शुक्रवार, 13 नवंबर 2020

कलेक्टर ने जिले वासियों को पांच दिवसीय दीपावली पर्व की दी शुभकामनाएं

 

कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री अनुराग वर्मा ने दीपावली पर्व पर सभी जिलेवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है। कलेक्टर श्री वर्मा ने पांच दिवसीय प्रकाश पर्व धनतेरस, रूपचौदस, दीपावली, गौवर्धन पूजा और भाईदूज की शुभकामनाएं दी। उन्होनें जिलेवासियों को शुभकांमना संदेश देते हुए दीपावली का त्यौहार हर्ष उल्लास के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने की अपील की है।   
    जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि स्थानीय कारीगरों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों तथा कुम्हारों द्वारा निर्मित वस्तुओं का उपयोग करें। त्यौहार के अवसर पर फटाखों का उपयोग शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार करें, जिससे आप पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण से बचाव कर सकेंगे। वहीं फटाखों के कारण होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं से भी अपने परिवारजनों को बचा सकेंगे।
    जिला प्रशासन द्वारा यह भी अपील कि गई है कि त्यौहारों के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी बनाये रखने, साबुन एवं पानी से धोने आदि को नहीं भूले। जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई भी नहीं होनी चाहिए। 

बिजली ट्रांसफार्मर के नीचे या उससे लगाकर दुकान न लगाएँ, पटाखा व आतिशबाजी बिजली लाइनों के नीचे व आसपास न करें

 मध्यप्रदेश पूर्व, मध्य एवं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने सभी विद्युत उपभोक्ताओं एवं नागरिक बन्धुओं से अपील की है कि वे दीप पर्व पर विद्युत सुरक्षा एवं सावधानियां रखकर सुरक्षित एवं सुखद दीपावली मनाएँ। बिजली कंपनियों ने सभी पटाखा व्यवसायियों से अपील की है कि वे बिजली लाइन के नीचे, ट्रांसफार्मर के नीचे या उससे लगाकर दुकान न लगाएँ, क्योंकि इससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है और छोटी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है। बिजली कंपनियों ने नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे पटाखे व आतिशबाजी बिजली लाइनों के नीचे व आसपास न करें।

    कंपनी ने कहा है कि दीपावली पर्व पर प्रकाशीय साज-सज्जा के लिये उपभोक्ता अपने परिसर में विद्यमान बिजली कनेक्शन से स्वीकृत भार के अनुसार ही बिजली का उपयोग करें। बिना स्वीकृति के अतिरिक्त भार की वृद्धि एवं सीधे तार डालकर विद्युत चोरी नहीं करें। बिजली चोरी अथवा बिना स्वीकृति के संयोजित भार में वृद्धि अवैधानिक है और इसके लिए बिजली अधिनियम-2003 में जुर्माने का प्रावधान है। कंपनी ने मिठाई, मूर्तियाँ, साज-सज्जा, बर्तन व्यापारी, पटाखों की दुकाने एवं दीपावली पर्व से जुड़ी अन्य सामग्री के विक्रय के लिये लगाए जाने वाली अस्थाई दुकानों के प्रकाश व्यवस्था हेतु व्यापारी बंधुओं से अनुरोध किया है कि वे नियमानुसार अस्थाई कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें।

केवल दीवाली पर दो घंटे 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखे चलाये जा सकेंगें, कोर्ट ने भी इस संबंध में दिया आदेश, दीपावली पर्व पर मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अपील

 दीपावली प्रकाश का पर्व है, परन्तु दीपावली के समय विभिन्न प्रकार के पटाखों का उपयोग बड़ी मात्रा में किया जाता है। ज्वलनशील एवं ध्वनि कारक पटाखों के उपयोग के कारण परिवेशीय वायु में प्रदूषक तत्वों एवं ध्वनि स्तर में वृद्धि होकर पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कुछ पटाखों से उत्पन्न ध्वनि की तीव्रता 100 डेसीबल से भी अधिक होती है। अतः इस प्रकार के प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाना अति आवश्यक है, जिससे मानव अंगों पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। 

    उपरोक्त संबंध में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना जी.एस.आर. 682(ई) 05 अक्टूबर, 1999 में पटाखों के प्रस्फोटन से होने वाले शोर हेतु मानक के अनुसार प्रस्फोटन के बिन्दु से चार मीटर की दूरी पर 125 डी.बी. (ए.आई.) या 145 डी.बी. (सी) पीक से अधिक ध्वनि स्तर जनक पटाखों का विनिर्माण, विक्रय व उपयोग वर्जित है।
    सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रिट-पिटीशन (सिविल) क्रमांक 728,2015 ‘‘ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण’’ के परिप्रेक्ष्य में 23 अक्टूबर, 2018 को दिये गये निर्णयानुसार रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक (दो घन्टे) के पश्चात् दीपावली पर्व पर पटाखों का उपयोग प्रतिबंधित है। लड़ी (जुड़े हुए पटाखों) गठित करने वाले अलग-अलग पटाखों के निर्माण, विक्रय एवं उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है। दीपावली पर्व पर एवं अन्य पर्वो और अवसरों पर उन्नत पटाखे एवं ग्रीन पटाखे ही विक्रय किये जा सकेंगें। दीपावली पर्व पर पटाखों का उपयोग नियत समय रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक तथा निर्धारित स्थल पर ही किया जाना है, साथ ही प्रतिबंधित पटाखों का विक्रय न हो। इसके परिपालन हेतु संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी, स्टेशन हाउस ऑफिसर को व्यक्तिगत रूप से दायित्व सौंपे गये है।
     पटाखों के जलने से उत्पन्न कागज के टुकड़े एवं अधजली बारूद बच जाती है तथा इस कचरे के सम्पर्क में आने वाले पशुओं एवं बच्चों के दुर्घटनाग्रस्त होने की सम्भावना रहती है। पटाखों के जलाने के उपरान्त उनसे उत्पन्न कचरे को ऐसे स्थानों पर न फेंका जाये, जहाँ पर प्राकृतिक जल स्त्रोत या पेयजल स्त्रोत प्रदूषित होने की संभावना है, क्योंकि विस्फोटक सामग्री खतरनाक रसायनों से निर्मित होती है।
     प्रदूषण निवारण मण्डल द्वारा आम जनता से निवेदन किया गया है कि पटाखों का उपयोग सीमित मात्रा में करें एवं पटाखों को जलाने के पश्चात उत्पन्न कचरे को घरेलू कचरे के साथ न रखें। उन्हे पृथक स्थान पर रखकर नगर-निगम के कर्मचारियों को सौंपदे। नगर-निगम एवं नगर पालिकाओं से भी यह भी अनुरोध है कि पटाखों का कचरा पृथक संग्रहीत करके उसका निष्पादन सुनिश्चित करें।

जिला स्तरीय हॉकी फीडर सेंटर के रजिस्ट्रेशन 17 एवं 18 नवम्बर से डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम मुरैना में

 संचालनालय खेल और युवा कल्याण भोपाल के  निर्देशानुसार प्रथम चरण में 20 जिलों के अन्तर्गत जिला मुरैना संचालित हॉकी फीडर सेंटर प्रांरभ करने के निर्देश दिए गए है। कोरोना काल में हॉकी फीडर सेंटर प्रांरभ करने एवं इनकी चयन प्रक्रिया में विलम्ब हुआ है। हॉकी फीडर सेंटर में नवीन प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन किया जाना है, जिनकी आयु 08 से 14 वर्ष के मध्य हो (01 जनवरी 2021 की स्थिति में)। विशेष प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन 18 वर्ष की आयु तक किया जा सकेगा।

    जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी की अध्यक्षता में अन्य 03 सदस्यों की समिति संचालनालय स्तर से गठित किए जाने के निर्देश दिए गए है। जिनके द्वारा प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन किया जाना है। उपुर्यक्त आयु को दृष्टिगत रखते हुए हॉकी खेल में रूचि रखने वाले इच्छुक खिलाड़ियों एवं उनके अभिभावकों, प्रशिक्षकों से अनुरोध है कि वे अधिक से अधिक बालक एवं बालिका खिलाड़ियों को जिला मुख्यालय पर संचालित हॉकी फीडर सेंटर में चयन के लिए रजिस्ट्रेशन, पंजीयन 17 से 18 नवम्बर 2020 को डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम, मेला ग्राउण्ड परिसर के पास, मुरैना में प्रातः 11 से सायं 5 बजे सम्मिलित कराने हेतु आयु संबंधी मूल दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, बोर्ड अंकसूची एवं उक्त दस्तावेजों की 02-02 प्रतियों में छायाप्रतियाँ सहित, 02 फोटोग्राफ्स, स्थानीय मूलनिवासी संबंधी दस्तावेजों सहित उपस्थित होने हेतु अधिक से अधिक संख्या में प्रेरित करें, जिससे मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना हॉकी फीडर सेंटर हेतु केवल रजिस्ट्रेशन, पंजीयन दर्ज प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन, ट्रायल 19 नवम्बर 2020 प्रातः 07 बजे को गठित समिति के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों की उपस्थिति किया जा सकें। हॉकी फीडर चयन ट्रायल के संबंध अधिक जानकारी हेतु खेल और युवा कल्याण अधिकारी एवं हॉकी कोच श्री अविनाश सिंह राजावत से कार्यालयीन समय में सम्पर्क कर सकते है। 

निगम के अन्तर्गत कोरोना के कारण 29 कंटेनमेन्ट जोन से मुक्त ( गांधी कालोनी , गोपालपुरा सहित अनेक वार्ड मुक्त हुये )

 कोविड-19 के प्रकरण पाये जाने पर नगर निगम के 29 वार्डों में कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में निहित शक्तियों के अधीन अन्य आदेश होने तक कर्फ्यू लगाया गया था। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पत्र के आधार पर 29 वार्डो को कंटेनमेन्ट जोन से मुक्त करने हेतु लिखा गया है।

    इसके आधार पर कलेक्टर श्री वर्मा ने जनमानस की सुविधा को ध्यान में रखते हुये वार्ड क्रमांक 7 के सिद्धनगर, वार्ड 47 के जे.के टायर वाली गली, वार्ड 38 के एमएस रोड़, ग्राम गुट्टीपुरा हिंगोना, वार्ड 39 गोपालपुरा, वार्ड 38 डॉ. महेश शर्मा बगल से गांधी कॉलोनी, ग्राम जींगनी में मस्जिद के पास, वार्ड 39 में पतंजली स्टोर अपार्टमेन्ट गोपालपुरा, वार्ड 23 में छोटी बजरिया, वार्ड 33 में कलेक्टर के बंगले के पीछे गणेशपुरा, वार्ड 41 में वनखण्डी रोड़ गोपालपुरा, वार्ड 41 में केएस गार्ड के सामने आमपुरा, ग्राम जोरोनी में, वार्ड 15 में शिक्षा नगर महावीर पुरा, वार्ड 23 गुफा मंदिर के पीछे, वार्ड 39 में बाबू सिंह वाली गली गोपालपुरा, वार्ड 38 में गांधी कॉलेनी, वार्ड 22 में पुरानी जींन, वार्ड 15 में टंच रोड़, वार्ड 34 में कुमार गली गणेशपुरा, वार्ड 39 में गोपालपुरा, वार्ड 31 में विवेकानंद कॉलोनी, वार्ड 15 में महावीरपुरा, ग्राम बरेथा, वार्ड 17 में एबी रोड़ मछली फार्म के पास, वार्ड 12 में पुरानी हाउसिंग बोर्ड कोट तिराहा, वार्ड 15 में टंच रोड़ और ग्राम दतहरा में आमजन की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये कर्फ्यू आदेश की आवश्यकता प्रतीत न होने से 11 नवम्बर से निषेधाज्ञा प्रभावशून्य की जाती है।

राज्य ओपन अंतर्गत कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 14 दिसंबर से

 म.प्र. राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड, भोपाल के अंतर्गत राज्य ओपन की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का टाईम टेबल जारी कर दिया है। जारी टाईम टेबल के अनुसार परीक्षाएं 14 दिसंबर से प्रारंभ होगी, जो 29 दिसंबर तक चलेगी। कक्षा 10वीं की परीक्षा का समय प्रातः 8 बजे से 11 बजे तथा कक्षा 12वीं की परीक्षा का समय दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। बोर्ड के संचालक ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि इस परीक्षा में 1 सितंबर से 28 फरवरी 2020 तक सामान्य योजना के तहत संपूर्ण परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले नए विद्यार्थी एवं 20 अक्टूबर 2020 तक आवेदन करने वाले क्रेडिट एवं शेष अन्य योजना के विद्यार्थी ही सम्मिलित हो सकेंगे। ऐसे विद्यार्थी, जो प्रथमवार परीक्षा में सम्मिलित हो रहे है अथवा पूर्व परीक्षा में अनुपस्थित, अनुत्तीर्ण रहे है उनकी प्रयोगिक परीक्षाएं निर्धारित परीक्षा केंद्र पर ही आयोजित होगी। आवश्यक होने पर परीक्षा तिथि एवं समय में परिवर्तन किया जा सकेगा, जिसकी सूचना मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की वेबसाईट www.mpsos.nic.in एवं मोबाईल एप्प पर परीक्षा केंद्र पर उपलब्ध रहेगी। विद्यार्थी प्रवेश पत्र में अंकित निर्धारित परीक्षा केंद्र एवं विषय में ही परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। द्वितीय से नवम अवसर के परीक्षार्थियों के अनुक्रमांक पूर्ववत ही रहेंगे। 

मुख्य नगर पालिका अधिकारी गोहद को कारण बताओ नोटिस

 कलेक्टर भिण्ड के प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद गोहद के रामप्रकाश जगनेरिया को चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आरके मिश्रा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।  

    कारण बताओ नोटिस जारी में कमिश्नर श्री मिश्रा ने बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया विगत 5 नवम्बर को टीएल बैठक में बिना बताये अनुपस्थित रहे, जिस कारण विभागीय कार्यो, योजनाओं पर निराकरण होने में असुविधा हुई। इसके पूर्व 27 अक्टूबर को विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 के सुचारू रूप में संपन्न कराने हेतु मतदान केन्द्रों की आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा बैठक की गई थी। जगनेरिया उस बैठक में भी अनुपस्थित रहे। निर्वाचन महत्वपूर्ण जैसे कार्य में अत्यन्त लापरवाही प्रतिदर्शित होती है। इस कारण चंबल कमिश्नर श्री मिश्रा ने जगनेरिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का जबाव 17 नवम्बर को अपरान्ह 3 बजे तक अधोहस्ताक्षरीय के समक्ष उपस्थित होकर अपना उत्तर प्रस्तुत करें। समय सीमा में जबाव प्रस्तुत न करने पर एक पक्षीय कार्रवाही की जावेगी। 

आई.टी.आई. रिक्त सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन तिथि में संशोधन

 तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के शासकीय और निजी आई.टी.आई में रिक्त 10 हजार 149 सीटों पर पुनः प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ की गई हैं। विभाग द्वारा आई.टी.आई. के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की तिथि में संशोधन किया गया हैं। अब आवेदक एम.पी.ऑनलाईन के द्वारा 15 नवम्बर तक रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन में त्रुटि सुधार, नवीन च्वाइस फिलिंग एवं इच्छित संस्थाओं तथा व्यवसायों की प्राथमिकता क्रम का चयन करना, इच्छित संस्थाओं में प्राथमिकता के क्रम में त्रुटि सुधार कर सकते है। पूर्व में यह प्रक्रिया 8 नवम्बर तक निर्धारित थी।

   एम.पी.ऑनलाइन द्वारा मैरिट सूची 16 नवम्बर को जारी की जाएगी। आवेदक 17 नवम्बर को प्रातः 9 बजे उपस्थित होकर संबंधित आई.टी.आई में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। उपस्थित अभ्यार्थियों की मेरिट सूची 18 नवम्बर को ऑनलाइन जारी होगी तथा संबंधित आई.टी.आई. अपने नोटिस बोर्ड पर मेरिट सूची चस्पा करेंगे। इसी दिन इन अभ्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। संस्था में सीट रिक्त रहने की स्थिति में वेटिंग लिस्ट के आवेदकों की प्रवेश प्रक्रिया 19 नवम्बर को मेरिट क्रम में प्रारंभ की जायेगा। 

16 नवम्बर भाईदूज का स्थानीय अवकाश घोषित

 दीपावली के बाद भाईदूज 16 नवम्बर का त्यौहार भाई बहनों के लिये होता है। त्यौहार को ध्यान में रखते हुये कलेक्टर ने 16 नवम्बर का स्थानीय अवकाश घोषित किया है। घोषित स्थानीय अवकाश कोषागारों, उप कोषागारों एवं बैंको पर लागू नहीं होगा।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने जताया आभार

 

जिस प्रकार 3 नवम्बर को विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 शान्तिपूर्ण ढ़ग से मतदान सम्पन्न हुआ। उसी प्रकार 10 नवम्बर को मतगणना भी पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता से सम्पन्न हुई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया ने सुव्यवस्थित ढंग से मतगणना सम्पन्न होने पर मतगणना कार्य में लगे अधिकारी, कर्मचारी, प्रत्याशी, उनके अभिकर्ताओ, मीडिया प्रतिनिधियों एवं जिले के नागरिकों का आभार व्यक्त किया है।

अंबाह, पोरसा, कैलारस एवं झुण्डपुरा निकायों के वार्ड आरक्षण की कार्रवाही 17 नवम्बर को होगी

 नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्यप्रदेश भोपाल आदेशानुसार नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 29 (क) एवं उसके अन्तर्गत बनाये गये नियम मध्यप्रदेश नगर पालिका अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा महिलाओं के लिये वार्डो का नियम 1994 के अनुसार स्थानीय निकायों के वार्ड आरक्षण की संसोधित कार्रवाही 17 नवम्बर को दोपहर 12 बजे नवीन कलेक्ट्रेट भवन में होगी। जिसमें कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में नगर पालिका परिषद अंबाह, नगर पालिका परिषद पोरसा, नगर परिषद कैलारस एवं नगर परिषद झुण्डपुरा के वार्डो के आरक्षण की कार्रवाही की जावेगी।

बुधवार, 11 नवंबर 2020

फतहयाबी के जश्न का नहीं राजनैतिक मुगालते और भ्रम दूर करने का पैगाम छिपा है , म प्र विधानसभा के उपचुनाव के परिणामों में

 भारतीय जनता पार्टी ने 19 सीटें जीत कर , कांग्रेस को 9 सीटें थमा कर दिये कूटनीतिक संदेश , कांग्रेस को प्राप्त 9 में से 7 सीटें बागीयों     ( डकैत प्रभावित) ग्वालियर चम्बल क्षेत्र से मिलीं 

नरेन्द्र सिंह तोमर ‘’आनंद’’

म प्र विधानसभा के उपचुनावों के परिणामों पर अगर एक सरसरी नजर डालकर सिंहावलोकन करें तो तमाम राजनीतिक परिप्रेक्ष्य स्पष्ट दृष्टिगोचर होते हैं जिनका विष्लेषण हम यहां प्रस्तुत कर रहे हैं ।

इस उपचुनाव में भाजपा ने 28 में से 19 सीटें जीत कर राजनीति की एक नई परिभाषा और अर्थ दे दिये हैं और केवल 9 सीटें कांग्रेस को देकर उसके 15 महीने के कार्यकाल पर प्रश्नचिह्न लगा दिये हैं या कांग्रेस की गलत चुनावी रणनीति और प्रदेश कांग्रेस की असफलता या उसके धार विहीन नेतृत्व को नख दंत विहीन घोषित कर दिया है , यह सब विश्लेषण इस आलेख में हम कर रहे हैं ।

चित्त भी मेरी पट्ट भी मेरी

अगर इन विधानसभा उपचुनावों के परिणामों पर गौर करें तो अधिकांश कांग्रेस सीटें वही निकली या जीती हैं कांग्रेस ने, जहां ज्योतिरादित्य  सिंधिया की ‘’बी’’ टीम यानि सिंधिया के पुराने खिदमतगार दरबारीयों ने चुनाव लड़ा । यानि इधर से भी सिंधिया और उधर से भी सिंधिया ने ही चुनाव लड़ा ।

इस संबंध में एक पोस्ट हमने उस समय टिकट सूची के वक्त लिखी थी सामायिक होने के कारण उल्लेखनीय है – इत हैं चमचा , उत हैं चमचा ..... वगैरह वगैरह

कांग्रेस को खुशी मनानी चाहिये कि आखिर फिर भी कांग्रेस नहीं , सिंधिया ही जीते , सिंधिया की कृपा से ही अंतत: कांग्रेस की कुछ सीटें आईं ।

मुरैना विधानसभा के चुनाव परिणाम की बात करें तो बसपा प्रत्याशी रामप्रकाश राजौरिया 20 वें राउंड तक करीब दस हजार वोटों से आगे चलते रहे , पहले कांग्रेस के राकेश मावई से फाइट करते रहे , उसके बाद भाजपा के रघुराज सिंह कंसाना से फाइट करने लगे और कांग्रेस तीसरे नंबर पर चली गई । अचानक ही केवल तीन राउंड में यानि 21, 22, 23 वें राउंड में पूरे परिणाम हैरतअंगेज तरीके से पलट गये और पूरे प्रदेश में केवल एक सीट बसपा की जो शो हो रही थी , अचानक शो होना बंद हो गई । इसके बाद , दूसरे नंबर पर सिंधिया के भाजपा से रघुराज कंसाना और पहले नंबर पर सिंधिया के बी टीम सदस्य राकेश मावई ( कांग्रेस ) दिखने लगे , गोया सिंधिया का प्रभाव ही मुरैना सीट पर अचानक ही भाजपा और कांग्रेस के रूप में महज तीन राउंड में नजर आने लगा , और पहले के 20 राउंड का इतिहास बिल्कुल उसी तरह से बदल गया या गायब कर दिया गया , जैसे भारत का इतिहास अंग्रेजों ने  बदल दिया और राम भी गायब हो गये , प्रकाश भी गायब और श्रीकृष्ण भी गायब , महाभारत , रामायण सब गायब हो गये भारत  के इतिहास में से ।

समान ही कहानी दिमनी विधानसभा सीट की है ।

केवल एक घंटे में भाजपा सें कांग्रेस में आकर टिकट ले आने वाले रवीन्द्र तोमर सिंधिया के खिदमतगारों के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के चरण सेवक बनकर कांग्रेस में शामिल होने से लेकर टिक्ट लेने तक ज्योतरादित्य सिंधिया के अंधभक्त रहे हैं ।

यह सिंघिया की कांग्रेस में ‘’बी टीम’’ के अहम और  खास नुमांइंदे हैं ।

खास बात है कि अपने नाम के साथ भिडोसा लिखने वाले रवीन्द्र तोमर का न तो भिडोसा से कोई ताल्लुक है और न कोई घर , जमीन या जायदाद ही भिडोसा में है – यह सब खुद ही रवीन्द्र तोमर ने इसी निर्वाचन में निर्वाचन आयोग को दिये गये शपथ पत्र में खुद ही लिख कर कहा और दिया है । मुरैना जिला में रवीन्द्र तोमर का न घर है और न चुनाव में मुरैना जिला का पता दिया है । रवीन्द्र तोमर के शपथपत्र के मुताबिक , उनके घर मकान संपत्ति सब इटावा जिला उत्तर प्रदेश में और भिण्ड तथा ग्वालियर में है । बैंक अकाउंट तमाम हैं मगर सब इटावा उत्तरप्रदेश और ग्वालियर में हैं । उसके बाद एक जगह बड़ा गांव में कुछ खेत होने का उल्लेख है । इसके सिवा कहीं कुछ नहीं है मुरैना जिला में । इसके बावजूद अपने नाम के आगे भिडोसा लिखना , यह समझ से परे है । बड़ा गांव नाम के साथ लिखते तो भी बात गले उतर जाती ।

खैर यह सीट भी सिंधिया के ही खाते में दूसरे तरीके से गई सिंधिया के ही कृपा पात्र और खास आदमी ने कांग्रेस की ओर से इस सीट पर सिंधिया का नाम इतिहास में पहली दफा लिख दिया ।

भाजपा की 19 और कांग्रेस की 9 सीटों के मायने और 7  सीटें कांग्रेस की क्षेत्र विशेष में के मायने

पूरी 28 विधानसभा सीटों में से 19 सीटें भाजपा ने और 9 सीटें कांग्रेस ने जीतीं हैं , सन 2018 में इनमें से 27 सीटें कांग्रेस जीती थी ।

अगर देखें तो 27 में से 19 सीटें कांग्रेस ने खो दी हैं ।

और 7 सीटें केवल क्षेत्र विशेष में कांग्रेस जीती है , जिनमें सुमावली , गोहद , ग्वालियर पूर्व की सीटें , ब्यावरा सीट , इस क्षेत्र विशेष में शुद्ध कांग्रेसी प्रत्याशीयों और कांग्रेस की स्पष्ट व शुद्ध जीत है , मेहगांव और जौरा सीट पर सभी राउंड पर नजर डाली जाये तो हर राउंड में जबरदस्त फाइट कांग्रेस ने भाजपा से की है , और मेहगांव विधानसभा सीट पर तो तमाम राउंड तक कांग्रेस निकटतम भाजपा प्रत्याशी से आगे बढ़त बनाये हुये रहे हैं ।

मेहगांव सीट पर भी शुद्ध कांग्रेसी से मुकाबला ज्योतिरादित्य सिंधिया से रहा है ,और हेमंत कटारे ने मार्केबल वोट और वोट प्रतिशत हासिल कर भिण्ड जिले की राजनीति में एक नया अध्याय लिखा है और सिंधिया के अनुयायी कहे जाने वाले राकेश चौधरी को राजनीति के नेपथ्य में फेंक दिया है और राजनीति के अंतरिक्ष में उल्का पिंड के मानिंद लटका कर अप्रत्यक्ष रूप से भिंड जिला में राकेश चौधरी का प्रतिस्थापन खुद को स्थापित कर दिया है और स्वर्गीय सत्यदेव कटारे का असल उत्तराधिकारी ही नहीं बल्कि उनसे कहीं बढकर खुद को साबित कर दिया है , सत्यदेव कटारे अटेर विधानसभा से बाहर चुनाव नहीं लडे इसलिये वे जिले के सर्वव्यापी नेता नहीं बने , जबकि हेमंत कटारे ने इस मिथक को तोड़कर मेहगांव विधानसभा में दमदार और सशक्त जीतने वाली मौजूदगी दर्ज करा कर तमाम राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया है , और भावी राजनीतिक विश्लेषणों में एक विषय बना दिया है । भले ही हेमंत कटारे ने मेहगांव विधानसभा न जीती हो मगर जीत का अंतर पहली बार एकदम घटा कर और लगातार बढ़त बना कर मेहगांव विधानसभा की राजनैतिक जमीन को कुछ सोचने का विषय कर दिया है ।

फूल सिंह बरैया की हार भी सम्मानित और प्रतिष्ठित है , मात्र 161 वोट के अंतर से भाजपा की रक्षा सिरोनिया से हारे कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया की हार का कोई भी विशेष राजनीतिक महत्व और अर्थ नहीं है , इस महज एक कुयोग और राजनीतिक दुर्घटना मात्र ही कहा जा सकता है , और विजयी रक्षा सिरोनिया को हमेशा ही सोचना पड़ेगा कि वह हारी है या जीती है ।

इसी तरह डबरा में इमरती देवी और विजई कांग्रेस प्रत्याशी भी 3 साल तक सोचते रहेंगें कि वे हारे हैं या जीते हैं । मगर लाख सोचने पर तमाम लोग इसे वोट नहीं देने वालों और नोटा को मिले वोटों को ही जिम्मेदार समझेंगें ।

राजनीतिक सियासतदानी में कौन कौन घटेगा और कौन कहां किस मुकाम की ओर जायेगा तथा बढ़ेगा

इस उपचुनाव के परिणामों के वैसे तो कोई सत्ता आने जाने से खास ताल्लुक नहीं है , भाजपा को महज 8 सीटें जीतनी थीं सो बहुत आसान थीं और सबको ही उम्मीद थी, सो वो तो दोपहर एक बजे तक सब साफ हो ही गया था , 8 सीट के बाद की कोई भी सीट भाजपा या शिवराज के लिये केवल प्लस मात्र थी और समर्थन से लंगड़ी लूली या दवाब में रहने वाली सरकार से बाहर मुक्त सरकार के रूप में उपलब्धि मात्र थी । सो 8 की जगह 19 सीटें जीत कर वह बात भी खत्म हो गई । मतलब कमलनाथ की सरकार के भी एक्स्ट्रा बल अब भाजपा में और शिवराज में आ गये । और अब शिवराज सरकार मनमर्जी से निर्णय ले सकती है और कायदे कानून बना सकती है और चला सकती है ।

इस सबके भी कुछ लंबी दूरी के मायने हैं , जिसमें बहुत से राजनेताओं का और राजनैतिक दलों का सुदीर्घ भविष्य और राजनीति तथा रणनीति छिपी हुई है ।

प्रदेश स्तर से स्थानीय जिला , तहसील व ब्लाक स्तर तक राजनैतिक चेहरे बदलने की दरकार सत्तारूढ़ भाजपा और अपदस्थ कांग्रेस दोनों को ही रहेगी तो बसपा और जैसी पार्टीयों का अभी अपनी खोई हुई जमीन तलाशनी होगी ।

इस विषय पर विश्लेषण करने से पहले यह जरूरी होगी कि कहां क्यों व कैसे कौन कौन हारे या जीते

सबसे पहले कांग्रेस की बात करें – तो कांग्रेस की सरकार अपदस्थी के बाद पुनर्वापसी की प्रायिकता पर बात करना लाजिमी होगा

कांग्रस को लौटा कर फरवरी 2020 और 8 मार्च तथा उसके बाद के घटनाक्रम में वापस लाना होगा , 23 फरवरी 20 तक कांग्रेस में मंत्री रहे तमाम लोग ट्विटर , फेसबुक पर खुद की और कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां बता रहे थे , सार्वजनिक कार्यक्रम की तस्वीरें बढ़ा चढ़ा कर शेयर कर रहे थे और कांग्रेस सरकार को सबसे बेहतरीन सरकार बता और साबित करने में जुटे थे । यह सब कुल 22 कांग्रेसी अंतत: 25 फरवरी 2020 से लापता होने लगे और सोशल मीडिया पर इनके अपडेटस आने बंद हे गये । 28 फरवरी तक पूरी तरह से इनकी नेटवर्किंग जुदा ओर अलहदा होने लगी ।

मार्च 2020 में कांग्रेस तब तक मुंह पर ठीपुरी रखे मौन बैठी रही और महाराज के चरण चुबन में लगी रही जब तक खुद महाराज यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद ही इस्तीफा नहीं दे दिया और उसके बाद खुद ही अपने इस्तीफे को ट्विटर के जरिये सार्वजनिक नहीं कर दिया । तब तक कांग्रेस के सभी नेता प्रदेश स्तर से लेकर ( सिंधिया पीड़ित या प्रभावित जिलों के जिला स्तरीय और तहसील स्तर तक ) नीचे के स्तर तक के कांग्रेस नेता सिंधिया के अंधे चमचे और चरणदास तथा चरण भक्त थे ।

सिंधिया के इस्तीफे और खुद ही सबको बताने के लिये सवार्वजनिक कर देने की बाद भी अंधभक्त कांग्रेसी बेहद दहशतजदा और डरे हुये थे और तब भी कुछ बोलने या कहने या सोशल मीडिया पर कहने से भयभीत और मुंह बंद थे ।

जब सिंधिया शाम को भाजपा जाइन करने वाले थे तब उस वक्त हमने पहली पोस्ट लिखी फेसबुक पर और सिंधया को इस सबके राजनैतिक मायने समझा दिये , ज्योतिरादित्य तो खैर जब तब ही सोशल मीडिया पर आते हैं , उनके सोश मीडिया को उनकी पत्नी ही चलातीं हैं , और वे ही हर समय सोशल मीडिया के जरिये जन संपर्क में रहतीं हैं और पोस्ट , कमेंट और रिप्लाई करतीं हैं । अलबत्ता सिंधिया का सोशल मीडिया नेटवर्क प्लेटफार्म इसीलिये बेहद सशक्त और समर्थ है क्योंकि यह उनके किसी भी चमचे या कर्मचारी द्वारा नहीं चलाया जाता बल्कि उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे द्वारा ही संचालित किया जाता है ।

खैर अंतत: कुछ समय पश्चात ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा ज्वाइन कर ली , बाद में उनके समर्थकों ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली । उधर दूसी ओर तत्समय बैंगलोर एपिसोड लगातार चल रहा था , लगातार वीडियो और तमाम लिखत दस्तावेजों के फोटोग्राफ और बयान वगैरह आ रहे थे , हमें भी मिल रहे थे , मगर कांग्रेस केवल इंतजार कर रही थी , कि कुछ नहीं होगा , कोई इस्तीफा नहीं देगा और सब कांग्रेस में ही रहेंगें ।

उधर दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से कांग्रेस के द्वितीय स्तर और कैडर के नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ  बयानों की  हवाई फायरिंग शुरू कर दी , और फिर उनसे नीचे तीसरे , चौथे और पांचवें छठे स्तर के नेताओं ने सोशल मीडिया पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बम्बार्डमेंट शुरू कर दिया , उधर कांग्रेस बंगलौर में बागीयों को मनाने में लगी रही और इधर सिंधिया को गरियाती रही ।

अंतत: बंगलौर एपिसोड में हैरत अंगेज तरीके से मुरैना जिला के तीन लोग ऐदल सिंह कंसाना , रघुराज कंसाना और गिर्राज डंडोतिया भी जुड़ गये और अचानक बंगलौर पहुंच गये ।

कुल मिलाकर फिर सबको पता ही है कि क्या हुआ , कमलनाथ अपदस्थ हो गये , शिवराज पदस्थ हो गये । फिर कोरोना का ग्रहण लग गया और फिर अंतत: उपचुनाव का आगमन हो गया ।

अब इस सबमें ऊपर कुछ तो विश्लेषण लायक मिल ही गया होगा कि ऊपर क्या है जो सुधारा जाये ।   

 

क्रमश: जारी अगले अंक में ......

पूरे अंक हमारी वेबसाइट पर पढ़ें .....

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चंबल कमिश्नर आरके मिश्रा और आईजी शर्मा ने मतगणना का किया निरीक्षण

चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आरके मिश्रा और चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री मनोज शर्मा ने मुरैना जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों की शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में चल रही मतगणना का विधानसभावार निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एल के पाण्डे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 
    चंबल कमिश्नर श्री मिश्रा और आईजी श्री शर्मा ने प्रत्येक विधानसभा मतगणना कक्ष में पहुंचकर चल रही मतगणना का निरीक्षण कर रिटर्निंग ऑफीसरों और प्रेक्षकों से चर्चा की। उन्होंने प्रत्येक राउण्ड की स्थिति को भी देखा।


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जिले के सभी विधानसभा उपनिर्वाचन क्षेत्र के चुनाव परिणाम घोषित

 विधानसभा क्षेत्र मुरैना, सुमावली, दिमनी से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और जौरा, अंबाह से भाजपा के प्रत्याशी जीते

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार 10 नवंबर 2020 को मुरैना जिले की पांच विधानसभा उपनिर्वाचन क्षेत्रों के मतों की गणना यहां शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में विधानसभा क्षेत्रवार बनाये गये मतगणना कक्षों में की गई। गणना के बाद संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा चुनाव परिणाम घोषित किये गये। इसमें विधानसभा क्षेत्र 06 मुरैना से कांग्रेस प्रत्याशी श्री राकेश मावई विधानसभा क्षेत्र पांच सुमावली से कांग्रेस के अजब सिंह कुशवाह, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 07 दिमनी से कांग्रेस के श्री रवीन्द्र तोमर (भडोसा) ने जीत हासिल की। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 04 जौरा से सूबेदार सिंह और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 08 से कमलेश जाटव ने भारतीय जनता पार्टी से जीत हासिल की है।      
    विधानसभा क्षेत्र 04 जौरा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री सूबेदार सिंह रजौधा 66 हजार 946 मतों से विजयी रहे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी श्री पंकज उपाध्याय को 13 हजार 446 मतों से पराजित किया है। श्री उपाध्याय को 53 हजार 500 मत मिलें। इस विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाजपार्टी के प्रत्याशी श्री सोनेराम कुशवाह को 47 हजार 881 मत प्राप्त हुये है। अन्य दलों में सर्वश्री अर्जुन सिंह सिकरवार को 375, धीर सिंह अटल को 126, एमपी सिंह को 134, अवघेश कुमार को 58, धर्मेन्द्र सिंह सोलंकी को 76, मुनब्बर खांन को 115, मुंशीलाल को 88, रजनी शाक्या को 149, रामेश्वर शाक्य (रमेश) को 420, विनय भइया को 505, संजय को 533 मत मिलें। इस विधानसभा क्षेत्र में विधिमान्य मतों का योग 1 लाख 71 हजार 139 है।   
    विधानसभा क्षेत्र 05 सुमावली से इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी श्री अजब सिंह कुशवाह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री ऐदल सिंह कंषाना को 10 हजार 746     मतों से पराजित किया है। श्री कुशवाह को 86 हजार 118 और श्री ऐदल सिंह कंषाना को 75 हजार 372 मत मिलें है। इस विधानसभा से बहुजन समाजपार्टी के प्रत्याशी श्री राहुल डण्डोतिया उर्फ सोनू को 3 हजार 405 मत मिलें है। अन्य दलों में सर्वश्री ममता को 409, शत्रुघन सिंह फौजी को 109, सुनील कुशवाह को 121 चरन सिंह कुशवाह को 93, रणजीत सिंह को 125, सतेन्द्र सिंह को 334 मत मिलंे है। इस विधानसभा क्षेत्र में विधिमान्य मतों का योग 1 लाख 66 हजार 76 है।  
    विधानसभा क्षेत्र 06 मुरैना से इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी श्री राकेश मावई ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के श्री रघुराज सिंह कंषाना को 5 हजार 641 मतों से पराजित किया। श्री राकेश मावई को 52 हजार 550 मत और श्री रघुराज सिंह कंषाना को 46 हजार 909 मत प्राप्त हुये। मुरैना विधानसभा से बसपा के प्रत्याशी श्री रामप्रकाश राजौरिया को 42 हजार 388 मत प्राप्त हुये है। अन्य दलों में सर्वश्री धर्मेन्द्र सिकरवार (गुड्डू) को 589, राजेश कुशवाह को 299, शोभाराम कुशवाह को 322, हुकुमचन्द्र बंसल को 680, कुलदीप शर्मा को 406, गौरव दीक्षित को 120, धर्मेन्द्र सिंह को 109, मनीष शर्मा को 138, मनोज कुमार सैमिल को 313, राजीव शर्मा को 932, रामसुंदर श्रीवास को 309 और शशांक डंडोतिया को 407 मत मिलें। इस विधानसभा क्षेत्र में विधि मान्य मतों का संचयी योग 1 लाख 46 हजार 471 है।   
        विधानसभा क्षेत्र 07 दिमनी से इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी श्री रवीन्द्र सिंह तोमर (भिड़ौसा) ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के श्री गिर्राज डंडोतिया को 26 हजार 357    मतों से पराजित किया। कांग्रेस के श्री रवीन्द्र सिंह तोमर (भिड़ौसा) को 71 हजार 334 और भारतीय जनता पार्टी के श्री गिर्राज डण्डोतिया को 44 हजार 977 मत मिले है। बहुजन समाजपार्टी के श्री राजेन्द्र सिंह कंषाना (रंधा) को 10 हजार 232 मत मिले है। अन्य दलों में सर्वश्री अनार सिंह तोमर (बाबा) को 759, गिर्राज प्रसाद को 162, जयंत सिंह तोमर को 170, महेन्द्र सिंह तोमर ’’देशप्रेमी’’ को 101, किशोरीलाल को 78, धीरेन्द्र कुमार शर्मा 82, रविन्द्र सिंह तोमर 307, डॉ. राजश्री शर्मा 226, सरिता देवी को 308 और सौरभ व्यास को 497 मत मिले है। इस विधानसभा क्षेत्र से विधिमान्य मतों का योग 1 लाख 29 हजार 233 है।                
    विधानसभा क्षेत्र 08 अंबाह (अजा.) से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री कमलेश जाटव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी इंडियन नेशनल कॉग्रेंस के प्रत्याशी श्री सत्यप्रकाश सखबार को 13 हजार 911 मतों से पराजित किया है। श्री कमलेश जाटव को 51 हजार 25 और इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी श्री सत्यप्रकाश सखबार को 37 हजार 114 मत मिले है। बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी श्री भानूप्रताप सिंह सखवार को 7 हजार 951 मत मिलें है। अन्य दलों में सर्वश्री पातीराम कोरी को 782, प्रमोद कुमार कोरी को 678, बंशीलाल जाटव को 157, राकेश नट नागर को 198, अभिनव छारी (मोन्टी) को 19 हजार 82, अमर को 1 हजार 724, डॉ. बाचाराम कौशल को 229, भूपेन्द्र सिंह इंदोलिया को 129, मातादीन को 143, राहुल कुमार को 333, विनोद कुमार को 311, सतीश खटीक को 203 मत मिलें है। इस विधानसभा क्षेत्र में विधिमान्य मतों का योग 1 लाख 20 हजार 59 है।

मंगलवार, 10 नवंबर 2020

आनलाइन खरीद बिक्री व व्यापार हेतु किसान अपना पंजीयन करायें

  ग्वालियर टाइम्स , नये कृषि अधिनियमों के अनुसार कोई भी किसान और पशुपालक अब अपनी उपज और उत्पाद तथा पशु , दूध व इनसे उत्पादित सामग्री व सामान कहीं भी कभी भी बेच और खरीद सकते हैं , जिसमें बीज से लेकर खाद तथा अन्य उत्पादित चीजें शामिल हैं । 

किसानों के लिये यह व्यवस्था आनलाइन भारतीय ई किसान आनलाइन खरीद बिक्री केन्द्र के पोर्टल पर ग्वालियर टाइम्स द्वारा उपलब्ध कराई गई है , इस पोर्टल पर नये कृषि कानूनों की जानकारी के साथ ही किसानों और पशुपालकों से संबंधित सभी जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगीं और किसानों को अपने मोबाइल पर ही ताजा अपडेट मिलते रहेंगें , तथा उनके ई मेल पर भी अगर वे चाहें तो अपडेट मिलते रहेंगें । 

वे अपना माल मुनाफे के दाम पर जहां भी चाहें वहां इस पोर्टल के माध्यम से खरीद बेच सकेंगे , और इसमें बेचने वाले के बैंक खाते में पैसा सीधे ही एडवांस पहुंचेगा , तथा उसके बाद ही माल की सप्लाई डिलीवरी देनी होगी । खरीददार आनलाइन भुगतान किसी भी माध्यम से चुकता कर सकेगा , इस पोर्टल को भारत सरकार के औषधीय व जड़ी बूटी के क्रय विक्रय पोर्टल से भी लिंकअप किया है , इसलिये जड़ी बूटी , औषधीय पौधे आदि से संबंधित वनवासी भी इससे जुड़ें , और अपनी चीज का सही व सबसे ज्यादा मुनाफे का दाम पायें । 

नीचे दिये लिंक पर क्लिक करें और अपना पंजीयन करें , ऊपर से भाषा हिन्दी चयन करें और भगुतान मुद्रा रूपया चुनें । पंजीयन के बाद आपकों जानकारी की ई बुक , ई मेल से भेजी जायेगी कि पोर्टल का उपयोग कैसे करना है और खरीद बिक्री कैसे करनी है । 

भारतीय किसान केन्द्र

मतगणना के समय बने रहेंगे प्रत्याशियों के एजेण्ट

 मध्यप्रदेश राज्य के 19 जिलों में समाहित 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप निर्वाचन-2020 का मतदान 3 नवम्बर, 2020 को संपन्न हो चुका है तथा मतगणना 10 नवम्बर, 2020 को प्रातः 8 बजे संबंधित जिला मुख्यालयों पर प्रारंभ होगी। कतिपय समाचार पत्रों तथा इलेक्टॉनिक मीडिया में यह समाचार प्रसारित हो रहे है कि मतगणना कक्ष या हॉल में प्रत्याशियों या एजेंटो को नहीं मिलेगा प्रवेश। यह समाचार भ्रामक है।

   अतः स्पष्ट किया गया है कि प्रत्याशी, प्रत्याशी के निर्वाचन अभिकर्ता एवं मतगणना अभिकर्ता मतगणना कक्ष में आयोग के निर्देशों के अनुसार उपस्थित रह सकते हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कोविड-19 के दौरान आम चुनाव या उप चुनाव संचालन हेतु विस्तृत गाइडलाइन के अनसुार कंट्रोल यूनिट से परिणाम प्रदर्शन बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जा सकता है ताकि बड़ी संख्या में मतगणना एजेंटों के संयोजन (एकसाथ एकत्रित होना) होने से बचा जा सके।

मतगणना स्थल पर स्थित मीडिया कक्ष के माध्यम से मिलेगी जानकारी

 भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार निर्वाचन आयोग का वैध प्रवेश पत्र धारक मीडिया कर्मी को ही मतगणना परिसर के भीतर स्थापित मीडिया सेंटर में प्रवेश की अनुमति रहेगी। आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि मीडिया कर्मियों को वास्तविक मतगणना हॉल में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

    निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, प्रभारी अधिकारियों द्वारा मीडिया कर्मियों को नियमित अंतरालों में छोटे-छोटे बैच में मतगणना हॉल के भीतर ले जाया जाएगा। निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार मीडिया कर्मी केवल मीडिया कक्ष तक ही मोबाइल ले जा सकेंगे। मतगणना कक्ष में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। उल्लेखनीय है कि रिटर्निंग अधिकारी मतगणना के समय राउंडवार परिणामों की घोषणा करेंगे तथा प्रत्येक राउंड के बाद यह प्रक्रिया दोहराएंगे। राउंडवार परिणामों का लाउडस्पीकर के द्वारा अनाउंसमेंट भी किया जाएगा।

मतगणना के पुख्ता इंतजाम किये गये - जिला निर्वाचन अधिकारी मतगणना की सभी तैयारियां पूर्ण - पॉलीटेक्निक कॉलेज में सुरक्षा के रहेंगे कड़े इंतजाम - पुलिस अधीक्षक

 

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि 10 नवम्बर को होनी वाली मतगणना के लिये सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। मतगणना शान्तिपूर्ण संपन्न होने के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये है। जिसमें 600 कर्मचारी लगाये गये है। यह पांचों विधानसभा क्षेत्रों की ईव्हीएम एवं पोस्टल बैलेट की गणना करेंगे। पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया ने कहा कि पॉलीटेक्निक कॉलेज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये है। मतगणना के दिन 600 सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। यह बात उन्होंने सोमवार को पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतगणना की तैयारियों का जायजा लेते समय कही। इस अवसर पर अपर कलेक्टर, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एलके पाण्डे, रिटर्निंग ऑफीसर मुरैना, अंबाह, दिमनी उपस्थित थे।    
    जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने बताया कि ईव्हीएम की काउटिंग में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक टेबल पर माईक्रो ऑब्जर्वर, काउटिंग सुपरवाइजर, पर्यवेक्षक, गणना सहायक उपस्थित रहेंगे। ईव्हीएम की गणना दो कक्षों में होगी। जिसके लिये 7-7 टेबल लगाई गई है। उन्होंने बताया कि दो-दो टेबलों पर आरओ के पास कर्मचारी टेबल पर रहेंगे। इस प्रकार पांचों विधानसभा क्षेत्रों की टेबलों पर 285 कर्मचारी तैनात रहेंगे। पोस्टल बैलेट की गणना के लिये हर विधानसभा क्षेत्र में टेबल लगेंगी। जिसमें माईक्रो ऑब्जर्वर, गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक दो-दो रहेंगे। इस प्रकार कुल पोस्टल बैलेट में 180 कर्मचारी लगेंगे। टेबुलेशन कार्य के लिये हर विधानसभा क्षेत्र में 5-5 कर्मचारी लगाये जायेंगे। इसके अलावा 30 कर्मचारी पांचों विधानसभा क्षेत्रों की अलग-अलग ऑनलाइन फीडिंग का कार्य करेंगे। इनके अलावा पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रत्येक गेट पर मोबाइल जमा करने के लिये दो-दो कर्मचारी लगाये गये है। साथ ही रिजर्व के रूप में भी कर्मचारी तैनात रहेंगे। 

प्रति विधानसभा क्षेत्र में इस प्रकार होंगे राउंड

    कलेक्टर ने बताया कि जौरा विधानसभा क्षेत्र की 370 मतदान केन्द्रों पर 27 राउंड, सुमावली पर 25 राउंड, मुरैना पर 27 राउंड, दिमनी पर 23 राउंड और विधानसभा क्षेत्र पर अंबाह पर 23 राउंडों में गिनती होगी।       
    पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया ने कहा कि मतगणना को ध्यान में रखते हुये पॉलीटेक्निक के मेन गेट के बाहर से कोई वाहन प्रवेश नहीं करेंगे। अंबाह की से धौलपुर जाने वाले वाहन बायपास से जायेंगे। इसके अलावा मुरैना शहर से अंबाह जाने वाले वाहन बायपास होकर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि मतगणना देर रात्रि तक चलने का अनुमान है। इसलिये पॉलीटेक्निक के बाहर प्रकाश के पुख्ता प्रबंध किये जा रहे है।

चंबल संभाग के कमिश्नर मिश्रा और आईजी शर्मा मतगणना स्थल देखने पहुंचे भिण्ड


 चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आरके मिश्रा और चंबल रेन्ज के पुलिस महानिरीक्षक श्री मनोज शर्मा मतगणना स्थल का निरीक्षण करने के लिये भिण्ड पहुंचे है। अधिकारी द्वय 10 नवम्बर को भिण्ड में रहकर भिण्ड की मतगणना का भी मुआयना करेंगे। 

    भिण्ड जिले की मेहगांव और गोहद में हुये उपनिर्वाचन की मतगणना शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-2 में होगी। दोंनो विधानसभा की मतगणना के लिये 2-2 कक्ष बनाये गये है। इन दोंनो कक्षों में मतगणना के लिये 7-7 टेबल लगाई जायेगी। बैलेट पेपर की गिनती के लिये भी प्रथक से एक-एक कक्ष बनाये है। ई.टी.बी.पी.एस. की काउटिंग के भी प्रथक से कक्ष निर्धारित किये गये है। मतगणना भवन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है। बगैर पास के कोई भी मतगणना भवन में प्रवेश नहीं कर सकेगा। कमिश्नर और आईजी ने यह सभी व्यवस्थाओं को देखा।

नरवाई जलाने से नष्ट होती है मिट्टी की उर्वरक क्षमता नरवाई का उपयोग कर जैविक खाद भू-नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट बनाने की सलाह


 कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को फसल काटने के बाद बचे हुए अवशेष (नरवाई) नहीं जलाने की सलाह दी गई है। नरवाई जलाने से एक ओर जहां खेतों में अग्नि दुर्घटना की संभावना रहती है वहीं मिट्टी की उर्वरकता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इसके साथ ही धुएँ से कार्बन डायआक्साइड से तापक्रम बढता है ओर वायु प्रदूषण भी होता है।

    मिट्टी की उर्वरा परत लगभग 6 इंच की ऊपरी सतह पर ही होती है इसमें खेती के लिए लाभदायक मित्र जीवाणु उपस्थित रहते हैं। नरवाई जलाने से यह नष्ट हो जाते हैं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति को नुकसान होता है। नरवाई जलाने की बजाए यदि फसल अवशेषों और ड़ठलो को एकत्र कर जैविक खाद जैसे भू-नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट आदि बनाने में उपयोग किया जाए तो यह बहुत जल्दी सड़कर पोषक तत्वों से भरपूर खाद बना सकते है। इसके अतिरिक्त खेत में कल्टीवेटर, रोटावेटर या डिस्क हेरो की सहायता से फसल अवशेषों को भूमि में मिलाने से आने वाली फसलों में जीवांश के रूप में बचत की जा सकती है। 

परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण हेतु प्रस्ताव मण्डल को उपलब्ध कराने की समय-सीमा बढ़ाकर 30 नवम्बर 2020 नियत की गई

 शैक्षणिक सत्र 2020-21 की परीक्षाओं के संचालन हेतु परीक्षा केन्द्रों के चयन के लिये केन्द्र चार्ट उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया है। कोविड-19 के संक्रमण के कारण शैक्षणिक सत्र मे विलम्ब की पृष्ठभूमि में वर्ष 2020-21 की परीक्षाओं के लिये परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण हेतु प्रस्ताव माध्यमिक शिक्षा मण्डल को उपलब्ध कराने की समय-सीमा बढ़ाकर 30 नवम्बर 2020 नियत की गई है। कोविड-19 के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए मण्डल परीक्षाओं के लिये परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण हेतु संशोधित मार्गदर्शी मापदण्ड नियत किये गये हैं, जिनमें परीक्षा केन्द्रो में सम्मिलित शालाओं की दूरी, शहरी क्षेत्र में 05 किलोमीटर एवं ग्रामीण क्षेत्र में 10 किलोमीटर से अधिक नही होगी।

      परीक्षा केन्द्र का चयन शासकीय अथवा अशासकीय विद्यालय के बजाय संस्था में उपलब्ध अधोसंरचना, संसाधन एवं सुविधाओं के आधार पर किया जायेगा, परीक्षा केन्द्र के लिए ऐसे विद्यालय का चयन किया जाये, जिसमें परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था, बिठाने के लिय फर्नीचर, पेयजल, प्रसाधन व सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था हो, मण्डल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2020-21 की आयोजित परीक्षाओं में परीक्षा केन्द्र पर प्रश्न पत्र ऑनलाईन, पेन ड्राईव के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना विचाराधीन है। अतः जिन विद्यालयों में स्वयं की कम्पयूटर, इंटरनेट, प्रिन्टर, फोटो कॉपी मशीन अथवा किराये पर लेने की व्यवस्था आसानी से हो सके, उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी।
       ऐसे कोई भी विद्यालय को परीक्षा केन्द्र के लिए प्रस्तावित नहीं किया जाये जहां शामियाना में, टाटपट्टी अथवा जमीन पर परीक्षार्थियों को बैठाकर परीक्षा देने की स्थिति उत्पन्न हो, एक परीक्षा केन्द्र में 250 से कम परीक्षार्थी होने की स्थिति में ऐसे विद्यालय को परीक्षा केन्द्र हेतु प्रस्तावित नहीं किया जायेगा, एक परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा के लिए न्यूनतम तीन विद्यालय के परीक्षार्थियों को संलग्न किया जायेगा, परीक्षा केन्द्र वाली संस्था में अध्ययनरत छात्रों को उसी परीक्षा केन्द्र में रखे जाने पर कोई रोक नहीं होगी। परीक्षाए दो पालियों में आयोजित की जायेगी।
स्वाध्यायी परीक्षार्थी हेतु
    किसी भी परीक्षा केन्द्र में स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की संख्या कुल परीक्षार्थियों के अधिकतम 10 प्रतिशत तक हो सकेगी। केवल स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के परीक्षा केन्द्र जिला मुख्यालय पर ही बनाना प्रस्तावित किया जायेगा। उपरोक्त मार्गदर्शी मापदण्डों के आधार पर परीक्षा केन्द्रों का प्रस्ताव तैयार कराकर 25 नवम्बर 2020 तक जिला योजना समिति से अनुमोदन प्राप्त करते हुये 30 नवम्बर 2020 तक मण्डल को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

नेशनल मीडिया अवार्ड के लिये प्रविष्टियां 20 नवम्बर तक आमंत्रित

 भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नेशनल मीडिया अवार्ड के लिये 4 श्रेणियों में 20 नवम्बर 2020 तक प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। मीडिया समूह की मतदाता जागरूकता अभियान की गुणवत्ता, कवरेज/मात्रा की सीमा, जनता पर प्रभाव के सबूत और कोई अन्य प्रासंगिक कारक संबंधी कार्यो के आधार पर प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक, रेडियो और सोशल मीडिया के क्षेत्र में विशेष कार्य करने पर यह पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।

    पुरस्कार के लिये प्रविष्टियाँ श्री पवन दीवान अवर सचिव (संचार) भारत निर्वाचन आयोग, निर्वाचन सदन, अशोका रोड, नई दिल्ली पिन कोड 110001 के पते एवं ईमेल media-election-eci@gmail-com और pawandiwan@eci-gov-in  पर  20 नवम्बर 2020 तक पहुंच जाना चाहिये। प्रविष्टियों में नाम, पता, फोन, फैक्स नम्बर और ई-मेल एड्रेस अवश्य लिखा हो। प्रविष्टियाँ भेजने की सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, अरेरा हिल्स भोपाल को भी दें। राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी, 2021 को यह पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।

सोमवार, 9 नवंबर 2020

मंगल के दंगल का फेसला भी मंगल को ही - हफ्ते भर में 3 से 10 तक ही निबट जायेंगें तीन साल के विधायकों के हाल

 फिल्म रोटी , राजेश खन्ना की , इन उचपुनावों पर ठीक ही बैठती है , इस फिल्म के दो सबसे बेहतर संवाद हैं और बहुत लोकप्रिय भी - 1. मंगल सिंह मंगल को पैदा हुआ और मंगल को ही मरेगा 2. दूसरा है - फिर मिलेंगें 

दोनों ही संवाद इन विधानसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में तकरीबन ठीक फिट बैठते हैं - मंगल सिंह ( तीन साल के विधायकों ) के लिये मतदान 3 तारीख को यानि मंगल को हुआ , और इनके मतदान का परिणाम भी 10 तारीख यानि मंगल को ही आयेगा । जो निबटेंगें वे कहेंगें - फिर मिलेंगें - जो जीतेंगें वे कहेंगें कि मंगल सिंह मंगल को पैदा हुआ और ..... 

खैर जो भी हो कल पता चल जायेगा , जिसकी सरकार बननी है या बचनी है , उसका फैसला भी दोपहर 12:30 बजे से 1 बजे के बीच हो जायेगा , उसके बाद तो सब औपचारिकता मात्र रह जायेगी , पहले स्पष्ट बहुमत के रूझाान करीब 11 बजे तक मिलने लगेंगें तो वहीं यह भी तय हो जायेगा कि सन 2023 के विधानसभा चुनावों में क्या होगा और किसकी सरकार फिर अगले 15 - 20 साल मध्यप्रदेश में रहनी है । 

हांलांकि दो बातें एकदम साफ और स्पष्ट हैं पहली ये कि मध्यप्रदेश में अभी तो वही सरकार रहनी है जो वर्तमान में  है और उनके लिये केवल 8 सीट मात्र निकालना बहुत ही आसान और पक्का काम है । इसलिये फिलहाल कांग्रेस को तो फील्डिंग ही करनी है और यही हालात रहे तो सन 2023 के चुनाव के बाद 15 / 20 साल भी आगे भी फील्डिंग की तैयारी रखे  । 

कल के परिणाम आने के बाद भी अगर कांग्रेस और कांगेसी नहीं समझे तो , साक्षात परमात्मा और विरंचि बृह्मा भी नहीं इन्हें समझा सकते । 

विचार करने को पूरे तीन साल कांग्रेस को और कांग्रेसियों को मिलेंगें , और यह मंथन करना चाहिये कि 15 महीने में कहां कहां चूके , कहां कहां क्या क्या गलतियां कीं , और उनका मार्जन और परिमार्जन क्या है । 

हर गली मंजिल की ओर जाये , यह जरूरी नहीं होता , राह चलते चलते कभी पता चलता है कि पूरी गली पार करने के बाद , पता चला कि आगे गली बंद है । 

खैर इतने पर ही सतोष मुनासिब होगा कि नये तीन साला विधायक केवल तनखा ले पायेंगें , इन्हें पेंशन नहीं मिलेगी , उसके लिये पूरे पांच साल विधायक रहना जरूरी है । 

खैर इतना साफ है कि अगले तीन साल वर्तमान सरकार सही सही और कायदे के फायदे के काम करेगी , अपनी इमेज बनायेगी और अपने काम के दम पर वोट मांगेंगी । इसलिये अब यहां से आगे कांग्रेस की डगर और राह मुश्किल ही मुश्किल है । अवसरवादी  कांग्रेसी चोट खायेंगें , यह मुकम्मल पुख्ता है, बहुत से उपेक्षित और पुख्ता कांग्रेसी जल्द ही नई वर्तमान सरकार के किसी न किसी रूप में हिस्सा होंगें । और सन 2023 में कांग्रेस की बुनियादें यानि ग्रासरूट और पिलर्स यानि स्तंभ पूरी तरह से खत्म हो चुके होंगें । 

कांग्रेस के हाईकमान लेवल ने इस पूरे चुनाव से खुद को दूर रखा है और सोनिया गांधी , राहुल गांधी , प्रियंका गांधी ने प्रत्याशीयों की नहली सूची जारी होने के बाद से म प्र चुनावों से खुद को पूरी तरह से दूर भी कर लिया और म प्र चुनावों में स्टार प्रचारक सूची में नाम होने और दौरा कार्यक्रम घोषित कर देने क बावजूद म प्र में कदम नहीं रखा और न सोशल मीडिया वगैरह या अन्य किसी प्रकार से कोई शिरकत ही की । इससे उनका स्पष्ट संदेश म प्र कांग्रेस को समझ लेना चाहिये । अब भी नहीं समझे तो , समय रहते समझ में आ जायेगा । 

कांग्रस हाई कमान की  यह चतुराई ही रही वरना वही बात हो जाती .... वे जहां प्रचार करने जाते या गये वहीं वहीं कांग्रेेस ....  खैर ...... कांग्रेस में दिल्ली स्तर और हाई कमान स्तर पर संगठन में मध्यप्रदेश में बहुत बड़े फेरबदल की रूपरेखा खींची जा रही है ..... हमारी शुभकामनायें सभी प्रत्याशीयों को ...... 

मतगणना एजेंटों का मतगणना स्थल पर प्रवेश के संबंध में विशुद्धिकरण

 प्रदेश के 19 जिलों में समाहित 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप निर्वाचन 2020 का मतदान विगत 3 नवम्बर को सम्पन्न हो चुका है। मतगणना 10 नवम्बर 2020 को प्रातः 8 बजे संबंधित जिला मुख्यालयों पर प्रारंभ होगी। कतिपय समाचार पत्रों तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में यह समाचार प्रसारित हो रहे हैं कि मतगणना कक्ष, हॉल में प्रत्याशियों, एजेंटों को प्रवेश नहीं मिलेगा। यह समाचार भ्रामक है। 

      मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा स्पष्ट किया गया है कि प्रत्याशी, प्रत्याशी के निर्वाचन अभिकर्ता एवं मतगणना अभिकर्ता मतगणना कक्ष में आयोग के निर्देशों के अनुसार उपस्थित रह सकते हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कोविड-19 के दौरान आम चुनाव, उप चुनाव संचालन हेतु विस्तृत गाईडलाईन के अनुसार कंट्रोल यूनिट से परिणाम प्रदर्शन बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जा सकता है ताकि बड़ी संख्या में मतगणना एजेंटो के एकसाथ एकत्रित होने से बचा जा सके।

मतगणना स्थल पर मोबाइल फोन लेकर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा

 विधानसभा उपनिर्वाचन की मतगणना 10 नवम्बर को प्रातः 8 बजे से होगी। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतगणना स्थल पर मोबाईल पूर्णतः प्रतिबंधित है। सभी अधिकारी, कर्मचारियों तथा मतगणना अभिकर्ताओं को मतगणना स्थल पर नियत समय के पूर्व प्रवेश लेना होगा। 

 

काउटिंग में किसी भी प्रकार की गलती नहीं होनी चाहिये - जिला निर्वाचन अधिकारी - प्रैस के लोग मोबाइल से कव्हरेज नहीं कर सकेंगे

 

मतगणना तैयारियां अन्तिम चरण में है। इसलिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने नवीन कलेक्ट्रेट में रिटर्निंग ऑफीसर, सहायक रिटर्निंग ऑफीसरों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिये है कि मतगणना के समय काउटिंग में किसी भी प्रकार की गलती नहीं होनी चाहिये। गणना के दौरान हर बिन्दु पर संबंधित व्यक्ति को चौकन्ना रहकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आरओ, एआरओ हर टेबल की गणना पर आने वाले प्रश्नों का जबाव देने नहीं पहुंच सकते। संबंधित टेबल गणना अधिकारी को विवेक से कार्य करना होगा। डाकमत पत्र या पोस्टल बैलेट में कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित आरओ को भी अवगत कराना होगा। अन्तिम निर्णय रिटर्निंग ऑफीसर का ही होगा। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री तरूण भटनागर, अपर कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम श्री अमरसत्य गुप्ता, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एलके पाण्डे, संबंधित रिटर्निंग ऑफीसर, सहायक रिटर्निंग ऑफीसर, नगरीय निकायों के सीएमओ, जनपद पंचायतों के सीईओ उपस्थित थे।          
    जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने कहा कि कोविड की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुये प्रत्येक विधानसभा की मतगणना 3 कक्षों में होगी। जिसमें दो कक्षो में ईव्हीएम की गणना 7-7 टेबल पर होगी। तीसरे कमरे में पोस्टल बैलेट की गणना की जायेगी। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के गणना एजेन्टों को भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें।  

मीडिया कर्मी गणना रूम के सीमा में ही पहुंचकर वीडियाग्राफी या फोटोग्राफी कर सकेंगे

    कलेक्टर ने बताया कि संपूर्ण गणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी आरओ के द्वारा कराई जायेगी। प्रत्येक टेबल की नहीं। गणनाहॉल में मीडिया का फिक्स स्टेण्ड कैमरे की अनुमति नहीं होगी। पत्रकारों के गणना हॉल में प्रवेश एवं पहुंच हेतु एक सीमा का निर्धारण करना होगा। हाथ या कंधे वाला कैमरा ले जाने की अनुमति होगी। किसी मशीन पर कैमरा फोकस नहीं किया जायेगा, न ही ऐसा फोटोग्राफ्स लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी मीडिया कर्मी गणना कक्ष में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। मीडियाकर्मी मतगणना कक्ष में पीआरओ के साथ कैमरा लेकर फोटो, वीडियाग्राफी कर सकेंगे। मोबाइल किसी भी स्थिति में एलाउ नहीं होगा।

सभी मीडियाकर्मी एवं कर्मचारी अपने पास लेकर ही पॉलीटेक्निक पहुंचे

    कलेक्टर ने कहा कि मतगणना 10 नवम्बर को प्रातः 8 बजे से प्रारंभ होगी। इसके पूर्व गणना कर्मी प्रातः 6 बजे पॉलीटेक्निक पहुंचकर अपनी-अपनी टेबल पर 7 बजे पहुंचे। ईव्हीएम स्ट्रांग रूम 7 बजे खुलेगा। इसके बाद सभी मशीनों को सैनेटाइज किया जायेगा। मीडिया कर्मी या कर्मचारी निर्वाचन कार्यालय तथा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया हुआ पास लेकर ही प्रवेश पा सकेंगे।      

मतगणना अभिकर्ताओं की उपस्थिति के नवीन निर्देश

    भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत रखते हुये उप निर्वाचन 2020 हेतु अगस्त 2020 में जारी निर्देशानुसार मतगणना हॉल में बड़ी संख्या में मतगणना एजेन्ट की उपस्थिति को रोकने के लिये कंट्रॉल यूनिट से परिणाम का प्रदर्शन एक बड़ी स्क्रीन पर किया जा सकता है।  

मतगणना स्थल का आयोग द्वारा अनुमोदन एवं गणना स्थल की व्यवस्था  

    अभ्यर्थियों को गणना कक्षों एवं कक्षवार टेबल लगाने का क्रम एवं कुल कितने गणना अभिकर्ता नियुक्त कर सकते है, इसकी लिखित में सूचना देना होगी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत रखते हुये उपनिर्वाचन हेतु अगस्त 2020 में जारी निर्देशानुसार 1 मतगणना हॉल में 7 मतगणना टेबल होनी चाहिये। आवश्यकतानुसार अतिरिक्त एआरओ की नियुक्ति कर 3-4 मतगणना हॉल बनाये जा सकते है।    
थ्री-कॉर्डन सुरक्षा व्यवस्था स्थानीय विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं स्थानीय पुलिस
    पहले विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं स्थानीय पुलिस प्रवेश पत्र की जांच, महिलाओं की महिला सुरक्षाकर्मी द्वारा तलाशी, दूसरे सुरक्षा चक्र में प्रवेश से पूर्व फ्रिस्कींग राज्य सशस्त्र पुलिस कर्मियों द्वारा, तीसरा मतगणना हॉल प्रवेश द्वार पर सामान्यतः कोई तलाशी नहीं होती है, यहां सीएपीएफ के जवान तैनात होंगे।

सुरक्षा व्यवस्था  

    स्ट्रॉंग रूम से गणना हॉल तक सीयू को लाने-ले जाने हेतु बेरीकेडिंग एवं सुरक्षित पाथ। गणनास्थल से 100 मीटर क्षेत्र पेडेस्ट्रीयन झोन के रूप में चिन्हित करना। ट्राफिक डायवर्सन प्लान। त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बाहरी घेरे के प्रवेश से पेदल मार्ग, बिना प्रवेश पत्र के प्रथम घेरे (बाहरी) से प्रवेश की अनुमति नहीं। आंतरिक सुरक्षा चक्र गणना हॉल का प्रवेश द्वार सीएपीएफ। मोबाइल आदि के लिये फिस्क्रींग। मीडिया सेंटर गणना हॉल से दूर, जिसमें कम्प्यूटर मय नेट, कनेक्शन टेलीफोन, स्केनर, टीव्ही स्क्रीन आदि से युक्त। मीडिया पर्सन्स को काउटिंग हॉल भ्रमण के लिये स्कार्टींग ऑफीसर की नियुक्ति। मीडिया पर्सन को आयोग द्वारा प्राप्त सूची के आधार पर डीईओ द्वारा पास जारी करना।  

गणना स्टाफ की नियुक्तियां   

    ईव्हीएम से गणना एवं पोस्टल बैलेट गणना में लगे कर्मियों का पृथक-पृथक रेण्डमाईजेश किया जायेगा। डाकमत पत्रों की गणना हेतु राजपत्रित अधिकारी लगाना। उन्हें प्रशिक्षण देना। प्रथम रेण्डमाइजेशन गणना से एक सप्ताह पूर्व 120 प्रतिशत से डीईओ द्वारा। द्वितीय रेण्डमाइजेशन 24 घंटे पूर्व ऑब्जर्वर के समक्ष। तृतीय रेण्डमाइजेशन गणना दिवस को प्रातः 5 बजे। आरओ द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करना। इसी प्रकार माईक्रो ऑब्जर्वर का भी रेण्डमाइजेशन एवं नियुक्ति आदेश जारी किये जायेंगे। गणना स्टाफ के अतिरिक्त प्रत्येक टेबल पर एक माईक्रो ऑब्जर्वर, सीलिंग हेतु स्टॉफ लगाया जाना। चतुर्थ श्रेणी स्टाफ ईव्हीएम गणना हॉल में लाने ले जाने हेतु। गणना उपरान्त सिलिंग कर सभी ईव्हीएम व्हीव्हीपैट को डबल लॉक में रखा जायेगा। ईव्हीएम स्ट्रांग रूम से निकलते ही रिटर्निंग ऑफीसर के मार्गदर्शन में वीडियोग्राफी होगी। ईव्हीएम जिस टेबल पर गणना होगी, वहां तक वीडियोग्राफी कराई जायेगी।

काउटिंग एजेन्ट ये नहीं बन सकेंगे

    मतगणना के दौरान सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति, वर्तमान राज्य, केन्द्र के मंत्री, वर्तमान सांसद, विधायक, जनपद पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका, नगर परिषद, जिला पंचायत अध्यक्ष, सहकारी बैंक, जिला चेयरमेन, शासकीय संस्थान के चेयरपर्सन (राजनैतिक नियुक्तियां) शासकीय अधिवक्ता, कोई शासकीय अधिकारी काउटिंग एजेन्ट नहीं बन सकेंगे। 

पोस्टल बैलेट के नोडल अधिकारी को दिये निर्देश, 7 बजे मतगणना हेतु बैलेट ले कर पहुंचें मतगणना केन्द्र

 विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 की मतगणना 10 नवम्बर 2020 को प्रातः 8 बजे से शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज मुरैना में होगी।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने पोस्टल बैलेट के नोडल जिला शिक्षाधिकारी श्री सुभाष शर्मा को निर्देश दिये है कि 10 नवम्बर को प्रातः 7 बजे कोषालय के डबल लॉक से शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज मुरैना के कक्ष में ले जाना सुनिश्चित करें। 

औपचारिकता : विद्युत अधिनियम के प्रकरणों को नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक निराकरण करावें

 मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला न्यायाधीश श्री सुबोध कुमार जैन के मार्गदर्शन में 12 दिसंबर 2020 को जिला मुख्यालय मुरैना एवं तहसील मुख्यालय अंबाह, जौरा और सबलगढ़ में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरण एवं प्रीलिटिगेशन प्रकरणों के अधिक से अधिक निराकरण हेतु जिला मुख्यालय मुरैना एवं तहसील मुख्यालय अंबाह, जौरा, सबलगढ़ में बैठकों का निरंतर एवं समय-समय पर आयोजन किया जा रहा है।

    12 दिसंबर 2020 को आयोजित नेशनल लोक अदालत के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु एवं विद्युत अधिनियम के राजीनामा योग्य न्यायालयों में लंबित एवं प्रीलिटिगेशन प्रकरणों के अधिक से अधिक निराकरण हेतु अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री शरत चंद्र सक्सेना शनिवार को मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड जिला मुरैना के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में अपर जिला जज श्री प्रदीप सोनी, विद्युत मंडल के उपमहाप्रबंधक श्री आर एस भदौरिया, श्री पीएस तोमर उपस्थित थे।
     बैठक में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकायिों को निर्देश दिये कि नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन के लिये अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों एवं प्रीलिटिगेशन प्रकरणों के निराकरण हेतु अधिक से अधिक संख्या में प्रकरणों का निराकरण किया जाये तथा जो भी शासन द्वारा छूट हो वह संबंधित पक्षकार को दी जाये।

तीन खरीदी केन्द्र में संशोधन किया , धमकन से गुढ़ा आसन , पचोखरा से कैलारस और जींगनी से बड़ागांव नावली केन्द्र संशोधित

 जिला उपार्जन समिति की बैठक में लिये गये निर्णयनुसार स्थापित उपार्जन केन्द्रों में परिवर्तन कर संशोधन किया है।    

   नवीन आदेशानुसार वर्तमान उपार्जन स्थल समिति मुख्यालय पचोखरा के स्थान पर कृषि उपज मंडी कैलारस उपार्जन केन्द्र बनाया है। इसी तहर वर्तमान में उपार्जन केन्द्र समिति मुख्यालय धमकन के स्थान में संशोधन कर ग्राम गुढ़ा आसन किया है। एस.डब्ल्यू.सी. जींगनी के स्थान पर संस्था मुख्यालय बड़ागांव नावली उपार्जन केन्द्र बनाया है।

अधिकृत व्यक्ति को ही मिलेगा मतगणना स्थल पर प्रवेश

 भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतगणना हाल में अंदर केवल अधिकृत व्यक्ति को ही प्रवेश दिया जाएगा, इनमें गणना पर्यवेक्षक और गणना सहायक, निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत व्यक्ति, निर्वाचन से संबंध लोकसेवक एवं उम्मीदवार तथा उनके निर्वाचन और गणना अभिकर्ता शामिल रहेंगे। मतगणना प्रारंभ होने के पूर्व यह भी देख लेने को कहा गया है कि अधिकृत व्यक्तियों के अलावा अन्य कोई व्यक्ति हाल में उपस्थित न हो।

    आयोग ने यह भी ध्यान रखने को कहा है कि निर्वाचन के संबंध में कर्त्तव्यारूढ़ लोकसेवक के अंतर्गत सामान्य रूप से पुलिस अधिकारी नहीं आते हैं, ऐसे अधिकारियों को चाहे वे वर्दी में हो, या सादे वस्त्रों में, सामान्यतः नियमानुसार काउंटिंग हाल के अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने या किसी भी प्रकार के अन्य प्रयोजन से अंदर बुलाने का निर्णय न लिया जाए। इसी तरह केन्द्र अथवा राज्यों के मंत्री, राज्य मंत्री और उपमंत्री भी इस श्रेणी नहीं आते। वे काउंटिंग हाल में केवल अभ्यर्थी के रूप में आ सकते हैं। आयोग के निर्देशानुसार उनकी नियुक्ति निर्वाचन या गणना अभिकर्ताओं के रूप में नहीं की जा सकती, क्योंकि वे गनमेन की सुरक्षा में होते हैं। इसलिए उन्हें काउंटिंग हाल में प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। आयोग ने उक्त ब्यौरे के अनुसार व्यक्तियों के प्रवेश को कड़ाई से विनियमित करने कहा है। आयोग के अनुसार किसी भी परिस्थिति में गणना के स्थान में अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी।

नगरीय निकायों की मतदाता-सूची के पुनरीक्षण का संशोधित कार्यक्रम जारी

 राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिक निगम, मुरैना और जिला भिण्ड, शिवपुरी, गुना, देवास, छतरपुर, राजगढ़, आगर-मालवा, उज्जैन, धार एवं इंदौर के नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता-सूची पुनरीक्षण-2020 की स्थगित प्रक्रिया पुनरू प्रारंभ की जा रही है। आयोग द्वारा इन नगरीय निकायों के फोटोयुक्त मतदाता-सूची पुनरीक्षण-2020 के लिये संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। मतदाता-सूची का अंतिम प्रकाशन 12 दिसम्बर, 2020 को होगा।

    सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग श्री दुर्ग विजय सिंह ने जानकारी दी है कि नगरपालिक निगम, मुरैना की मतदाता-सूची के वार्षिक पुनरीक्षण के लिये दावा आपत्ति केन्द्र पर दावे-आपत्ति 21 से 28 नवम्बर तक लिये जायेंगे। दावे-आपत्तियों का निराकरण 5 दिसम्बर, 2020 तक किया जायेगा। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता-सूची का नगरपालिका, वार्ड तथा अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 12 दिसम्बर, 2020 को होगा। 
    श्री सिंह ने बताया है कि नगरीय निकाय भिण्ड, शिवपुरी, गुना, देवास, छतरपुर, राजगढ़, आगर-मालवा, उज्जैन, धार एवं इंदौर के नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता-सूची पुनरीक्षण-2020 के लिये फोटोयुक्त प्रारूप मतदाता-सूची का नगरपालिका, वार्ड एवं अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 21 नवम्बर, 2020 को किया जायेगा। दावे-आपत्ति केन्द्रों पर दावे-आपत्ति 21 से 28 नवम्बर तक लिये जायेंगे। दावे-आपत्तियों का निराकरण 5 दिसम्बर तक किया जायेगा। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता-सूची का नगरपालिका, वार्ड तथा अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 12 दिसम्बर, 2020 को किया जायेगा। भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के संक्रमण पर नियंत्रण के लिये जारी गाइडलाइन्स का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये गये हैं।
    देवास जिले के नगरीय निकाय पीपलरांवा, टोंकखुर्द, बागली, सोनकच्छ, भौंरासा, हाटापिपल्या, करनावद, भिण्ड जिले के मिहोना, लहार, दबोह, आलमपुर, शिवपुरी जिले की पिछोर, गुना जिले के गुना, आरोन, छतरपुर जिले की छतरपुर, महाराजपुर, राजगढ़ जिले के ब्यावरा, सुठालिया, आगर-मालवा जिले के आगर-मालवा, बड़ोद, कानड़, सुसनेर, सोयतकलां, बड़ागाँव, उज्जैन जिले के नागदा, धार जिले के बदनावर और इंदौर जिले के राऊ, हातोद, बेटमा, देपालपुर, गौतमपुरा, महूगाँव, मानपुर और सांवेर की मतदाता-सूची का पुनरीक्षण किया जायेगा।

मुरैना नगर निगम और जिले में अन्य नगर पालिकायें तथा नगर परिषद और पंचायत चुनाव - नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन में लगने वाली ईव्हीएम की प्रथम जांच के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त

 मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव के निर्देशानुसार नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन में लगने वाले ईव्हीएम की प्रथम जांच (एफएलसी) के पर्यवेक्षण कार्य के लिये अनुविभागीय अधिकारी, अनुभाग मुरैना श्री आरएस बाकना एवं उनके सहयोग के लिये ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री जीके श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी बनाया है। इस कार्य के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने 34 कर्मचारियों को लगाया है।

    एफएलसी कार्य में लगाये गये समस्त अधिकारी, कर्मचारी के एन्ट्री पास स्थानीय निर्वाचन कार्यालय, मुरैना से जारी किये जायेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने आईडी की छायाप्रति, पासपोर्ट साइज दो फोटो स्थानीय निर्वाचन कार्यालय मुरैना में 12 नवम्बर 2020 तक कार्यालयीन समय पर जमा करना सुनिश्चित करें।
    उन्होंने यह भी कहा है कि सभी अधिकारी, कर्मचारी कोविड-19 के संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार की प्रचलित गाइडलाइन अनुसार दिशा-निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करेंगे। एफएलसी का कार्य 16 नवम्बर से पॉलीटेक्निक कॉलेज मुरैना में सुबह 10.30 बजे से प्रारंभ किया जायेगा। कार्य में लगे सभी अधिकारी, कर्मचारी निर्धारित समय व स्थान एवं दिनांक पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें।