शनिवार, 5 दिसंबर 2009

जिला पंचायत अध्यक्ष के आरक्षण की कार्रवाई आठ दिसम्बर को

जिला पंचायत अध्यक्ष के आरक्षण की कार्रवाई आठ दिसम्बर को

मुरैना 4 दिसम्बर 09: मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 32 एवं मध्य प्रदेश पंचायत (उपसरपंच, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष) निर्वाचन नियम 1995 के नियम 3 के अन्तर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, अन्य पिछडा वर्ग तथा सभी वर्गों में महिलाओं के लिए आरक्षण लाट निकाल कर किया जाना है । आरक्षण से संबंधित संपूर्ण कार्यवाही 8 दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय संस्थान, भोपाल के आडिटोरियम में संपादित की जायेगी ।

 

बोगस कार्ड निरस्त किये जायेंगे

बोगस कार्ड निरस्त किये जायेंगे

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वी.पी.एल. और अन्त्योदय राशन कार्डों में से बोगस राशन कार्डों को निरस्त किया जायेगा ।

       कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल ने सर्व सम्बधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वी पी एल और अन्त्योदय राशन कार्डों में से बोगस राशन कार्डों को निरस्त कर वास्तविक कार्डधारियों की जानकारी 31 दिसम्बर तक संकलित कर जनवरी के प्रथम सप्ताह में जिला कार्यालय में उपलब्ध करायें ।

 

पंचायत निर्वाचन के लिए रिटर्निंग आफीसर नियुक्त

पंचायत निर्वाचन के लिए रिटर्निंग आफीसर नियुक्त

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) श्री एम.के. अग्रवाल ने म.प्र. पंचायत निर्वाचन नियम 1995 के तहत पंचायत निर्वाचन के लिए रिटर्निंग आफीसर (पंचायत) नियुक्त किये है ।

       विकास खण्ड पोरसा के लिए तहसीलदार श्री के.के. गौर, अम्बाह के लिए तहसीलदार श्री एस.एल.शाक्य, मुरैना के लिए तहसीलदार श्री एल.के. पाण्डे, जौरा के लिए तहसीलदार श्री आर.एस. बाकना, पहाडगढ़ के लिए नायब तहसीलदार श्री एच.वी. श्रीवास्तव, कैलारस के लिए तहसीलदार श्री प्रदीप कुमार शर्मा और सबलगढ़ के लिए तहसीलदार श्री एम.एस. कुर्रेशाह को रिटर्निंग आफीसर (पंचायत) नियुक्त किया गया है । नियुक्त अधिकारी पंचायत राज अधिनियम तथा पंचायत निर्वाचन नियम के द्वारा निर्धारित समस्त कृत्यों का सम्पादन करेंगे ।

             

सहायक रिटर्निंग आफीसर बदले

सहायक रिटर्निंग आफीसर बदले

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम.के. अग्रवाल ने नगर पालिका सबलगढ़ हेतु नायब तहसीलदार श्री मोहन कुमार मिश्रा का स्थानांतरण हो जाने से उनके स्थान पर नायब तहसीलदार श्री वृजकिशोर स्वर्णकार को सहायक रिटर्निंग आफीसर नियुक्त किया है ।

 

रिटर्निंग आफीसरों की बैठक 6 को

रिटर्निंग आफीसरों की बैठक 6 को

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम.के. अग्रवाल की अध्यक्षता में 6 दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में रिटर्निंग आफीसर और सहायक रिटर्निंग आफीसरों की बैठक आयोजिज की गई है । इस बैठक में जोनल आफीसर भी उपस्थित रहेंगे ।

 

निरंर्थक व्यय की वसूली सचिव के मानदेय से होगी

निरंर्थक व्यय की वसूली सचिव के मानदेय से होगी

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम म.प्र. के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गोदोंलीहार द्वारा वर्ष 2008-09 में कराये गये वृक्षारोपण कार्य में ट्री गार्ड का निर्माण गुणवत्ता विहीन पाया गया । कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा की गई जांच में यह कार्य निरंर्थक पाया गया । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा ने कार्य पर किये गये निरंर्थक व्यय की बसूली के लिए ग्राम पंचायत सचिव के मानदेय से प्रत्येक माह दो हजार रूपये का कटोत्रा करने के आदेश दिए है ।

                                 

 

ग्राम पंचायत अनघोरा में 10 लाख 94 हजार रूपये का निरर्थक व्यय

ग्राम पंचायत अनघोरा में 10 लाख 94 हजार रूपये का निरर्थक व्यय

सरपंच और सचिव से होगी वसूली

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम म.प्र. के अन्तर्गत घटिया स्तर के ट्री गार्ड निर्माण पर हुए 10 लाख 94 हजार 032 रूपये के निरर्थक व्यय की वसूली जनपद पंचायत सबलगढ़ की ग्राम पंचायत अनघोरा के सरपंच और सचिव से समान रूप से की जायेगी । इसके लिए कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सबलगढ़ को म.प्र. पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 के प्रावधानों के तहत सम्बन्धित सरपंच और सचिव से नियमानुसार वसूली करने के निर्देश दिये है ।

       ज्ञात हो कि राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम म.प्र. के अन्तर्गत वर्ष 2008-09 में ग्राम पंचायत अनघोरा द्वारा हरियाली महोत्सव के तहत वृक्षारोपण के पांच कार्य सम्पादित कराये गये । इन कार्यो में घटिया स्तर के 1425 ट्री गार्ड के निर्माण पर 10 लाख 94 हजार 032 रूपये का व्यय किया गया । सभी ट्री गार्ड टूट कर गिर गये । इस कारण इन पर किया गाया व्यय निरर्थक आंका गया । इन तथ्यों के आधार पर ग्राम पंचायत अनघोरा के सरपंच श्री गोधन सिंह रावत से 5 लाख 47 हजार 016 रूपये तथा सचिव श्री शिशुपाल सिंह से 5 लाख 47 हजार 016 रूपये की वसूली सुनिश्चित करने की म.प्र. पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जारही है।

 

रोजगार गारंटी योजना : 210 ग्राम पंचायतों द्वारा पौने तीन करोड़ रूपये की राशि का अवैधानिक व्यय

रोजगार गारंटी योजना : 210 ग्राम पंचायतों द्वारा पौने तीन करोड़ रूपये की राशि का अवैधानिक व्यय

सरपंच और सचिवों से बसूली के निर्देश

मुरैना 4 दिसम्बर 09/ राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम म.प्र. के अन्तर्गत प्रावधान के विपरीत 2 करोड़ 70 लाख 73 हजार रूपये की राशि का अवैधानिक रूप से व्यय करने वाली 210 ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव से राशि की बसूली की जायेगी । कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को सम्बन्धित ग्राम पंचायत के सचिवों से प्रतिमाह एक हजार रूपये के मान से बसूली करने के निर्देश दिए है । इसके साथ ही सम्बन्धित ग्राम पंचायतों के सरपंचों से बसूली से बचने के लिए 31 दिसम्बर तक रोजगार मूलक कार्य प्रारम्भ कर 4 करोड़ 16 लाख 07 हजार रूपये का व्यय मजदूरी पर किये जाने के निर्देश दिए है । निर्देशानुसार कार्य प्रारम्भ नहीं कराने की स्थिति में सम्बन्धित सरपंच के विरूध्द म.प्र. पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 के अन्तर्गत नियमानुसार राशि बसूल करने की कार्रवाई की जायेगी ।

       योजना के अन्तर्गत अम्बाह जनपद की सात ग्राम पंचायतों द्वारा 2 लाख 45 हजार रूपये, पोरसा की 24 ग्राम पंचायतों द्वारा 23 लाख 93 हजार रूपये, मुरैना की 41 ग्राम पंचायतों द्वारा 28 लाख 37 हजार रूपये, जौरा की 37 ग्राम पंचायतों द्वारा 18 लाख 89 हजार रूपये, कैलारस की 25 ग्राम पंचायातों द्वारा 46 लाख 65 हजार रूपये, पहाड़गढ़ की 27 ग्राम पंचायतों द्वारा 21 लाख 69 हजार रूपये और सबलगढ़ की 49 ग्राम पंचायतों द्वारा 1 करोड़ 28 लाख 75 हजार रूपये की राशि अवैधानिक रूप से प्रावधान के विपरीत व्यय करना पाया गया है ।

 

शुक्रवार, 4 दिसंबर 2009

चुनाव में गडबडी फैलाने वालों पर सख्त कार्यवाही हो-आयुक्त - दैनिक मध्‍यराज्‍य

चुनाव में गडबडी फैलाने वालों पर सख्त कार्यवाही हो-आयुक्त

चंबल संभागायुक्त, आईजी ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की

भिण्ड 3 दिसम्बर 2009

      चंबल संभागायुक्त एस.डी.अग्रवाल एवं आईजी संजय झा तथा डीआईजी आर.बी शर्मा ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष भिण्ड में जिले में हो रहे नगर पालिका आम निर्वाचन 09 की तैयारियों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए पुलिस एवं राजस्व प्रशासन को निर्देश दिए कि चुनाव में गडबडी फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाही करें। निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के लिए  संयुक्त जिम्मेदारी निभाए और जिले भर में प्रोएक्टिव होकर उपस्थिति दर्ज कराए। बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुहेल अली, पुलिस अधीक्षक चंचल शेखर, अपर कलेक्टर एवं कानून व्यवस्था के प्रभारी अधिकारी छोटे सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ए.के.चांदिल, जिले के समस्त विभागों के अनुविभागीय दण्डाधिकारी, रिटर्निग अधिकारी सहित मैदान स्तरीय पुलिस महकमे के एसडीओपी एवं थानेदार उपस्थित थे।

नोडयूज प्रमाण देने पर ही लोटाए लाएसेसी शस्त्र

      चंबल संभागायुक्त डी.एस.अग्रवाल ने नगर पालिका आम निर्वाचन की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जमा कराए गये लायसेंसी शस्त्र नोडयूज प्रमाण देने पर ही लौटाए जाए। उन्होंने कहा कि लायसेंसी शस्त्र धारकों पर सभी प्रकार की बकाया राशि चुकाने और संबंधित इकाईयों से नोडयूज प्रमाण पत्र मिलने पर ही शस्त्र वापस किए जाए। ÷

निर्वाचन प्रक्रिया पूरी होने तक तटस्थ एवं निष्पक्ष रहे

      कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में चंबल रेंज के आईजी संजय झा ने राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होने तक तटस्थ एवं निष्पक्ष होकर असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान के रूप में प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि किसी घटना के घटित होने पर पुलिस एवं राजस्व प्रशासन से जुडे सभी अधिकारी कर्मचारी तत्काल रिएक्ट करें और अपराधिक तत्वो के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करें। उन्होंने निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया कराने और कड़ी कानून व्यवस्था बनाए रखने कानून एवं शांतिव्यवस्था का उल्लघन नही होने देने और अपराधी को अपराध करने पर ही तत्काल पकडने की कार्यवाही विकसित करने पर जोर दिया। आपने बिना नम्बर प्लेट के वाहनों को अभियान के रूप में पकडने के निर्देश भी दिए। इसी तरह ऐसी घटना जिसमें दो गुट आपस में टकराते है या गुटो में आपसी रंजिश है या जिनके बीच आपसी रंजिश के साथ साथ जमीनों पर झगड़े चल रहे है की सूची बनाये और ऐसे तत्वों पर चुनाव होने तक विशेष निगाह रखे। 

सार्वजनिक स्थानों पर विशेष निगाह रखे

      आईजी संजय झा ने निर्देश दिए कि निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने के लिए पुलिस अधिकारी सार्वजनिक स्थानों पर विशेष निगाह रखें। कोर्ट परिसर, जेल प्रांगण, बस स्टेण्ड, ढावे एवं सार्वजनिक स्थल पर अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति खुले रूप से नही घूमे उन पर तत्काल प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें।

 

चुनाव में उपद्रव कराने वाले तत्वों पर निगाह रखें

      डीआईजी चंबल रेंज आर.बी शर्मा ने चुनाव में उपद्रव कराने वाले तत्वों पर निगाह रखने और ऐसे तत्वों की सूची तैयार कर प्रतिवंन्धात्मक कार्यवाही करने तथा मतदान दिवस पर मतकेन्द्र के 100 मीटर की परिधि में भीड़ एकत्रित न होने दे और मतदान केन्द्र से वार-वार चुनावी अभिकर्ताओं को बाहर नही जाने के निर्देश दिए। आपने निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया के लिए पीठासीन अधिकारी एवं मतदान दलों को निर्धारित मतदान केन्द्र में ही मतदान सामग्री सहित रात्रि विश्राम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी थाने वार एक्टिव अपराधी तत्वों के सूची तैयार करें और 100 फीसदी अपराधियों को जेल भेजने की कार्यवाही कराए। इसी तरह एनएसए व जिला बदर की कार्यवाही भी अभियान के रूप में कराई जाए। निष्पक्ष मतदान के लिए मतदान शुरू होने के दो दिवस पूर्व से ही वाहनों की आवाजाही पर निगाह रखने के लिए नाकाबंदी की जाए और प्रत्येक वाहनों की सतकर्ता की जांच करें। उन्होंने कहा कि मतदान दिवस पर मोबाईल पार्टी अधिकतम 10 मिनट में मतदान केन्द्रों में आ जा सके ऐसे रूट चार्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय के लिए बनाए गये मतदान केन्द्र हर दृष्टि से सुरक्षित हो मतदान केन्द्रों की कमियॉ पूर्व से ही दूर की जाए। आपने एसडीओ राजस्व एवं पुलिस तथा थानेदारों से अब तक की गई विभिन्न धाराओं के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जानकारी लेते हुये विभिन्न धाराओं में दर्ज किए गये वांड ओवर की कार्यवाही को बढाने पर जोर दिया।

      पुलिस अधीक्षक भिण्ड चंचल शेखर ने कानून व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि 34 शस्त्रों को छोडकर भिण्ड जिले में 20378 शस्त्र जमा कराए जा चुके है। जिले के संवेदन शील एवं अति संवेदन शील केन्द्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। कानून व्यवस्था के लिए नाकाबंदी की जाएगी। रात्रि 10 बजे के बाद और प्रात:6 बजे के पूर्व ध्वनिविस्तारक यंत्रों का उपयोग करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। अवैध शस्त्रों और अवैध शराब की बिक्री को अभियान के रूप में रोकने की कार्यवाही शुरू की गई है। लाएसेंस शर्तों का उल्लघंन करने वाले दुकानदारों पर कडी कार्यवाही की जा रही है।

      बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भिण्ड सुहेल अली ने जिले में अब तक की गई निर्वाचन तैयारियों की जानकारी देते हुये जमा कराए गये अस्त्र शस्त्र की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला बदर एवं एनएसए की कार्यवाही की जा रही है। इसी तरह नगरीय निकायों के मतदान केन्द्रों का सतत भ्रमण कर कानून व्यवस्था की जानकारी ली जा रही है। निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों का क्षेत्र को संयुक्त भ्रमण शुरू कराया गया है सम्पत्ति विरूपण एवं आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन रोकने के लिए निकाय बार दल गठित किए जाकर दलों के सतत भ्रमण किया जा रहा है। स्थापित 301 मतदान केन्द्रो में से 108 मतदान केन्द्र अतिसंवेदनशील और 88 मतदान केन्द्र संवेदनशील मत केन्द्र के रूप में चिन्हित किए गये है।

 

कांग्रेस की बैठक आज - दैनिक मध्‍यराज्‍य

कांग्रेस की बैठक आज

मुरैना.. कांग्रस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं एक आवश्यक बैठक 4 दिसम्बर09 को शुक्रवारको दोपहर 1 बजे हनुमान चौराहा कान्वेट स्कूल परिसर में नगरपालिका चुनावों के संबंध आवश्यक बैठक आयोजित की गयी है। जिसमें कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित होगें।

 

 

सेक्टर पहाड़गढ की पर्यवेक्षिका द्वारा नहीं किया जाता आगनवांडियों का भ्रमण - दैनिक मध्‍यराज्‍य

सेक्टर पहाड़गढ की पर्यवेक्षिका द्वारा नहीं किया जाता आगनवांडियों का भ्रमण

पहाडगढ़. पदस्थापना दिनांक से आज तक पर्यवेक्षिका द्वाराआगनवाड़ियों केन्द्रों  का भ्रमण नहीं कियाजाता है जबकि मासिक टूल डायरी प्रति महीने कार्यालय नकली बनाकर जमा की जाती है एवं शासन की तमाम योजनाओं का लाभ लिया जा रहा है इन योजनाओं का टी ए डीए फर्जी प्रस्तुत कर भुगतान कराया जा रहा हैं। कार्यकर्ताओं की मासिक निरीक्षण फर्जी कार्यालय में मगाकर टीप लगा दी जाती है जब कि हकीकत यह है कि पर्यवेक्षिकाा ने आज तक सभी आगनवाड़ियों की शक्ल भी नहीं देखी है। परियोजना अधिकारी के देख रेख में ये कार्य किय जाते हैं। बताया जाता है कि अंचल के आंगनवाडी केन्द्रों की कार्यर्ता और सहायिकाओं को पिछले दश माह से मानदेय व पोषणआहार का वितरण नही हुआ है जिसके चलते शासन की योजना का लाभ यहां के बच्चों को नही मिल पा रहा है प्रशासन से इस  ओर  कार्यवाही की अपेक्षा है।

 

अंबाह में सपा प्रत्याशी श्रीमती मीना प्रदीप अग्रवाल चुनाव प्रचार तेज- दैनिक मध्‍यराज्‍य

अंबाह में सपा प्रत्याशी श्रीमती मीना प्रदीप अग्रवाल चुनाव प्रचार तेज

अंबाह(मुरैना )नगर पालिका परिषद अंबाह में  अध्यक्ष के लिये  समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी श्रीमती मीना प्रदीप अग्रवाल का शहर में चुनाव प्रचार  अभियान जोरों पर  सपा की साईकिल की रफतार तेज होने से कांग्रेस और भाजपा के समीकरण लड खडाने लगे है कांग्रेस  और भाजपा जहां एक ओर आपसी खींचतान में उलझे हुए है वही सपा प्रत्याशी का शहर में जन सम्पर्क अभियान तेज हो गया सपा के जिला अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल की पत्नी मीना अग्रवाल के चुनाव मैदान में आने से अंबाह नगर पालिका के अध्यक्ष का चुनाव रौचक हो गया है। अंबाह में सपा का अच्छा खासा वजूद है सपा शहर की समस्या को लेकर हमेशा आंदोलन करती आयी है प्रदीप अग्रवाल सपा जिला अध्यक्ष एवं अन्य सपा कार्यकर्ता व नेता शहर में जन सम्पर्क कर समर्थन जुटाने के लिये प्रयासरत है।

 

बार्ड 34 में कांग्रेस प्रत्याशी शशि सुल्तान सिकरवार का प्रचार अभियान तेज- दैनिक मध्‍यराज्‍य

बार्ड 34 में कांग्रेस प्रत्याशी शशि सुल्तान सिकरवार का प्रचार अभियान तेज

मुरैना..नगर पालिका मुरैना के बार्ड क्रमांक 34 से कांग्रेस प्रत्याशी शशि..सुल्तानसिंह सिकरवार एडवोकेट का वार्ड में सघन चुनाव प्रचार जोरों पर है। कांग्रेस प्रत्याशी शशि..सुल्तान सिकरवार को वार्ड में जन सम्पर्क के दौरान सभी बर्गो का समर्थन मिल रहा है कांग्रेस के बरिष्ठ नेता श्री सुल्तानसिंह सिकरवार एक मृदुभाषी मिलनसार होने की बजह से वार्ड के सीाी वर्ग के मतदाता उनसे प्रभावित है और चुनाव प्रचार में उन्हे भरपूर समर्थन मिल रहा है।

चुनाव प्रचार के दौरान श्रीमती शशि सुल्तान सिकरवार के साथ रघुराजसिंह सिकरवार , हरप्रसाद शर्मा,काशीराम प्रजापति रमेश सिकरवार छोटेलाल राठोर सुखलालसिंह तोमर रणवीरसिंह भदौरिया महेशसिंह सिकरवार देवेन्द्र परमार सियाराम गौड गोविन्द श्रीवास्तव भवानीसिंह सिकरवार भवरसिंह परमार नाथूसिंह तोमर बृजमोहन तोमर सहदेवसिंह आदि द्वारा जन सम्पर्क कर कांग्रेसप्रत्याशी को विजय  बनाने हेतु मतदाताओं से अपील कर रहे है।

 

निर्दलीय युवा प्रत्याशी वीर सिंह जाटव का प्रचार जोरीं पर- दैनिक मध्‍यराज्‍य

निर्दलीय युवा प्रत्याशी वीर सिंह जाटव का प्रचार जोरीं पर

मुरेना ..नगर पालिका के बार्ड क्रमांक 31 से निर्दलीय प्रत्याशी वीरसिंह जाटव का वार्ड में चुनाव प्रचार जाोरों पर है युवा प्रत्याशी द्वारा घर घर जाकर अपने समर्थन में जन सम्पर्क कर मतदातओं से चुनाव में समर्थन देने का अनुरोध कियाजा रहा है युवा प्रत्याशी वीर सिंह जाटव को सभी बर्गो के मतदाताओं का जन सम्पर्क के दौरान आर्शीबाद मिल रहा है चुनाव चिन्ह पतंग वार्ड में हर युवा मतदाताओं के हाथ में दिखाई देती है। राजनेतिक दलों के प्रत्याशियों के अलाव निर्दलीय युवा प्रत्याशी से वार्ड के वाशिन्दे प्रभावित हो रहे है ऐसा प्रचार के दौरान मिल रहे वीरसिंह को समर्थन से लगता है।

 

अंबाह में वगैर हाथ के अंजली जैन कांग्रेस प्रत्याशी .मामला अंबाह नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव का- दैनिक मध्‍यराज्‍य

अंबाह में वगैर हाथ के अंजली जैन कांग्रेस  प्रत्याशी .मामला अंबाह नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव का

कांग्रेस के जिलासदर पर लगाया टिकिट बेचने का आरोप

मुरैना...नगरीय निकाय चुनाव हेतु कांग्रेस में अध्यक्ष व वार्ड पार्षद के लिये किये गये उम्वीदवरों के चयन को लेकर पार्टी के अंदर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया सर्वाधिक बिबाद अंबाह नगर पालिका के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर है। निर्वाचन अधिकारी ने अंबाह नगर पालिका अध्यक्ष पद का प्रत्याशी कांग्रेस नेता मधुराजसिंह तोमर की पत्नी को मान कर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हाथ आवंटित किया है मगर दो दिसंवर 09 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री सुरेश पचौरी द्वारा जारी पत्र अनुसार श्रीमती अंजलि पत्नी श्री जिनेशजैन वार्ड क्रमांक 15 जयेश्वर रोड अंबाह को कांग्रेस का  अधिकृत प्रत्याशी होना बताया  गया है। कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी मतदाता किसे मानेगा यह तो निर्वाचन सम्पन् होने के बाद ही पता चलेगा क्यों कि मत पत्र पर कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी श्रीमती तोमर ही होगी जबकि श्रीमती जैन मुक्त चुनाव चिन्ह नल से स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव लड रही है मगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जारी पत्रानुसार श्रीमती जैन ही कांग्रेसकी अधिकृत प्रत्याशी होगी। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी पत्र की प्रतिया गुरूवार को मुरैना में श्री जिनेश जैन महामंत्री कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में जारी करते हुए बताया कि 30 नवंवर 09 को नामवापिसी के दिन अधिकृत प्रत्याशी के रूप में प्रारूप 9 में अंजलि जैन का नाम ही कांग्रेस के जिला सदर की ओर से निर्वाचन अधिकारी की ओर भेजा गया किन्तु तकनीकी त्रृटि के कारण निर्वाचन अधिकारी द्वारा इस नाम की वैधता को स्वीकार नही किया गया। जैन ने बताया कि प्रदेश  कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अंजलि जैन के समर्थन में अंबाह में चुनाव सभा को सम्वोधित करने आयेंगे। पत्रकार वार्ता में मौजूद जिला कांग्रेस के संगठन मंत्री कमलशांडिल ने व अब्दुल रहमान अब्बासी ने आरोप लगाया कि जिला कांग्रेस के अध्यक्ष ने प्रत्याशियों की सूची में काट छांट क र कई प्रत्याशियों के नाम बदले है उन्होने कांग्रेस सदर पर भगवानसिंह तोमर पर टिकिट वितरण में लेनदेन का आरोप भी लगाया नेता द्वय ने बताया कि उन्होने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को शिकायत ीोज कर जिला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा टिकिट वितरण में की गई धांधली की शिकायत की जांच कराने की मांग की है।

 

जिलावदर को पुलिस ने पकडा- दैनिक मध्‍यराज्‍य

जिलावदर को पुलिस ने पकडा

मुरैना..शहर कोतवाली पुलिस ने गत दिवसजिला वदर  आरोपी को शहर से गिरफतार किया पुलिस के अनुसार विभिन्न अपराधों में लिप्त आरोपी रसिया पुत्र सव्वों खां को डी एम के आदेश  पर एक बर्षकेलिये जिलावदर किया गया था मगर आरोपी  आदेश की अवहेलना कर मुरैना में घूम रहा था जिसे पुलिसने बंदी बना कर आरोपी के बिरूद्ध धारा 188 का मामला कायम कर लिया है आरोपी कब्रस्तान रोड गणेशपुरा मुरैना का रहने वाला है। एक अन्य जानकारी के अनुसार अंबाह थाना पुलिस ने अनिल नामक युवक को मय 315बोर के कट्टे के बंदी बनाया आरोपी अंबाह का रहने वाला है उसके बिरूद्ध धारा 25,27 आर्म्मस एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

 

कार और मेटाडोर की टक्कर से दो मरे- दैनिक मध्‍यराज्‍य

कार और मेटाडोर की टक्कर से दो मरे

मुरैना..कार व मेटाडोर की चपेट में आने से  वालक समेत दो  की मौत हो गई पुलिस ने लापरवाह चालकों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है। पुलिस सूत्रों से मिलर  जानकारी के अनुसार सिकरौदा नहर के पासगत  दिवस कार चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाकर सीतरा पुत्र मथुरा जाटव उम्र 50 बर्ष निवासी डाोंगर पुर माता बसैया को टक्कर  मारदी जिससे उसकी मौत हो गई पुलिस ने कार क्रमांक एमपी07 सीवी 0872 के चालक के बिरूद्ध धारा 304ए का मामला कायम कर लिया है।

पुलिस के अनुसार सिविल लाईन थाना क्षेत्र के कही गंगापुर मंदिर के पास हाईवे पर मेटडोर क्रमांक यूपी80.9769 के चालक ने लारवाही से चलाकर रामू पुत्र गिरधारी उम्र 8 बर्ष को टक्कर  मारदी जिससे बालक की मौत हो गई मृतक जांजगीर छत्तीसगढ का रहने वाला था सिविल लाईन थाना पुलिस ने चालक के बिरूद्ध धारा 304 ए का मामला कायम कर लिया है।

 

अग्रवाल समाज मेरिज व्यूरो द्वारा चीनी हलवाई को श्रद्वांजलि - दैनिक मध्‍यराज्‍य

अग्रवाल समाज मेरिज व्यूरो द्वारा चीनी हलवाई को श्रद्वांजलि

मुरैना..शहर के मशहूर हलवाई श्री किशन लाल अग्रवाल उर्फ चीनी हलवाई के आकस्मिक निधन पर अग्रवाल समाज मेरिज व्यूरो गोपाल पुरा मुरैना द्वारा एक शौक सभा का  आयोजन किया  गया जिस में श्री चीनी की आत्मशांति हेतु दो मिनिट का  मौन रखा गया तथा उनके शोकसंतृप्त परिवार को असहनीय दुख शहन करने की शकती देने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई। प्रार्थना सभा में व्यूरों के समस्त सदस्यों समेत अध्यक्ष श्री गोपाल दास गर्ग उपाध्यक्ष श्री रामदास बंसल सचिव श्री  आरसी अग्रवाल संयुक्त सचिव श्री सतीश कुमार गर्ग एवं कोषाध्यक्ष श्री विशनलाल अग्रवाल उर्फ गोकुल एम पी आदि उपस्थित थे।

 

रा.स.मा.द ने दी मावई की श्रद्वांजलि - दैनिक मध्‍यराज्‍य

रा.स.मा.द ने दी मावई की श्रद्वांजलि

मुरैना.. जिला कार्यालय राष्ट्रीय समानता दल जिला अध्यक्ष डा. राजेन्द्र सिंह कुशवाह एवं पूर्व  जिला उपाध्यक्ष श्री सालिकाराम कुशवाह के यहां पर दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सोवरन सिंह मावई पूर्व विधायक के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। डा. कुशवाह ने बताया कि श्री मावई के निधन से समूचे मुरैना जिले में शोक व्याप्त है। ऐसे समाजसेवी मृदुभाषी नेता की भरपाई कर पाना असम्भव है।

शोक-सभा के दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता को श्रद्धान्जली अर्पित की गई। रा.स.द के कार्यकर्ताओं द्वारा उनके परिवार को सुख शांति एवं समृद्धि के लिये  ईश्वर से प्रार्थना की।

 

पेंशनर्स ने दी मावई को श्रद्वांजलि - दैनिक मध्‍यराज्‍य

पेंशनर्स ने दी मावई को श्रद्वांजलि

मुरैना..पेंशनर्स  ऐशोसियेशन म.प्र. की जिला शाखा मुरैना द्वारा पूर्व विधायक श्री सोवरनसिंह मावई के आकस्मिक निधन पर बुधवार को शौक सभा का आयोजन किया गया जिसमें दिवंगत आत्मा का शांति के लिये दो मिनिट का मौन रख कर श्री मावई को श्रद्वांजलि अर्पित की गई । श्री मावई के निधन से हुई क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने केलिये परमपितापरमात्मा से प्रार्थना की गई। प्रार्थना सभा में अनेक पेंशनर्स के साथ जिले के अध्यक्ष श्री गिर्राज शर्मा बरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री एम एसनागलीय,वी एल टुडेले , गिरजा शंकर पांडे महामंत्री गोपाल दास गर्ग, मोहरसिंह सिकरवार,एवं कोषाध्यक्ष श्री  ओंमप्रकाश पालिया प्रमुखरूपसे उपस्थित थे।

 

दुकानदार पर हमला मामला कायम - दैनिक मध्‍यराज्‍य

दुकानदार पर हमला मामला कायम

मुरैना..स्थानीयचम्बल कालोनी के पास एम एस रोड पर गत रात्रि को हमलावरों ने पान विक्रेता हमलाकर उसे गंभीर रूप से घायल कर  दिया शहर कोतवाली पुलिस ने हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

पुलिस के अनुसार एम एस रोड किनारे गुमटी लगाकर पान तम्बाकू बीडी सिगरेट बेचने वाले मनीष शर्मा पर हमलावरों ने लाठी डंडो व लात घूसों से हमलाकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया और हमलावर मौके से भाग गये। उक्त घटना की शिकायत शिवनगर निवासी कृष्णा शर्मा ने सिटी

कोतवाल में की पुलिस ने हमलावर विजय गुर्जर व 7.8 अन्य लोगों के खिलाफ  धारा 294,323,506 वी 147 का मामला कायम कर लिया है तथा घायल को इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा दिया है।

 

सडक दुर्घटनाओं में घायल दो की अस्पताल में मौत.युवती की संदिग्ध मौत दहेज हत्या में तब्दील - दैनिक मध्‍यराज्‍य

सडक दुर्घटनाओं में घायल दो की अस्पताल में मौत.युवती की संदिग्ध मौत दहेज हत्या में तब्दील

मुरैना..सिविल लाईन थाना क्षेत्र में अलग अलग सडक दुर्घटनाओं में घायल दो लोगों की दौराने इलाज अस्पताल में मौत हो गई पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है जबकि मर्ग जांच  बाद दिमनी थाना पुलिस ने दहेज हत्या का मामला कायम कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाईन थाना क्षेत्र में गत दिवस सिकरौदा नहर के पास अज्ञात वाहन की चपेट में  आने से अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई मृतक की उम्र करीव 65 बर्ष है पुलिसने मर्ग कायम कर मृतक की शिनाख्त के प्रयास शुरू कर दिये है। देहात क्षेत्र के ग्राम खनेता निवासी फदद्ी पुत्र तेजसिंह कोरी गत दिवस सडक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था उसे इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल कराया   गया  जहां पर उसने दमतोड  दिया पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।

जिले के दिमनी थाना क्षेत्र के ग्राम करारी में गत माह की सात तारीख को अर्चना पत्नी रघुराज कुशवाह उम्र 20 बर्ष ने गले में फांसी का फंदा डाल कर अपनी  जीवन लीला समाप्त करली थी पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना की गई पुलिस जांच में पाया किअर्चना को उसके ससुरालवाले दहेज की खातिर आये दिन प्रताडित करते थे प्रताडना से तंग आकर ही उसने आत्महत्या की पुलिस ने मृतक के पति रघुराज कुशवाह तथा राजवती जयसिंह कुशवाह निवासी करारी के बिरूद्ध भा.दवि. की धारा 304 वी 498ए तथा दहेज एक्ट का मामला कायम कर लिया

 

 

पुलिस ने अवैध तम्मचाधारी व शराव तस्करों को पकडा - दैनिक मध्‍यराज्‍य

पुलिस ने अवैध तम्मचाधारी व शराव तस्करों को पकडा

सटोरिया भी किया दाखिले हवालात

मुरैना...जिले की विभिन्न थाना पुलिस ने अवैध तम्मचाधारी व शराव तस्करों को पकड कर  उनके कब्जे से अवैध कट्टा व शराव बरामद की वही पुलिसने एक सटोरिया को भी पकड कर दाखिले हवालात किया आरोपियों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

पुलिस थाना अंबाह ने जग्गा रोड से आरोपी देवू उर्फ देवेन्द्र राठोर को बंदी  बनाकर उसके कब्जे से एक 315 बोर का कट्टा मय  जिन्दा  कारतूस के बरामद कर आरोपी के बिरूद्ध धारा 25,27 आर्म्मस एक्ट का मामला कायम कर लिया है। आरोपी उसी क्षेत्र का रहने वाला है। अंबाह पुलिस ने समीपवती्र ग्राम बडफरा से सट्टे के गैर  कानूनी  कारोवार में संलग्न रूपसिंह सखवार को गिरफतार कर उसके कब्जे से 310 रूपया नगदी तथा सट्टे की पर्ची जप्त कर धारा 4 क सट्टा एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

पोरसा थाना पुलिस ने सिंधिया  स्कूल के पास आरोपी शैरू उर्फ इस्माल खां निवासी सुनार मोहल्ला को बंदी  बना कर एसके पास से एक वका बरामद किया वही सवलगढ पुलिस ने नरोत्तम नाई को एक चाकू समेत बंदी बनाया आरोपी को पुरानी सव्जी मंडी क्षेत्र से पुलिस ने पकडा पुलिस ने धारा 25 बी  का मामला कायम कर लिया है।

जिले की सवलगढ थाना पुलिसने दो शराव तस्करों को अलग अलग जगहों से बंदी बना कर उनके कब्जे से अवैध  मदिरा  बरामद की गई पुलिस ने मागरौल तिराहे से प्रभू धोवी तथा विजली घर के सामने सेचिम्मनलाल शिवहरे को बंदी बनाया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 34 आवाकारी एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

 

मुखौटा राजनीति के महारथी फिर हुए बेनकाब- तनवीर जाफरी

 

मुखौटा राजनीति के महारथी फिर हुए बेनकाब

तनवीर जांफरी

लेखक हरियाणा साहित्य अकादमी, शासी परिषद  के सदस्य  हैं

163011, महावीर नगर, अम्बाला शहर। हरियाण  ोन : 0171-2535628  मो: 098962-19228 email:                                    

tanveerjafri1@gmail.com  tanveerjafri58@gmail.com  tanveerjafriamb@gmail.com                                          

            भारतीय जनता पार्टी्र के बौद्धिक प्रकोष्ठ के पूर्व नेता गोविंदाचार्य ने लगभग एक दशक पूर्व जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय जनता पार्टी का मुखौटा कहकर संबोधित किया था उस समय वाजपेयी सहित भारतीय जनता पार्टी में उनके  समर्थक व शुभचिंतक  नेताओं के चेहरे तिलमिला उठे थे। एक बार फिर गोविंदाचार्य के उसी कथन पर गोया अपनी मोहर लगाते हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस की जांच हेतु नियुक्त जस्टिस एम. एस. लिब्रहान आयोग ने वही बात अपनी विस्तृत रिर्पोट में दोहराई है। यानि रिर्पोट में अटल बिहारी वाजपेयीको एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी का मुखौटा बताया गया है। रिर्पोट में 6 दिसंबर 1992 को घटित हुई बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसी शर्मनाक घटना में न सिंर्फ भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संरक्षण में संचालित होने वाली अवसरवादी तथा मुखौटा राजनीति को बेनकाब किया गया है बल्कि इन तथाकथित राष्ट्रवादियों  द्वारा भारतीय संविधान तथा भारतीय संविधान के अंतर्गत ली जाने वाली शपथ जैसे पवित्र बंधनों की धज्जियां उड़ाने की सांजिश का भी पर्दांफाश किया गया है।

              जहां तक भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्वयं को दुनिया के समक्ष उदारवादी राजनीति करने वाले संगठन के रूप में पेश किए जाने का प्रश् है तो पार्टी ने शुरु से ही अपने साथ सिकंदर बख्त तथा आरिंफ बेग जैसे छद्म मुस्लिम नेताओं को जोड़कर मुखौटा राजनीति के सिलसिले को परवान चढ़ाने का काम शुरु कर दिया था। भाजपा में तब से लेकर अब तक और भी कुछ गिने-चुने नेता ऐसे आए जोकि नाम व पारिवारिक पृष्ठभूमि के लिहांज से तो मुस्लिम प्रतीत होते थे। परंतु पद लाभ की अपनी गहन लालसा के मददेनंजर वे भी भाजपा के संघ एजेंडे पर सहर्ष अपनी मोहर लगा दिया करते थे। यह सिलसिला आज भी शाहनवांज खां तथा मुख्तार अब्बास नंकवी के रूप में जारी है। इन नेताओं को खासतौर पर भाजपा, मीडिया के समक्ष इसीलिए पेश करती है ताकि देश को ही नहीं बल्कि दुनिया को भी आसानी से यह दिखाया व समझाया जा सके कि'हमें सांप्रदायिक व हिंदुत्ववादी सोच का परिचायक बताने वाले हमारे विरोधी पूर्वाग्रहवश हम पर यह आरोप लगाते हैं जबकि हम ऐसे हैं नहीं।'  लिब्रहान आयोग ने भाजपा के ऐसे सभी प्रयासों की धाियां उड़ाते हुए अपनी लगभग 900 पृष्ठ की विस्तृत रिर्पोट में सांफ कर दिया है कि पार्टी की हकींकत क्या है। पार्टी क्या चाहती है। पार्टी को कौन चलाता है और यह कैसे अपना काम करती है। भाजपा नेताओं का मंकसद क्या है और इनका वास्तविक एजेंडा इन्हें कौन उपलब्ध कराता है अर्थात् यह किसके इशारों पर काम करती है।

              इस आलेख को आगे बढ़ाने से पूर्व मैं पुन: अपने इस मंतव्य को स्पष्ट करना चाहता हूं कि भगवान श्री राम का भव्य मंदिर अयोध्या में ही निर्मित हो तथा ऐसा विशाल व भव्य मंदिर बने जोकि पूरी दुनिया के लिए न केवल धार्मिक आस्था के एक महान केंद्र के रूप में जाना जाए बल्कि यह मंदिर भारत के सांप्रदायिक सौहार्द्र का भी परिचायक हो। जिस प्रकार आज सवर्ण मंदिर के विषय में बड़े गर्व के साथ यह बात कही जाती है कि  इसकी बुनियाद एक मुस्लिम व्यक्ति के हाथों रखी गई थी। ठीक उसी प्रकार के  राम मंदिर के निर्माण की भी मैं कल्पना व मनोकामना करता हूं। परंतु राम मंदिर निर्माण की आड़ में गत् तीन दशकों से  सांप्रदायिक सौहार्द्र से परिपूर्ण देश की ंफिंजा को बिगाड़ने व चौपट करने का जो शर्मनाक खेल भाजपा सहित कुछ अन्य राजनैतिक दलों ंद्वारा खेला  जा रहा है उसे ंकतई उचित नहीं कहा जा सकता। लिब्रहान आयोग की रिर्पोट से यह बात और भी सांफ हो गई है कि राम मंदिर निर्माण मिशन की बातें करने वाले संगठनों तथा नेताओं का एकमात्र मंकसद दरअसल मंदिर के नाम पर सत्ता की सीढ़ियां चढ़ना है।

              अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का लाभ उठाते हुए गत् तीन दशकों से कुछ इन्हीं तथाकथित राष्ट्रवादी संगठनाें द्वारा तथा आग उगलने में महारत रखने वाल इनके कुछ  विशेष नेताओं द्वारा पूरे देश में घूम-घूम कर धार्मिक उन्माद फैलाने का काम लगातार किया जाता रहा है। दिल्ली दरबार पर खांटी हिंदुत्ववाद का परचम लहराने की इनकी महती इच्छा इन्हें हर वह ंकदम उठाने पर मजबूर कर रही है जोकि अनैतिक भी हैं तथा असंवैधानिक भी। परंतु स्वयं को छाती पीट-पीट कर राष्ट्रवादी तथा राष्ट्रभक्त कहने वाले यही नेतागण जब चाहें तब संविधान की धाियां भी उड़ा देते हैं तथा जब चाहें अनैतिकता व अमानवीयता की सारी हदें भी पार कर जाते हैं। उदाहरण के तौर पर लिब्रहान आयोग की रिर्पोट में अटल बिहारी वाजपेयी क ा नाम आने से पार्टी में हंगामा बरपा हो गया है। ंजरा याद कीजिए 6 दिसंबर 1992 के बाद के उन क्षणों को जबकि वाजपेयी ने इसे एक शर्मनाक घटना क़रार दिया था। परंतु बाबरी मस्जिद विध्वंस से एक दिन पूर्व अर्थात् 5 दिसंबर 1992 को उन्हीं कारसेवकों को जोकि अगले दिन अयोध्या हेतु मार्च करने वाले थे, को संबोधित करते हुए वाजपेयी ने बड़े आत्मविश्वास व व्यंग्य भरे लहजे में सार्वजनिक सभा में वह सब कुछ  कह दिया था जोकि उनके वास्तविक रूप तथा उनकी वास्तविक विचारधारा को प्रदर्शित करता है। कारसेवकों को सार्वजनिक सभा में उन्होंने सांफ इशारा किया था कि कार सेवा स्थल पर बैठने के लिए नुकीले पत्थरों (मस्जिद के गुंबदों) को सांफ कर समतल तो बनाना ही पड़ेगा। बाबरी मस्जिद गिराने हेतु वाजपेयी जैसे बड़े नेता के लिए इससे बड़ा इशारा और क्या हो सकता है? उन्हाेंने यह भी कहा था कि मुझे यह नहीें मालूम कि कल क्या होने वाला है।

              आज भले ही जेल जाने तथा आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोपों से स्वयं को बचाने के लिए आरोपित नेता तरह- तरह की ंकानूनी या दांवपेंच भरी बातें क्यों न करें परंतु आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उसके अन्य सहयोगी संगठन  तथा उसके राजनैतिक संगठन के रूप में कार्य कर रही भाजपा के  नेताओं के पास कोई ऐसा प्रमाण नहीं है जिससे यह साबित हो सके कि उन्होंने बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिरने से बचाने के कोई प्रयास किए हों। जहां तक इन तथकथित राष्ट्रवादियों द्वारा संविधान की धज्जियां उड़ाने का प्रश् है तो जिस प्रकार कल्याण सिंह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री होते हुए अपनी ंगैर ंजिम्मेदाराना कारगुजारियों का परिचय दिया वह भविष्य के लिए  ंकतई मुनासिब नहीं है। यदि कल्याण सिंह से प्रेरणा लेते हुए देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी इन्हें अपना आदर्श मानने लगें तो देश की एकता व अखंडता तथा देश के  संविधान का क्या हश्र होगा इस बात का आसानी से अंदांजा लगाया जा सकता है। यहां यह भी गौरतलब है कि लिब्रहान आयोग की रिर्पोट में जिन 68 लोगों  के नामों को बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए ंजिम्मेदार माना गया है उनमें भाजपा के परम सहयोगी बाल ठाकरे का नाम भी शामिल है। यही बाल ठाकरे आज हमारे देश की एकता व अखंडता के लिए तथा हमारी राजभाषा के लिए कितने वंफादार तथा कितने लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं यह भी आज पूरी दुनिया देख रही है।

              कुल मिलाकर अयोध्या के इस विवादित मुददे को संघ या भाजपा की नंजरों से देखने के बजाए इसे अयोध्या की एक स्थानीय समस्या के रूप में देखा जाना चाहिए। इस विषय पर महान साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा लिखित सुलगते शहर का संफरनामा नामक पुस्तिका पर गाैर किया जाए तो निश्चित रूप से यह विवाद न तो इतना बड़ा विवाद नंजर आएगा जिसके लिए रथयात्रा निकालकर अपना राजनैतिक उल्लु सीधा करने की ंजरूरत महसूस होती दिखाई दे और न ही इसके  गर्भ से दुर्भावना,सांप्रदायिकता,नंफरत तथा विद्वेष के गोधरा व गुजरात जैसे ज्वालामुखी फूटते दिखाई देगें। ठीक इसक विपरीत   परस्पर भाईचारे रंजा मदी तथा सांप्रदायिक सद्भाव की बुनियाद पर खड़ा भगवान राम का यह मंदिर वास्तव में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की अयोध्या के शाब्दिक अर्थ को साकार करेगा अर्थात् अयोध्या यानि वह स्थान जो युद्ध से मुक्त हो,मुक्त हो, युद्ध स दूर हो तथा जहां कभी युद्ध न हो।                          तनवीर जांफरी

 

 

गुरुवार, 3 दिसंबर 2009

विश्‍व निशक्‍त दिवस पर विशेष आलेख: नि:शक्तों को मिले न्याय व सम्मान

विश्‍व निशक्‍त दिवस पर विशेष आलेख: नि:शक्तों को मिले न्याय व सम्मान

श्रीमती राजबाला

·           लेखिका श्रीमती राजबाला, एम.एस.सी., बी.जे.सी., स्पेशल एजूकेशन क्षेत्र की वालंटियर हैं ।

       हाल ही में एक सज्जन हमारे घर पधारे । उनके साथ उनकी 4 साल की प्यारी सी बिटिया थी । मैने सौजन्यतावश आदर सत्कार के पश्चात् छोटी सी बच्ची से उसका नाम जानना चाहा । कई बार जब मेरा प्रयास बेकार गया तो उन सज्जन ने कहा कि अभी यह छोटी है, कुछ ही शब्द बोलती है । मैने प्यार से उस बच्ची से पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है तो उसने भी चेहरे पर कोई प्रतिक्रिया लाए बिना मेरे ऊपर प्रश्न जड़ दिया कि तुम्हारा नाम क्या है ? मैं अचकचा गई। उसे मैने खेलने के लिए टैडी - बीयर खिलौना दिया, जिसे उसने फेंक दिया, लेकिन वह चलते पंखे को लगातार देख रही थी । शायद वह आटिज्म से प्रभावित थी। फिर मैनें उसके माता पिता से कहा कि मुझे इसके व्यवहार में कुछ अलग दिख रहा है अत: हो सके तो आप इसे चाइल्ड स्पेशलिस्ट के पास ले जाएं, पर शायद उन्हें मेरी बात अच्छी नहीं लगी । इस तरह की कई घटनाओं को हम अपने आस - पास देखते हैं, व प्राय: प्राय: नजरअंदाज भी कर देते हैं ।

       कई बार हम ऐसे व्यक्तियों को देखते हैं, जो अपने असामान्य व्यवहार के कारण सहज ही अलग पहचाने जा सकते हैं । सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा उनका असामान्य व्यवहार लोगों की नजरों में कौतूहल का सबब बन जाता है। उनकी शारीरिक एवं मानसिक विकृति, को देखकर लोगों के मन में दया या घृणा का भाव ही उपजता है । यहाँ तक कि उससे दूर रहने का उपक्रम भी करते हैं, परन्तु उनके प्रति स्नेह भाव नहीं रखते,जिसकी उन्हे सख्त जरूरत है । सच तो यह है कि वे भी उसी समाज का एक हिस्सा हैं । उन्हें भी समाज में उसी अधिकार एवं सम्मान से जीने का हक है, जितना सामान्य जन को । भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश में संवैधानिक कानून भी उनके हकों की पैरवी करता है । राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अनेक स्वयंसेवी संगठन उनके अधिकारों एवं न्याय के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कर रही है । पिछले वर्ष 3 दिसम्बर 2008 यानि 'विश्व विकलांगता दिवस' पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने विकलांगो के अधिकारों की वकालत करते हुए ''न्याय एवं सम्मान सबके लिए '' का नारा दिया, साथ ही विकलांगों के आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक अधिकारों की खुलकर वकालत की ।

       सिनेमा जगत में भी कई बार इन विषयों को लेकर फिल्म बनाई गई, जो काफी चर्चित हुई एवं पुरस्कृत भी की गई । आमिर खान द्वारा निर्देशित 'तारे जमीं पर ' में 'डिस्लेक्सिया ' यानि लर्निंग डिसआर्डर से प्रभावित बच्चों को केन्द्र में रखकर फिल्म बनी, जिसमें उसके पढ़ने लिखने के दौरान आने वाली समस्या, उसके पढ़े लिखे अभिभावक की अज्ञानता एवं बच्चे में मौजूद क्षमताओं को ढूँढकर उसके लिए नया रास्ता प्रशस्त करना आदि पहलुओं को उठाया गया ।  अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत फिल्म ब्लैक में भी इसी प्रकार के एक अन्य विषय पर  फिल्म बनी । जिसके कारण लोग इन समस्याओं पर सोचने को मजबूर हो गये  । हाल ही में नि:शक्तता को केन्द्रित कर 'प्रोगेरिया' से पीड़ित व्यक्ति पर 'पा ' फिल्म का फिल्मांकन किया गया है । कहने का तात्पर्य यह है कि सिनेमा भी नि:शक्तजनों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने का एक सशक्त माध्यम  बन रहा है।

विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा जारी रिर्पोटों से कई चौंकाने वाले आकड़े मिले हैं, जिसके अनुसार विश्व में    10 ऽ अर्थात 650 मिलियन लोग नि:शक्तता के शिकार हैं । औद्योगिक रूप से समृध्द देशों में लगभग 50  विकलांग व्यक्ति बेरोजगार हैं जबकि विकासशील देशों में तो स्थिति और भी दयनीय है जहाँ इनका आंकड़ा 80 से 90  है । यूनेस्को की रिपोर्ट के अनुसार विकासशील देशों के 90  विकलांग बच्चे स्कूल ही नहीं जाते।

       80ऽ विकलांग गरीब देशों से हैं । भारत में भी इनका आंकड़ा कम चौंकाने वाला नहीं ह, देश में 15 लाख से भी अधिक व्यक्ति विकलांगता से ग्रसित हैं जिसका 3 प्रतिशत  मानसिक मंदबुध्दि का शिकार हैं और आटिज्म अर्थात स्नायु विकार की समस्या से ग्रसितों की भी बड़ी संख्या  है।

       नि:शक्तता यानि विकलांगता क्या है ? इसका व्यक्ति के सामाजिक जीवन पर क्या असर पड़ता है  नि:शक्तता के प्रकार कारणों व निदान पर चर्चा करना मेरा मूल एवं अपेक्षित विषय है। शरीर में 40 प्रतिशत विकलांगता आने पर व्यक्ति नि:शक्तता की श्रेणी में आ जाता है।

आमतौर पर मानसिक व शारीरिक विकृति के कारण प्रभावित व्यक्ति को व्यवहार जनित समस्याओं या फिर चलने फिरने एवं भाषागत समस्याओं से जूझना पड़ता है, जिसके कारण जानकारी के अभाव में लोग उन्हें पागल करार देते हैं । उन्हें समझने के बजाय उनसे दूर रहने का प्रयास करते हैं । विडम्बना यह है कि जागरूकता की कमी के चलते नि:शक्तता से प्रभावित व्यक्ति के परिवार भी उसके प्रति बेपरवाह होते हैं और उन्हें भाग्य भरोसे छोड़ देते हैं यह बेहद ही निराशाजनक एवं दु:खदाई पहलू है । इन पर गौर करने की नितान्त आवश्यकता है । गौरतलब है कि भारत सरकार भी इन नि:शक्तजनों के उत्थान के लिए सतत् प्रयासरत है। इस दिशा में भारत सरकार के अधीन सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय में पारित 99 एक्ट के तहत 'राष्ट्रीय न्यास ' समिति गठित की गई है जो मुख्यत: मानसिक मंदता (मेंटल रिटार्डेशन), प्रमस्तिष्क अंगघात (सेरेबल पालसी), स्वपरायणता यानि आटिज्म एवं बहुनि:शक्तता इन चार प्रकार की समस्याओं से ग्रसित व्यक्तियों के अधिकार, सुरक्षा एवं पुनर्वास संबंधी मामलों के क्रियान्वयन का परिपालन करती है साथ ही नि:शक्तजनों के लिए बाधारहित वातावरण सुनिश्चित करने के कदम भी उठा रही हैं । इस दिशा में राष्ट्रीय न्यास की पहल पर रेल्वे स्टेशनों, स्कूलों, दफ्तरों व सार्वजनिक स्थलों पर सीढ़ियों के अलावा रैम्प बनवाने, प्रतीक्षालयों व अन्य स्थानों पर उनके बैठने के लिए विशेष प्रकार की कुर्सियों की व्यवस्था करने एवं प्रसाधन गृहों में नि:शक्तजनों के लिए विशेष प्रकार के टॉयलेट की व्यवस्था करने के स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं । ताकि ऐसे व्यक्ति बाधा मुक्त वातावरण में बिना किसी असुविधा के अपने कार्यों को अंजाम दे सकें ।

       राष्ट्रीय न्यास द्वारा इन नि:शक्तजनों के सामाजिक सुरक्षा एवं पुर्नवास की दिशा में 'निरामया ' स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की गई है जिसमें इनके इलाज हेतु एक लाख रूपये प्रतिवर्ष उपलब्ध कराने का प्रावधान है ।

लीगल गार्जियनशिप -- राष्ट्रीय न्यास उन नि:शक्त व्यक्तियों के माता पिता की मृत्यु की दशा में देखभाल और संरक्षण के लिए उपायो का संप्रवर्तन करती है साथ ही उन नि:शक्तजनों के लिए जिन्हें संरक्षण की आवश्यकता है संरक्षक और न्यासी नियुक्त करने की प्रक्रिया तय करती है ।

मानसिक मंदता - मानसिक मंदता का प्रभाव बच्चों में जन्म से दिखाई देता है । उसके गामक विकास अर्थात चलना, खड़े होना आदि एवं भाषा विकास की प्रक्रिया 'डेवलॉपमेंटल माइल स्टोन ' के अनुसार न होकर धीमी होती है । सरल शब्दों में कहें तो सामान्य तौर पर जब बच्चा दो से चार माह का होता हे तो वह करवट लेना, मुस्कराना, ऑंखे घुमाना शुरू कर देता है । चार से आठ माह का बच्चा सिर स्थिर रखना,बैठना, व बाद में घुटनों के बल चलना प्रारंभ कर देता है । कुछ अनर्थक अक्षरों (बैबलिंग) का उच्चारण करता है । दो से चार साल का होने पर बच्चा छोटे छोटे अर्थपूर्ण वाक्यों का प्रयोग शुरू कर देता है । चाल में स्थिरता आने लगती है । लेकिन सामान्य बच्चे के उलट मेंटली रिटार्डेड बच्चे में उपरोक्त गतिविधियाँ डेवलपमेंटल माइल स्टोन के अनुसार न होकर उसके गामक एवं भाषा विकास की प्रक्रिया धीमी होती है । इस प्रकार ज्यों -ज्यों बच्चा बड़ा होता है उसका व्यवहार व बौध्दिक विकास अपने से कम उम्र के बच्चे जैसा होता है । 15 वर्ष की उम्र के मानसिक मंदबुध्दि का बौध्दिक स्तर (आई क्यू लेवल) अपने से 5 वर्ष छोटे सामान्य बच्चे जैसा होगा । यह आई क्यू लेवेल बच्चे में आई समस्या की तीव्रता पर निर्भर करता है ऐसे में बच्चा भाषा, ज्ञान, संवाद व्यवहार आदि कई क्षेत्रों में सामन्जस्य नहीं बैठा पाता जिसके कारण वह अपने आप को सामाजिक वातावरण के अयोग्य पाता है ।

       मानसिक मंदता कई प्रकार की होती है जिसमें 'डाउन सिंड्रोम' प्रमुख है जो क्रोमोजोम के जीन में हुए बदलाव के कारण होती है । आमतौर पर बच्चा जब पैदा होते ही न रोए तो मस्तिष्क में आक्सीजन का प्रवाह देर से होने के कारण या कम आक्सीजन पहुँचने के कारण मानसिक मंदता का खतरा अधिक बड़ जाता है। टाक्सिक दवाईयों के असर से भी बच्चे में मानसिक मंदता हो सकती है।

इसका निदान मुख्य रूप से शीघ्र हस्तक्षेप एवं शीघ्र उपचार है । उसके भाषा ज्ञान व बौध्दिक स्तर को ध्यान में रखकर क्षेत्र विशेषज्ञ की मदद से उसके लिए टीचिंग प्रोग्राम तय कर, तदनुसार ट्रेनिंग देकर उसके जीवन को सुधारा जा सकता है ।

      आटिज्म यानि स्वपरायणता मानसिक मंदता से भिन्न है । आटिस्टिक बच्चे में विकास की प्रक्रिया धीमी न होकर अलग प्रकार अर्थात डेवियेंट होती है । आटिज्म से प्रभावित बच्चे की शारीरिक बनावट सामान्य होती है । प्रत्यक्षतौर पर उनमें विकलांगता के लक्षण तो दिखाई नहीं देते हैं,इसलिए इस प्रकार के बच्चों में पाई जाने वाली विकृति को अदृश्य विकृति भी कह सकते हैं। ऐसे बच्चों को हम उनके असामान्य व्यवहार के आधार पर ही उन्हें पहचान सकते हैं।

·                     ऑंख से ऑंख मिलाकर न देखना या बात करना ।

·                     अपने नाम से पुकारने पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया व्यक्त न करना ।

·                     इकोलेलिक होना यानि शब्द या वाक्य बार -बार दुहराना ।

·                     प्रश्नों के प्रतिउत्तर में प्रश्न करना ।

·                     सीटी या हवाई जहाज की आवाज से डर जाना ।

·                     घूमती वस्तु की ओर आकर्षित होना ।

·                     व्यवस्था में किसी भी प्रकार का बदलाव पसन्द न करना ।

·                     अपने आपको या दूसरों को घायल की प्रवृति ।

       उपरोक्त व्यवहार आटिज्म के लक्षण प्रकट करते हैं ।

       आटिज्म कोई बीमारी नहीं अपितु मस्तिष्क में उत्पन्न स्नायु विकार (न्यूरोमोटर डिसआर्डर) के कारण आई एक जीवन पर्यन्त समस्या है, जिसके लक्षण बच्चे के पैदा होने के तीन साल बाद ही पता लगते हैं । आटिज्म की पहचान सबसे पहले 1943 में कॉनर द्वारा कर ली गई थी । तबसे लेकर अब तक तमाम रिसर्चों के आधार पर यह ज्ञात हुआ है कि लड़कियों की अपेक्षा लड़के आटिज्म की समस्या से ज्यादा प्रभावित होते हैं । आटिज्म से प्रभावित लड़के व लड़कियों का अनुपात क्रमश: 4:1  है । आटिज्म का इलाज लाइलाज है लेकिन शीघ्र हस्तक्षेप यानि शीघ्र पहचान तत्पश्चात शीघ्र उपचार (थेरेपी) एवं स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम ही प्रभावी इलाज है ।

प्रमस्तिष्क पक्षाघात - मस्तिष्क के प्रमुख भाग प्रमस्तिष्क (सेरिब्रम) जो शरीर के मांसपेशियों पर नियंत्रण रखने का कार्य भी करता है, उसमें किसी भी प्रकार की आई विकृति से बच्चे के शरीर में जकड़ता आ जाती है जिसे प्रमस्तिष्क अंगघात कहा जाता है । उसे चलने फिरने में कठिनाई आती है । अगर मनुष्य के मुख के किसी भी भाग में स्पास्टिसिटी यानि जकड़न हो तो बोलने में भी उसे दिक्कत का सामना करना पड़ता है । कभी -कभी तो सेरेब्रल पालसी का प्रभाव पूरे शरीर पर भी पड़ता है जिसके कारण जीवन भर दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है । प्रमस्तिष्क पक्षाघात के लक्षण जन्म के तीन साल के भीतर -भीतर दिखाई देने लगते हैं । इस प्रकार की समस्या एक बार होने के बाद जीवन पर्यन्त बनी रहती है लेकिन इसमे कोई बढ़ोत्तरी नहीं होती है । इस प्रकार की समस्या को लोग मांसपेशियों या तंत्र (नर्व्स) में आई खराबी का इसका कारण समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है इसका सीधा संबंध मस्तिष्क से है। आम तौर पर ऐसे व्यक्तियों का मानसिक विकास तो सामान्य होता है लेकिन शारीरिक विकलांगता के कारण अपने दैनिक कार्यों के निर्वहन में परेशानी होती है ।

       सेरेब्रल पालसी से ग्रस्त बच्चे का यूँ तो कोई माकूल इलाज तो नहीं है लेकिन अन्य समस्याओं की तरह शीघ्र हस्तक्षेप (अर्ली इंटरवेंशन ) एवं शीघ्र उपचार एवं फिजिकल एवं एक्यूपेशनल थेरैपी, स्पीच, थेरैपी, आर्थोटिक डिवाइस की मदद से बच्चे की क्षमताओं में सुधार लाया जा सकता है ।

              इस रैली में आए विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय न्यास द्वारा मानसिक मंदता, आटिज्म, बहु नि:शक्तता एवं मानसिक पक्षाघात इन चार प्रकार की समस्याओं से प्रभावितों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी । उनके लिए बाधामुक्त वातावरण तैयार करने में जन भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की ।

बहुनि:शक्तता जैसा कि  नाम से ही जाहिर है कि इस प्रकार की समस्या से ग्रसित व्यक्ति एक से अधिक प्रकार की नि:शक्तता से प्रभावित होता है । जिसके कारण उसे समझने, सीखने एवं आसपास के वातावरण में अपने आपको संयोजित करने में अत्यन्त कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है । बच्चे को सीखने एवं जनेरेलाइजेशन करने में भी दिक्कत आ सकती है । उदाहरण के तौर पर अगर हम इस समस्या से ग्रसित बच्चे को रंगों की पहचान कराना चाहे तो उसे अलग -अलग वस्तुओं में मौजूद रंगों की पहचान कराना बेहद जटिल है। ऐसे बच्चे में समझने की क्षमता का आंकलन करना आसान नहीं है । कभी -कभी अप्रासंगिक संवाद के चलते हम उसे मेंटली रिटार्डेड समझने की भूल कर बैठते हैं । बहु नि:शक्तता से ग्रसित बच्चे में मानसिक मंदता, आटिज्म, बधिरता एवं अंधता में से दो या दो से अधिक समस्या का सम्मिश्रण हो सकता है । जैसे बधिरांधता यानि बधिरता के साथ -साथ अंधापन । मानसिक मंदता के साथ बधिरांधता का भी प्रभाव देखा जा सकता है । प्रमस्तिष्क अंगघात के साथ मानसिक मंदता अथवा आटिज्म या फिर दोनो ही पाए जा सकते हैं । इन समस्याओं के मूल में कोई एक कारण नहीं होता ।

       इस समस्या से निपटने का एक मात्र इलाज शीघ्र हस्तक्षेप एवं शीघ्र उपचार है । जिसमें हम बच्चे को प्रारंभ से छोटे -छोटे लक्ष्य तय कर धीरे -धीरे उसके सीखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं । साथ ही फिजियोथैरेपी, एक्यूपेशनल थैरेपी एवं स्पीच थैरेपी की मदद से और स्ट्रक्चर्ड टीचिंग यानि सुनियोजित शिक्षण से बच्चे के सीखने की प्रक्रिया में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं ।

मध्यप्रदेश सरकार की सराहनीय पहल

मध्यप्रदेश सरकार ने वर्ष 2006 में महर्षि दधिचि की जयन्ती के अवसर पर नि:शक्तजनों के लिये 2006 से 2009 तक तीन वर्षीय 'उत्थान' अभियान चलाया है इस अभियान में  नि:शक्त व्यक्तियों की पहचान कर उनकी जरूरतों का आंकलन करना व उनके क्रांतिकारी अधिकारों एवं पुनर्वास की दिशा में अनुकूल वातावरण निर्मित करने की पहल थी ।

मध्यप्रदेश सरकार ने नि:शक्तजनों को नियमित मासिक  वृति 500 रूपये प्रतिमाह देने के साथ -साथ आवश्यक उपकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार स्थापना में सरकारी हिस्सेदारी को रेखांकित कर नि:शक्तों के पुर्नवास की दिशा में सराहनीय कार्य किया है ।

 

बढ़ते कदम 

राष्ट्रीय न्यास के सौजन्य से पूरे देश में बाल दिवस यानि 14 नवम्बर से दिल्ली से प्रारंभ 'बढ़ते कदम 'जागरूकता रैली निकाली । जिसमें छ: सदस्यों वाली चार टीमों द्वारा पूरे देश में अलग -अलग राज्यों में जागरूकता विस्तार के मकसद से लोगों को राष्ट्रीय न्यास की नि:शक्तजनों के लिए अधिक से अधिक जानकारी देना थी । ग्वालियर में भी राष्ट्रीय न्यास की सहयोगी स्टेट नोडल एजेंसी 'रोशनी' रामकृष्ण आश्रम ग्वालियर एवं स्थानीय प्रशासन की मदद से 15 नवम्बर को विशाल जागरूकता रैली 'बढ़ते कदम' का सफलतापूर्वक आयोजन किया । रैली में बड़ी संख्या में नि:शक्तजन, उनके परिजन, स्वयंसेवी संगठनों, स्कूल कालेजों के विद्यार्थियों व गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया ।        इस रैली में आए विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय न्यास द्वारा मानसिक मंदता, आटिज्म, बहु नि:शक्तता एवं मानसिक पक्षाघात इन चार प्रकार की समस्याओं से प्रभावितों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी व उनके लिए बाधामुक्त वातावरण तैयार करने में जन भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की ।