गुरुवार, 30 दिसंबर 2010

मुरैना में बिजली कटौती चालू आहे ...... सबेरे 4 बजे से अभी रात १० बज कर ४५ मिनिट तक... आगे राम जाने कब तक ... जय श्री राम .... जय भ्रष्‍टाचार .... जय अंधेर गर्दी .... अंधेरा कायम रहे सरकार

संभागीय मुख्‍यालय मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 30 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 27 दिसम्‍बर २०१०, 25 दिसम्‍बर २०१०, 17 दिसम्‍बर 2010, 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ४ बजे से रात 10  बजकर 45 मिनिट अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 20 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक 30 दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती सबेरे 4 बजे से जारी है । उललेखनीय है कि विगत एक माह से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि ११ बजे से सुबह ३ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन नववर्ष पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

यह थी वह फिल्‍म जिस पर कुर्राया मुरैना का भ्रष्‍ट कलेक्‍टर एम.के.अग्रवाल और म.प्र. का भ्रष्‍ट मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह – आप भी देखिये यह फिल्म

मुरैना में बिजली कटौती चालू आहे ...... सबेरे 4 बजे से अभी दोपहर १२ बज कर १५ मिनिट तक... आगे राम जाने कब तक ... जय श्री राम .... जय भ्रष्‍टाचार .... जय अंधेर गर्दी .... अंधेरा कायम रहे सरकार

संभागीय मुख्‍यालय मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 30 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 27 दिसम्‍बर २०१०, 25 दिसम्‍बर २०१०, 17 दिसम्‍बर 2010, 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ४ बजे से दोपहर 12  बजकर 15 मिनिट अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 20 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक 30 दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती सबेरे 4 बजे से जारी है । उललेखनीय है कि विगत एक माह से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि ११ बजे से सुबह ३ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन नववर्ष पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

यह थी वह फिल्‍म जिस पर कुर्राया मुरैना का भ्रष्‍ट कलेक्‍टर एम.के.अग्रवाल और म.प्र. का भ्रष्‍ट मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह – आप भी देखिये यह फिल्म

मुरैना में बिजली कटौती चालू आहे ...... सबेरे 4 बजे से अभी दोपहर १२ बजे तक... आगे राम जाने कब तक ... जय श्री राम .... जय भ्रष्‍टाचार .... जय अंधेर गर्दी .... अंधेरा कायम रहे सरकार

संभागीय मुख्‍यालय मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 30 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 27 दिसम्‍बर २०१०, 25 दिसम्‍बर २०१०, 17 दिसम्‍बर 2010, 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ४ बजे से दोपहर 11  बजकर 45 मिनिट अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 20 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक 30 दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती सबेरे 4 बजे से जारी है । उललेखनीय है कि विगत एक माह से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि ११ बजे से सुबह ३ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन नववर्ष पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

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मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

संभागीय मुख्‍यालय मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 30 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 27 दिसम्‍बर २०१०, 25 दिसम्‍बर २०१०, 17 दिसम्‍बर 2010, 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ४ बजे से दोपहर 11  बजकर 45 मिनिट अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 20 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक 30 दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती सबेरे 4 बजे से जारी है । उललेखनीय है कि विगत एक माह से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि ११ बजे से सुबह ३ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन नववर्ष पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

यह थी वह फिल्‍म जिस पर कुर्राया मुरैना का भ्रष्‍ट कलेक्‍टर एम.के.अग्रवाल और म.प्र. का भ्रष्‍ट मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह – आप भी देखिये यह फिल्म

बुधवार, 29 दिसंबर 2010

एयरसेल की इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द होकर फिर से ठप्‍प हुयीं

एयरसेल की इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द होकर फिर ठप्‍प हुयीं
मुरैना २९ दिसम्‍बर २०१० विश्‍वस्‍त सूत्रों और ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा स्‍वयं जांचे जाने के बाद यह खबर पुष्‍ट हुयी है कि चम्‍बल अंचल में विगत २१ दिसम्‍बर २०१० के प्रात: ५ बजे से कम्‍पनी एयरसेल की जी पी आर एस युक्‍त इण्‍टरनेट सेवायें पूरी तरह बन्‍द होकर ठप्‍प हो गयीं हैं । इस समाचार के रिलीज किये जाने के वक्‍त तक एयरसेल कंपनी की जी पी आर एस सेवायें २१ दिसम्‍बर से बंद हें ।
कम्‍पनीयों के कस्‍टमर केयर विभागों पर उपभोक्‍ताओं द्वारा औसतन अब तक 4० – 5० शिकायतें दर्ज करायीं जा चुकीं हैं लेकिन कम्‍पनी के कस्‍टमर केयर पर बैठे लोग उपभोक्‍ताओं की शिकायतें दर्ज न करते हुये जबरदस्‍ती सेटिंग्‍स थमाते रहते हैं  इसके बावजूद अंचल में कल से अब तक जी पी आर एस सेवायें शुरू नहीं हो सकीं हैं । 
एयरसेल के उपभोक्‍ता २१ दिसम्‍बर से लगातार पैकेट  डाटा कनेक्‍शन नॉट अवेलेबल की समस्‍या से और कंपनीयो द्वारा शिकायतें दर्ज न किये जाने और सुनवाई न किये जाने की समस्‍या से परेशान हैं ।
अनेक उपभोक्‍ता भारत सरकार के संचार मंत्रालय को लिखित शिकायतें कर रहे हैं यह भी स्‍मरणीय है कि एयरसेल में उपभेक्‍ताओं के बैलेन्स में से पेसे गायब हो जाने की भी शिकायतें हैं । मजे की बात यह भी है कि हमें सबूत मिले हैं कि  ए‍यरसेल कंपनी का कस्‍टमर केयर उपभोक्‍‍ताओं को बहलाने के लिये जाली शिकायत नंबर भी थमा देता है ।

शनिवार, 25 दिसंबर 2010

मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

संभागीय मुख्‍यालय मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 25 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 17 दिसम्‍बर 2010, 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ४ बजे से सायं 5 बजकर 45 मिनिट अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 20 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक २५ दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती सबेरे 4 बजे से जारी है । उललेखनीय है कि विगत एक माह से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि ११ बजे से सुबह ३ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

यह थी वह फिल्‍म जिस पर कुर्राया मुरैना का भ्रष्‍ट कलेक्‍टर एम.के.अग्रवाल और म.प्र. का भ्रष्‍ट मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह – आप भी देखिये यह फिल्म

शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010

प्रधानमंत्री ने भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री ने भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में 2009 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत राज्यों में रहता है, इसलिए हमारे देश के विभिन्न राज्यों में जो भी घटित हो रहा है, उसके बारे में हमारे युवा अधिकारियों को ज्ञान, बुध्दि एवं अनुभवों से अपने आपको लैस करना होगा। इसके साथ ही हमारे देश की एकता एवं अखंडता हमारे लिए प्रमुख चिन्ता का विषय है और यह इस देश की सभी प्रमुख सेवाओं के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण विषय होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जहां तक देश की एकता और अखंडता का सवाल है, विकास की उचित दर को बनाये रखने के लिए कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। डॉ0 सिंह ने कहा कि कानून और व्यवस्था के बिना हमारे देश की एकजुटता पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है। 

उन्होंने कहा कि विकास के साथ कुछ तनाव भी हैं, क्योंकि विकास के लिए क्षमता का वितरण समान नहीं है। आज जब हम 8 से 9 प्रतिशत प्रति वर्ष की विकास दर से आगे बढ रहे हैं, उसके बावजूद बहुत लोगों को ऐसा लगता है कि वे विकास प्रक्रिया से बाहर छूट गए हैं और जब उनको ऐसा महसूस होता है तो व्यवस्था के खिलाफ उनकी शिकायतें बढ ज़ाती हैं और उनमें से कुछ कानून एवं व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश करते हैं। डॉ0 सिंह ने कहा कि प्रत्येक लोक सेवक के मस्तिष्क में साम्प्रदायिक वायरस से निपटने का जज्बा होना चाहिए। 

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद की बढती समस्या पर भी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे अत्यन्त संवेदनशीलता से निपटने की आवश्यकता है। उन्होंने इन परीवीक्षाधीन अधिकारियों से इस समस्या से निपटने के लिए विश्वसनीय एवं कारगर रणनीतियां तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नक्सल हिंसा भी एक बड़ी समस्या है, जो केन्द्रीय भारत के उन हिस्सों को प्रभावित कर रही है, जहां भारत की खनिज सम्पदा स्थित है। प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि 10 से 11 प्रतिशत प्रति वर्ष की विकास दर को प्राप्त करने की देश की महत्वाकांक्षा तभी पूरी होगी, जब नक्सल समस्या पर नियंत्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र आज नक्सल समस्या की चपेट में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सामाजिक एवं आर्थिक कारणों की वजह से जनजातीय क्षेत्र के कुछ लोगों का प्रशासन से मोहभंग हुआ और वे नक्सल प्रौपेगंडा के शिकार बने। डॉ0 सिंह ने कहा कि इस समस्या से कानून एवं व्यवस्था की समस्या और विकास की समस्या दोनों रूपों में निपटने की आवश्यकता है। डॉ0 सिंह ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था को लागू कराने वाली व्यवस्था में प्राद्योगिकी एवं तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिए, जिसमें थर्ड डिग्री जैसे उपायों के लिए कोई जगह न हो।

प्रधानमंत्री ने इन परीवीक्षाधीन अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों को निभाने में पूर्ण सफलता की शुभकामना दीं।

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प्रधानमंत्री ने भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री ने भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में 2009 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत राज्यों में रहता है, इसलिए हमारे देश के विभिन्न राज्यों में जो भी घटित हो रहा है, उसके बारे में हमारे युवा अधिकारियों को ज्ञान, बुध्दि एवं अनुभवों से अपने आपको लैस करना होगा। इसके साथ ही हमारे देश की एकता एवं अखंडता हमारे लिए प्रमुख चिन्ता का विषय है और यह इस देश की सभी प्रमुख सेवाओं के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण विषय होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जहां तक देश की एकता और अखंडता का सवाल है, विकास की उचित दर को बनाये रखने के लिए कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। डॉ0 सिंह ने कहा कि कानून और व्यवस्था के बिना हमारे देश की एकजुटता पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है। 

उन्होंने कहा कि विकास के साथ कुछ तनाव भी हैं, क्योंकि विकास के लिए क्षमता का वितरण समान नहीं है। आज जब हम 8 से 9 प्रतिशत प्रति वर्ष की विकास दर से आगे बढ रहे हैं, उसके बावजूद बहुत लोगों को ऐसा लगता है कि वे विकास प्रक्रिया से बाहर छूट गए हैं और जब उनको ऐसा महसूस होता है तो व्यवस्था के खिलाफ उनकी शिकायतें बढ ज़ाती हैं और उनमें से कुछ कानून एवं व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश करते हैं। डॉ0 सिंह ने कहा कि प्रत्येक लोक सेवक के मस्तिष्क में साम्प्रदायिक वायरस से निपटने का जज्बा होना चाहिए। 

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद की बढती समस्या पर भी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे अत्यन्त संवेदनशीलता से निपटने की आवश्यकता है। उन्होंने इन परीवीक्षाधीन अधिकारियों से इस समस्या से निपटने के लिए विश्वसनीय एवं कारगर रणनीतियां तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नक्सल हिंसा भी एक बड़ी समस्या है, जो केन्द्रीय भारत के उन हिस्सों को प्रभावित कर रही है, जहां भारत की खनिज सम्पदा स्थित है। प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि 10 से 11 प्रतिशत प्रति वर्ष की विकास दर को प्राप्त करने की देश की महत्वाकांक्षा तभी पूरी होगी, जब नक्सल समस्या पर नियंत्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र आज नक्सल समस्या की चपेट में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सामाजिक एवं आर्थिक कारणों की वजह से जनजातीय क्षेत्र के कुछ लोगों का प्रशासन से मोहभंग हुआ और वे नक्सल प्रौपेगंडा के शिकार बने। डॉ0 सिंह ने कहा कि इस समस्या से कानून एवं व्यवस्था की समस्या और विकास की समस्या दोनों रूपों में निपटने की आवश्यकता है। डॉ0 सिंह ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था को लागू कराने वाली व्यवस्था में प्राद्योगिकी एवं तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिए, जिसमें थर्ड डिग्री जैसे उपायों के लिए कोई जगह न हो।

प्रधानमंत्री ने इन परीवीक्षाधीन अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों को निभाने में पूर्ण सफलता की शुभकामना दीं।

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बुधवार, 22 दिसंबर 2010

टाटा इण्डिकॉम और एयरसेल की इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द होकर ठप्‍प हुयीं

टाटा इण्डिकॉम और एयरसेल की इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द होकर ठप्‍प हुयीं
मुरैना २२ दिसम्‍बर २०१० विश्‍वस्‍त सूत्रों और ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा स्‍वयं जांचे जाने के बाद यह खबर पुष्‍ट हुयी है कि चम्‍बल अंचल में कल २१ दिसम्‍बर २०१० के प्रात: ५ बजे से दोनों ही कम्‍पनीयों टाटा इण्डिकॉम और एयरसेल की जी पी आर एस युक्‍त इण्‍टरनेट सेवायें पूरी तरह बन्‍द होकर ठप्‍प हो गयीं हैं । इस समाचार के रिलीज किये जाने के वक्‍त तक दोनों कंपनीयों की जी पी आर एस सेवायें कल से बंद हें ।
कम्‍पनीयों के कस्‍टमर केयर विभागों पर उपभोक्‍ताओं द्वारा औसतन अब तक २० – २० शिकायतें दर्ज करायीं जा चुकीं हैं लेकिन कम्‍पनी के कस्‍टमर केयर पर बैठे लोग उपभोक्‍ताओं की शिकायतें दर्ज न करते हुये जबरदस्‍ती सेटिंग्‍स थमाते रहते हैं  इसके बावजूद अंचल में कल से अब तक जी पी आर एस सेवायें शुरू नहीं हो सकीं हैं । 
टाटा इण्डिकॉम और एयरसेल के उपभोक्‍ता कल से लगातार पैकेट  डाटा कनेक्‍शन नॉट अवेलेबल की समस्‍या से और कंपनीयो द्वारा शिकायतें दर्ज न किये जाने और सुनवाई न किये जाने की समस्‍या से परेशान हैं ।
अनेक उपभोक्‍ता भारत सरकार के संचार मंत्रालय को लिखित शिकायतें कर रहे हैं यह भी स्‍मरणीय है कि टाटा इण्डिकाम में उपभेक्‍ताओं के बैलेन्स में से पेसे गायब हो जाने की भी शिकायतें हैं ।

मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

कांग्रेस पटरी पर आने की मशक्‍कत बाकी, भाजपा की पटरी की खोंज, इस मंथन में छिपे हैं गूढ़ अर्थ

कांग्रेस पटरी पर आने की मशक्‍कत बाकी, भाजपा की पटरी की खोंज, इस मंथन में छिपे हैं गूढ़ अर्थ

भाग -1

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

पिछले कुछ समय से देश में राजनीतिक संघर्ष काफी हद तलक बढ़ा है और इस शीत युद्ध के चलते आखिर आज यह शीत जंग मुखर होकर उस मुकाम पर आ पहुँची है कि अब खुल कर मुकाबला ही लाजमी हो गया है ।

अगर देश के राजनीतिक इतिहास पर पिछले कुछ अर्से के दरम्‍यान चली गयी राजनीतिक व कूटनीतिक मोहरेबाजी एवं पैंतरेबाजी पर नजर डालें तो भारत के राजनीतिक इतिहास का स्‍याह पन्‍ना ही नजर आयेगा और इस स्‍याह के पीछे एक खूनी मंजर भी दृष्टिगोचर हो जायेगा ।

सत्‍ता के इस खूनी द्वंद्व में अगर  शिकार और घायल कोई हुआ है तो वो है केवल जनता सिर्फ आम नागरिक आम आदमी और शिकारी रहे हैं देश कें राजनेता और राजनीतिक दल ।

एक समय था जब कांग्रेस प्रचण्‍ड बहुमत के साथ केन्‍द्र में सत्‍तासीन थी और कांग्रेस के नाम की सारे देश में तूती बोलती थी वही भाजपा महज दो सांसदों से खाता खोलने वाली एक बेहद तुच्‍छ और अनजानी पार्टी किसी जमाने में हुआ करती थी ।

पहले यह जान लेना बेहतर है कि कोई भी राजनीतिक दल इस देश के साधारण लोगों से ही बनता है और वे सभी साधारण लोग पूरे देश में एक जैसे हैं इस प्रकार बन्‍द बोतल पर लेबल कोई सा भी चिपका हो उसमें अंदर भरी शराब हर बोतल में एक जैसी ही है । वैसे ही किसी भी राजनीतिक दल में सब इसी देश के एक जैसे ही लोग शामिल हैं ।

चाहे कांग्रेस हो, चाहे भाजपा हो या तेलगू देशम या मनसे या शिवसेना या कोई और सभी पार्टियों में इस देश में रहने वाले लोग ही बसते हैं ।

राम मंदिर क्‍लेश और भाजपा

भगवान राम को लेकर एक जुनून देश में खड़ा करने वाली भाजपा को सत्‍ता हथियाने के लिये भगवान राम को और उनकी इज्‍जत को दांव पर लगाना पड़ा राम को वोटों से बेचने के लिये जितना घृणित खेल खेला गया शायद यह भारत के इतिहास में सत्‍ता प्राप्ति के लिये पहले कभी नहीं हुआ ।

आज सवाल यह है कि किसी अन्‍य राजनीतिक दल में या बगैर राजनीतिक दल वाले लोग जो कि भाजपा के सदस्‍य नहीं हैं क्‍या वे हिन्‍दू नहीं हैं या राम के भक्‍त नहीं हैं ।

क्‍या जो भाजपा या शिवसेना में हैं इस देश केवल वे ही हिन्‍दू हैं । आज यह सवाल भाजपा और शिवसेना जैसे दलों के सामने मुँह बाये खडा है और आने वाले दिनों में इस देश में जो जंग होगी वो हिन्‍दूओं में आपस होगी और यह बेहद खतरनाक होगी । केवल बात और मुद्दा महज यह होगा कि हिन्‍दू कौन है और कौन नहीं , कैन असल हिन्‍दू है और कौन फर्जी हिन्‍दू ।

लेकिन इस खतरनाक जंग जो कि आने वाले दिनों में बेहद गर्म होकर कड़ाही से बाहर आने वाला है, इसका बेहद सार्थक नतीजा भी निकलेगा और यह नतीजा यह होगा कि यह तय हो जायेगा कि लम्‍बे समय तक देश को लत्‍ते का सांप बना कर भयभीत व आतंकित रखा गया ।

हालांकि इसमें कई बातें बाहर निकल कर सामने आयेंगीं संभवत: जिनके जवाब भाजपा या शिवसेना के पास कतई नहीं होगे । और यह भी कि ताजन्‍म नहीं होंगें ।

अगर गैर कांग्रेसी सरकारों में कुछ बेहतरी है तो केवल इतनी सी है कि उसके पास तीन बहुत बेहतर नेता आज के वक्‍त में हैं मगर ये तीनों ही नेता भागवान राम के आंदोलन के कारण नहीं बल्कि अपने काम काज और समदृष्‍टा होने के कारण और बेहतरीन प्रशासनिक क्षमताओं और अर्जी फर्जी मुद्दों से खुद को दूर रखने के कारण हैं । ये तीनों नेता हैं एक तो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जो कि अब भाजपा से रिटायर्ड हैं , दूसरे हैं गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेन्‍द्र मोदी जो सदा शान्‍त शालीन रहने के अलावा बहुत ही बेहतर राज काज प्रशासनिक क्षमता से संपन्‍न एवं समदर्शी प्रवृत्ति के नेता हैं तथा फर्जी हिन्‍दूत्‍व और फर्जी धर्मान्‍धता से स्‍वयं को दूर रख कर एक बेहद लोकप्रिय व उत्‍कृष्‍ट छवि के धनी हैं । तीसरे नेता बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतिश कुमार हैं जिनका कार्यव्‍यवहार एवं कार्य प्रणाली नरेन्‍द्र मोदी के ही समान है और संवेदनशील प्रशासन देने कें मामले में आल अगर शान से किसी का नाम लिया जायेगा तो वह नीतिश कुमार का ।

क्रमश: अगले अंक में जारी .....     

 

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2010

मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 17 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ६ बजे से अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 10 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक १७ दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती जारी है । उललेखनीय है कि विगत दो दिन से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि १ बजे से सुबह ६ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

बुधवार, 15 दिसंबर 2010

फेसबुक पर छायी फर्जी ब्राह्मणों और फर्जी राजपूतों की बहार, जालसाजी का नया नुस्‍खा - नरेन्‍द्र सिंह तोमर ‘’आनन्‍द’’

फेसबुक पर छायी फर्जी ब्राह्मणों और फर्जी राजपूतों की बहार, जालसाजी का नया नुस्‍खा

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

यदि आप मशहूर सोशल नेटर्किंग साइट फेसबुक पर किसी शख्‍स का उपनाम देखकर यह भ्रम मन में पाल बैठे हैं कि वह अमुक शख्‍स वही है या उसी जाति आदि का है तो यह भ्रम अपने मस्तिष्‍क से निकाल दीजिये । हमने तीन महीने तक इस सम्‍बन्‍ध में कई फेसबुक प्रोफाइलों की गहन पड़ताल की और अनेक चौंकाने वाले रहस्‍योद्घाटन हमारे समक्ष हुये ।

फेसबुक पर कई जातिगत कैम्‍पेन यानि संगठन बने हुये हैं , जिसमें कायस्‍थों के कई , ब्राह्मणों के तीन और राजपूतों के पॉंच संगठन हैं , इसी प्रकार अन्‍य जाति समुदाय के लोगों ने भी अपनी अपनी लॉबीबन्‍दी कर रखीं हैं ।

सर्वाधिक संख्‍या में फेसबुक पर पिछले चार महीने के भीतर राजपूत और ब्राह्मण सइस्‍यों की संख्‍या असामान्य और अप्रत्‍याशित रूप से बढ़ी है । हमारा ध्‍यान जब इस ओर आकर्षित हुआ तो हमने बारीकी से न केवल प्रोफाइलों की छानबीन शुरू की अपितु इस नकली व फर्जी खेल को भी समझने की कोशिश की ।

बहुतेरे फर्जी व जाली प्रोफाइल राजपूतों और ब्राह्मणों के उपनामों में बनाकर न केचल फेसबुक के आम सदस्‍यों के साथ धोखाधड़ी की जा रही बल्कि आशंका है कि इसके पीछे बहत बड़ा कोई फर्जीवाड़ा और सुनियोजित रैकेट काम कर रहा है ।

ये फर्जी  प्रोफाइलर्स राजनूत या ब्राह्मण बन कर इस प्रकार फर्जी , अभद्र एवं अश्‍लील कृत्‍य करते हैं कि शर्म भी शर्म से मर जाये ।

ये फर्जी राजपूत और फर्जी ब्राह्मण न केवल भद्र व कुलीन परिवारों की महिलाओं एवं युवतीयों की प्रोफाइलों, नोटस एवं फोटो आदि पर अश्‍लील एवं भद्दे कमेण्‍टस करते हैं एवं यदि कोई महिला या युवती इन्‍हें जरा भी ऑनलाइन नजर आई तो उससे प्रायवेट चाट जबरदस्‍ती करने के प्रयास करते हैं । यदि महिला या युवती अपने परिवार के सदस्‍यों या सहेलियों से भी बात करना या चैट करना चाहे तो ये फर्जी प्रोफाइलर्स उतनी देर उसका आनलाइन टिकना मुश्किल कर देते हैं , यहॉं तक कि सेलिब्रेटिज का भी यही हाल है , अत: इन फर्जी प्रोफाइलर्स गुण्‍डों के डर से अनेक युवतीयों , महिलाओं और सेलिब्रिटीज ने आन लाइन ही छोड़ दिया है । साथ ही अपनी प्रोफाइलों में चित्र अपने लगाना और नवीन चित्रों का अपलोड बंद कर दिया है ।

हमने कई युवतियों से इस बारे में चर्चा की , लगभग सभी बुरी तरह फफक कर रो पड़ीं और सबने एक ही बात कही कि गुण्‍डे बहुत तंग करते हैं सर ।

एक और कॉमन बात जो सामने आई वह यह कि फर्जी हिन्‍दूत्‍व और संस्‍कृति के तथाकथित फर्जी ठेकेदार इन महिलाओं , युवतियों और सेंलिब्रिटीज को अधिक तंग करते हैं और जबरदस्‍ती उन्‍हें ये करो , वो करो ये मत करो वो मत करो का उपदेश पिलाते रहते हैं और जब कोई इन फर्जी हिन्‍दूओं और फर्जीं संस्‍कृति के ठेकेदारों की बात नहीं मानता या विरोध करता है तो ये उसका फेसबुक पर जीना मुहाल कर देते हैं , और ऐसी ऐसी गंदी, भद्दी व अश्‍लील कारगुजारियां करते हैं कि कोई भी भला शख्‍स तुरन्‍त फेसबुक छोड़ कर भाग जाये । यहॉं तक कि ये लोग सार्वजनिक रूप से बेइज्‍जत करने, अश्‍लील गालियां देने , आपत्तिजनक कमेण्‍ट करने उपदेश झाड़ने और अनर्गल प्रवंचनाओं में कोई कोर कसर नहीं रखते ।

मजे की बात ये हैं कि इन फर्जी प्रोफाइलर्स ने एक एक शख्‍स ने औसतन 30 से 40 तक फर्जी प्रोफाइलें बना रखीं हैं । और एक ही शख्‍स विभिन्‍न समय काल और कभी समान समय काल में विभिन्‍न नाम और विभिन्‍न आई डी से फेसबुक पर अवतरित होता है । यहॉं लड़के लोगों को लड़की बन कर और लडकियां लड़के बनकर मूर्ख बनाते रहते हैं । हमने सभी केसों की गहरी छानबीन की ।

फर्जी प्रोफाइलर्स की असल जाति का उल्‍लेख किये बगैर संकेत में हम बता दें कि सरनेम शर्मा, त्रिपाठी, त्रिवेदी, उपाध्‍याय, दुबे, चतुर्वेदी या अन्‍य इसी प्रकार चौहान, सिकरवार, भदौरिया , तोमर , राठौर, जड़ेजा, शेखावत, चूड़ावत जैसे अन्‍य कई सरनेम प्रयोग कर फेस बुक पर आ रहे नाम लगभग 60 फीसदी जाली हैं । असल राजपूत या ब्राह्मण तो महज 40 फीसदी ही फेसबुक पर है बकाया इनके सरनेम उपयोग कर रहा रैकेट 60 फीसदी फर्जी राजपूत और ब्राह्मणों का जालसाज गिरोह है । जो सुनियाकजत तरीके से राजपूतों और ब्राह्मणों को मौका पा कर नीचा दिखाने, बदनाम करने , उनके सरनेम का इस्‍तेमाल कर सेक्‍स रैकेट के कार्यों को अंजाम देने, राजनीतिक कार्य करने, फर्जी हिन्‍दुत्‍व और फर्जी सांस्‍कृतिक प्रोपेगण्‍डा के नाम पर राजपूतो व ब्राह्मणों के नाम से लोगों को तंग करने आदि कार्यों में लिप्‍त है ।

यदि आप सरनेम देखकर किसी को फेसबुक पर राजपूत या ब्राह्मण समझ बैठे हैं तो एकदम सचेत व सतर्क हो जाईये , इन्‍हें अपने खुद के और मामा या अन्‍य रिश्‍तेदार पक्ष के कुल गोत्र शाखा , वंशावली और ठिया ठिकाना खेरा आदि का ज्ञान नहीं होता । आप इनसे झड़ी लगाकर प्रश्‍न करना शुरू करें और सात पुश्‍तों तक इनके कुल गोत्र शाखा वंशावली और रिश्‍तेदारों के कुल वंश गोत्रादि विवरण अवश्‍य पूछें । इन फर्जी प्रोफाइलर्स को केवल उतनी ही जानकारी है जितनी इण्‍टरनेंट आदि माध्‍यमों पर उपलबध है ।

संस्‍कृति और धर्म के नाम पर हड़काने वालों से उनके द्वारा कही गई हर बात का शास्‍त्रीय प्रमाण व सन्‍दर्भ अवश्‍य मांगें , इसी प्रकार ये लोग मनुस्‍मृति का उल्‍लेख कर या उसके श्‍लोंको का तोड़ मरोड़ कर या मनमानी फर्जी व्‍याख्‍या कर लोगों को गुमराह करते रहते हैं , ज्ञातव्‍य है कि मनुस्‍मृति अव्‍वल तो सामान्‍य प्रचलन में और सामान्‍य हिन्‍दू जीवन में मान्‍य ग्रंथ नहीं हैं , अन्‍य ग्रंथों का इनको ज्ञान नहीं है और इधर उधर से श्‍लोक कबाड़ कर या बिगाड़ कर फर्जी कुत्सित एवं मनमानी व्‍याख्‍या कर धार्मिक सामाजिक विद्वेष फैलान , फर्जी नाम और फर्जी आई डी से  राम और कृष्‍ण सहित अन्‍य देवी देवताओं को गालीयां देना उनके खिलाफ अश्‍लील एवं भद्दे लेख लिखना तथा फिर खुद ही लोगों का ध्‍यान उसकी ओर आकषित कर फर्जी निन्‍दा अभियान चलवाना इनका पेशा है । लोगों को दिखाने को ये स्‍वयं भागवान का नाम जपते दिखते हैं और खुद को 24 घण्‍टे हिन्‍दू साबित करने में लगे रहते हैं और खुद ही फर्जी आई डी और फर्जी नामों से दूसरी ओर से भगवानों , धर्म , देवी देवताओं की मॉं बहिन करने में कसर नहीं छोड़ते ।

स्‍मरणीय है कि असल हिन्‍दू को भी कहना या बार बार याद नहीं दिलाना पड़ता कि वह हिन्‍दू है और ये फर्जी हिन्दू और फर्जी प्रोफाइलर्स 24 घण्‍टे लोगो को स्‍मरण कराते रहते हैं कि वे एकमात्र हिन्‍दू हैं अन्‍य कोई नहीं ।    

 

 

मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

मुरैना/ ग्‍वालियर 14 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर १० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ६ बजे से अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 10 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि आज ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक २८ नवम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती जारी है । वर्ममान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

गुरुवार, 9 दिसंबर 2010

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

मुरैना/ ग्‍वालियर ९ दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर १० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ६ बजे से अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 10 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि आज ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक २८ नवम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती जारी है । वर्ममान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

सोमवार, 6 दिसंबर 2010

मध्‍यप्रदेश: भट्टा बैठा मध्‍यप्रदेश का, अंधेरगर्दी अराजकता और अनसुनेपन का बोलबाला – ये है हकीकत ए मध्‍यप्रदेश – भाग- 1

मध्‍यप्रदेश: भट्टा बैठा मध्‍यप्रदेश का, अंधेरगर्दी अराजकता और अनसुनेपन का बोलबाला ये है हकीकत ए मध्‍यप्रदेश भाग- 1

संभागीय मुख्यालयों पर घोषित बिजली कटौती १६ घण्‍टे हुयी, प्रदेश का सूक्ष्‍म व लघु व्‍यवसाय चौपट , बर्फ में लगा सूचना का अधिकार , सरकारी योजनाओं में करोड़ों के खुले भ्रष्‍टाचार और लीपापोती

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

मध्‍यप्रदेश का सच मध्‍यप्रदेश डायरी

Part- 88

मुरेना / भिण्‍ड ६ दिसम्‍बर २०१० बदहाली अराजकता और शोषण में डूबे मध्‍यप्रदेश में विकट भ्रष्‍टाचार तो ५ साल पहले जैसे भाजपा  साकार के शिवराज सिंह के मुख्‍यमंत्री पद  पर आगमन के साथ ही दस्‍तक दे चुका था ।  

हालांकि जनता के अनसुनेपन और नाकारा और बेईमान अफसरों की फौज का जाल स्वयं भ्रष्‍ट और नाकारा मुख्‍यमंत्री तथा उनके मंत्रिमण्‍डल के सदस्‍यों ने प्रदेश में काफी पहले ही फैला दिया था । अब  हालात ये हैं कि मध्‍यप्रदेश में चारों ओर त्राहि त्राहि मची है और अराजकता का माहौल ऐसा कि जनता की शिकायतें व सुनवाई ठोक बजा कर बंद हो चुकीं हैं ।

बर्फ  में लगा सूचना का अधिकार -  सूचना का अधिकार का म.प्र. में आलम ये है कि म.प्र. की एक भी स्‍वयंसेवी संस्‍था ने सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा ४ का पालन नहीं किया हैं, मध्‍यप्रदेश सरकार की अंधेरगर्दी की कृपापात्रता के चलते करोड़ों के मोटे अनुदान झटक रहीं स्‍वयंसेवी संस्‍थायें ऐग लेग और पैग के दम पर सूचना के अधिकार की धारा ४ को ताक पर रख चुकीं हैं मजे की बात ये है कि शराब औरतों और रिश्‍वत के दम पर , अनुदान राशि के बंटवारे के हिसाब से म.प्र. सरकार के नुमाइंदे स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं को केवल अनुदान ही नहीं दिलाते अपितु सूचना का अधिकार का पालन न करने और जालसाजी के लिये भी पूरी छूट देते हैं । अंजाम ये कि सूचना का अधिकार लागू होने के चोखे ५ साल गुजरने के बाद भी आज तक सूचना का अधिनियम की धारा ४ के तहत म.प्र. की एक भी स्‍वयंसेवी संस्‍था की जानकारी इंटरनेट पर उपलब्‍ध नहीं है । फर्जीवाड़े का आलम ये है कि न तो असल हितग्राही हैं और न असल कर्मचारी और समाजसेवी बस केवल चंद अय्याश और दरूओं के दम पर म.प्र. का स्‍वयंसेवी आंदोलन गर्त में डूबकर रह गया है जिनके पास  उजागर करने के नाम पर कुछ भी नहीं है ।

अधिनियम की धारा 6 में मिलने वाले आवेदनों का आलम ये है कि म.प्र. में किसी को भी सूचना के अधिकार में सूचना मिलती हो तो यह दुनियां का आठवां आश्‍चर्य होगा ।

हालात इतने बदतर हैं कि म.प्र. सरकार के खुद सरकारी कार्यालयों और विभागों ने ही सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा ४(१)(अ) का पालन अधिनयम को लागू हुये ५ साल गुजरने के बाद भी आज तक नहीं किया है ।

क्रमश: जारी अगले अंक में ...........