शनिवार, 12 मई 2007

डेरा डालो अभियान: बैठक 13 मई को

डेरा डालो अभियान: बैठक 13 मई को

 

मुरैना 11 मई07- अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विजय अग्रवाल के अनुसार डेरा डालो अभियान के क्रियान्वयन हेतु अनुविभाग मुरैना के समस्त सरपंचों और संबंधित अधिकारियों की बैठक 13 मई को प्रात: 10 बजे टाउन हॉल में आयोजित की गई है ।

 

 

महिला आयोग की बैंच ने 56 प्रकरणों में सुनवाई की

महिला आयोग की बैंच ने 56 प्रकरणों में सुनवाई की

 

मुरैना 11 मई07- राज्य महिला आयोग की संयुक्त बैंच का आयोजन सर्किट हाऊस मुरैना में किया गया । बैंच में सुनवाई हेतु आज कुल 35 प्रकरण सदस्य श्रीमती कृष्णकांता तोमर एवं सदस्य श्रीमती सरोज राजपूत के समक्ष रखे गये । इनमें दहेज हत्या के 5, दहेज प्रताडना के 11, भूमि विवाद के 5, मारपीट एवं प्रताडना के 6, घरेलू हिंसा के 3 और अन्य 6 शामिल है ।

       ज्ञात हो कि दो दिवसीय बैंच में कुल 85 प्रकरणों को सुनवाई हेतु रखा गया । कुल 56 प्रकरणों में आवेदक उपस्थित हुए शेष 43 प्रकरण नस्ती वद्व किये गये । श्रीमती सुजाता तोमर पुत्री अतर सिंह सिकरवार द्वारा खेल एवं युवक कल्याण विभाग में संविदा एथेलिटिक्स प्रशिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन किया गया था । मेरिट एवं पात्रता की शर्तो में प्रथम स्थान होने पर भी अन्य को नियुक्ति प्रदान कर दी गई । इस संबंध में बैंच द्वारा खेल एवं युवक कल्याण विभाग से तत्काल नस्ती बुलाकर प्रकरण में शीघ्र कार्रवाई करने को कहा गया साथ ही सदस्य द्वारा संचालक खेल एवं युवक कल्याण भोपाल से 7 दिवस में प्रकरण की जांच कर कार्यवाही करने की अपेक्षा की गई । विजय कुमारी सक्सेना द्वारा अपनी पुत्री साधना को शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने का आवेदन आयोग को दिया गया था । बैंच के समक्ष जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा उपस्थित होकर शासन की अनुकंपा नियुक्ति नीति का उल्लेख किया गया । बैंच द्वारा तत्काल प्रकरण को जिला अनुकंपा नियुक्ति के समक्ष प्रस्तुत कर उचित निर्णय करने की व्यवस्था जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई ।

       श्रीमती मुन्नीवाई पत्नि स्व. भास्कर के प्रकरण में प्रथम सूचना रिपोर्ट नहीं होने की शिकायत आयोग को की गई । संबंधित पुलिस अधिकारियों को तत्काल रिपोर्ट कायमी के निर्देश सदस्य द्वारा दिये गये । श्रीमती पुनिया मल्लाह सरपंच ने गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा पद से हटाने हेतु धमकी देने की शिकायत आयोग के समक्ष की थी सदस्य द्वारा प्रकरण में तत्काल कार्रवाई करने की अपेक्षा की गई ।

       कैंसर पीडित महिला लक्ष्मी चंदेल ए.एन.एम द्वारा बैंच के समक्ष उपस्थित होकर अपने स्थानातंरण हेतु निवेदन किया । सदस्य द्वारा तत्काल कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया । आयोग की संयुक्त बैंच में सदस्य के निज सचिव सुनील गोयल, निज सहायक पुष्पा दुबे, महेन्द्र शर्मा उपस्थित रहे । जिला प्रशासन की ओर से नायव तहसीलदार पुष्पा पुषाम परियोजना अधिकारी श्री आर.के. तिवारी एवं पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधियों द्वारा सहयोग किया गया ।

 

 

डेरा डालो अभियान 25 मई तक चलेगा 40 दल करेंगे 812 ग्रामों का संपर्क

डेरा डालो अभियान 25 मई तक चलेगा 40 दल करेंगे 812 ग्रामों का संपर्क

 

मुरेना 11 मई07- संभागायुक्त डा. कोमल सिंह के निर्देशानुसार मुरैना जिले में 14 मई से 25 मई तक डेरा डालो अभियान चलाया जायेगा । इस अभियान के दौरान जिले के समस्त 812 ग्रामों का भ्रमण और ग्रामीणों से संपर्क करने के लिए 40 दलों का गठन किया गया है । आज कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने निरीक्षण दल के सदस्यों को अभियान की रूपरेखा से अवगत कराया और कहा कि प्रत्येक ग्राम में संपर्क कर गांव की सही स्थिति सामने लाने के प्रयास करने को कहा । इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सभाजीत यादव तथा समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और निरीक्षण दल में संलग्न अधिकारी उपस्थित थे ।

       कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानने के लिए यह 12 दिवसीय डेरा डालो अभियान संचालित है । इस अभियान के दौरान दल प्रत्येक ग्राम में जाकर योजनाओं की स्थिति का पता लगायेंगे और प्राप्त समस्याओं का यथासंभव मौके पर ही निराकरण करायेंगे । उन्होंने कहा कि प्रत्येक दल को अभियान के दौरान लगभग 20 ग्रामों में संपर्क कर निर्धारित प्रपत्र में जानकारी देनी होगी । इस अवसर पर विभिन्न विभागों के मैदानी कर्मचारी भी साथ रहेंगे । प्रतिवेदन में गम्भीर शिकायतों का पृथक से उल्लेख किया जाय, ताकि कामचोर और लापरवाह कर्मचारियों को दंडित किया जा सके । भ्रमण के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को जानने के अलावा विभिन्न कल्याण कारी योजनाओं से उन्हें अवगत कराया जाय और ग्राम में स्थित सरकारी संस्थाओं का निरीक्षण भी आवश्यक रूप से कराया जाय । पेंशन प्रकरणों में पात्रता का परीक्षण कर मौके पर ही स्वीकृति की कार्रवाई की जाय । सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अफरातफरी पाये जाने पर संबंधित के विरूद्व एफ आई आर दर्ज कराई जाय । अभियान के दौरान उचित मूल्य दुकानों का शत प्रतिशत वितरण तथा नवीन राशन कार्डों का शतप्रतिशत वितरण सुनिश्चित कराया जाय । सूखा प्रभावित क्षेत्रों के स्कूलों मे ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान भी मध्यान्ह भोजन का वितरण होता रहे ।

       अभियान की जिला स्तर पर 18 मई और 25 मई को समीक्षा की जायेगी ।

जिला पंचायत में प्रकोष्ठ की स्थापना

       अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला पंचायत कार्यालय में प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है । परियोजना अधिकारी श्री निरंजन श्रीवास्तव इस प्रकोष्ठ के समन्वयक रहेंगे । निरीक्षण दल से प्राप्त रिपोर्ट में दर्शाई गई समस्याओं को प्रकोष्ठ द्वारा चिन्हांकित कर निराकरण की कार्रवाई सुनिश्चित कराई जायेगी ।

जलाभिषेक में रूचि नहीं लेने वाले सरपंचों पर कार्रवाई होगी

       कलेक्टर ने कहा कि जलाभिषेक अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक स्टॉपडेम का कार्य अविलम्व प्रारंभ कराया जाय । कार्य प्रारंभ नहीं करने वाले सरपंचों को नोटिस देकर धारा 40 के तहत पद से पृथक करने की कार्रवाई की जाय । साथ ही विकास खंड स्तर पर चयनित एक बडा कार्य भी तत्काल प्रारंभ कराया जाय । अभियान के दौरान प्रारंभ कराये गये कार्यों को वर्षा से पहले आवश्यक रूप से पूर्ण कराया जाये ।

तीन खेत तालाव बनाने वाले को मिलेगा शस्त्र लायसेंस

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि कृषकों को मेड़ बधान और खेत तालाव बनाने के लिए प्रेरित किया जाय । जो किसान स्वयं के व्यय पर अपने खेतों में तीन तालाव  बनायेगा, उसे एक शस्त्र लायसेंस प्रदत्त किया जायेगा । उन्होंने कहा कि बडे किसानों को चिन्हित कर तालाव निर्माण हेतु प्रेरित किया जाय । समस्त शालाओं में रूफ वाटर हारवेस्ंटिग के कार्य कराये जाय और समस्त पुराने तालावों का जीर्णोद्वार कराया जाय ।

 

पल्स पोलियो अभियान 20 मई को टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

पल्स पोलियो अभियान 20 मई को टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

 

मुरैना 11 मई07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज पल्स पोलियो अभियान के लिए गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई । कलेक्टर ने गर्मी के मौसम के दृष्टिगत बैक्सीन रख रखाव हेतु पर्याप्त मात्रा में वर्फ की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि 20 जून को पल्स पोलियो अभियान के तहत प्रत्येक बूथ, आंगनवाडी केन्द्र और उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर पोलियो निरोधी दवा पिलाने की व्यवस्था की जाय । साथ ही पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाय । आंगनवाड़ी केन्द्रों पर रूचिकर भोजन वितरित किया जाय । उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत बूथ पर दवा पिलाने की व्यवस्था प्रात: 7 बजे से शुरू की जाय । समस्त सेक्टर चिकित्सक भ्रमण कर अभियान की मानीटरिंग और पर्यवेक्षण का कार्य करें और रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपे । नगर पालिका क्षेत्रों में शिक्षकों की डयूटी आवश्यकता अनुसार लगायें । उन्होंने कहा कि अभियान में पांच वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों को दवा पिलाना सुनिश्चित किया जाय । इस कार्य में लापरवाही वर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा दोषियों के विरूद्व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी ।

       बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस. शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. जी.एस.तोमर, एस.एम.ओ. डब्ल्यू.एच ओ. डा. ए.के.गुरहा महिला एवं बाल विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी और खंड चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे ।

 

राशन कार्ड वितरण नहीं करने वाले सचिवों पर कार्रवाई होगी

राशन कार्ड वितरण नहीं करने वाले सचिवों पर कार्रवाई होगी

कलेक्टर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण

 

मुरैना 11 मई07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने गत गुरूवार को मुरैना जनपद के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया और वी पी एल एवं अन्य उपभोक्ताओं को नवीन राशनकार्डो का वितरण नहीं पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की । उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को तत्काल सभी ग्रामों में राशनकार्डों का वितरण सुनिश्चित कराने और विलम्व के लिए दोषी ग्राम पंचायत एवं सहकारी संस्थाओं के सचिवों के विरूद्व कार्रवाई करने के निर्देश दिये ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने ग्राम चुरहेला, विचौला और रिठौरा कलां की सहकारी संस्थाओं का निरीक्षण किया और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण की जाने वाली खाद्यान्न सामग्री और कैरोसिन के वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की । उन्होंने सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध स्टॉक रजिस्टर और वितरण रजिस्टर का उपस्थित अधीनस्थ अधिकारियों से सत्यापन कराया । निरीक्षण के दौरान बी पी एल एवं अन्य उपभोक्ताओं को नवीन राशनकार्डों का वितरण नहीं होने संबंधी शिकायत को कलेक्टर ने गम्भीरता से लिया और इसके लिए दोषी सचिवों के विरूद्व कार्रवाई करने तथा राशनकार्डों का शत प्रतिशत वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये ।

       कलेक्टर ने ग्राम एेंती, वस्तपुर, पिपरसेवा, उरहाना, और गड़ाजर में जल अभिषेक कार्यक्रम के अन्तर्गत जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार कराई गई जल संरचनाओं का निरीक्षण किया । उन्होंने जल संसाधन विभाग के उपस्थित सहायक यंत्री और उपयंत्री को निर्देश दिये कि वे अपने क्षेत्र में पुराने क्षतिग्रस्त तालावों में जन भागीदारी की राशि से सुधार करायें और इन तावाबों में जल संग्रहण भी करायें

       भ्रमण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विजय अग्रवाल, अपर तहसीलदार बामौर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मुरैना तथा संबंधित विभागों के अधिकारी कलेक्टर के साथ थे

 

 

 

 

आठ उम्मीदवारों की वार्ड वॉय पद पर नियुक्ति

आठ उम्मीदवारों की वार्ड वॉय पद पर नियुक्ति

 

मुरैना 11 मई07- जिला चयन समिति के अनुमोदन पर मुरैना जिले के आठ सहरिया अनुसूचित जाति उम्मीदवारों की अस्थायी नियुक्ति वार्ड वॉय चतुर्थ श्रेणी के पद पर कलेक्टर द्वारा निर्धारित मासिक दर पर की गई है ।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा के अनुसार ग्राम जडेरू के श्री रतिराम को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुर्जमा, ग्राम कन्हार के श्री रामनिवास को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परीक्षतपुरा, ग्राम सिगारदे के श्री रामदास को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र टेंटरा, ग्राम खडरियापुरा के श्री गिर्राज को जिला चिकित्यालय मुरैना ग्राम मानपुर के श्री शिवदयाल को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुर्जमा, ग्राम सिगारदे के श्री राकेश कुमार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झुण्डपुरा, ग्राम सिगारदे की श्रीमती पार्वती को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सबलगढ और ग्राम गुलालई की श्रीमती रामदेवी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुर कलां में पदस्थ किया गया है । नियुक्ति पद पर 10 दिवस के अन्दर उपस्थित नहीं होने की स्थिति में नियुक्ति समाप्त की जा सकेगी । उम्मीदवारों को उपस्थिति के समय जिला मेडीकल वोर्ड का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता, जाति प्रमाण पत्र की छायाप्रति प्रस्तुत करना होगी ।

       ग्राम गुलालई के श्री मुकेश, ग्राम प्रेमनगर के श्री मुन्नालाल, ग्राम गुलालई के श्री बृजमोहन और ग्राम बगेवर की श्रीमती माया को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है ।

 

ग्यारह गौशालाओं को 4 लाख रूपये की सहायता

ग्यारह गौशालाओं को 4 लाख रूपये की सहायता

गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक सम्पन्न

मुरैना 11 मई07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में गतदिवस सम्पन्न जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक में जिले की 11 गौशालाओं को 4 लाख 7 हजार 400 रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई । बैठक में म.प्र. गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के सदस्य श्री पदम वरैया, उपाध्यक्ष जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति श्री सीताराम गुप्ता सचिव एवं उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डा. शत्रुघन शर्मा, तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सभाजीत यादव, सदस्य श्री दुलारे सिंह और अन्य सदस्य गण उपस्थत थे ।

       बैठक में बताया गया कि जिले में 13 गौशालायें पंजीकृत हैं । इनमें से सिद्वबाबा गौशाला तुत का पुरा अम्बाह और रतन गौशाला टेकरी मुरैना बोर्ड द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप संचालित नहीं हैं और इनके द्वारा पूर्व में प्रदाय आर्थिक सहायता का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत नहीं किया गया है । समिति द्वारा बांछित दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर प्रदत्त आर्थिक सहायता की राशि वापिसी हेतु नोटिस देने तथा शेष 11 गौशालाओं को सहायता राशि प्रदत्त करने का निर्णय लिया गया । समस्त गौशालाओं को 15 दिवस में पूर्व में प्रदत्त राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना जरूरी रहेगा, तभी इस वर्ष की राशि जारी की जायेगी ।

       जिले को प्राप्त एक लाख रूपये की सूखा राहत राशि को जिले में क्रियाशील गौशालाओं में उपलब्ध गौवंश के चारा,भूसा,पेयजल आदि की व्यवस्था हेतु प्रदत्त करने का निर्णय लिया गया ।समिति ने यह भी निर्णय लिया कि गौशालाओं में जैविक खाद निर्माण हेतु कृषि विभाग तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध करावे साथ ही वायोगैस संयत्र स्थापना हेतु प्रयास करे । अभी पांच गौशालाओं में वायोगैस संयत्र स्थापित किये गये है । अध्यक्ष नागाजी गौशाला पोरसा को भूमि आवंटन के संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा गया है । मार्गदर्शन प्राप्त होने पर भूमि आवंटन की कार्रवाई की जायेगी । मुख्य नगर पालिका अधिकारी को आदर्श गौशाला के गठन की कार्रवाई के निर्देश दिये गये । ख्याति गौशाला जडेरूआ विकास खंड पहाड़गढ का नवीन प्रस्ताव पंजीयन हेतु समिति के समक्ष रखा गया, इस पर सत्यापन पश्चात निर्णय हेतु अगली बैठक में प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया ।

 

समस्यायें जानने के लिए अधिकारी गांव-गांव जायेंगे

समस्यायें जानने के लिए अधिकारी गांव-गांव जायेंगे

डेरा डालो अभियान के लिए टीम गठित

 

मुरैना 11मई07- ग्रामीण क्षेत्र में शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का ग्रामों में निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त करने और प्राप्त शिकायतों के निराकरण हेतु मुरैना जिले में संभागायुक्त डा. कोमल सिंह के निर्देशानुसार डेरा डालो अभियान के तहत चार जिला स्तरीय टीम का गठन किया गया है ।

       दल प्रभारी कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के दल में जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम.उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्रीमती उपासना राय, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री डी.एस.यादव और सहायक संचालक जन संपर्क श्री ओ.पी.श्रीवास्तव सदस्य रहेंगे । यह दल अम्बाह और मुरैना विकास खंड के गांवों का भ्रमण करेगा ।

       इसी प्रकार जौरा और पहाड़गढ विकास खंड के ग्रामों के भ्रमण हेतु गठित दल के दल प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सभाजीत यादव रहेंगे । इस दल में सदस्य के रूप में जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण रहेंगे ।

       पोरसा विकास खंड के ग्रामों के भ्रमण हेतु गठित दल के दल प्रभारी अपर कलेक्टर श्री एस.के.सेवले रहेंगे और डिप्टी कलेक्टर श्री डी.के.कम्ठान, उप संचालक पंचायत एवं सामाजिक न्याय और जिला योजना अधिकारी दल के सदस्य के रूप में सम्मिलित रहेंगे ।

       दल प्रभारी संयुक्त कलेक्टर श्री आशकृत तिवारी के दल में कार्यपालन यंत्री जल संसाधन सबलगढ, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं और उप संचालक कृषि सदस्य रहेंगे । यह दल कैलारस और सबलगढ विकासखंडों के ग्रामों का भ्रमण करेगा । इस दल में डिप्टी कलेक्टर श्री अमरेश श्रीवास्तव भी सदस्य रहेंगे, जो केवल कैलारस विकासखंडों के ग्रामों का ही भ्रमण करेंगे ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि जिला स्तरीय टीम के भ्रमण के सयम अनुविभाग मुख्यालय वाले विकास खंड से संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसील मुख्यालय वाले विकास खंड के लिए संबंधित तहसीलदार के साथ-साथ संबंधित विकास खंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, विकास खंड शिक्षा अधिकारी, सी डी पी ओ, बी आर सी, खंड चिकित्सा अधिकारी और सहायक यंत्रीलोक स्वास्थ्य यांत्रिकी आवश्यक रूप से साथ रहेंगे ।

       प्रत्येक दल में सम्मिलित अधिकारी दल प्रभारी के साथ अपने विकास खंड के ग्रामों में प्रति सप्ताह एक दिवस आवश्यक रूप से भ्रमण करेंगे । भ्रमण के दौरान ये दल ग्रामीण क्षेत्र में शासन द्वारा संचालित समस्त योजनाओं तथा ग्रामों में शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं का निरीक्षण एवं पेयजल, खाद्यान्न, कैरोसिन वितरण, चिकित्सा सुविधा, विद्युत व्यवस्था, आंगनवाडी केन्द्रों, राजस्व अभियान के तहत नामांकरण, बंटवारे सीमांकन आदि की जानकारी प्राप्त करेंगे और निरीक्षण उपरांत जानकारी तैयार कर प्रतिवेदन भ्रमण के दूसरे दिन सीधे कलेक्टर कार्यालय में स्टेनो शाखा को उपलब्ध करायेंगे ।

       भ्रमण के समय जानकारी नोट कर प्रतिवेदन तैयार करने हेतु प्रथम दल के साथ स्टेनो ग्राफर श्री विनोद कुमार शर्मा, द्वितीय दल के साथ स्टेनो ग्राफर श्री प्रकाश वर्मा, तृतीय दल के साथ स्टेनो ग्राफर श्री आर.एन. शाक्य और चतुर्थ दल के साथ रीडर श्री महावीर प्रसाद शुक्ला की डयूटी लगाई गई है ।

 

शुक्रवार, 11 मई 2007

वैश्यावृत्ति उन्मूलन में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सम्यक पालन हों-रामसनेही

वैश्यावृत्ति उन्मूलन में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सम्यक पालन हों-रामसनेही

संजय गुप्‍ता (मांडिल)

भाग-1

  • उच्च न्यायालय के आदेश पर आधारित जाबालि योजना के सभी घटक लागू हों
  • अब तो हर शहर और हर चौराहे पर होने लगी है वैश्यावृत्ति
  • राई पर प्रतिबन्ध लगे साथ ही राई जैसे फिल्मी प्रदर्शन पर भी
  • अन्य समाज के सैक्स वर्कर को भी मिले जाबालि का लाभ,उन्हें भी बेड़िया बांछड़ा घोषित किया जावे

  मुरैना 10 मई 07 ।  म.प्र में जाबालि योजना के जनक व कर्णधार माने जाने वाले कई उच्च स्तरीय सरकारी और गैर सरकारी पुरूस्कारों से विभूषित राज्य स्तरीय बेड़िया बांछड़ा सलाहकार, विकास मण्डल एवं वैश्यावृत्ति उन्मूलन राज्य स्तरीय समन्वय समिति म.प्र.के सदस्य श्री रामसनेही ने आज यहाँ स्थानीय संस्था आश्रम अभ्युदय आश्रम पर आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुये बताया कि वैश्यावृत्ति एक गंभीर सामाजिक बुराई है, जो कि हेय मान्य घृणित व त्याज्य है, इससे न केवल लोगों का सामाजिक व नैतिक पतन होता है बल्कि आर्थिक व शारीरिक हानियां भी होतीं हैं ! वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एडस जैसी गंभीर बीमारीयां भारतीय समुदाय के समक्ष यौनजन्य रोग के रूप में सामने आकर चेतावनी दे रहीं हैं !

रामसनेही का कहना है कि वैश्यावृत्ति उन्मूलन और वैश्यावृत्ति समुदाय से जुड़े परिवारों के कल्याण,पुनर्वास व उत्थान हेतु माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने और म.प्र. उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर द्वारा व्यापक निर्देश जारी किये गये हैं ! रामसनेही द्वारा वर्षों से इस सन्दर्भ में छेड़े गये व लड़े जा रहे सामाजिक संघर्ष को न्यायालयीन मान्यता व शक्ति स्वयं रामसनेही द्वारा दायर याचिका पर हुये ग्वालियर उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मिली , जिस पर म.प्र. सरकार ने जाबालि योजना का निर्माण किया ! रामसनेही जाबालि योजना के वर्तमान क्रियान्वयन व पालन की स्थिति से अत्यधिक दुखी हैं ! वर्ष 1992 में इस योजना में नियत प्रावधानों और तय चरणों व घटकों का सम्यक पालन जहाँ आज तक नहीं हुआ वहीं राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा खुले मन से संचालित सामाजिक कल्याण की योजनाओं व कार्यक्रमों का भी लाभ निर्दिष्ट समुदाय को नहीं मिला है !

राज्य सरकार द्वारा निर्मित व संचालित जाबालि योजना के मुख्य पाँच घटक व चरण हैं , जिसमें पन्द्रह साल बीतने के बाद अभी तक महज पहला  घटक ही अभी तक अमल में आया है, शेष चार घटक अभी तक वास्तविकता व व्यवहारिक क्रियान्वयन के लिये सम्यक आदेश व परिपत्रादि जारी होने की प्रतीक्षा में प्रारंभ ही नहीं हुये हैं !

जहाँ बच्चों को मिलने वाली शिष्यवृत्ति पिछले पन्द्रह वर्ष में केवल एक बार ही रिवाइज हुयी वहीं उनके पोषण व पालन तथा स्वास्थ्य संरक्षण के लिये भी कोई पर्याप्त सहायता मुहैया नहीं कराई जा रही है ! इसके अतिरिक्त जहाँ इस योजना की समीक्षा करके इसे सिंहावलोकन व पुनर्विलोकन उपरान्त रिवाइज कर वर्तमान हालातों के अनुरूप प्रासंगिक व पर्याप्त मदीय व्यवस्था व समुचित सहायता निर्धारण आदि किया जाना था वह अभी तक नहीं किया गया है !

योजनान्तर्गत दी जाने वाली प्रथम घटक परियोजना की सहायता प्रशासनिक विभागों द्वारा मांग अनुरूप प्रदान न की जा कर स्वेच्छाचारिता पूर्वक मनमाने ढंग से कटौती कर दी जाती है और सहायता भी काफी विलम्ब से प्रदान की जाती है, जिससे इस योजना के लिये कार्य कर रहीं संस्थाओं पर काफी वित्तीय भार हो कर कर्ज लेकर योजना के तहत बच्चों के कल्याण आश्रम का संचालन करना पड़ता है जिससे काफी कर्ज संस्थाओं पर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है !

इस समस्या को लेकर विगत माह माननीय राष्ट्रीय महिला आयोग एवं राज्य महिला आयोग की सदस्याओं को ज्ञापन अभ्युदय आश्रम की ओर से भी सौंपा गया था, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुयी है !

इसी प्रकार इस योजना के तहत होने वाली बैठकें जहाँ नियमित रूप से आयोजित नहीं की जातीं वहीं पूर्व में सम्पन्न बैठकों में लिये निर्णय व इसके पश्चात शासन द्वारा जारी आदेश व परिपत्रों का पालन अभी तक किसी भी विभाग व अधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिससे वैश्यवृत्ति कुप्रथा का समग्र व सम्पूर्ण उन्मूलन नहीं हो पा रहा है ! तथा विभागीय अधिकारीयों की सकारात्मक व सक्रिय भूमिका के अभाव में समाज से इसका उन्मूलन संभव प्रतीत नहीं होता !

भारत सरकार द्वारा वैश्यावृत्ति उन्मूलन के लिये बनाई गयी राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गठित राज्य स्तरीय समन्वय समिति की भी बैठकें भी नियमित व सुचारू रूप से आयोजित नहीं कीं जातीं , पिछले समय में इस समिति के गठन से लेकर अभी तक इसकी महज तीन बैठकें हीं हुयीं है, जबकि इसकी त्रैमासिक बैठक आयोजित की जाना आवश्यक एवं निर्धारित हैं ! इसकी बैठकों का हाल यह है कि पूर्व में हुयी बैठकों में चर्चा किये गये मुददों और निर्णयों को ही ज्यों का त्यों दोबारा कम्प्यूटर से टाइप कर उतार दिया जाता है, तथा इन निर्णयों पर कभी कोई कार्यवाही कभी की ही नहीं जाती !

अनुरक्षण गृहों की लायसेन्स प्रकिया में वर्गीकरण और छूट के सम्बन्ध में अनेक बार निर्णय हुये अनेक आदेश व परिपत्रादि जारी किये गये किन्तु गृह विभाग ने आज तक इस सम्बन्ध में न कोई नीति बनाई न कोई आदेश जारी किये परिणाम स्वरूप वैश्यावृत्ति निरोधक कानून के तहत पकड़े गये और स्वेच्छापूर्वक वैश्यावृत्ति त्यागने वालों के बीच कोई फर्क नहीं है तथा इनके पृथक व समुचित संरक्षण व अनुरक्षण की कोई वर्तमान व्यवस्था नहीं है ! वैश्याओं के स्वास्थ्य चिकित्सा, पुनर्वास व उपचारादि के लिये समुचित व पर्याप्त प्रावधान व व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है, परिणामत: वृत्ति छोड़ने के इच्छुक स्वत: ही निरूत्साहित हो रहे हैं ! उनके परिवारीजन के लिये व उनके बच्चों के लिये वैकल्पिक रोजगार व्यवसाय व पुनर्वास के प्रावधान व दिशा निर्देश अभी तक जारी नहीं किये गये हैं अत: वे अभी तक यथा दयनीय स्थित में जीवन पोषण हेतु बाध्य हैं !

रामसनेही राई नृत्य को एक व्यावसायिक नृत्य बताते हुये इस पर शासन द्वारा प्रतिबन्ध लगाये जाने की मांग की है, उनके मुताबिक यह नृत्य अश्लील भाव भंगिमाओं व अमर्यादित आचरण व व्यवहार से युक्त वासना व कामुकता का न केवल सार्वजनिक प्रदर्शन है बल्कि वैश्यावृत्ति व्यवसाय के लिये प्रारंभिक व कुशलता प्रशिक्षण भी है ,जिसमें वैश्यावृत्ति करने के लिये कामुकता व अश्लीलता का सार्वजनिक प्रदर्शन व प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष आमंत्रण होता है ! जो कि निन्दनीय व प्रतिबन्ध योग्य है ! इसे सरकार लोकनृत्य के दर्जे से तुरन्त हटाये और इसकी लोकनृत्य मान्यता को समाप्त करे !

रामसनेही ने वर्तमान परिवेश व वातावरण में फिल्मों व टी.वी. कार्यक्रमों में परोसी जा रही अश्लीलता को भी राई नृत्य के समकक्ष बताया और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों पर भी रोक आवश्यक है इससे युवाओं के चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व निर्माण में कठिनाई आती है और उनमें वैश्यावृत्ति प्रवृत्ति की ओर झुकाव तथा अभिरूचि वृध्दि होती है ! उन्होंने बम्बई की डान्स बारों का उध्दरण करते हुये बताया कि जब सरकार ने डान्स बारों को हानिकारक व वैश्यावृत्ति वृध्दिकारक माना जो कि राई नृत्य का अंश भाग ही था तो सम्पूर्ण राई नृत्य जो कि सारी सारी रात किया जाता है और इससे भी अधिक अभिसारक होता है तो राई को प्रतिबन्धित नहीं किया जाना चिन्ताजनक है , अफसोस जनक यह है कि इसे अभी तक समाज विशेष व जाति विशेष का नृत्य माना जाता है, जबकि वस्तुस्थिति यह है कि किसी न किसी रूप में यह पार्टी, डान्स व सिनेमा या टी.वी. के रूप में लगभग हरघर तक पहुँच चुका है ! जब शिल्पा शेटटी के सार्वजनिक चुम्बन को भारत में अश्लील प्रदर्शन माना जाता है तो राई में इस प्रकार के कृत्य रात रात भर होते हैं अत: इसे भी इसी दर्जे पर तिरस्कृत व प्रतिबन्धित किया जाना चाहिये ! रामसनेही ने पत्रकारों को बताया कि वैश्यावृत्ति की कुप्रथा अब सिर्फ बेड़िया बांछड़ा समुदाय तक ही सीमित नहीं रह गयी है , और अब इस कुत्सित व्यवसाय में अन्य जातियों व समाज के लोग भी इसे बतौर पेशा अपनाने लगे हैं चो वे कालगर्ल हो या कबूतर बाज या सैक्स रैकेटस , जैसा कि पुलिस द्वारा कई मामलों में देह व्यापार में लिप्त अन्य जाति व समुदाय के लोगों को पकड़ा गया है ! लेकिन इस प्रकार पकड़े गये या वैश्यावृत्ति व्यवसाय से जुड़े अन्य जाति समुदाय के लोगों के लिये अभी तक पृथक से कोई पुनर्वास व कल्याण की योजना उपलब्ध नहीं है ! अत: इस प्रकार इन लोगों को कोई संरक्षण पुनर्वास व अनुरक्षण उपलब्ध नहीं है, इन्हें भी या तो बेड़िया बांछड़ा समुदाय का सदस्य घोषित किया जाना चाहिये और इन्हें भी पुनर्वास व कल्याण कार्यक्रमों का लाभ मिलना चाहिये अथवा कोई ऐसी योजना व कार्यक्रम बनाया जाना चाहिये कि इन लोगों को हमारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके ! राई नृत्य के समतुल्य समस्त अश्लील व कामुक नृत्यों व प्रदर्शन करने वालों को भी इसी प्रकार योजना का लाभ दिलाने हेतु उपाय किये जाना चाहिये !        

 

क्रमश: जारी अगले भाग में