शनिवार, 26 फ़रवरी 2011

ग्वालियर शहर को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी – मुख्यमंत्री

ग्वालियर शहर को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी मुख्यमंत्री

नगर की सड़कों के लिये दो करोड़ रुपये और दिये

ग्वालियर 26 फरवरी 2011 ग्वालियर को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने में प्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोडेगी। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ग्वालियर में कहा कि शहर की सड़को के काम को गति देने के लिये दो करोड़ रूपये दिये जायेंगे। इस राशि से सड़क निर्माण में बाधा बन रहे विद्युत पोलों की शिफ्टिंग का काम किया जा सकेगा। श्री चौहान ने यह भी कहा कि आगे भी ग्वालियर शहर के विकास के लिये धन की कमी नहीं आने दी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों से नगर विकास कार्यो की जानकारी ली और कार्यों को गति देने की हिदायत दी। उन्होंने खासकर नगर के पेयजल प्रोजेक्ट, स्वर्ण रेखा, साडा क्षेत्र में शासकीय कार्यालयों के विस्थापन आदि के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिये मंजूर हुए नवीन तिघरा प्रोजेक्ट के काम को गति देने के लिये जल्द ही भोपाल में जल संसाधन तथा नगर निगम के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेंगे। उन्होंने कहा कि साडा क्षेत्र के विकास को लेकर भी प्रदेश सरकार गंभीर है। साडा क्षेत्र के विकास को गति देने के लिये ग्वालियर स्थित प्रदेश स्तरीय शासकीय कार्यालयों मसलन परिवहन, आबकारी और भू अभिलेख आयुक्त कार्यालयों को शिफ्ट करने पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इस सिलसिले में जल्दी ही भोपाल में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी।

मुख्यमंत्री ने नवीन कलेक्ट्रेट भवन के शेष काम को भी तेजी के साथ पूरा करने के निर्देश दिये हैं। इसी प्रकार स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट के शेष कामों को भी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने की हिदायत मुख्यमंत्री ने दी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सड़क चौडीकरण के मकसद से नगर में की जा रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सुनियोजित रूप से की जाये लोगों को अतिक्रमित क्षेत्र से अपना सामान इत्यादि हटाने में सुविधा रहे। मुख्यमंत्री ने इस कार्रवाई से प्रभावित हो रहे गरीब दुकानदारों के विस्थापन पर भी विशेष बल दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि नगर के मार्गों से अतिक्रमण हटाने के साथ साथ सड़क बनाने का काम भी तेजी से किया जाय।

नगर की सड़कों के चौड़ीकरण के मकसद से हटाये गये मंदिरों की मूर्तियों को झांसी रोड पर पुलिस थाने के समीप स्थित श्रद्धा पर्वत पर प्रतिष्ठित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा धार्मिक विधि विधान के साथ किसी पूजनीय संत महात्मा के कर कमलों से कराने की सलाह दी।

ग्वालियर नगर की सड़कों के निर्माण के लिये 15 करोड़ रूपये की धनराशि का बजट में प्रावधान करने के लिये महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता जन प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।

 

बुधवार, 23 फ़रवरी 2011

तंत्र मंत्र जादू टोने बेअसर रहते हैं पुष्‍य नक्षत्र में जन्‍म लेने वालों पर न करें इन लोगों पर प्रयोग

तंत्र मंत्र जादू टोने बेअसर रहते हैं पुष्‍य नक्षत्र में जन्‍म लेने वालों पर

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनंद''

 

तंत्र मंत्र टोने टोटके जादू आदि कर्मों के यूं तो अनेक नियम हें और अनेक मर्यादायें हें , इन्‍हीं में से एक मर्यादा यह है कि पुष्‍य नक्षत्र में जन्‍मे लोगों पर तंत्र मंत्र जादू टोने टोटके, काला जादू आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिये, इन  लोगों पर किये गये ऐसे प्रयोग स्‍वत: निष्‍फल होकर उल्‍टे करने वाले पर ही विपरीत असर डाल देते हैं । अत: किसी ऐसे प्रयोग के करने से पहले ऐसा जन्‍म नक्षत्र संबंधी , जन्‍म तिथि आदि संबंधी विचार परम आवश्‍यक होते हैं । मसलन अमावस्‍या या पूर्णिमा को जन्‍म लेने वालों पर या प्रबल ग्रह स्‍थिति वाले लोगों पर , राजा आदि पर तंत्र मंत्र जादू टोना टोटका काला जादू आदि प्रयोग नहीं करना चाहिये , फिर भी किया जाये तो निष्‍फल  हो जाता है और प्रयोग कर्ता पर  ही विपरीत प्रभाव डाल कर उसे हानि पहुँचा देता है ।

हमेशा प्रयोग कर्ता को अपने व प्रयोग के लिये उपयोग किये जा रहे व्‍यक्‍ति के ग्रहों की स्‍थिति का गहरा ज्ञान अवश्‍य कर लेना चाहिये । सदैव टकराव ग्रहों का ग्रहों से होता है , और जिसके ग्रह नक्षत्र योग तिथि आदि बलवान होते हें , सदैव वही विवजयी होता है ।

यह तथ्‍य भी स्‍मरण रखना चाहिये कि पैदल पर पैदल का वार, और सवार पर सवार का वार , राजा पर राजा का वार ही सर्वोचित एवं सर्वोत्‍तम नीति है ।

पुष्‍य नक्षत्र के मध्‍य में यानि द्वितीय एवं तृतीय चरण में जनमे लोग बेहद प्रबल होते हैं, इनसे सदैव तंत्र आदि प्रयोंगों से दूर ही रहना चाहिये । आल्‍हा में एक पंक्‍ति इस संबंध में एक पंक्‍ति कही गयी है -  पुष्‍य नक्षत्र में मलखे जनमो, बारहीं परी है बिसपित जाय । अष्‍ट सनीचर आय कें बैठो देखत किला भसम होय जाय ।।

आचार्य चाणक्‍य का सूत्र है कि ग्रह ही राज्‍य देते हें , ग्रह ही राज्‍य का हरण कर लेते हें । अत: जन्‍मकुण्‍डली के ग्रहों , चालू गोचर के ग्रहों आदि का इन प्रयोंगों में विचार करना अत्‍यंत आवश्‍यक रहता है ।

इसी प्रकार पति अपनी पत्‍नी पर और पत्‍नी अपने पति पर तंत्र प्रयोग न करे , इस प्रकार के प्रयोग मर्यादा विरूद्ध हैं । पिता पुत्र पर और पुत्र अपने पिता पर , सगे भाई एक दूसरे पर, बहिन भाई एक दूसरे पर कभी भूल कर भी ऐसे प्रयोग न करें क्‍योंकि ये मर्यादा विरूद्ध होने के साथ रक्‍तांश के कारण करने वाले पर स्‍वयं पर भी वार करते हैं , वहीं पति पत्‍नी आपस में अर्धांग होने से खुद ही खुद पर वार कर बैठते हें जिससे उन दोनों को खुद ही खुद द्वारा हानि पहुँचा दी जाती है ।

भोजन करते व्‍यक्‍ति, सो रहे निद्रा मग्‍न व्‍यक्‍ति, संभोग अथवा मैथुनरत व्‍यक्ति, बीमार, वृद्ध और बच्‍चों पर भी ऐसे प्रयोग मर्यादा विरूद्ध होते हैं ।

उपरोक्‍त दशाओं में तंत्र प्रयोग निष्‍फल हो  कर या तो खुद ही स्‍वयं ही पलटवार कर देते हैं या फिर दीगर प्रकार से प्रयोगकर्ता को ही नुकसान पहुँचाते हें ।       

 

सोमवार, 21 फ़रवरी 2011

संभागीय मुख्यालय दो दिन से अंधेरे में .

मुरैना 21 फरवरी 2011 इससे पूर्व 18 अक्टूबर, 15 अक्टूबर, 14 अक्टूबर, 1 अक्टूबर 23 सितम्बर , 20 सितम्बर एवं 8 एवं 6 सितम्बर (को प्रकाशित ) , 18 अगस्त से पॉवर शट डाउन से लगातार पल पल अंधकार में डूबा चम्बल संभाग का संभागीय मुख्यालय शहर मुरैना में 18 अगस्त सुबह 6 बजे से गुल बिजली आज 6 माह बाद भी बिजली सप्लाई चालू नहीं हो सकी है । खबर लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्त तक समूचे शहर में सबेरे 6 बजे से लगातार पावर शट डाउन चल रहा है । बिजलीघर शिकायत का तथा अधिकारीयों के फोन इस दरम्यान बंद थे । जे.ई.सिद्दिकी का कहना था कि उसके यहाँ शिकायत दर्ज कराने की कोई व्यवस्था नहीं है तथा शिकायतें सुनना या उन्हें हल करना उसकी ड्यूटी में नहीं आता वह भोपाल मँत्रालय में पैसे देकर आता है आखिर कहीं से तो निकालेगा यह पैसे (यह वार्ता 6 सितम्बर को रात साढे बारह बजे के बाद की गयी ) । इसके अलावा सिद्दिकी का कहना था कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड सकता वह सीधे मंत्री को पैसा देकर आता है ।
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