शनिवार, 20 अक्टूबर 2007

चम्बल में विद्युत सप्लाई पूर्णत: ध्वस्त: लगातार नवदुर्गा में ब्लैक आउट

हल्‍दी जर्दी ना तजै, खटरस तजै ना आम । शीलवान गुन ना तजै, ना औगुन तजै गुलाम ।।

चम्बल में विद्युत सप्लाई पूर्णत: ध्वस्त: लगातार नवदुर्गा में ब्लैक आउट

कहाँ तक बयां करें हालात ए गुलिस्तां, यहाँ हर शाख पे उल्लू बैठा है

नोट इस समाचार में पूर्व में प्रकाशित समाचारों के कतिपय अंश तारतम्‍यवश यथावत अंत में रख लिये गये हैं  

मुरैना 20 अक्‍तूबर 07 ! फर्जी दावे करने झूठी वाहवाही बटोरने में लगी म.प्र. सरकार की पीठ पिछाड़ी भारतीय जनता पार्टी भारत सरकार के परमाणु करार का विरोध कर देश को बिजली मिलने और बनाने से रोकने के लिये भले ही नंगा नाच रच रही हो, लेकिन बी.बी.सी. हिन्‍दी द्वारा विचार प्रतिक्रिया स्‍तम्‍भ में भारत की जनता ने ''परमाणु करार विरोधीयों और बिजली समस्‍या पैदा कर देश का विकास ठप्‍प कर फर्जी बातें करने वाले, परमाणु करार से देश में बिजली पैदा न होने देने और राष्‍ट्र को बिजली संकट में फंसाये रखने वाले ऐसे जनविरोधी विचारधारा वाले राजनीतिक दलों और राजनेताओं के मुँह पर करारा तमाचा जड़ा है, यह स्‍तम्‍भ अभी बीबीसी पर जारी है आप पढ़ सकते हैं कि भारत की जनता इनके बारे में क्‍या कहती है ।    

और दावे दर दावे तथा आश्‍वासन दर आश्‍वासन के बावजूद पूरी तरह फेल हो चुकी सरकार की नपुंसकता के चलते अंततोगत्वा पिछले 12 अक्‍टूबर से चम्बल घाटी में कहर मचा रही बिजली व्यवस्था अपने चरम पर आकर जहॉं हिन्‍दूओं के प्रमुख आस्‍था एवं भक्ति पर्व नवरात्रि आरम्‍भ वाले दिन 12 अक्‍तूबर को ही न केवल पूरे दिन ही गुल रही वहीं रात को भी हिन्‍दूवादी भाजपा सरकार ने लोगों को माता की आरती तक नहीं करने दी । जहॉं व्रत उपवास कर नवरात्रों में लोग माता की भक्ति उपासना व अर्चना पूजा के लिये साल भर से उस दिवस का इन्‍तजार करते हैं जब माता घर में विराज कर प्रत्‍येक हिन्‍दू के घर नौ दिन की मेहमानी करती हैं, लोग व्रत उपवास तो छोडि़ये नहा धो भी नहीं पाये, माता की कलश व घट स्‍थापना पवित्र जल भर कर की जाती है तथाकथित हिन्‍दूओं के हिमायती भाजपाईयों ने लोगों को इस दिन ऐन माता की प्रतिष्‍ठा व स्‍थापना के दिन यानि 12 अक्‍तूबर को ही एक एक बूंद पानी के लिये तरसा दिया । बिल्‍कुल ठीक यही हालात अष्‍टमी वाले दिन यानि अंतिम पर्व दिवस यानि 19 अक्‍टूबर को जब कि लोग इस दिन पूरे दिन अनुष्‍ठान व यज्ञ हवन आदि करते हैं को भी सुबह 6 बजे गुल हुयी बिजली रात आठ बजे आई । लो भईया कर लो पूजा और हवन । बुधवार 17 अक्‍टूबर को पूरे 17 घण्‍टों के लिये पूर्णत: ठप्प हो ही गयी ! मजे की बात यह है कि हम एक सम्‍भागीय मुख्‍यालय शहर मुरैना की बात कर रहे हैं । गॉंवों और किसानों का आलम तो यह है कि अगर दिन भर में बीस मिनिट भी मिल जाये तो समझिये ''यूरेका यूरेका '' यानि मतलब समझ गये होंगे आप । समूची चम्‍बल घाटी का आलम यही है जनाब ।

उल्लेखनीय है कि विगत 12 अक्‍टूबर 07 से चम्बल घाटी की बिजली सप्लाई पूरी तरह चरमरा गयी थी और दिन में पीक वर्किंग टाइम में लगभग 6-7 घण्‍टे तथा रात में करीब 3-4 घण्टे की बेहिसाब अनाप शनाप कटौती चल रही थी, जिसका न समय तय था न कोई घोषणा ही इस मुतल्लिक जारी हुयी थी !

उधर दूसरी ओर सरकार दावा दर दावा ठोकने में लगी थी कि हम बहुत ज्यादा बिजली पैदा कर रहे हैं और अब कोई बिजली संकट नहीं है ! जबकि सच यह है कि चम्बल में धुंआधार कटौती चल रही थी !

अभी हाल ही में राष्‍ट्रीय जनता दल के मध्‍यप्रदेश के महासचिव नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द'' ने दिनांक 29 सितम्‍बर 2007 को लिखित शिकायती आवेदन चम्‍बल सम्‍भाग के अधीक्षण यंत्री को दिया था, जिसकी पावती ग्‍वालियर टाइम्‍स के कार्यालय में सुरक्षित है, यदि इस आवेदन को ही पढ़ लिया जाता और इस पर कार्यवाही कर दी गयी होती तो चम्‍बल सम्‍भाग में मध्‍यक्षेत्र विद्युत वितरण कम्‍पनी के शराबी अधिकारी और कर्मचारीयों की करनी व करतूतों की न केवल सच्‍चाई सामने आ जाती बल्कि चम्‍बल की बिजली कटौती की समस्‍या भी सुलझ गयी होती । ( हम इस आवेदन की फोटो प्रति स्‍कैन कर अलग से विस्‍तृत आलेख इस सम्‍बन्‍ध में शीघ्र जारी करेंगें जो कि ग्‍वालियर टाइम्‍स समूह की सभी वेबसाइटों पर उपलब्‍ध होगा । आप भी इस अंधेरगर्दी, भ्रष्‍टाचार और गुण्‍डागर्दी की कहानी का ऑखों देखा हाल भुक्‍तभोगी की जुबानी मय सबूत पढ़ सकेगें ) श्री तोमर का यह आवेदन आज की तारीख तक कार्यवाही के लिये लम्बित है । 

अभी हाल ही में म.प्र. के एक मंत्री रूस्‍तम सिंह ने मुरैना जिले में की जा रही अन्‍धाधुन्‍ध बिजली कटौती पर बिजली वितरण कम्‍पनी पर ऑंखे तरेरते हुये गीदड़ भभकी दी थी, लेकिन वह बेअसर रही ।  

अभी हाल ही में दो बड़े बिजली उत्पादन के अडडे जहाँ उदघाटित हुये हैं जिसमें एक लालकृष्ण आडवाणी जी ने किया वहीं दूसरा मुरैना के ऐन निकट ही ग्वालियर जिले में केन्द्रीय मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने किया ! जिसमें दावा यह था कि म.प्र. विशेषकर चम्बल ग्वालियर की बिजली समस्या अब पूर्णत: समाप्त !

उधर भगवान की दया से प्रदेश में बरसात भी अच्छी भली चल रही है, बाढ़ आ रही है, बांधो के इमरजेन्सी गेट खोल कर जरूरत से ज्यादा इकठठा हुआ पानी निकालना पड़ रहा है !

फिर भी बिजली नहीं होना जहाँ हैरत अंगेज और गजब की जादूगिरी है वहीं कुछ चौंकाने वाले सवालों की भी जन्मदाता ! मसलन बिना बिजली मिले म.प्र. की जनता अरबों रूपया की बिल भरपाई वर्ष सनृ 2000 से करती आ रही है ! उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एवरेज बिलर्स की संख्या 70 फीसदी है, जिन्हें बिजली मिले या न मिले एक निश्चित औसत राशि बिजली विभाग को देनी ही पड़ती है ! और यह राशि प्रतिमाह करोड़ों रू में और वर्ष 2000 से अब तक अरबों रू में पहुँच चुकी है !

जहाँ सरकार बिजली चोरी और जनता को चोर ठहराने में कोई कसर बकाया नहीं रखती वही अब यह सवाल भी जोरदार है कि बिना बिजली दिये की गयी अरबों रू की यह वसूली क्या नाहक नहीं है ? और क्या सरकार चोर नहीं है ? जिसने जनता की जेब पर डाका डाला है ! सरकार में यदि भलमनसाहत है तो पहले तो उनका पैसा लौटाये जिन्होंने इतने वर्ष तक बिना बिजली मिले भी पूरा बिल भुगतान किया है, उनकी बिजली तो कटी लेकिन बिलों में कटौती या उनकी धन वापसी की बात अभी तक क्यों नहीं हुयी ! यह सवाल यक्ष प्रश्न है, जिसका उत्तर सरकार को जनता को चोर कहने से पहले अनिवार्यत: देना होगा, तभी जनता के गले बात उतरेगी, वरना जनता आपको चोर कहती रहेगी, और आप जनता को !

विगत सोमवार 6 अगस्त से 8 अगस्त जो चम्बल में बिजली सप्लाई का जो कहर हुआ वह न केवल शर्मनाक बल्कि संभवत: म.प्र. के इतिहास में पहली बार हुआ जबरदस्त बलैक आउट है ! जिसमें 6 अगस्त सुबह से लेकर सारे दिन और सारी रात फिर 7 अगस्त को सारा दिन और सारी रात फिर 8 अगस्त को दोपहर 12 बजे तक लगातार सप्लाई ठप्प यानि पूर्णत: बन्द यानि ब्लैकआउट ! फिर दोबारा 8 अगस्त को शाम 4 बजे से रात 7:45 बजे तक पुन: सप्लाई बन्द ! गजब, अदभुत, चमात्कारिक, वाह क्या कहने ! बिजली वाले हुये या अलाउददीन के चिराग के जिन्न !

अब इसमें लोग कह रहे थे कि भईया आरक्षण की भर्ती है, आरक्षण का स्टाफ है तो यह तो होना ही है , अब ऐसी अवस्था में यदि लोग ऐसा कहते हैं तो हम पूछते हैं कि क्या गलत कहते हैं ! आरक्षण के नाम पर अयोग्य लोगों या कम योग्य लोगों के सहारे ऐसे संवेदलशील टैक्नीकल काम छोड़े जायेंगे तो यह तो होगा ही ! अव्वल तो वे कुछ जानते ही नहीं, दूसरे हराम की चाट पंजीरी का ऐसा स्वाद उनके मुँह लगा है कि, सरकार बाद में बिजली बेच पायेगी वे यहीं फैक्ट्रयों और इण्डस्ट्रियों में जम कर बिजली बेच देते हैं, उनके बैंक बैलेन्स और कोठीयों की लम्बाई चौड़ाई तो लगभग यही कहानी कहती है ! वहीं दूसरी ओर कुछ लोग यह भी कहते हैं कि बजली वालों को चोर और डकैतों से हफ्ता वसूली मिलती है, और कब कब कहाँ की बिजली गुल की जायेगी इसकी खबर चोरों डकैतों को रहती है और बिजली विभाग के गुप्त शिडयूल के अनुसार ही उनका गुप्त शिडयूल चलता है ! अगर लोग ऐसा कहते हैं, तो अब लोग क्या गलत कहते हैं ? 

उल्लेखनीय है कि मुरैना और भिण्ड दोनों ही जिलों में बिजली को लेकर अभी हाल ही पिछले दस पन्द्रह दिनों में भारी जनआक्रोश और उपद्रव हुआ जहाँ महिलाओं ने जगह जगह कई आन्दोलन किये और पुतले फूंके, बिजली वालों की धुनाई पिटाई कर डाली वहीं लगता है सारी चम्बल घाटी में महिलाओं की फौज मानो कमर कसकर विद्रोह और विरोध पर उतारू है और प्रदर्शन, धरना, विरोध से लेकर धुनाई पिटाई भी उनके आन्दोलन का हिस्सा है, मजे की बात ये है कि उनके साथ कोई राजनीतिक दल नहीं हैं, जनता अपनी लड़ाई खुद लड़ रही है !

पिछले सप्ताह म.प्र. शासन के पूर्व कांग्रेस मंत्री राकेश चौधरी को जरूर भिण्ड में बिजली समस्या को लेकर न केवल सड़कों पर आना पड़ा बल्कि भिण्ड कलेक्ट्रेट की तालाबन्दी करना पड़ी, उनके तालाबन्दी आन्दोलन को जनता का इतना व्यापक समर्थन मिला कि भिण्ड की सडृकों पर जनता समाये नहीं बन रही थी, उन्होंने न केवल कुशलता और सफलतापूर्वक कलेक्ट्रेट भिण्ड की तालाबन्दी कर दी बल्कि जनता के हीरो भी बन गये ! यह भी स्मरणीय है कि भिण्ड के वर्तमान भाजपा विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह भी बिल्कुल ठीक इसी तरह विधायक बने ! बस फर्क यह था कि उस समय कांग्रेस की सरकार थी और इसी बिजली के लिये आन्दोलन नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने इसी तरह जनता को साथ लेकर किया था ! और कई बिजली वालों की पिटाई धुनाई की थी, और पहले वे अखबारों की सुर्खियां बनें, फिर भिण्ड के विधायक ! तब राकेश चौधरी भिण्ड के विधायक और बाद में सरकार के मंत्री थे ! अब बिल्कुल वही सिचुएशन एकदम उल्टी है ! यानि आप समझ ही गये होंगे कि इसका अर्थ क्या है !

मुरैना की स्थिति थोड़ी भिन्न है, विशुध्द रूप से आरक्षित सीट रहने और भाजपा का अखण्ड गढ़ रहने से यहाँ जननेतृत्व का अभाव है, यहाँ के विधायक, सांसद जननेता की परिभाषा से परे हैं , चाटुकारिता और कृपालुता के भरोसे राजनीति करने वाले नेताओं के साये में मुरैना जिला की जनता को अपनी लड़ाई खुद लड़ना पड़ती है, लड़ती आयी है, और लड़ भी रही है ! नेता, विधायक, मंत्री, सांसद सब अपनी अपनी पीठ खुद ही थपथपाते रहते हैं, थपथपा रहे हैं, उनका हमेशा ही खैरियत अलार्म और ''जी सर'' ''यस सर'' तकिया कलाम चालू रहता है !      

जनता चोर और वे साहूकार, वाह भई वाह उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे ! लोकतंत्र में जनता कोतवाल होती है, और सरकार चोर, लोकतंत्र का मतलब तो यही है भईया ! जनता अधिकारी होती है, और सरकारी लोग उसके नौकर यानि सेवक यानि पब्लिक सर्वेण्ट ! मगर यहाँ तो उल्टी ही गंगा बह रही है ! 

क्या कहता है बिजली विभाग  ?

आज के दैनिक भास्कर में बिजली विभाग का स्पष्टीकरण यानि पक्ष प्रकाशित है, हम दैनिक भास्कर से साभार इसे यहाँ दे रहे हैं - महकमे के बिजली के तार चार पाँच जगह पर टूट गये थे, रात का समय होने की वजह से तारों को जोड़ा नहीं जा सके, हालांकि बुधवार की दोपहर को शहर की आपूर्ति को सामान्य बना लिया गया है- पी.के.सिंह, एस.ई. विद्युत मण्डल मुरैना !

क्या उक्त पक्ष स्पष्टीकरण से कुछ जाहिर नहीं होता - 1. ये लोग 24 घण्टे के पूर्णकालिक कर्मचारी यानि लोकसेवक यानि पब्लिक सर्वेण्ट नहीं हैं 2. बिजली के तार टूटना एक सामान्य और आम बात है जो सनृ 2000 से आज तक रोजाना हो रही है 3. ट्रान्सफार्मर फुंकना आम बात है जो सन 2000 से रोजाना फुंक रहे हैं 4. रात के वक्त बिजली महकमा काम नहीं करता 5. चार पाँच जगह के बिजली के तार तीन दिनों में जोड़ पाते हैं बेचारे 6. दारू पीकर होश में आने में कर्मचारीयों को तीन दिन से ज्यादा भी लग जाते हैं !

 

क्षत्रिय राजपूत समाज की वेबसाइट का शुभारम्‍भ दशहरे पर

क्षत्रिय राजपूत समाज की वेबसाइट का शुभारम्‍भ दशहरे पर

मुरैना । क्षत्रिय राजपूत समाज की बृहद वेबसाइट का शुभारम्‍भ दशहरे पर 21 अक्‍टूबर को ग्‍वालियर टाइम्‍स वेबसाइट समूह द्वारा किया जा रहा है । उल्‍लेखनीय है कि इण्‍टरनेट पर क्षत्रिय राजपूत समाज के बारे में काफी भ्रामक, असत्‍य व त्रुटिपूर्ण जानकारीयां उपलब्‍ध हैं, जिससे न केवल अन्‍तर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भ्रान्तियां उत्‍पन्‍न हो रहीं हैं , बल्कि क्षत्रियों की ऐतिहासिक जानकारीयां भी मनमाने तरीके से तोड़ मरोड़ कर राजपूतों के इतिहास को विकृत कर दिया गया है ।

राजपूत क्षत्रियों के बारे में प्रमाणिक व सत्‍य इतिहास व तथ्‍यों के विश्‍वव्‍यापी प्रसारण व प्रकाशन का बृहद कार्य ग्‍वालियर टाइम्‍स वेबसाइट समूह द्वारा प्रारंभ किया जा रहा है ।

इस वेबसाइट में क्षत्रियों व राजपूत राजघरानों व ठिकानेदारों, जागीरदारों, जमीन्‍दारों व प्रमुख क्षत्रिय राजपूत अग्रणी व्‍यक्तित्‍वों की जानकारी प्रकाशित होगी बल्कि राजपूत क्षत्रिय वंशावलियों को भी प्रकाशित किया जायेगा ।

अभी तक इस वेबसाइट पर प्रकाशन के लिये ग्‍वालियर चम्‍बल सम्‍भाग के लगभग साढ़े तीन हजार क्षत्रियों की जानकारी प्राप्‍त हो चुकी है । वेबसाइट पर ऑन लाइन फार्म भी उपलब्‍ध रहेगा जिसमें क्षत्रिय राजपूत अपना ब्‍यौरा अपने घर से ही भर कर डाल सकेगें । इसमें क्षत्रिय राजपूत नौजवानों के लिये विवाह मंच, रोजगार मार्गदर्शन, नियुक्ति सूचनायें, और किसानों व महिलाओं के लिये भी उपयोगी जानकारीयां संकलित रहेंगीं ।

वेबसाइट का निर्माण व डिजायनिंग मशहूर वेब विशेषज्ञ नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द'' द्वारा किया जा रहा है, उनके द्वारा डिजायनिंग व वेब मैण्‍टीनेन्‍स सुविधा क्षत्रिय राजपूत समाज के लिये पूर्णत: निशुल्‍क दी जायेगी, ग्‍वालियर टाइम्‍स वेब साइट समूह द्वारा इस वेबसाइट को निशुल्‍क वेब स्‍पेस और सबडोमेन दिया जा रहा है, क्षत्रियों की प्रसिद्ध पत्रिका ''क्षत्रिय टुडे'' द्वारा निशुन्‍क डाटाबेस और सामग्री प्रदाय की जा रही है, प्रसिद्ध राजपूत पत्रिका आगरा से प्रकाशित ''चेतक'' और अन्‍य राजपुत्र में प्रकाशित सामग्रीयां भी इस वेबसाइट पर उपलब्‍ध होंगीं । क्षत्रियों के गौरव और प्रतिष्‍ठाओं को भी वेबसाइट पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जायेगा ।

वेबसाइट को चन्‍द्रवंश के महराजा यदुकुल श्रेष्‍ठ भगवान श्री कृष्‍ण, भरत, दुष्‍यंन्‍त, अनंगपाल सिंह तोमर, मान सिंह तोमर, और अन्‍य तोमर राजाओं की स्‍मृति में समर्पित किया जा रहा है । यह वेबसाइट पर http://www.rajput.gwaliortimes.com उपलब्‍ध होगी ।  

 

गुरुवार, 18 अक्टूबर 2007

दुर्गा भक्तों से जिला प्रशासन की अपील

दुर्गा भक्तों से जिला प्रशासन की अपील

 

मुरैना 18 अक्टूबर 2007 // जिला प्रशासन द्वारा समस्त नवदुर्गा मूर्तियों का विसर्जन सूर्य अस्त से पहले ही करने की दुर्गा भक्तों से अपील की गई है ।

       अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री विजय अग्रवाल की जानकारी के अनुसार पूर्व की भांति इस वर्ष भी मुरैना एवं बामौर में नव दुर्गा मूर्तियों की झांकी कार्यक्रम श्रृध्दालुओं द्वारा मनाया जा रहा है । मूर्तियों का विसर्जन 20 अक्टूबर को किया जावेगा।  जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि मूर्तियों का विसर्जन देवरी क्वारी नदी, राजघाट चम्बल नदी, छोंदा नदी एवं नूरावाद सांक नदी में सूर्य अस्त से पूर्व ही किया जाये । मूर्तियों के विसर्जन के समय व्यवस्थाओं के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेटो की डयूटी लगाई गई है, जिसके अन्तर्गत तहसीलदार श्री बी.पी. श्रीवास्तव को राजघाट चम्बल नदी, देवरी क्वारी नदी, अतिरिक्त तहसीलदार मुरैना श्री एम.एस. कुर्रेशी को छोंदा नदी, अतिरिक्त तहसीलदार बामौर  श्री वाकना को नूरावाद सांक नदी, नायब तहसीलदार श्रीमती पुष्पा पुषाम को पुलिस कंट्रोल रूम एवं नायब तहसीदार श्री लक्ष्मीकुमार मिश्रा को राजघाट चंबल नदी, देवरी क्वारी नदी पर तैनात किया गया है। किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए गोताखोर भी तैनात रहेंगे ।

 

 

प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा 23 को मुरैना आयेंगे

प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा 23 को मुरैना आयेंगे

 

मुरैना 18 अक्टूबर 2007 // प्रदेश के ग्रामोद्योग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा आगामी 23 अक्टूबर को प्रात: 10 बजे ग्वालियर से कार द्वारा प्रस्थान कर 11 बजे मुरैना आयेंगे । श्री वर्मा मुरैना विश्राम गृह पर सांसद,विधायकगण तथा अन्य पदाधिकारियों से भेंट करने के बाद दोपहर 12 बजे कलेक्टर कार्यालय में जिला योजना समिति की बैठक लेंगे । बैठक उपरांत श्री वर्मा 2.30 बजे मुरैना से ग्वालियर के लिये प्रस्थान करेंगे ।

 

बुधवार, 17 अक्टूबर 2007

जोनल अधिकारी रखेंगे वितरण व्यवस्था पर नजर

जोनल अधिकारी रखेंगे वितरण व्यवस्था पर नजर

 

मुरैना 17 अक्टूबर2007 // सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत मुरैना जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत शासकीय उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न, शक्कर , कैरोसिन आदि का वितरण 22, 23 और 24 अक्टूबर को एक समय में ही किया जायेगा । नियत समय पर सामग्री का वितरण सुनिश्चित कराने के लिए प्रत्येक उचित मूल्य दुकान के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं । इसके अलावा जोनल अधिकारी भी वितरण व्यवस्था पर सजग व सतर्क निगाह रखेंगे और उपभोक्ताओं को सामग्री का नियत समय पर वितरण सुनिश्चित करायेंगें ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपठी ने बताया कि जिले में वितरण व्यवस्था पर नजर रखने के लिए 13 जोनल अधिकारी नियुत्ति किये गये हैं । पोरसा में तहसीलदार श्री एस.एस.दौहरे को 14, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री आर.सी. अमलानी को 9, अम्बाह में तहसीलदार श्री एस.एल. शाक्य को 13 और कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री डी.एस.यादव को 14, मुरैना में जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती उपासना राय को 13, तहसीलदार श्री बी.पी.श्रीवास्तव को 14 और अपर तहसीलदार श्री आर.एस वाकना को 15, जौरा में तहसीलदार श्री के.के. सिंह गौर को 21 और उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री एन.आर. भास्कर को 19, कैलारस में तहसीलदार श्री बी.आर. माहौर को 9 और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री ए.पी. शर्मा को 8 तथा सबलगढ़ में तहसीलदार श्री जे.एन. पालीवाल को 14 और कार्य पालन यंत्री जल संसाधन श्री एम.डी. नारोलिया को 9 दुकानों के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।

       कलेक्टर ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाली कम से कम पचास प्रतिशत दुकानों का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें  और खाद्यान्न , शक्कर, कैरोसिन आदि का उपभोक्ताओं को समय पर वितरण सुनिश्चित करायें । जिन उचित मूल्य दुकानों से एक से अधिक ग्राम पंचायत के उपभोक्ताओं को सामग्री वितरण किया जाता है, उन दुकानों से सामग्री वितरण हेतु प्रत्येक पंचायत के लिए दिन निश्चित कर दिए गये है । नोडल अधिकारी दुकानों पर उपस्थित रहकर अपने समक्ष सामग्री का वितरण करायेंगे और वितरण पश्चात पालन प्रतिवदेन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवंखाद्य कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे । वितरण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर नोडल अधिकारियों के विरूध्द भी कार्रवाई की जायेगी ।

 

कानूनी जानकारी का लाभ आम जन तक पहुंचायें - जिला न्यायाधीश श्री गुलाब शर्मा

कानूनी जानकारी का लाभ आम जन तक पहुंचायें - जिला न्यायाधीश श्री गुलाब शर्मा

 

मुरैना 17 अक्टूबर 2007 // जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री गुलाब शर्मा ने कहा है कि समाज के गरीब कमजोर वर्ग को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन तक कानूनी जानकारी का लाभ पहुंचाने की पहल की जानी चाहिए । तभी अनुसूचित जाति, जन जाति और पिछडा वर्ग के व्यक्ति तथा महिलायें वैद्यानिक रूप से जागरूक होकर शासन द्वारा प्रदत्त कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने की पहल कर सकेंगे । श्री शर्मा अम्बेडकर पार्क में गत दिवस आयोजित विधिक सेवा सप्ताह के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे ।

       जिला न्यायाधीश श्रीगुलाव शर्मा ने मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के प्रति सहानुभूति पूर्वक व्यवहार स्थापित करने की आवश्यकता प्रति पादित की । उन्होंने कहा कि आम जन को कानूनी जानकारी तथा शासन की कल्याण कारी योजनाओं से अवगत कराने के लिए इस तरह के शिविरों के आयोजन की निरंतरता बनी रहनी चाहिए। उन्होंने डा. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।

       अपर जिला न्यायाधीश श्री के.पी. सिंह ने जनमानस में जागृति एवं चेतना लाये जाने हेतु ऐसे आयोजन की महत्ता स्पष्ट की । श्री मोहन चंन्द्र बांदिल एडवोकेट तथा अध्यक्ष अधिवक्ता संघ द्वारा गरीबों की दलित बस्ती में इस आयोजन हेतु जिला न्यायाधीश के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया  तथा इस आन्दोलन में अधिवक्ता संघ मुरैना का पूर्ण सहयोग विश्वास दिलाया गया । न्यायिक दण्डाधिकारी श्री अरबिन्द कुमार गोयल द्वारा मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के लिए जिला प्राधिकरण द्वारा पूरी तत्परता से कार्य कर सहायता पहुंचाने हेतु आश्वस्त किया गया । शिविर में अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, श्री रामहित पिप्पल, श्रीमती अशा सिंह सिकरवार, श्री विनय मिश्रा एडवोकेट द्वारा भी मानसिक रोगियों के कल्याण एवं सुरक्षा हेतु उपयोगी सुझाव दिये गये । अपने स्वागत भाषण में जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री एस.के. शुक्ला द्वारा विधिक सेवा सप्ताह आयोजन की रूप रेखा प्रस्तुत की गई। अंत में पार्षद श्री तोताराम राजौरिया द्वारा सभी उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया ।

 

ग्रामीण विज्ञान प्रदर्शनी के लिए कार्यशाला 23 अक्टूबर को

ग्रामीण विज्ञान प्रदर्शनी के लिए कार्यशाला 23 अक्टूबर को

मुरैना 17 अक्टूबर 2007 // जिला स्तरीय 14 वीं ग्रामीण विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन 2 और 3 नवम्बर को समन्वय संस्था शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय मुरैना में किया जा रहा है । इस प्रदर्शनी के संबंध में 23 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे शासकीय उत्कृष्ट उ.मा. विद्यालय मुरैना में कार्यशाला आयोंजित की गई है । जिसमें समस्त हाईस्कूल और हायर सैकण्डरी स्कूल के प्राचार्यों से विज्ञान शिक्षक की उपस्थिति सुनिश्चित करने की अपेक्षा की गई है ।

       जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम.उपाध्याय के अनुसार ग्रामीण विज्ञान प्रदर्शनी में प्रत्येक हाईस्कूल और हायर सेकण्डरी स्कूल से कम से कम एक विज्ञान प्रादर्श बनाकर प्रदर्शित किया जायेगा ।

 

अभय कुमार वर्मा ने सीईओ जिला पंचायत मुरैना का कार्यभार संभाला

अभय कुमार वर्मा ने सीईओ जिला पंचायत मुरैना का कार्यभार संभाला

 

मुरैना 17 अक्टूबर 2007 // राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री अभय कुमार वर्मा ने आज जिला पंचायत मुरैना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया है । श्री वर्मा कटनी जिला से एडीएम पद से स्थानांतरित हो कर यहां आयें हैं ।

 

रियायती दर पर बिजली कनेक्शन देने की अभिनव योजना

रियायती दर पर बिजली कनेक्शन देने की अभिनव योजना

 

मुरैना 17 अक्टूबर 2007 // मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा विद्युत चोरी रोकने के उद्देश्य से रियायती दर पर कनेक्शन देने की अभिनव योजना शुरू की गई है । इस योजना में वी.पी.एल. कार्ड धारी उपभोक्ता को मात्र 11 रूपये और अनुसूचित जाति एवं जन जाति वर्ग के उपभोक्ताओं को 61 रूपये में विद्युत कनेक्शन प्रदाय किया जायेगा । इन उपभोक्ताओं को प्रति माह 25 यूनिट विद्युत खपत का अनुदान भी दिया जायेगा ।

       कार्यपालन यंत्री श्री आर.के.एस.राठौर के अनुसार सामान्य वर्ग के उपभोक्ताओं को 206 रूपये में विद्युत कनेक्शन दिया जायेगा और प्रति माह कम से कम 38 यूनिट विद्युत खपत की विलिंग की जायेगी । श्री राठौर ने बताया कि कम्पनी द्वारा बिजली काफी मंहगें दामों पर खरीद कर उपभोक्ताओं को प्रदाय कराने के प्रयास जारी हैं । कम्पनी ने विद्युत बचत के लिए घर - घर जाकर जन जागरण चेतना अभियान चलाने का भी निर्णय लिया है । इसके तहत विद्युत अधिकारी उपभोक्ताओं के दरवाजों पर जाकर बिजली का विधिवत कनेक्शन ले कर उपयोग करने और उसकी वरवादी अथवा दुरूपयोग और चोरी रोकने की समझाईश देंगे ।

 

मुरैना में चार लाख से अधिक व्यक्तियों ने ली गरीबी उन्मूलन की शपथ

मुरैना में चार लाख से अधिक व्यक्तियों ने ली गरीबी उन्मूलन की शपथ

मुरैना 17 अक्टूबर 2007 // अन्तर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस पर आज मुरैना जिले में लगभग चार लाख से अधिक व्यक्तियों ने जगह-जगह एकत्रित होकर गरीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक शपथ ग्रहण की ।

       ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देशानुसार 17 अक्टूबर को जिले में स्टेंड अप एंड स्पीक आउट कार्यक्रम आयोजित किया गया । कलेक्ट्रेट मुरैना के प्रांगण में अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा ने हजारों की संख्या में एकत्रित अधिकारी और कर्मचारियों को अत्याधिक गरीबी और असमानता के खिलाफ कृत संकल्प होकर कार्य करने का संकल्प दिलाया । इस मौके पर संयुक्त कलेक्टर श्री आशकृत तिवारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे । शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मुरैना में नगर की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं से रैली के रूप में आये लगभग चार हजार शिक्षकों और विद्यार्थियों ने समाज सेवी श्री नागेन्द्र तिवारी की उपस्थिति में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित सहस्त्रावदी लक्ष्यों की पूर्ति के लिए एवम् उन लक्ष्यों से भी आगे बढ़ने के लिए किये जा रहे प्रयत्नों के प्रति प्रतिबध्दता व्यक्त की । इस अवसर पर एसडीएम श्री विजय अग्रवाल और जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम. उपाध्याय मौजूद थे ।

       जिले की समस्त शैक्षणिक संस्थाओं में तीन लाख से अधिक बच्चों ने गरीबी उन्मूलन के लिए कार्य करने की शपथ ली । इसी प्रकार जिले की प्रत्येक स्वास्थ्य संस्था , आंगनवाड़ी केन्द्र और विकास खण्ड स्तर के कार्यालयों पर भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजितकर गरीबी के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया गया । प्रत्येक ग्राम पंचायत में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर ग्रामीणों को अन्तर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित सहस्त्रावदी लक्ष्यों की पूर्ति के लिए एवं उन लक्ष्यों से भी आगे बढ़ने के लिए किये जा रहे प्रयत्नों के प्रति प्रतिबध्दता व्यक्त करने और अत्यधिक गरीबी व असमानता के खिलाफ कृत संकल्प होकर कार्य करने की प्रतिज्ञा दिलाई गई ।

 

मंगलवार, 16 अक्टूबर 2007

फलवहार की नीलामी 19 अक्टूबर को

फलवहार की नीलामी 19 अक्टूबर को

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // शासकीय प्रोजनी आर्चड देवरी पर 19 अक्टूबर को अपरान्ह 2 बजे अमरूद , वेर , आवंला फलवहार की नीलामी की जायेगी । नीलामी से पहले इच्छुक बोलीदार को 100 रूपये जमा कराने होंगे तथा नीलामी पश्चात 25 अक्टूबर को अंतिम वोली की पूर्ण राशि जमा करनी होगी । फल तोड़कर बगीचा खाली करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2008 रहेगी ।

 

विद्युती करण के लिए सबा नौ लाख रूपये मंजूर

विद्युती करण के लिए सबा नौ लाख रूपये मंजूर

 

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा विधायक मुरैना श्री रूस्तम सिंह की अनुशंसापर नगर पंचायत बानमोर, ग्राम धनेला और ग्राम चुरहेला में विद्युतीकरण कार्यों के लिए 9 लाख 35 हजार 821 रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है । स्वीकृत कार्य की क्रियान्वयन एजेंसी कार्यपालन यंत्री विद्युत वितरण कम्पन्नी मुरैना रहेगी ।

 

इलाज के लिए सहायता

इलाज के लिए सहायता

 

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से तीन हितग्राहियों को उपचार के लिए 26 हजार रूपये की सहायता स्वीकृत की है ।

       ग्राम दलजीत का पुरा आरौली के श्री बैलीराम जाटव और अम्बाह के श्री नौशाद अहमद को 8-8 हजार रूपये तथा ग्राम गडौरा निवासी श्रीमती शिवदेई को 10 हजार रूपये की राशि बीमारी के इलाज हेतु मंजूर की गई है ।

 

गरीबी उन्मूलन के लिए शपथ आज

गरीबी उन्मूलन के लिए शपथ आज

 

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // अन्तर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस पर 17 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे समस्त अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थियों द्वारा गरीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक शपथ ली जायेगी ।

       जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यालय पर स्थित सभी कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे । शिक्षा विभाग द्वारा उत्कृष्ट उ.मा. विद्यालय मुरैना में स्कूली बच्चों द्वारा शपथ ग्रहण की जायेगी । इससे पहले स्कूली बच्चों द्वारा रैली भी निकाली जायेगी । खंड स्तर पर भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे । संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देशानुसार 17 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे सभी अधिकारी ,कर्मचारी और विद्यार्थी अत्यधिक गरीबी और असमानता के खिलाफ कृत संकल्प होकर कार्य करने की प्रतिज्ञा लेंगे ।

 

नई वितरण व्यवस्था के तहत प्रत्येक पंचायत के लिए दिन निश्चित

नई वितरण व्यवस्था के तहत प्रत्येक पंचायत के लिए दिन निश्चित

 

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की पहल पर मुरैना जिले में ग्रामीण क्षेत्र में खाद्यान्न ,शक्कर और कैरोसिन वितरण की नई व्यवस्था लागू की गई है । इस व्यवस्था के अन्तर्गत इस माह की 22, 23 और 24 तारीख को नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया जायेगा । अपर कलेक्ठर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में आज नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ । उन्होंने बताया कि उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था को सुगम बनाने के उद्देश्य से प्रत्येक पंचायत के लिए दिन निश्चित कर दिया गया है । नोडल अधिकारियों को अपने सामने खाद्यान्न कैरोसिन आदि का वितरण कराकर प्रतिवेदन संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और खाद्य कार्यालय को प्रस्तुत करना होगा । विवरण के संबंध में शिकायत मिलने पर संबंधित नोडल अधिकारी के विरूध्द भी कार्रवाई की जायेगी ।

       इस अवसर पर एसडीएम अम्बाह श्री अमरेश श्रीवास्तव, जिला आपूर्ति अधिकारी श्री दोहरे तथा नोडल अधिकारी उपस्थित थे ।

 

मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना पंजीबध्द श्रमिकों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा

मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना

पंजीबध्द श्रमिकों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा

मुरैना 16 अक्टूबर 2007 // मध्य प्रदेश में भूमिहीन खेतिहर मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना 2007 प्रारंभ की गई है । इसके अन्तर्गत खेतिहर मजदूर को जन्म से लेकर मृत्यु तक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी । योजना के तहत श्रमिक का पंजीयन आवश्यक होगा । पंजीयन हेतु ग्राम पंचायत सक्षम होगी । पंजीयन उपरांत निर्धारित प्रारूप में फोटो परिचय पत्र दिया जायेगा, जिसके आधार पर विभिन्न सामाजिक सुरक्षा सहायता प्रदान की जायेंगी ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि पंजीयन हेतु आवेदक को पन्द्रह रूपये शुल्क के साथ दो पास पोर्ट साइज के फोटो जमा कराना होंगे । पंजीयन तीन वर्ष तक के लिए बैघ रहेगा । ग्राम पंचायत द्वारा पंजीयन का आवेदन अमान्य करने अथवा अपात्र पाये जाने पर पंजीयन निरस्त करने के आदेश के विरूध्द जनपद पंचायत के समक्ष अपील की जा सकेगी तथा जनपद पंचायत का निर्णय अंतिम होगा । इस योजना के तहत भूमिहीन खेतिहर श्रमिकों के ऐसे परिवार, जिन्होंने एक वर्ष में कम से कम 90 दिन कृषि, उद्यानिकी , वन रोपण, वनोपज आदि में नियोजित होकर कार्य किया है, पात्र रहेंगे ।

       योजना के क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तर एक निधि स्थापना की जायेगी । प्रारंमिक चरण में इस निधि के लिए चार करोड़ रूपये की राशि म.प्र कृषि विपणन वोर्ड द्वारा उपलब्ध कराई गयी है । इतनी ही राशि कृषि विकास विभाग के बजट से उपलब्ध कराई जायेगी । इस निधि के संचालन हेतु संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास अधिकृत रहेंगे । इस प्रकार निधि का जिला एवं विकास खंड स्तर पर बैंक खाता खोला जायेगा, जिनका संचालन जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी करेंगे । संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास द्वारा राज्य स्तर पर स्थापित निधि से जिला पंचायतों को आवश्यकतानुसार धन राशि आंवंटित की जायेगी तथा जिला पंचायत द्वारा जनपद पंचायतों को धनराशि का आवंटन अपने स्तर से किया जायेगा ।

       योजना के अंतर्गत पंजीवध्द श्रमिकों की पत्नी अथवा पंजीवध्द महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता योजना के तहत 6 सप्ताह की मजदूरी के बरावर राशि, पितृत्व अवकाश के रूप में 15 दिन की मजदूरी के समतुल्य राशि और प्रसूति व्यय के रूप में एक हजार रूपये दिए जांयेगे । यह लाभ अधिकतम दो प्रसूति के ल्एि दिलाया जायेगा। पंजीवध्द श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृति तथा मेधावी छात्र पुरस्कार का लाभ आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा योजना में निर्धारित मापदंड अनुसार दिया जायेगा। महिला श्रमिक के विवाह, एक बार पुर्नविवाह एवं पंजीवध्द श्रमिक की दो पुत्रियों की शादी के लिए 6 हजार रूपये प्रति विवाह के मानसे सहायता देय होगी । परिवार के किसी सदस्य के बीमार होने की दशा में भर्ती होकर शासकीय स्वास्थ्य संस्था में इलाज कराने पर दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना के नियम अनुसार 20 हजार रूपये प्रति परिवार प्रति वर्ष चिकित्सा सहायता दी जायेगी । गंभीर बीमारी की स्थिति में इस राशि के अलावा राज्य बीमारी सहायता निधि तथा और अधिक आवश्यकता होने पर मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से सहायता दी जायेगी । दुर्घटना में मृत्यु की स्थिति में आम आदमी बीमा योजना का लाभ दिया जायेगा । प्रीमियम की राशि राज्य सरकार की ओर से जमा कराई जायेगी । दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर पचास हजार रूपये तथा स्थाई अपंगता होने पर पच्चीस हजार रूपये की सहायता दी जायेगी । अंत्येष्टि के लिए दो हजार रूपये की तत्कालिक सहायता परिवार को उपलब्ध कराई जायेगी।

       मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना के अंतर्गत 25 हजार रूपये तक की सहायता स्वीकृत करने के अधिकार जनपद पंचायत को तथा इससे अघिक राशि के स्वीकृति के अधिकार जनपद पंचायत की अनुशंसा पर जिला पंचायत को होंगे ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने मुरैना जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को राजस्व अमले के माध्यम से पंचायतवार भूमिहीन श्रमिकों की सूची तैयार कराने के निर्देश दिए है । कलेक्टर के निर्देशों के परिपालन में एस.डी.ओ. मुरैना श्री विजय अग्रवाल ने राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों कोग्राम पंचायतवार भूमिहीन खेतिहर मजदूरों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए है ।  नियत समय सीमा में सूची तैयार कर प्रस्तुत नहीं करने वाले कर्मचारियों के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी ।