शुक्रवार, 8 मई 2009

तोमर राजवंश : ग्वालियर साम्राज्य स्थापना के 600 वर्ष पूर्ण

तोमर राजवंश : ग्वालियर साम्राज्य स्थापना के 600 वर्ष पूर्ण

प्रस्तुति : नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''

 

(समस्त तथ्य व आंकड़े मय तिथियां तोमर राजवंश की वंशावली से लिये व उध्दृत किये गये हैं )

 

·                    सन् 1409 में महाराजा देववरम ने की ग्वालियर पर तोमर राज्य की स्थापना

·                    महाराजा देववरम थे तोमर राजवंश के ग्वालियर साम्राज्य के प्रथम महाराजा

विशेष :- लेखक महाराजा देववरम का वंशज है और वंश का उत्तराधिकारी है !

 

दिल्ली की स्थापना करने वाले महा प्रतापी तोमर राजवंश से भला कौन अपरिचित होगा, महाभारत जैसा महासंग्राम लड़ने और फिर विजय श्री का वरण करने वाले पाण्डवों की वीरता और न्यायप्रियता से भला कौन अनभिज्ञ होगा !

महाभारत संग्राम में अदभुत वीरता का परिचय देने वाले भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य मित्र व कृपाप्राप्त पाण्डवों और महायोध्दा अर्जुन के नाम से शायद ही कोई हो जो अज्ञान हो !

अर्जुन तथा उनकी पत्नी व प्रिया सुभद्रा के पुत्र अभिमन्यु , इससे आगे जाकर अभिमन्यु व उत्तरा के पुत्र महाराजा परीक्षत , महाराजा परीक्षत के पुत्र जन्मेजय तथा जन्मेजय का सर्प यज्ञ विश्वविख्यात ही है ! पाण्डवों द्वारा स्थापित खण्डव वन को भस्म कर इन्द्रप्रस्थ के नाम से अदभुत महल व नगर ही असल में दिल्ली की प्रथम स्थापना है, उसके पश्चात महाराजा जन्मेजय के वंशप्रवाह में ही इसे इसी तोमर राजवंश ने डिल्ली यानि अपभ्रश नाम से दिल्ली का स्थापन किया और हस्तिनापुर की राजधानी के तौर पर संचालित किया !

यद्यपि महाराजा परीक्षत से लेकर महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर तक कई पीढ़ियां वंशावली के तहत बदलीं हैं और दिल्ली साम्राज्य के उत्तराधिकारी के तौर पर महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर (तोमर राजवंश के दिल्ली साम्राज्य के अंतिम महाराजा तथा भारत के अंतिम हिन्दू साम्राज्य का अंतिम राजवंश तोमर राजवंश है )

महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के कोई पुत्र नहीं था , एक पुत्र था जिसे राजनीतिक षडयंत्र के तहत चुपके से जन्म होते ही बाहर भिजवा दिया और महाराज एवं महारानी को मृत पुत्र उत्पन्न होने की सूचना दी गयी (वंशवली के मुताबिक यही पुत्र महाप्रतापी सम्राट मोम्मद गौरी के नाम से विख्यात हुआ और बदला लेने के लिये दिल्ली पर हमला किया) महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर की पुत्री से उत्पन्न महाप्रतापी पुत्र पृथ्वीराज सिंह चौहान रिश्ते में महाराज अनंगपाल सिंह का दौहित्र (धेवता) था !

महाराज अनंगपाल सिंह को महर्ष्ाियों व तपस्वीयों द्वारा आज्ञा देकर संतान प्राप्ति के लिये तीर्थस्थान में जाकर पुत्र यज्ञ व तपस्या का निर्देश दिया गया ! महाराज अनंगपाल इस पुत्र यज्ञ के लिये तीर्थ की ओर रवाना होने से पहले दिल्ली साम्राज्य की बागडोर (केवल कुछ समय के लिये) अपने एकमात्र रिश्तेदार व दौहित्र पृथ्वीराज सिंह चौहान को सौंप गये !

यज्ञ व तपस्या उपरान्त महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के एक पुत्र हुआ जिसका नाम सोनपाल (इतिहासकारों ने इसका नाम तोलपाल या तोनपाल लिखा है तो कि गलत है वंशावली के मुताबिक इसका नाम सोनपाल है ) हुआ !

राजकुमार सोनपाल के साथ महाराज अनंगपाल सिंह तोमर वापस दिल्ली आये और पृथ्वीराज सिंह चौहान से अपना साम्राज्य वापस उन्हें सौंपने की आज्ञा दी ! पृथ्वीराज ने अपने नाना का उपहास उड़ाते हुये कहा कि ''नाना राज्य तो युध्द करके पाये जाते हैं यदि राज्य चाहिये तो युध्द करो और अपने राज्य को मुझसे जीत लो '' महाराजा अनंगपाल सिंह अपने दौहित्र पृथ्वीराज के उत्तर से असमंजस में पड़ गये !

महाराज अनंगपाल सिंह ने गंभीर विचार विमर्श किया और सोचा कि अगर अपने ही दौहित्र से मैं युध्द करूंगा और मैं युध्द जीत गया एवं किसी तरह मेरे ही हाथों मेरा दौहित्र मारा गया या पराजित हुआ (तोमर राजवंश में बहिन बेटी भानजा दौहित्र पूज्य व सम्माननीय होते हैं) या मेरा दौहित्र युध्द में पराजित हुआ तो वंश कलंक स्थापित हो जायेगा और यदि मैं इससे युध्द हार गया यानि मुझे युध्द में इसके हाथों यदि पराजय मिली तो पूर्वज पाण्डवों द्वारा विजित महासंग्राम महाभारत और उसकें पश्चात निरंतर विजय प्राप्त करने तथा अखण्ड प्रतापी साम्राज्य परम्परा को कलंक लगेगा और भारी अपयश प्राप्त होगा ! इन विचारों के साथ महाराजा अनंगपाल सिंह ने पृथ्वीराज के साथ युध्द का विचार त्याग दिया , और पृथ्वीराज से कहा - ठीक है पुत्र यदि तेरे भीतर पाण्डवों के इस महान साम्राज्य पर राज्य करने की लोभी प्रचृत्ति सवार हो ही गयी है तो तू यहाँ संभाल, किन्तु सदा स्मरण रखना कि यह गददी तोमर राजवंश की है और सदा उसी की रहेगी ! तू कुछ समय राज्य का संचालन कर ले , बाद में मेरा पुत्र और मेरे वंशज का ही दिल्ली पर शासन होगा, मैं इसे सहर्ष तुझे इसे सिंहासन के संचालन पर रखवाला बनाता हूँ ! इसके पश्चात पृथ्वीराज ने अपने नाना को कई भेंट व उपहार देकर विदा किया तथा भेंट में कई हाथी भी दिये, महाराज अनंगपाल सिंह सें कहा नाना यह गददी आपके नाम से ही चलाऊंगा, और आपको जो हाथी मैंने दिया है वह जहाँ जाकर बैठेगा वहीं से आपका साम्राज्य प्रारंभ हो जायेगा , आप वहाँ अपना राज्य प्रारंभ कर लें !

वंशावली विवरण अनुसार यह हाथी लम्बी यात्रा के बाद चम्बल नदी के किनारे आकर ''ऐसाह'' नामक स्थान पर बैठे ! बस यहीं से आगे पुन: तोमर राजवंश का साम्राज्य प्रारंभ हुआ !

ऐसाह मुरैना जिला का तोमर राजवंश का पुराना दुर्ग, महल एवं भगेसुरी या भवेसुरी युक्त स्थान है जो कि ऐसाह गढ़ी के नाम से विख्यात है !

महाराज अनंगपाल सिंह तोमर ने ऐसाह में दुर्ग व महल स्थापित कराया एवं ऐसाह गढ़ी के नाम से साम्राज्य की स्थापना की !

महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के एकमात्र पुत्र सोनपाल सिंह तोमर ने अपने राज्यकाल में सोनियां (सिहोनिया) नामक नगर बसाया और सोनिया यानि सिंहोनिया में राजधानी को संचालित किया ! महाराजा सोनपाल सिंह की पत्नी नरवर के कछवाहे महाराजा की पुत्री ककनवती ने 11 वीं सदी में अपनी अभीष्ट पूजा व अपनी स्मृति चिरस्थायी रखने की इच्छाा से महाराजा सोनपाल सिंह से एक मन्दिर निर्माण की कामना की, महाराजा सोनपाल ने ककनवती के लिये उसके ही नाम से उसका इच्छित मन्दिर उसकी स्मृति को चिरस्थायी करते हुये निर्माण कराया तथा इसे ककनमठ के नाम से स्थापित व पूज्य किया गया ! महारानी ककनवती यहाँ भगवान शिव की पूजा उपासना के लिये निरन्तर आतीं रहीं ! वंशावली सूत्रों के अनुसार ककनमठ कई मन्दिरों का समूह था जिसमें प्रमुख मन्दिर (जो आज भी है) के दो प्रवेश द्वार थे ! इन प्रवेश द्वारों की व्यवस्था यह थी कि मुख्य द्वारा सिर्फ राज परिवार के प्रवेश के लिये रहता और दूसरा द्वारा सभी सामान्य भक्तों व साधु सन्यासियों के लिये खुला रहता !

महाराजा सोनपाल सिंह के पुत्र सुल्तानसाय यानि सुल्तान सहाय हुये ! महाराजा सुल्तान सहाय की पत्नी अकलकंवर वर्तमान राजस्थान के करौली राज्य के जादौन राजवंश के राजा हमीर सिंह की पुत्री थी ! महाराजा सुल्तान सहाय यानि सुल्तानसाय ऐसा व सोनयां राज्य पर यथावत राज्य करते रहे !

महाराज सुल्तानसाय व महारानी अकलकंवर के पुत्र कंवर सिंह हुये ! महाराज कंवर सिंह की पत्नी चित्तोड़गढ़ के महाराज सिसोदिया राजवंश के राणा रतन सिंह की बेटी हेमावती थीं ! महारानी हेमावती के साथ महाराज कंवर सिंह यथावत ऐसाह व सोनयां राज्य पर राज्य करते रहे !

महाराज कंवर सिंह और महारानी हेमावती के दो पुत्र हुये जिसमें एक पुत्र का नाम राव घाटमदेव तथा दूसरे पुत्र का नाम देववरम हुआ ! देववरम काफी प्रतापी और शूरवीर था !

महाराजकुमार राव घाटमदेव और देववरम के समक्ष क्षेत्र में साम्राज्य विस्तार और राज्य शक्ति विस्तार का प्रमुख लक्ष्य रहा ! इसके तहत राव घाटम देव ने 52 और 84 गांव के दो राज्य खण्ड स्थापित किये तथा देववरम ने बीसासुर यानि 120 गाँवों का राज्यखण्ड स्थापित किया ! इस प्रकार तोमर राज्य की शक्ति काफी प्रबल व समर्थ हो गयी ! राव घाटम देव के 52 और 84 तथा देववरम के 120 यानि बीसासुर को ही मिला कर तोमरघार यानि तंवरघार कहा जाता है ! तब स ेअब तक इस राजवंश के गाँव और शक्ति काफी विस्तारित हो चुकी है !

इस प्रकार अतुल्य शक्ति व सामर्थ्य स्थापना के बाद देववरम के हिस्से में ऐसाह की राजगददी आयी, और राव घाटम देव ने सोनयां पर राज्य किया ! महाराजा देववरम ने विक्रम संवत 1438 आषाढ़ के महीने में (मई जून सन 1381 में) ऐसाह के किले यानि ऐसाह गढ़ी का पुनरूध्दार किया और जीर्णोध्दार कराया तथा ऐसाह गढ़ी का साम्राज्य संचालित किया !

महाराजा देववरम ने अपनी शूरवीरता और पराक्रम से विक्रम संवत 1466 में (ई0 सन् 1409 में) ऐसाह से आकर ग्वालियर का किला अपने आधिपत्य में लिया और ग्वालियर राज्य पर तोमर राजवंश के साम्राज्य की स्थापना की ! महाराजा देववरम ग्वालियर साम्राज्य के पहले तोमर राजा हुये ! महाराज देववरम का शासनकाल अत्यंत स्वर्णिम और तोमर राजवंश के भावी साम्राज्य स्थापना व संचालन का प्रमुख स्तम्भ था ! महाराज देववरम ही ग्वालियर राज्य पर तोमर राजवंश के प्रथम महाराजा एवं नींव संस्थापक रहे ! महाराजा देववरम ने 27 वर्ष तक ग्वालियर पर स्वर्णिम व प्रतापी राज्य किया !

महाराजा देववरम ने ग्वालियर शासनकाल में चतुर्भुज मन्दिर का निर्माण, लक्ष्मीनारायण मन्दिर, जीत महल, जैत या जीत स्तम्भ, तथा माण्डेर दुर्ग का निर्माण कराया !

महाराजा देववरम ने ईसवी सन् 1409 में ग्वालियर में तोमर राज्य की पताका फहरा कर तोमर राजवंश का वैभवशाली साम्राज्य स्थापित किया जिसे इस वर्ष पूरे 600 वर्ष हो चुके हैं ! मुझे इस वंश का गौरवशाली उत्तराधिकारी होने गर्व है !

टीप:- समस्त तथ्य व आंकड़े तोमर राजवंश के वंशावली लेखक जिन्हें जगा या वृध्दावलि लेखक कहते हैं, तोमर राजवंश के वंशावली लेखक जगा श्री सरवन सिंह से सविनय सधन्यवाद प्राप्त किये गये हैं एवं उन्हीं की आज्ञा से उध्दृत किये गये हैं ! तोमर राजवंश की सम्पूर्ण वंशावली उन्हीं की सहायता व आज्ञा से तैयार की जा रही है एवं इसका कम्प्यूटराइजेशन व इण्टरनेट पर प्रसारण शीघ्र ही संभव होगा ! साथ ही इसका आडियो वीडियो एवं सी.डी में उपलब्ध कराने की भी चेष्टा की जा रही है, जिससे राजपूत वंशावली के बारे में व्याप्त भ्रम दूर हो सकें  !  मुझे उनका आशीर्वाद व सहयोग प्राप्त हुआ है इसके लिये मैं ईश्वर एवं उनके प्रति कृतज्ञ हूँ !

पटाखों में आग लगने से 17 घायल, 12 से 15 वर्ष को बच्चे शामिल, बारात चढाई के दौरान हुआ हादसा....

पटाखों में आग लगने से 17 घायल, 12 से 15 वर्ष को बच्चे शामिल, बारात चढाई के दौरान हुआ हादसा....

विशेष संवादाता द्वारा

मुरेना...जिले के माताबसैया थाना क्षेत्र के ग्राम रजई का पुरा में गुरूवार को पटाखों में आग लगने  की घटना में सत्रह लोग घायल होगये घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है गंभीर रूप से घायल एक युवक को ग्वालियर के लिये रेफर किया गया है हादसा बारात चढने के दौरान हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज ग्राम रजई का पुरा में आज रामविलास जाटव की लड़की की शादी थी और बरात कैलारस क्षेत्र के ग्राम बघपुरा से आयी थी। बैण्ड बाजों के साथ आतिश वाजी हो रही थी उसी दौरान पटाखें से निकली आग की ंचिंगारी से भरे थेले पर जा गिरी और एक साथ हुए विष्फोट में करीब 17 लोगों को अपनी चपेट में ले किया। जिसमें अधिक तरह बच्चे ही थे। बरात देखने उमडी गांव की भीड़ में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया।

पटाखों से लगी आग से गांव के करीब 17 बच्चे तमासाही घायल हो गये जिन्हें तत्क ाल उपचार हेतु जिला अस्पताल लाया गया। डा. बांदिल ने बताया कि घटना में घायल बच्चों में दो की हालत गंभीर है उन्हे ग्वालियर रैफर किया गया जबकि शेष जिला अस्पताल में भर्ती है उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सक के अनुसार घायलों की हालत खतरे से बाहर है मामूली रूप से आग से झुलसे लोगो को प्राथमिकता उपचार के बाद छुटटी देदी गई है। घायलो में बूढे बच्चे और जवान भी शामिल है।

घायलों में- गोपी पुत्र शिवनारायण जाटव, नेत्रपाल पुत्र जशरथ, शिव सिंह पुत्र श्रीओतार, हेमन्त, देवेन्द्र,

अरविन्द, छोटी, शीमा, गोलू, ये सभी बच्चे 12 से 15 वर्ष की उम्र के है। हरीसिंह उम्र 35 वर्ष नि.कैलारस, भूरे खां पुत्र रमजान उम्र 50 कौथर पोरसा, बाँबी उम्र 6 वर्ष पुत्र चन्दन सिंह जिसे गम्भीर हालत में ग्वालियर रैफर कर दिया गया है।

पटाखा चलाने वाला भूरे भी जख्मी

रजई का पुरा माता बसैया में आतिश बाजी के दौरान हुए हादसे में पटाखे चलाने वाला भूरे खां पुत्र रमजान भी गम्मीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है।

भूरेखां पुत्र रमजान खां बगिया पुरा कोथर पोरसा जिला मुरैना का रहने वाला है।

हादसे के वारे में भूरे खां ने पुलिस को बताया कि वह खेंतो में पटाखे चाल रहा था उसी दौरान किसी बच्चे ने बैग से छेडखानी की और यह हादसा हो गया। 

 

पात्रता परीक्षा में असफल गुरूजियों का समाधान शिविर 25 से 29 मई तक

पात्रता परीक्षा में असफल गुरूजियों का समाधान शिविर 25 से 29 मई तक

मुरैना - डायट राज्य शिक्षा केन्द्र भोपला द्वारा जारी पत्र क्रमांक 2804 दिनांक 2.5.09 को प्राप्त हुआ उस में बताया कि शासकीय शिक्षा गारंटी शाला में कार्यरत गुरूजी एनएफई के अनुदेश को  व्यापम व्यवसायिक परीक्षा मंडल वर्ष 2008 में पात्रता परीक्षा में असफल गुरूजी 25 मई से 29 मई 09 तक प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर शा.उत्कृष्ट उ.मा.वि. में समाधान शिविर आमंत्रित किया गया हैं। प्राचार्य शा.उत्कृष्ट उ.मा. को प्रशिक्षण का दायित्व सौपा है। 18 19 मई को कैलारस में विज्ञान,गणित एवं अग्रेजी एक-एक व्याख्याता एसटी प्रशिक्षण भेजे गये,वही प्रथम चरण 18 मई से 19 मई को पोरसा अम्बाह डाइट व डीपी सी कुल 27 तथा 19 मई को जौरा कैलारस पहाडगढ व सबलगढ कुल 27 एसटी को प्रशिक्षण दो चरण में होगा तथा दिनांक 25 से 29 मई को समाधान शिविर प्रस्तावित है मुरैना विकास खण्ड डाइट स्तर पर शिविर लगेगा उक्त सूचना से संम्बन्धित डाइट में सम्पर्क कर सकते है।

 

विजयपुर शहर में पीने के पानी का संकट ..नपं सीएमओ व अध्यक्ष वेपरवाह.....

विजयपुर शहर में पीने के पानी का संकट ..नपं सीएमओ व अध्यक्ष वेपरवाह.....

विजयपुर शहर में पीने के पानी का संकट है और नगर पंचायत के अधिकारी तथा जनता के प्रतिनिधि गर्मी के इस मौसम में भीषण पेयजल संकट की समस्या से निपटने की बजाय आपस में लड झगड रहे है। जिला प्रशासन ने अगर समय रहते शहर में पीने के पानी की समस्या से निपटने हेतु कारगर कदम नही उठया तो आने वाले समय में समस्या और बिकराल रूप धारण कर लेगी।

गर्मी के मौसम में शासन और प्रशासन द्वारा पेयजल की कमी वाले क्षेत्र में परिवहन के जरिये पानी मुहैया कराने की व्यवस्था की जाती है शहर में बर्तमान में यह व्यवस्था अधिकारी और अध्यक्ष के बीच जारी बर्चस्व की लडाई के भेंट चढ गई है। बताया जाता है कि शहर के कई बार्डो में पानी के टेंकर सुविधा शुल्क लेकर पहुँचाये जा रहे है जव कि गरीव बर्ग बाहुल्य बार्डो के बाशिंदे पीने के पानी केलिये दर दर की ठोकरें खाने के लये मजबूर है। शहर में सार्वजनिक जगहों पर प्याऊ लगाने की जवावदारी होती है मगर बर्तमान में नगर पंचायत द्वारा उसका भी विर्हन नही किया जा रहा है।

 

फायर बिग्रेड का अभाव, सबलगढ नगर बदहाल,बुनियादी सुविधाओं का अकाल

फायर बिग्रेड का अभाव, सबलगढ नगर बदहाल,बुनियादी  सुविधाओं का अकाल

सबलगढ- सबलगढ नगर इस समय  वदहाल स्थिति में है यहां पर आजादी के पचास साल बाद भी भौतिक सुविधाओं का अभाव  है इस नगर में न यात्री प्रतीक्षालय है ना स्थाई बस स्टैण्ड जगह जगह अतिक्रमण ना पार्क की व्यवस्था हैं कहने को इस नगर की आवादी करीब चालीस हजार के करीब है

यहां हर वार विधायक चुने जाते है परन्तु इस शहर की समस्याओं की तरफ किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नही है। इस शहर में  जगह जगह अघोषित बस स्टेण्ड बना रखे है जिससे आये दिन वाहन चालको और आम जन के बीच मुह वाद होता रहता है साथ ही आवागमन भी प्रभावित होता है। यात्रियों को बैठने के लिये यात्री प्रतीक्षालय न होने से इस भीषण गर्मी में महिलाए  एवं बच्चे धूप में खडे रहते है। नही पेयजल की व्यवस्था है नगरपालिका  द्वारा इस वार प्याऊ की व्यवस्था नही की गई इससे गर्मी में आम जन को पानी के लिए इधर उधर भटकना पड रहा है। नगर के मुख्य मार्ग से न. एक, दो तीन एवं एमएसरोड पर जहां पर जगह मिली वही पर हाथ ठेले वाले  सब्जी वालों या चार पहिया वाहनों के द्वाराअतिक्रमण कि या जा रहा हैं। व्यापारियों ने अपनी दुकाने दोनो और सडकों पर लगाने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। यह शहर की जनता का दुर्भाग्य है कि इस शहर को कोई सक्षम अधिकारी या जन प्रतिनिधि नही मिला क्या मिले हैं तो ये व्यवस्थाये  जस की तस क्यो है। अधिकारी तो  अपनी गाडी से उतरते ही नही उन्हेंने क्या शहर को  तो भगवान के भरोसे छोड़ दिया है ?

फायर बिग्रेड का अभाव

सबलगढ नगर में फायर बिग्रेउ ना होने से इस भीषण गर्मी के मौसम में कभी गंभीर घटना घटित हो सकती है वैसे तो यहां की नगरपालिका में फायर बिग्रेड हैं परन्तु करीब 6 माह से वह खराव पडी है तत्कालीन सी.एम.ओ दिनेश शर्मा ने फायर बिग्रेड को ग्वालियार गैराज में भिजवाया और वहां ठीक होकर तैयार  खडी है परन्तु इस समय आगजनी के वक्त जौरा  झुण्डपुरा से फायर बिग्रेड क ो बुलवाते  है जब स्वयं की फायर बिग्रेड तैयार खडी है तो उसको क्यो नहीं ला रहे है शायद अधिकारी किसी  गम्भीर हादसे के इंतजार में है।

 

बस और टे्क्टर की टक्कर से दो घायल

बस और टे्रक्टर की टक्कर  से दो घायल

मुरैना। बस और टे्रक्टर की चपेट में आने से दो लोग घायल हो गये। अलग अलग जगहों पर हुई सडक दुर्घटनाओं के लिये जिम्मेदार वाहन चालाकंों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। घायलों को  इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा दिया है

पुलिस के अनुसार कैलारस थाना अन्तर्गत एमएसरोड पर बस क्रमांक एमपी06-वी-817 के चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाकर सुरेश तोमर निवासी चम्बल कालोनी को टक्कर मार कर घायल कर दिया। पुलिस ने चालक के विरूद्ध धारा 279,337 का मामला दर्ज कर लिया हैं।

एक अन्य जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली अन्तर्गत हाईवे पर उद्योग केन्द्र के सामने लाल कलर के महिन्द्रा टे्रक्टर की चपेट में आने से सोनू पुत्र माता प्रसाद निवासी सिलावली भिण्ड घायल हो गया पुलिस ने दीवान सिकरवार की रपट पर से टै्रक्टर चालक के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया हैं।

 

महिला की संदिग्ध मौत,अधेड ने लगाई फांसी , सड़क दुर्घटना में घायल,दो की अस्पताल में मौत

महिला की संदिग्ध मौत,अधेड ने लगाई  फांसी ,  सड़क दुर्घटना में घायल,दो की अस्पताल में मौत

मुरैना। एक युवती की संदिग्ध मौत होने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया  वही अज्ञात करणों के चलते एक अधेंड ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में घायल दो लोगों ने े इलाज जयारोग्य अपस्ताल में दम तोड दिया।

पुलिस सूत्रो से घटना के सम्बनध में मिली जानकारी के अनुसार बागचीनी थाना अन्तर्गत ग्राम बुढावली में बीते रोज गुडडी पत्नी दशरथ गुर्जर 36 वर्ष की अज्ञात कारणों से मौत होगई पुलिस ने युवती की  संदिग्ध मौत होने पर  मर्ग कायम कर मौत के कारणो की जांच शुरू कर दी  है।

पोरसा थाना अन्तर्गत ग्राम बुधारा में बुधवार को अज्ञात कारणों के चलते रामजीलाल सीपर .उम्र 53 वर्ष. ने गले में फांसी का फंदा डालकर आत्म हत्या कर ली। पुलिस ने शव को वरामद कर पोस्ट मार्टम कराया और मर्ग कायम कर आत्म हत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी हैं।

जौरा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल जाकिर खां जौरा तथा लल्लू पुत्र मुरारी लाल जौरा को उपचार हेतु जयारोग्य अपस्पताल ग्वालियर में इलाज हेतु भर्ती कराया जहां पर उनकी मौत हो  गई। पुलिस ने अलग-अलग मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।

 

लहर में दो गुटों के बीच सघर्ष,नौ लोग घायल - बलवा एवं मारपीट का क्रास मामला कायम

लहर में दो गुटों के बीच सघर्ष,नौ लोग घायल - बलवा एवं मारपीट का क्रास मामला कायम

मुरैना। दिमनी थाना क्षेत्र के ग्राम लहर में बुधवार को गुर्जर समाज के दो गुटों के बीच लाठी फरसा चलने की घटना में दोनों पक्षों के नौ लोग घायल हो गये। घायलों को इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है तथा हमलावरों के विरूद्ध बलवा मारपीट व जान से मारने की धमकी देने का क्रास मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार पूर्व रंजिशन को लेकर ग्राम लहरमें रामअख्तार गुर्जर और गिर्राज गुर्जर के परिजनों के बीच झगड़ा हो गया। दोनो ओर से लाठी फरसा से एक दूसरे पर वार कर दिये गये हमले में 9 लोग घायल हो गये। घायलों में आदिराम विजेन्द्र वडजोर रामस्वरूप रामअख्तार गुर्जर तथा दूसरे पक्ष के गिर्राज इंदल रामवरण पहलवान गुर्जर शामिल है। सभी घायलों को इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया।

दिमनी थाना पुलिस ने रामअख्तार गुर्जर की रपट पर से  देशराज भरत दंगल मुकेश गिर्राज भगवान रामवरण गुर्जर तथा गिर्राज गुर्जर की शिकायत पर पुलिस ने हमलावर पिंकी आदिराम रामलखन भोला   परमाल गुर्जर के खिलाफ धारा 147,148,149 323,294,506वीं का क्रांस मामला दोनों पक्षों के विरूद्ध कायम कर लिया हैं।

 

हीरामन सरकार पर विशाल मेला आज

हीरामन सरकार पर विशाल मेला आज

मुरैना- हीरामन सरकार धाम पर विशाल मेला का आयोजन दिनांक 8 मई शुक्रवार को किया गया है। श्री हीरामन सरकार धाम के परम पूज्यसंत श्री श्री 1008 हरप्रसाद महाराज के कृपापात्र हीरामन सरकार के मंहत श्री श्री 1008 राजेन्द्र दास महाराज ने बताया है कि मेला में विशवेल के बंध काटे जाते है। निसन्तान आदि दु:खों का निवारण  किया जाता है। महंत श्री राजेन्द्र दास महाराज ने कहा कि मेला में देश व विदेश से श्रद्धालुओ का अपार समूह में आते है। इस मेंले में यात्री लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिये महा की शुक्ल पक्ष की चौदस को परिक्रमा देते है। लेकिन वैशाख और भादों में सबसे महत्वपूर्ण मेला रहता है इस मेले में विशवेल के

बंध काटे जाते है और लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी अपनी मनोकामना की मन्नत मांगने आते है हीरामन सरकार द्वारा सभी की मनोमानाए पूर्ण होती हैं और मेले में भजन कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं। जिसमें प्रसिद्ध गायक कलाकार वीरेन्द्र सिंह गुर्जर एवं अन्य कलाकारों द्वारा भजन कीर्तन पेश किये जाते है।

 

मुरैना व श्योपुर में होगी मतों की गणना 16 को, लोकसभा चुनाव 2009

मुरैना व श्योपुर में होगी मतों की गणना 16 को,  लोकसभा चुनाव 2009

मुरैना। लोकसभा निर्वाचन 2009 के लिए 30 अप्रेल को डाले गये मतों की गणना 16 मई को प्रात: 8 बजे से की जायेगी। रिटर्निग आफीसर श्री एम.के अग्रवाल ने बताया है कि मुरैना जिले के समस्त 6 विधानसभा क्षेत्र सबलगढ, जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, और अम्बाह में डाले गये मतों की गणना शासकीय पोलाटेक्निक कालेज मुरैना में तथा श्योपुर जिले के दो विधानसभा क्षेत्र श्योपुर और विजयपुर में डाले गये मतों की गणना शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय श्योपुर में की जायेगी।

रिटर्निग आफीसर श्री एम. के अग्रवाल ने बताया कि मतों की गणना के लिए प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र हेतु 14 टेविल लगाई जायेगी। प्रत्येक टेविल पर एक गणना पर्यवेक्षक और एक गणना सहायक नियुक्त किये जायेगें।

प्रत्येक अभ्यार्थी को हर टेविल पर एक गणना अभिकर्ता की नियुक्ति की अनुमति दी जायेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र हेतु एक गणना अभिकर्ता रिटनिंग आफीसर के साथ रखा जा सकेगा। इसके अतिरिक्त डाक मतपत्रों की गणना हेतु एक गणना अभिकर्ता पृथक से नियुक्त किया  जा सकता है।

गणना अभिकर्ताओं को नियुक्ति पत्र जारी किये जाने के कार्य हेतु मुरैना में अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्रनाथ शर्मा और श्योपुर जिले में संयुक्त कलेक्टर श्री पी.के. श्रीवास्तव को प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। अभिकर्ता की नियुक्ति के लिए प्रत्याशियों को निर्धारित प्रारूप में दो फोटो ग्राफ सहित संबंधित प्राधिकृत अधिकारी को आवेदन पत्र प्रस्तुत करना होगा। गणना अभिकर्ता को अपना पहचान पत्र जेब के पास लगाना जरूरी होगा तथा वे जिस टेविल के लिए नियुक्त किये जायेगें उसी पर रहेंगे, दूसरी टेविल पर नहीं जायेंगे। संपूर्ण संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान के परिणामों को शासकीय पाँलीटेक्निक कालेज मुरैना पर 16 मई को मतगणना समाप्ति के पश्चात समेकित किया जावेगा।

 

कंट्रोल के गेंहू का हो रहा है बंदर वांट

कंट्रोल के गेंहू का हो रहा है बंदर वांट

विजयपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीब उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर गेहूं वितरण के  लिये आवंटित गेहूं का कतिपय उचित मूल्य की दुकान पर अधिकारियों की मिली भगत से बंदर वांट हो रहा हैं।

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार गोहटा रोड की उचित मूल्य की दुकान क्रमांक 5,6 7 पर गेंहू का वितरण गरीब उपभोक्ताओं में न करते हुये कंन्ट्रोल मालिकों और विभागीय अधिकारियों के बीच बंदर वांट कर गेंहू को हडपा जा  रहा है प्रशासन से कन्ट्रोल की दुकानाें पर हो रही उक्त धांधली पर रोक लगाने की मांग है।

 

वैशाखी बुद्ध पूर्णिमा जयंती समारोह 9 को

वैशाखी बुद्ध पूर्णिमा जयंती समारोह 9  को

मुरैना 2553 वीं बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध जयंती समरोह दिनांक 9 मई 2009 को सारिपुत्र बौद्ध विहार अम्बेडकर नगर चोरपुरा अम्बाह रोड पर प्रतिवर्ष बुद्ध पूर्णिमा को बुद्ध मेला का आयोजन करते चले आ रहे हैं। इस वर्ष बर्ष भी किया जा रहा है। जिसमें अनेक बोद्ध विद्धान अथा मिक्खु व गायक  कलाकार बुद्ध एवं भीम संदेश सामाजिक जागृतिक प्रदान करते हैं। अत: सारिपुत्र बोद्ध बिहार अम्बेडकर नगर में बाबा साहब के सपनों को साकार करने के लिए मेला में हजारो-हजारों की संख्या में सारिपुत्र बोद्ध विहार अम्बेडकर नगर चोरपुरा अम्बाह रोड पहुंचकर कार्यक्रम को सफल बनावे की अपील करतें है।

 

बसपा छोडने का सवाल ही नही: मुदगल, बसपा की बढती ताकत से बोखलाये है विरोधी दल

बसपा छोडने का सवाल ही नही:  मुदगल, बसपा की बढती ताकत से बोखलाये है विरोधी दल

बसपा का  सच्चा सिपाई हूँ और रहूँगा

मुरैना। आज देश में सभी प्रमुख राजनैतिक पार्टिया देश हित को छोडकर अपने निजी स्वार्थ  में लगी है।

कांग्रेस पार्टी जहां वंशवाद को बडावा दे रही है वही भाजपा धार्मिक उन्माद पैदा कर साम्प्रदायिकता फैला रही है। ऐसे में केवल बहुजन समाजपार्टी ही है जो सभी जाति वर्गो एवं धर्मो के लोगो क ो साथ लेकर देश के विकास की बात कर रही है। उक्त आरोप मुरैना के बसपा विधायक परशुराम मुदगल ने एक पत्रकार वार्ता में लगाया श्री मुदगल ने बताया कि भारतीय लोकतंत्र सबसे बडे चुनाव का दौर चल रहा हैं। तथा मुरैना-श्योपुर संसदीय क्षेत्र में मतदान का कार्य पूरा हो चुका है इस चुनाव में बसपा को कमजोर करने के उददेश्य  से विरोधियों ने अनेक हथकंडे अपनाए अनेक अफावाहे फैलाई तथा तहां तक दुस्प्रचार किया मैं स्वयं बसपा को छोडकर किसी अन्य दल में जा रहा हूं । लेकिन में  स्पष्ट करना चाहता हूं किं  मैं बसपा का एक समर्पित कार्यकर्ता था हूं एवं रहूगां।

उन्होने कहा कि हमारे देश में नेता स्व. बाबा भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर कांशीराम जी के सिद्धांतों एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कु. मायावती के नेतृत्व में जो विकास की गंगा उ.प्र. में वह रही है वह विकास पूरे देश का हो ऐसा प्रयास हमेशा करता  रहूंगा। में तथा समूचे कार्यकर्ता बहन कु. मायावती को प्रधान मंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।

मुरैना-श्योपुर में विगत 30 अप्रेल को जो मतदान हुआ और निर्वाचन में लगे लोगो के सहयोग से सत्तापार्टी के लोगो ने किस तरह शासन का दुरूपयोगकर निर्वाचन प्रक्रिया का मजाक बनाया यह किसी से छिपा नही हैं। भाजपा के लोगो ने जहां दिमनी अम्बाह पोरसा में मतदान को प्रभावित किया वहीं कांग्रेस ने जौरा से लेकर श्योपुर तक मतदान केन्द्रो पर कब्जा करने जैसा  घ्रणित कार्य किया लेकिन बसपा के कार्यकर्ता ओं की कड़ी मेहनत से अगामी परिणाम बसपा के पक्ष में होगा और मुरैना सहित बसपा देश में भारी विजय प्राप्त होगी। श्री मुदगल ने कहा की बसपा का वोट बैंक पहले से 8.30 प्रतिशत बढ़ा है। मुरैना लोकसभा सीट में बलवीर डण्डाेंतियां ही विजय होगे।

 

वरिष्ठ नागरिक मंच की जिला कार्यकारिणी का गठन

वरिष्ठ नागरिक मंच की जिला कार्यकारिणी का गठन

मुरैना। वरिष्ठ नागरिक मंच शाखा मुरैना की बैठक कार्यालय अम्बाह रोड पर आयोजित की  गई है। जिसमें जिला कार्यकारिणी का गठन किया। संभागीय अध्यक्ष राधेश्याम डण्डौतिया की सहमति एवं अनुशंसा से निम्न पदाधिकारी जिला  अध्यक्ष के.एल. शर्मा द्वारा मनोनीत कियेगये सर्व सम्मति से श्री दीनानाथ शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष,श्री आर.डी.शर्मा उपाध्यक्ष, श्री कप्तान सिंह डण्डौतिया सचिव, श्री नत्थीलाल कुलश्रेष्ठ कोषाध्यक्ष श्री दामोदर लाल शर्मा सहसचिव, श्री मिटठनलाल शर्मा ऑंडीटर इसके अतिरिक्त 7 कार्यकारणी सदस्य बनाये गये । सर्वसम्मति से प्रस्तावित पारित किया गया कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में वरिष्ठ नागरिक सहयोग शिविर पंचायती धर्मशाला मुरैना में आयोजित किया गया। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण डाँक्टर्स द्वारा किया जावेगा। तथा   रेलमंत्री को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा जिसमें वरिष्ट नागरिक महिला एवं पुरूष को समान रूप से रेल्वे किराये में 50प्रतिश की छूट देने का निवेदन किया जावेगा। तथा वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन में विकलांग व महिला यात्री की तरह विशेष बागी लगाने को कहा जावेगा तथा टिकिट लेने के लिये नागरिक खिडकी सभी रेल्वे स्टेशनों पर लागने की मांग की जावेगी।

 

देहात पुलिस ने पांच जुआरी दबोचे

देहात पुलिस ने पांच जुआरी दबोचे

मुरैना। सिविल लाईन थाना पुलिस द्वारा मंगलवार की सायं स्थानीय जौरी रोड पर दविस देकर पांच लोगो को जुआ खेलते रंगों हाथों बंदी बनाया। पुलिस ने आरोपीयों के विरूद्ध धारा 13जुआ एक्ट का मामला दर्ज कर लिया हैं।

पुलिस के अनुसार जरिये मुखविर सूचना मिलने पर कि जौरी रोड पर एक जुआ का फड संचालित है पुलिस ने तुरंत दविस देकर आरोपी सुरेश  गुर्जर दिनेश शर्मा संजय अग्रवाल मुंशी गुर्जर सुनील जाटव का जुआ खेलने के आरोपी में गिरफतार किया। पुलिस ने मौके से 4020 नगदी दो मोवाईल, फोन दो वाईक जप्त करने में सफलता प्राप्त  की है।

 

लापता बालक नही लगा सुराग

लापता बालक नही लगा सुराग

मुरेना..खटीक मोहल्ला तुस्सीपुरा से एक माह पूर्व लापता हुऐ बालक का अभी तक कोई सुराग नही लगा है रामवीर खटीक पुत्र संजय 2 मार्च को घर से बाजार के लिये निकला था मगर अभी तकवह घर वापिस नही आया परिजनो शहर कोतवाली में बालक के गुम होने की शिकायत भी दर्ज

करादी है लापता बालक के पिता रामवीर का कहना है कि पुलिस कार्यवाही करने में कोतहाई बरत रही है रामवीर ने पुलिस अधिकारियों से बालक सुराग लगाने हेतु कार्यवाही करने की मांग की है

 

तीन पर हमला , हमलावर नामजद अपराध कायम

तीन पर हमला ,  हमलावर नामजद अपराध कायम

मुरैना। दो दलित युवको समेत तीन लोग बीते रोज मारपीट की घटनाओं में घायल हो गये  जिन्हे उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी हैं।

पुलिस के अनुसार दिमनी थाना अन्तर्गत नावली गांव में पूर्व रंजिशन के चलते आरोपी नरेन्द्र सिंह भूरासिंह तोमर ने लाठी डण्डा से मारपीट कर श्रीराम खटीक को घायल कर दिया। पुलिस ने आरोपीओं के विरूद्ध धारा 294/323/325/34 आईपीसी एवं 3(1)10 एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जौरा थाना अन्तर्गत ग्राम परसोटा में रामनिवास जाटव के साथ मारपीट कर उसे घायल कर दिया। और जातीय अपमान की गालियां दी। पुलिस ने हमलावर रामनिवास रावत परसोटा के विरूद्ध धारा 249323, आईपीसी व 3 (1)10 एसटीएससी एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस द्वारा दी गई एक अन्य जानकारी के मुताबिक नेहरू पार्क के सामने कमप्रेशर चालक ओमप्रकाश गुप्ता गणेशपुरा द्वारा शराव के लिये पैसा न देने पर आरोपी सुरेश पचौरी धु्रव संजीव दत्तपुरा ने मारपीट कर उसे गंभीर चोट पहुचाई।

शहर कोतवाली पुलिस ने हमलवरो के विरूद्ध धारा 294 323327506वीं 34 आईपीसी का मामला दर्ज कर लिया है।

 

दहेज प्रताडना से तंग आकर की थी सीमा ने आत्महत्या , नम्रता और विनीता को दहेज की खातिर सताया

दहेज प्रताडना से तंग आकर की थी सीमा ने आत्महत्या , नम्रता और विनीता को दहेज की खातिर सताया

मुरैना। पति द्वारा दहेज की खातिर प्रताडित करने पर पत्नी ने आत्म हत्या कर ली। मर्ग जांच के बाद पुलिस ने अरोपी पति के विरूद्ध दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया  है। वहीं दो युवतियों को दहेज की खातिर प्रताडित करने वाले ससुरालजनो के विरूद्व पुलिस ने दहेज उत्पीडन का मामला कायम कर जाँच शुरू करदी है।

  पुलिस सूत्रों से घटना के सम्बन्ध  में मिली जानकारी के अनुसार जौरा थाना अन्तर्गत ग्राम मुन्द्रावजा में 19 अप्रेल09 को सीमा पत्नी श्रीनिवास कुशवाह 30 वर्ष ने दहेज की खातिर पति द्वारा प्रताडित करने पर आत्म हत्या कर ली। पुलिस ने युवती की मौत पर मर्ग कायम कर विवेचना की गई। एसडीओपी जौरा द्वारा की गई मर्ग जांच में सीमा की मौत के लिये उसके पति श्रीनिवास को जिम्मेदारा मानते हुये पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध 304वीं 498ए के तथा 3/4 दहेज एक्ट का मामला  कायम कर लिया है।

  शहर कोतवाली पुलिस ने भी दहेज प्रताडना के बीते रोज दो मामल कायम किये है। पुलिस के अनुसार स्टेशन रोड निवासी नरेश अग्रवाल की पुत्री नम्रता को उसके ससुराल वालों ने दहेज की खातिर प्रताडित किया नम्रता की ससुराल झालावाड राज. में है। पुलिस ने पीडिता की शिकायत पर आरोपी प्रदीप कालीचरण प्रमोद मनीष नेमा निवासी झालावाड के विरूद्व धारा 498ए का मामला दर्ज कर लिया हैं।

एक अन्य जानकारी के अनुसार पुरानी हाउसिंगबोर्ड कालोनी में रहने वाले रमेशचंद  शर्मा की 28 वर्ष पुत्री विनीता को दहेज की मांग को लेकर उसके ससुराल वालों ने प्रताडित किया  प्रताडना से तंग आकर मायके में रह रही है। शहर  कोतवाली पुलिस ने उसकी फरियाद पर आरोपी हेमंत मुकेश शांतिशर्मा निवासी मुरैना के विरूद्ध धारा 498 ए का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

 

जैविक खेती : उत्तम पैदावार व खेतों को उपजाऊ रखने की सफल विधि

जैविक खेती : उत्तम पैदावार व खेतों को उपजाऊ रखने की सफल विधि

Article Presented By: Zonal Public Relation Office, Gwalior Chambal Zone

जैविक खेती जीवों के सहयोग से की जाने वाली खेती के तरीके को कहते हैं। प्रकृति ने स्वयं संचालन के लिये जीवों का विकास किया है जो प्रकृति को पुन: ऊर्जा प्रदान करने वाली जैव संयंत्र भी हैं । यही जैविक व्यवस्था खेतों में कार्य करती है । खेतों में रसायन डालने से ये जैविक व्यवस्था नष्ट होने को है तथा भूमि और जल-प्रदूषण बढ़ रहा है । खेतों में हमे हमारे पास उपलब्ध जैविक साधनों की मदद से खाद, कीटनाशक दवाई, चूहा नियंत्रण हेतु दवा बगैरह बनाकर उनका उपयोग करना होगा । इन तरीकों के उपयोग से हमें पैदावार भी अधिक मिलेगी एवं अनाज, फल सब्जियां भी विषमुक्त एवं उत्तम होंगी । प्रकृति की सूक्ष्म जीवाणुओं एवं जीवों का तंत्र पुन: हमारी खेती में सहयोगी कार्य कर सकेगा ।

फसल पोषण को समझने के लिये हमें निम्न तथ्यों पर विचार करना होगा ।  प्रकृति ने हवा में में 78 प्रतिशत नाइट्रोजन क्यों दी है ? . सभी पौधों की पत्तियां हरी क्यों हैं ?  पौधे अपनी आवश्यकता की नाइट्रोजन हवा से क्यों नही ले सकते ?  सूक्ष्म जीवाणु मिट्टी में क्या कार्य पूर्ण करते हैं ?  प्रकृति का जंगली पेड़ों को पोषण देने का क्या तरीका है ?  खरपतवार बिना उर्वरकों के कैसे बढ़ते हैं ? एक ही जमीन अलग-अलग फसलों की आवश्यकता, जो कि अलग-अलग है को कैसे पूरा करती है ।

       ध्यान देने योग्य बात है कि पौधा अंकुरण से लेकर पूरी उम्र तक एक ही स्थान पर खड़ा रहता है । यह भोजन के लिये दूसरे स्थान पर नहीं जा सकता । इस बात को प्रकृति ने ध्यान में रखते हुये उनके पोषण के लिये एक व्यवस्था बनाई है ।

       पौधों की अच्छी वृध्दि हेतु इतनी अधिक नाइट्रोजन प्रकृति ने हवा में दी है, परंतु पौधे इसे सीधे शोषित नहीं कर सकते । यदि वे ऐसा करते तो उनकी लम्बाई इतनी अधिक हो जाती कि दूसरी प्राणियों को रहने में परेशानी खड़ी हो सकती थी। अत: नाइट्रोजन पौधों के लिये सूक्ष्म जीवाणुओं के माध्यम से उपलब्ध होती है, जो वायु नाइट्रोजन को परिवर्तित कर पौधों को उपलब्ध कराते हैं ।

       मिट्टी में कई तरह के सूक्ष्म जीवाणु मौजूद हैं । उसका कार्य पौधों को मिट्टी में उपलब्ध सूक्ष्म तत्व उपलब्ध कराना है  * उदाहरणार्थ- कुक वेक्टीरिया फास्फोरस को घोलकर पौधों को उपलबध कराते हैं । राइजोबियम, एजेक्टोबेक्टर नाइट्रोजन उपलब्ध कराते हैं । सल्फर घोलक-थायोबेसिलस पोटाश घोलक, लोह तत्व घोलक, खुडीप्लस आदि जीवाणु वो तत्व पौधों को उपलब्ध कराते हैं । ये सूक्ष्म जीवाणु परिवर्तन की उस प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं ।

       पौधों का हरा रंग प्रकाश संश्लेषण द्वारा सूर्य की ऊर्जा की मदद से पौधों की ग्रोथ के लिये कार्बोहाइड्रेड का निर्माण करता है । पत्तियों का लाल रंग जेन्थोफिल के कारण होता है उसका कार्य भी यही है ।

       पोषक तत्वों का एन.पी.के. सिध्दान्त प्रकृति में संपूर्ण रूप में सही नही है । जंगलों में पौधों को किसी भी रूप में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश नहीं दिया जाता, फिर उन्हें यह पोषक तत्व कैसे मिल जाते हैं । इसका उत्तर जो पत्तियां पेड पौधों से झड़ती हैं, वे बैक्टीरिया के द्वार क्रिया के पश्चात या तो सीधे पौधों को उपलब्ध हो जाते हैं या भूमि में उपलब्ध तत्वों के पोषक तत्वों में बदलने में सहयोग करते हैं । यह कार्य सिर्फ जीवित मिट्टी में ही संभव है ।

       मनुष्य की गतिविधियों से दूर रसायन की बाहर से आपूर्ति के बिना ये पेड़ पौधे सूर्य, हवा, बारिश, आकाशीय बिजली, नमी व वैक्टीरिया से अपनी आवश्यकता की पूर्ति कर लेते हैं ।

       खरपतवार का मामला भी वनों जैसा ही है । ना तो कोई इनका बीज होता है और ना ही इन्हें कोई खाद देता है । स्पष्ट है कि प्रकृति ने इनके पैदा हाने की एक व्यवस्था निर्मित की है । उसी व्यवस्था से इनका पालन-पोषण होता है । साथ ही कई प्रकार के खरपतवार नाइट्रोजन अन्य खरपतवारों को उपलब्ध कराते हैं । कई उनमें प्राप्त रसायनों से पडौसी खरपतवारों को रोगों एवं कीड़ों से सुरक्षा करते हैं । परस्पर अपनी विशेषताओं से ये एक दूसरे को सहयोग कर एवं प्रकृति की सूक्ष्म व्यवस्थाओं के सहयोग से अपना जीवन चक्र पूरा करते हैं । इन सूक्ष्म जीवाणुओं एवं वनस्पति को सूर्य शक्ति का उपयोग कर ऊर्जा निर्मित करने की क्षमता है । जिससे ये अपना जीवन चक्र संचालित करते हैं ।

       उन्नीसवीं सदी में बैरम व्हॉन इरसेन ने प्रयोगों के बाद सिध्द किया कि जीवित प्राणियों में जो है, इससे जो चाहिये, वो बनाने की क्षमता है । बीज में जो खनिज हैं, वे अंकुरण के साथ बदल जाते हैं, पौधे मैग्नीज को केल्सियम में, केल्सिमय को फास्फोरस में, फास्फोरस को सल्फर में बदलने में समक्ष पाये गये हैं । जमीन से पौधा नहीं बदलता, पौधे से जमीन बदलती है ।

       अत: इससे ज्ञात होता है कि जीवाणु और जीव जो प्रकृति के जैव संयंत्र हैं, प्रकृति ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु बनाये हैं । प्रकृति अपने आप में पूर्ण है। इसे बाहर से कोई मदद नही चाहिये । खेती में भी यही जीवाणु कार्य करते हैं । जीवाणु ही कचरे को सड़ाते-पड़ाते हैं । उन्हीं से तैयार खादों से पेड़ -पौधे पोषक तत्व को प्राप्त करते हैं ।