प्रवीण नायडू ने सारी घटना पर माफी मांगी और कहा कि वह भावावेश में गलती से बहक कर ऐसा कर बैठा तथा आइन्दा जीवन भर ऐसी गलती वह दोबारा नहीं करेगा तथा मुझे सदा ससम्मान पत्नी के रूप में रखेगा ! उसके द्वारा माफी मांगे जाने एवं भविष्य में ऐसी हरकत पुन: न दोहराने के आश्वासन के बाद मेरे माता पिता ने शादी करने का निर्णय लिया !        

16-                   दिनांक 11 जुलाई 2008 को उपरोक्तानुसार मेरा विवाह प्रवीण नायडू के साथ सम्पन्न हुआ जिसके फोटोग्राफ एवं वीडियो मेरे पास सुरक्षित है ! मेरे विवाह में मेरे पिता ने अपनी सामर्थ्य व क्षमता तथा प्रवीण नायडू व उसकी माता व पिता की संतुष्टि की खातिर काफी नकद राशि, सामान आदि दिया व भोज एवं व्यवस्था आदि के लिये काफी धन राशि व्यय किया ! दिये गये सामान, नगद राशि एवं किये गये व्ययों की सूची इस आवेदन के साथ संलग्न है !

17-                   दिनांक 11 जुलाई 2008 को मेरा विवाह प्रवीण नायडू के साथ होने के उपरान्त मैं प्रवीण नायडू के घर आ गयी ! शादी के बाद मुझे पता चला कि प्रवीण नायडू दूसरे तीसरे दिन शराब पीकर घर में आता था तथा मुर्गा माँस आदि खाता था यह जानकारी शादी से पहले प्रवीण ने मुझसे छुपाई थी ! शराब पी कर आने के बाद वह मुझसे जबरदस्ती करता तथा मेरी मार पीट कर मुझसे पशुवत व्यवहार करता ! मुझसे छोटी छोटी बातों पर झगड़ा करता और मुझे मारता पीटता ! मुझसे कहता कि तू मेरी अब पत्नी है तुझे मेरा हर हुक्म मानना पड़ेगा मैं जो भी चाहूंगा वह तुझे करना पड़ेगा मैं जो भी चाहूंगा वह करूंगा ! इस प्रकार वह मुझे पीटता और ताने देकर मानसिक यातनायें देता !

18-                   दिनांक 23 अगस्त 2008 को प्रवीण नायडू ने मेरे साथ बहुत अधिक मारपीट की, मेरा गला घोंटा तथा मुझसे कहा कि तेरे बाप ने विवाह में मोटरसाइकिल और टी.वी. नहीं दिया है जा जाकर अपने बाप से कह और टी.वी. तथा मोटरसाइकिल लेकर आ ! जिससे दुखी होकर प्रार्थिया सारी रात रोती रही !

19-                   दिनांक 2 अक्टूबर 2008 को मैं अपने माता पिता के पास गणेशपुरा में आ गयी ! दिनांक 9 अक्टूबर 2008 को जब मैं अपने मायके में थी तब प्रवीण ने फोन किया और कहा कि अपने घर गोपालपुरा में चोरी हो गयी है और चोर गैस का सिलेण्डर चुरा ले गये हैं साथ ही पड़ौसी के घर में भी चोरी हो गयी है ! प्रवीण ने मुझसे कहा कि उमा तुम तुरन्त यहाँ आ जाओ ! इसके बाद जब मैं गोपालपुरा स्थित अपने साझा निवास पर पहुँची तो देखा वहां कोई चोरी नहीं हुयी थी तथा प्रवीण ने मुझसे झूठ बोला था ! उसने मुझसे कहा कि उसने वैसे ही झूठ बोला था जिससे मैं वहाँ पहुँच जाऊं ! 9 अकटूबर 2008 को ही शाम तथा रात को प्रवीण नायडू ने मेरे साथ मारपीट की मुझसे मोटरसाइकिल व टी.वी. लाने का उलाहना देने लगा ! और मुझे घायल करने के बाद खुद के सिर में ताला चाबी मार कर खुद को लोहूलुहान कर लिया तथा मुझे आत्महत्या की धमकी देने लगा ! जिससे प्रार्थिनी अत्यन्त दुखी एवं भयभीत हो गयी ! तथा सारी रात रोती रही !

20-                  दिनांक 10 अक्टूबर को प्रवीण नायडू ने मेरे साथ भारी मार पीट की और मुझे लातें तथा घूंसे मारें व धक्का मार कर पटक दिया ! मुझसे कहा कि मोटर साइकिल और टी.वी क्यों नहीं अपने बाप से लेकर आयी ! इसके बाद जमीन पर फर्श पर खचेर खचेर कर घसीट घसीट कर पटक पटक कर मारा ! उसने मेरा गला दबा कर घोंट दिया जिससे मेरी सांस फूल गयी और दम घुट गया ! फिर मुझे लातें मार मार कर मरणासन्न कर दिया ! और मुझे मरा समझ कर भाग गया तथा पास में रहने वाले मनोज कुलश्रेष्ठ के घर में घुस गया ! जिसके पीछे भागते हुये मैं भी पहुँच गयी वहाँ प्रवीण नायडू ने मुझे फिर से मारा पीटा !

21-                   मैंने मनोज कुलश्रेष्ठ के यहाँ से अपने घर माता पिता के पास फोन लगाया तब मेरे माता पिता ने नरेन्द्र व कल्ली को मुझे लेने पहुूंचाया जिनके साथ में बदहवास अवस्था में ही अपने घर रात 9 बजे पहुँची !

22-                  दिनांक 10 अक्टूबर को ही रात 10 बजे प्रवीण नायडू मेरे घर गणेशपुरा पहुंच गया और वहाँ ढाई घण्टे तक जमकर झगड़ा किया, और मुझे तथा मेरे माता पिता को ऊंची ऊंची आवाज में गाली गलौज करता रहा ! इसके बाद उसने चश्मे तथा ईंटों से अपना सिर फोड़ लिया एवं आत्महत्या की धमकी देने लगा ! तब मैंने मनोज कुलश्रेष्ठ को फोन लगा कर सारी बात बताई तब सत्येन्द्र सिकरवार विद्यार्थी और मनोज कुलश्रेष्ठ मोटरसाइकिल लेकर आये और प्रवीण नायडू को बिठा कर ले गये ! इससे मैं व मेरे माता पिता तथा सारा परिवार भयभीत व आतंकित हो गये !

23-                  दिनांक 12 अक्टूबर 2008 को रात 10 बजे फिर प्रवीण नायडू मेरे घर पहुँचा और जबरदस्ती मेरे पिता को धक्का मार कर घर मे घुस गया ! तथा ऊंची ऊंची आवाज में अश्लील गाली गलौज करते हुये मेरे साथ मार पीट करने लगा तथा जबरदस्ती खींच खचेर कर उसने मेरी पिटाई लगायी और मुझसे कहा कि जायेगी कैसी नहीं तुझे यहीं जान से मार दूंगा ! तब नरेन्द्र और कल्ली उसे पकड़ कर सड़क पर छोड़ कर आये !

24-                  श्रीमान जी तब से निरन्तर प्रवीण नायडू मेरे घर के आसपास चक्कर लगाता है और गाली गलौज करके धमकी दे कर जाता है उसका कहना है कि वह मुझे जबरदस्ती जबरन बलपूर्वक खचेरता हुआ लेकर जायेगा तथा यदि मैं नहीं गयी तो वह मेरी हत्या कर देगा तथा फिर खुद आत्महत्या करके सुसाइड नोट में मेरे परिवार व मेरे माता पिता को फंसा देगा ! जिससे प्रार्थिनी व उसके माता पिता एवं सारा परिवार भयभीत एवं आतंकित हैं !

 

अत: उपरोक्तानुसार आवेदन प्रस्तुत कर आदरणीय श्रीमान से निवेदन है कि प्रार्थिनी व उसके परिवार की प्रवीण नायडू के अत्याचारों से रक्षा करने की व्यवस्था करें तथा आरोपी के विरूध्द आवश्यक आपराधिक अभियोजनात्मक कार्यवाही कर दण्डित कराने की कृपा करें प्रार्थिनी को प्रवीण नायडू द्वारा हत्या करने की आशंका है तथा प्रार्थिनी के माता पिता व परिवार को प्रवीण नायडू द्वारा झूठे प्रकरणों में फंसाने का अंदेशा है ! अत: साथ ही प्रवीण नायडू के खिलाफ प्रतिबन्धात्मक आदेश एवं प्रार्थिनी का सारा सामान एवं वस्तुयें प्रवीण नायडू के कब्जे से वापस दिलाने, घरेलू हिंसा रूकवाने सम्बन्धी आदेश दिलाने की कृपा करें ! प्रार्थिनी को भरण पोषण्ा हेतु समुचित खर्च भी अनावेदक प्रवीण नायडू एवं उसके माता पिता से दिलाये जाने की कृपा की जाये !

प्रार्थिनी आपकी आजीवन आभारी रहेगी !

धन्यवाद !                           

प्रार्थिनी

उमा सारस्वत (नायडू)

पत्नी प्रवीण नायडू

पुत्री श्री सरदार सिंह सारस्वत

फोन नंबर 07532-223337

वर्तमान पता-

भगोले वाली गली, कब्रिस्तान रोड, गणेशपुरा मुरैना म.प्र.

 

साझा गृहस्थी का पता -

द्वारा भागीरथ शर्मा पुत्र रामेश्वर शर्मा,

कटारे वाली गली, बाल निकेतन रोड, गोपालपुरा मुरैना म.प्र.

 

बुधवार, 22 अक्तूबर 2008

चुनाव प्रचार में न चलें सरकारी गाड़ियां

चुनाव प्रचार में न चलें सरकारी गाड़ियां

मुरैना 21 अक्टूबर 08/ भारत िनर्वाचन आयोग ने सरकारी गािड़यों (वाहनों) के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल को सख्ती से प्रितबंिधत कर िदया है। इस िसलिसले में िनगम, बोर्ड और आयोगों समेत अन्य स्वायत्त संस्थाओं के पदािधकािरयों को राज्य सकरार द्वारा मुहैया करायी गयी गािड़यों का चुनावी मकसद से इस्तेमाल नहीं करने की िहदायत दी गयी है । यह साफ कर िदया गया है िक यिद गािड़यां पकड़ी जाती हैं तो इन्हें राजसात कर िलया जायेगा।

भारत िनर्वाचन आयोग के ध्यान में यह बात लाई गई है िक ऐसे ि´Éिभन्न स्वायत्त संगठनों के पदािधकािरयों यथा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, आयुक्तों आिद को जुटाई गई सरकारी गािड़यों के चुनाव प्रचार में दुरुपयोग की संभावना है। ऐसा िकया जाना आदश्र्


ा आचरण संिहता और आयोग द्वारा जारी िनर्देश्ाों का उल्लंघन होगा। आयोग ने इस िसलिसले में सभी संबंिधत घटकों को गौर करने के बाद यह फैसला िकया है िक इन संगठनों के पदािधकािरयों को बाकायदा इस बारे में िहदायत दे दी जाए। इसमें स्पष्ट िकया गया है िक सरकारी गािड़यों का इस्तेमाल िसर्फ घर और दफ्तर के बीच चलने और मुख्यालयों के भीतर ही सरकारी बैठकों में उपस्थिित के िलए िकया जा सकेगा।

 

29 और 30 अक्टूबर को स्थानीय अवकाश

29 और 30 अक्टूबर को स्थानीय अवकाश

मुरैना 21 अक्टूबर 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने मुरैना जिले के लिए दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा और तीसरे दिन भाई दूज पर 29 और 30 अक्टूबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया है । यह स्थानीय अवकाश कोषालय और उप कोषालय को छोड़कर मुरैना जिला स्थित सभी शासकीय कार्यालयों पर लागू होगा ।

 

एन.आई.सी. के नये भवन का लोकार्पण

एन.आई.सी. के नये भवन का लोकार्पण

मुरैना 21 अक्टूबर 08/ कलेक्ट्रेट में स्थित एन.आईसी. के नये भवन का आज कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता द्वारा फीता काटकर लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर मुरैना एन.आई.सी. अधिकारी श्री दिलीप सिथोले, अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री संदीप मांकिन अन्य अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित थे ।

 

अब जन्म के समय भी लगेगा हैपीटाइटस '' बी '' का टीका

अब जन्म के समय भी लगेगा हैपीटाइटस '' बी '' का टीका

मुरैना 21 अक्टूबर 08/ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बच्चो में हैपीटाइटस बी के टीकाकरण की व्यवस्था में परिवर्तन किया है । अब संस्थागत प्रसव के दौरान ही जन्म के समय भी नवजात शिशु को हैपीटाइटस बी का टीका लगाया जायेगा ।

       जिला टीकाकरण अधिकारी डा. जी.एस. तोमर के अनुसार अभी तक बच्चों को जन्म के 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह में हेपीटाइटस बी का टीका लगाया जा रहा है । ये तीन टीका पूर्ववत लगाये जाते रहेंगे तथा निर्देशानुसार जन्म के समय एक अतिरिक्त टीका भी लगाया जायेगा।

 

अवकाश पर रोक

अवकाश पर रोक

मुरैना 21 अक्टूबर 08/ विधान सभा निर्वाचन 2008 को स्वतंत्र ,निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने हेतु कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता द्वारा जिले के समस्त विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगादी गई है । ये निर्देश आज कलेक्टर ने टी.एल. की बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिये । उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नही की जावेगी।  उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी शासकीय अमले  को निर्वाचन कार्य सम्बन्धी दायित्व सौपें गये है। जिनका समय सीमा में निर्वहन सुनिश्चित किया जावे। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी मेडीकल सर्टिफिकेट जारी न करने के निर्देश दिए। मेडीकल अवकाश केवल बोर्ड की सिफारिश पर ही दिया जाना संभव होगा।

 

विधान सभा निर्वाचन 2008 स्टेंडिग कमेठी की बैठक आज

विधान सभा निर्वाचन 2008 स्टेंडिग कमेठी की बैठक आज 

मुरैना 21 अक्टूबर 088/ विधान सभा निर्वाचन 2008 को स्वतंत्र ,निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने हेतु कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता की अध्यक्षता में स्टेडिंग कमेठी का गठन कर लिया गया है । समिति की बैठक 22 अक्टूबर को अपरान्ह 4.30 बजे कलेक्टर कक्ष में आयोजित की गई है ।

       इस बैठक में पुलिस अधीक्षक, अपर कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), डिप्टी कलेक्टर (वित्त), उप जिला निर्वाचन अधिकारी मुरैना, सभी राजनैतिक पार्टियों के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।

 

ई.बी.एम. रैण्डम माइजेशन

ई.बी.एम. रैण्डम माइजेशन

मुरैना 21 अक्टूबर 08 / विधान सभा निर्वाचन 2008 को स्वतंत्र ,निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने हेतु कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता द्वारा आज ई.बी.एम. रैण्डम माइजेशन का कार्य राजनैतिक पार्टी के पदाधिकारियों के समक्ष किया गया । इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री संदीप मांकिन, एन.आई.सी.मुरैना के अधिकारी श्री दिलीप सिथोले, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नागेन्द्र तिवारी और श्री उदयबीर सिंह सिकरवार, कांग्रेस के श्री सत्यपाल सिंह कुशवाह तथा बहुजन समाज पार्टी के श्री दिनेश टैगोर उपस्थित थे ।

       कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहाकि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ई.बी.एम. मशीनों का  विधान सभा वार नम्बर आवंटन का कार्य मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष किया गया । सभी विधान सभावार 1228 मतदान केन्द्रों के मान से कम्प्यूटर में लोड किया गया है । इसके अतिरिक्त 10 प्रतिशत ई.बी.एम. मशीनें अतिरिक्त रखी जायेगी । उन्होने कहा कि एक ई.बी.एम. मशीन में 16 उम्मीदवारों की लिस्ट ही रहेगी । इससे अधिक उम्मीदवार होने पर दो ई.बी.एम. मशीनों का उपयोग किया जायेगा । उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य हेतु सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जायेगा । जिसमें राजनैतिक दल के पदाधिकारी पोलिग एजेन्टों को भी प्रशिक्षण प्राप्त करने प्रशिक्षण केन्द्र पर भेज सकते है ,जिसकी सूचना पूर्व में देनी होगी ।

 

मंगलवार, 21 अक्तूबर 2008

भिण्‍ड विधानसभा निर्वाचन 2008 अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वाहन ईमानदारी से करें-कलेक्टर

भिण्‍ड विधानसभा निर्वाचन 2008 अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वाहन ईमानदारी से करें-कलेक्टर

निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरदास्त नही की जावेगी

भिण्ड 17 अक्टूबर 2008

       कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सुहेल अली ने कहा कि जिसकी शासकीय कर्मी निर्वाचन कार्यालय में प्रदत्त दायित्वों का निर्वाहन ईमानदारी औरर् कत्तव्यनिष्ठा से करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरदास्त नही की जावेगी। इसके साथ ही जिले के सभी अधिकारी कर्मचारियों के अवकाश निरस्त करने के आदेश दिए है। उन्होंने यह निर्देश आज निर्वाचन तैयारियों की बैठक में दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अभय सिंह, एडीएम श्री आरपी भारती, एडीशनल एसपी विजय खत्री सहित सभी एसडीएम व जिलाधिकारी उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री अली ने कहा कि भारत निर्वाचन के निर्देशानुसार सभी शासकीय अमले  को दायित्व सौपें गये है। जिनका समय सीमा में निर्वाहन सुनिश्चित किया जावे। उन्होंने मुख्यालय से वाहर रहने वाले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी मेडीकल सर्टिफिकेट जारी न करने के निर्देश दिए। मेडीकल अवकाश केवल बोर्ड की सिफारिश पर ही दिया जाना संभव होगा।

 

बेनर पोस्टर हटाने के निर्देश

 

       कलेक्टर ने सभी एसडीएम को अपने अपने अनुभाग में शासकीय योजनाओं राजनैतिक दलों के होर्डिग बेनर, पोस्टर, दीवार लेखन हटाने का कार्य 18 अक्टूबर 08 तक पूर्ण कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिला स्तर पर एसई एमपीईवी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, मुख्य नगर पालिका अधिकारी भिण्ड की संयुक्त टीम गठित की गई है।

 

अधिकारियों को दायित्व सौंपे

 

        अपर कलेक्टर श्री आरपी भारती कानून व्यवस्था संबंधी समन्वय, मजिस्ट्रेट/ पुलिस अधिकारियों की बैठक, प्रेस वार्ता एवं मीडिया सेंटर की व्यवस्था, निर्वाचन संबंधी, प्रबंधकीय व्यवस्था, निर्वाचन के संबंध में दैनिक प्रतिवेदन पुलिस अधीक्षक से प्राप्त कर आयोग/मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भेजना, मतदान के दिन मतदान प्रारंभ होने की सूचना आयोग को भेजना, मतदान के दिन मतदान की 2-2 घण्टे की रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप में भेजना, मतदान के दिन अपरान्ह 1 बजे, सांय 7 बजे एवं मतदान के दूसरे दिन प्रात:7 बजे निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट तैयार कर मु.नि.पदा. म.प्र. भोपाल को भिजवाना, आरओ रिपोर्ट, चैक मेमों, इण्डेक्स कार्ड आदि तैयार कराना तथा संबंधित रिटर्निग आफीसर के माध्यम से आयोग/ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भिजवाना, स्ट्रांग रूम का प्रमाण पत्र जारी करना तथा निर्वाचन की समस्त तैयारियां सुनिश्चित करना, मतदान केन्द्रो की स्थापना से संबंधित कार्य, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं समस्त अन्य अधिकारियों से समन्वय करना, निर्वाचन अभ्यर्थियों एवं निर्वाचन अभिकर्ताओं के हस्ताक्षर नमूने आरओ से प्राप्त करना एवं भण्डार शाखा को उपलब्ध कराना, नाम निर्देशन से संबंधित समस्त कार्यवाही की व्यवस्था, जिला अधिकारियों की बैठक, राजनैति दलो की बैठक आयोजित करना, निर्वाचन अभिकर्ताओं के नियुक्ति पत्र जारी करना, स्टेडिंग कमेटी का गठन एवं बैठक आयोजित कराना, चुनाव प्रेक्षकों हेतु जानकारी का फोल्डर, मानचित्र मतदान केन्द्र की सूची एवं रूट चार्ट उपलब्ध कराना, चुनाव प्रेक्षकों को ग्वालियर से रिसीव कर भिण्ड लाने की व्यवस्था, पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा उपलब्ध कराना, सर्किट हाउस में फैक्स, कम्प्यूटर ई-मेल, टीवी एवं एसटीडी फोन आदि की व्यवस्था करना, प्रेक्षकों हेतु गाईट/स्टेनों/ टायपिस्ट की व्यवस्था करना।

       डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी आर्म्स शाखा एके चांदिल शस्त्र जमा कराये जाने हेतुं कार्यवाही, धारा 144 के अंतर्गत समस्त कार्यवाहिया,कोलाहल अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 127-क संबंधित मुद्रकों एवं प्रकाशकों से संबंधित कार्य एवं निगरानी तथा उक्त कार्यवाही का दैनिक प्रतिवेदन मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल की ओर भेजना।

       जिला शिक्षा अधिकारी आरएस भिलवार एवं जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र भिण्ड पीएस चौहान प्रशिक्षण के लिये समय चक्र तैयार करना, मतदान दलों/ जोनल अधिकारियों/ सेंटर मजिस्ट्रेटों की प्रशिक्षण व्यवस्था, प्रशिक्षण से संबंधित नोट एवं प्रशिक्षण हेतु सामग्री तैयार करना एवं संबंधितों को वितरित करना, प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कराना, मतगणना दलों तथा सारणीगण दलों आदि की प्रशिक्षण व्यवस्था करना, तगणना दलों तथा सारणीगण दलों आदि की प्रशिक्षण व्यवस्था करना, मास्टर ट्रेनर्स तैयार करना, पुलिस अधिकारियों को ईव्हीएम का प्रशिक्षण आयोजित कराना। 

       डिप्टी कलेक्टर श्री अमरीश श्रीवास्तव मतदान एवं मतगणना के उपरांत समस्त कागजों एवं ईव्हीएम मशीनों की निर्वाचन आयोग की गोपनीय सील द्वारा सीलिंग कर संबंधित सहायक रिटर्निग आफीसर के माध्यम से डबल लॉक में रखवाकर कोषालय अधिकारी को सौपना, ईव्हीएम परिनियत/ अपरिनियत लिफाफों इत्यादि को तत्काल रूप से सीलिंग करवाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निग आफीसर की होगी, सम्पत्ति विरूपण अधिनियम के प्रावधानों के पालन एवं शिकायतों पर कार्यवाही, चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित कराने की व्यवस्था।

       डिप्टी कलेक्टर एके चांदिल एवं श्री विजय सिंह भदौरिया प्राचार्य डाइट को मतदान दलों का गठन, केन्द्र शासन एवं राज्य शासन के कर्मचारियों की सूची प्राप्त करना, मतदान दलों की नियुक्ति पत्र जारी करना, जोनल अधिकारियों की नियुक्ति, सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति, निर्वाचन के विभिन्न कार्यो हेतु विभिन्न प्रभारियों अधिकारियों द्वारा मांग अनुसार कर्मी उपलब्ध कराना, विशेष पुलिस अधिकारी की नियुक्ति के लिये पुलिस अधीक्षक एवं वन विभाग से समन्वय बनाना, मतगणना दलों का गठन, मतगणना दलों, एआरओ आदि की नियुक्ति पत्र जारी करना, होमगार्ड कॉल आउट, आबकारी एवं पुलिस विभाग के निर्वाचन अभ्यर्थियों की जानकारी प्राप्त करना एवं शासन को भेजना, निर्वाचन तथा मतगणना के दौरान पुलिस तथाप अन्य बलों की व्यवस्था।

       डिप्टी कलेक्टर श्री एचआर पंजाबी को निर्वाचन सामग्री की व्यवस्था, मतदान सामग्री निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त करना तथा मतदान केन्द्र वार जमाना, मतदान सामग्री का वितरण, विधानसभा क्षेत्र गोहद एवं लहार के लिये मतदान दलों एवं जोनल आफीसर्स हेतु संपूर्ण चुनाव सामग्री विधानसभा क्षेत्र के मान से आकलन कर संबंधित सहायक रिटर्निग आफीसर/तहसीलदारों को प्रदाय करना, विधानसभा क्षेत्र भिण्ड, अटेर एवं मेहगांव के मतदान दलों का मतदान सामग्री का वितरण के लिये काउण्टर स्थापित करना एवं संबंधित कर्मियों की नियुक्ति तथा काउण्टरों पर प्रदर्शक कार्ड लगाना, सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतदान सामग्री परिनियम/ अपरिनियत लिफाफे तथा अन्य सामग्री की प्राप्ति के लिये काउण्टर स्थापित करना तथा संबंधित कर्मियों की नियुक्ति।

       एसडीएम भिण्ड श्री डीआर कुर्रे रूट चार्ट एवं नक्शा तैयार करना एवं संबंधितों को भिजवाना, मतदान दलों को मतदान केन्द्र तक पहुंचाने तक वाहनों का आकलन करना, वाहन किराये से लेने पर देयक तैयार करना, अभ्यर्थियों के चुनाव प्रचार के लिये वाहन की अनुमति देना, निर्वाचन कार्य में संलग्न वाहनों की नंबरिंग तथा एक दिन पूर्व उन पर रूट चार्ट चिपकाना, मतदान दलों की परिवहन व्यवस्था, जोनल अधिकारियों के लिये परिवहन व्यवस्था, पर्याप्त मात्रा में रिर्जव में वाहनों की व्यवस्था, पुलिस बल मूवमेंट के लिये परिवहन व्यवस्था, सेक्टर मजिस्ट्रेटों तथा निर्वाचन के अन्य अधिकारियों हेतु परिवहन व्यवस्था, पीओएल का हिसाब रखना, वाहन पंजी लॉग बुक सहित रखना, जोनल अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट, चुनाव तत्काल के स्टीकर तैयार करवाकर वाहनों पर लगवाना, निर्वाचन के समस्त अन्य कार्यो हेतु वाहन उपलब्ध कराना, सर्किट हाउस के सभी कक्षों को आरक्षित कराना तथा उनको सुसज्जित कराना, चुनाव प्रेक्षकों की आवास एवं भोजन व्यवस्था।

       कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी भिण्ड श्री बरेलिया को निर्वाचन के दौरान डीजल, पेट्रोल की पूर्ति से संबंधित व्यवस्था, मतगणना दल हेतु मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा निर्धारित दर पर भोजन एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था एवं वितरण कराना, मतदान कर्मियों के ठहरने के स्थान पर उचित मूल्य पर भोजन व स्वल्पाहार आदि कराने की व्यवस्था।

       डीआईओ श्री अजय त्रिपाठी को निर्वाचन से संबंधित कम्प्यूटरीकरण के समस्त कार्य।

       वरिष्ठ लेखा अधिकारी श्री नीरज विजयवर्गीय को जोनल अधिकारियों एवं मतदान दलों को मानदेय तैयार कर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के माध्यम से वितरण करना, मतगणना दलों का मानदेय वितरण करना।

       जिला कोषालय अधिकारी भिण्ड श्री वायएस भदौरिया को ईव्हीएम की जांच कराना, ईव्हीएम को निर्वाचन हेतु तैयार कर सील करना, ईव्हीएम वितरण संबंधी समस्त कार्य, ईव्हीएम को सुरक्षित रखना, मतपत्र  मुद्रण कराना, स्ट्रांगरूम तैयार कराना, ईव्हीएम रखने हेतु रेंक तैयार कराना तथा मतदान केन्द्र क्रमांक अंकित कराना, ईव्हीएम हेतु स्ट्रिप सील, पेपर सील इत्यादि का वितरण, पीठासीन अधिकारियों की डायरी का वितरण, मतदान उपरांत ईव्हीएम मतपत्र लेखा, पीठासीन की डायरी इत्यादि प्राप्त करने हेतु काउण्टर तैयारी तथा इनके परीक्षण एवं जांच की व्यवस्था हेतु कर्मचारियों की व्यवस्था मतपत्र लेखा सुरक्षित रखना तथा मतगणना के समय वितरण कराना, ईव्हीएम मतगणना परिवहन पर्ची छपवाना, ईव्हीएम तथा अन्य सामग्री वितरण एवं वापसी हेतु विधानसभावार काउण्टरों की व्यवस्था तथा उन पर कर्मचारियों की नियुक्ति, स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबिल तक ईव्हीएम पहुंचाने की व्यवस्था संबंधित विधानसभा क्षेत्र के तहसीलदारों के माध्यम से, मतगणना उपरांत ईव्हीएम को स्ट्रांग रूम में रखना संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के माध्यम से, मतदान के पूर्व एवं पश्चात ईव्हीएम नियत स्थान पर रखने की व्यवस्था करना, स्ट्रांग रूम हेतु ईव्हीएम के परिवहन हेतु लॉग बुक का संधारण।

       जिला योजना अधिकारी भिण्ड को पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतपत्र लेखा, एवं पीएस05 प्राप्त करना एवं उसकी जांच करना, उक्त कार्य हेतु विधानसभा क्षेत्रवार 5-5 कर्मचारियों के 2-2 काउण्टरों हेतु नियुक्ति करना, विधानसभा क्षेत्रवार पुरूष/ महिला द्वारा डाले गये मतों की जानकारी को संकलित करना एवं प्रतिशत निकालना, मतगणना के समय गणना पत्रक आदि तैयार करने के लिये प्रभारी अधिकारी मतगणना के माध्यम से स्टाफ की व्यवस्था, आयोग द्वारा निर्धारित प्रपत्रों पर मतदान एवं मतगणना की रिपोर्ट तैयार करना, नोट- विधानसभा क्षेत्रवार कम्प्यूटर की व्यवस्था प्राप्ति केन्द्र पर की जावेगी। संबंधित एआरओ अपने डाटा एन्ट्री ऑपरेटर से फार्मेट इत्यादि की तैयारी पूर्व से रखेगें।     जिला सूचना एवं प्रकाशन अधिकारी भिण्ड श्री वशिष्ठ को प्रभारी मीडिया सेंटर, संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में प्रचार प्रसार की व्यवस्था करना, महत्वपूर्ण जानकारी को जनसाधारण तक पहुंचाने हेतु नि:शुल्क प्रेसनोट जारी करनने संबंधी कार्य, प्रेस वार्ता में अपर जिला दण्डाधिकारी को सहयोग करना, नामांकन फार्म से संबंधित घोषणाओं को नियमानुसार मीडिया कर्मियों को उपलब्ध कराना।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भिण्ड को जोनल अधिकारियों के साथ चिकित्सकों एवं दवाईयों के साथ चिकित्सकों एवं दवाईयों की व्यवस्था, मतगणना स्थल पर चिकित्सकों एवं दवाईयों की व्यवस्था एम्बूलेंस सहित, निर्वाचन कार्यालय में मेडीसन किट के साथ चिकित्सक/ कम्पाउण्डर की व्यवस्था।

       डिप्टी कलेक्टर प्रो श्री रिकेश वैश्य को निर्वाचन कार्यालय, कलेक्ट्रेट में सतत विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था करना, मतगणना के दौरान मतगणना स्थल पर सतत विद्युत की आपूर्ति व्यवस्था करना, मतदान सामग्री वापसी के लिये संपूर्ण वेरिकेटिंग व्यवस्था, समस्त स्ट्रांग रूम तैयार कराना, मतगणना स्थल पर बेरिकेटिंग की व्यवस्था करना, निर्वाचन कार्यालय एवं आसपास में प्रकाश एवं माईक की व्यवस्था, सामग्री वापसी के समय प्रकाश एवं माईक की व्यवस्था, मतगणना स्थल पर प्रकाश एवं माईक की व्यवस्था, मतगणना कक्षों में सुरक्षा हेतु जालियां लगवाना, चिन्हित मतदाता सूची तैयार करना। तथा शिकायतों पर कार्यवाही, शिकायतों के संबंध में दैनिक प्रतिवेदन निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी म.प्र.भोपाल एवं आयुक्त चंबल संभाग मुरैना को भेजना, आयोग से प्राप्त होने वाली समय सीमा के समस्त पत्रों की पंजी संधारित करना तथा उनका समय सीमा में निराकरण सुनिश्चित करवाना।

संभागीय लेखा अधिकारी जल संसाधन भिण्ड श्री विक्रम सिंह चौहान को अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत निर्वाचन व्यय लेखों को निर्धारित प्रारूप में संकलित करना, व्यय लेखों से संबंधित अंतिम प्रतिवेदन तैयार करना,निर्वाचन व्यय से संबंधित शिकायतों की जांच करना,  तहसीलदार/ थाना प्रभारियों से प्रत्याशियों के निर्वाचन के व्यय के संबंध में दैनिक प्रतिवेदन प्राप्त करना तथा जिले का इकजाई प्रतिवेदन मुख्य चुनाव अधिकारी को भेजना।

महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भिण्ड श्री एसएन शर्मा एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भिण्ड श्री डीके सिद्वार्थ को हॉट लाईन एवं कंट्रोल रूम प्रभारी, कंट्रोल रूम में 24 घण्टे कर्मचारियों/ कम्प्यूटर ऑपरेटरों की डयूटी लगाना, मतदान दलों के रवाना होने एवं गन्तव्य स्थान पर पहुंचने की ओके रिपोर्ट प्राप्त कर आयोग को भेजने की व्यवस्था करना, आयोग एवं अन्य से प्राप्त होने वाले निर्देशों/ जानकारी को पालन हेतु संबंधित को प्रेषित करना, समस्त सहायक रिटर्निग आफीसरों/ तहसीलदारों से जानकारी प्राप्त करना, नियंत्रण कक्ष में कम्प्यूटर, फैक्स, टेलीफोन की व्यवस्था, आयोग को प्रतिवेदन भेजे जाने वाली जानकारी का प्रेषण सुनिश्चित करना, नाम निर्देशन पत्रों से संबंधित जानकारी रिटर्निग आफीसर से प्राप्त कर उन्हें आयोग को भेजने की व्यवस्था, अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन पत्र, उनके शपथ पत्र आदि की स्केनिंग, नामांकन से संबंधित निर्धारित प्रपत्रों की जानकारी की तैयारी करना एवं फैक्स के माध्यम से आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश को भेजना, आयोग को भेजे जाने वाली समस्त जानकारी जिनका फैक्स/ स्केन कर भेजा जाना है को भेजा जाना सुनिश्चित करना।

 

उप संचालक कृषि भिण्ड को डाक मतपत्र आकलन कर मुद्रित कराना, डाक मतपत्र जारी करना, प्राप्त करना, सुरक्षित रखना एवं मतगणना के समय प्रस्तुत करना, ईडीसी से संबंधित समस्त कार्यवाही करना, निर्वाचन कर्तव्य प्रमाण पत्र ईडीसी जारी करना, प्रोक्सी वोट से संबंधित समस्त कार्यवाही, मतगणना एजेन्ट नियुक्त करना तथा उनके लिये फोटो युक्त पास जारी करना, मतगणना से संबंधित अधिकारी/ कर्मचारियों के पास जारी करना।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिण्ड को संवेदन शील मतदान केन्द्रों पर पुलिस व्यवस्था, मतदान दलों, जोनल अधिकारियों एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों को पुलिस बल उपलब्ध कराना, अधिकृत वाहनों के लिये पार्किग की व्यवस्था तथा पार्किग स्थल पर पुलिस नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था, मतगणना स्थल पर पुलिस बल की व्यवस्था करना।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भिण्ड को मतगणना कक्षों में बैठक व्यवस्थाप तथा आवश्यक टेबिल कुर्सियों की व्यवस्था, प्रत्येक मतगणना कक्ष में टेबूलेशन हेतु लेखापालों की व्यवस्था तथा उनका प्रशिक्षण, मतगणना मशीनों को रेंडमाजेशन चार्ट तैयार करवाना, मतगणना कक्ष के बाहर तथा मतगणना टेबिलों पर नम्बर अंकित कराना, मतगणना हेतु सामग्री प्राप्त करना तथा उसे मतगणना टेबिलों में लगाना, मतगणना परिणाम के कम्प्यूटराईजेशन हेतु विधानसभा वार कम्प्यूटर से की व्यवस्था, निर्वाचन परिणाम तैयार करवाना तथा निर्देशानुसार आयोग के प्रेषण, निर्वाचन की विवरणी, परिणाम की घोषणा आदि प्रपत्र तैयार करना, मतगणना के टेबूलेशन एवं परिणाम पत्रकों की तैयारी।

मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री सुरेश जैन को सामग्री वितरण/ वापसी स्थल, वाहन पार्किग स्थल, मतदान कर्मियों के ठहरने के लिये आरक्षित स्थलों पर प्रकाश सफाई, पेयजल की व्यवस्था, शहर के मतदान केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार फर्नीचर, प्रकाश, पेयजल एवं सफाई व्यवस्था, मतगणना स्थल पर सफाई एवं पेयजल की व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। अनुभाग स्तर पर सभी कार्य एसडीएम तथा उसका अमला दायित्वों का निर्वाहन करेगा।