शिक्षा में गुणात्मक सुधार सुनिश्चित हो- जुलानियां
जुलानिया द्वारा सर्व शिक्षा अभियान की समीक्षा
मुरैना 11 जनवरी 08- राज्य शिक्षा केन्द्र के आयुक्त श्री राधेश्याम जुलानिया ने आज मुरैना कलेक्टर कार्यालय के सभागार में सर्वशिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारियों ली बैठक और प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में शिक्षा के गुणात्मक सुधार एवं शालाओं में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता में है। इस लिये हम सभी को ऐसे प्रयास करने है कि शाला जाने योग्य कोई भी बच्चा शाला जाने से बंचित न रहे। बैठक में अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय कुमार वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम. उपाध्याय, जिला परियोजना समन्वयक श्री ए.के. त्रिपाठी तथा जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, जनपद पंचायतों के सी.ई.ओ., बी.आर.सी. और बी.ई.ओं. उपस्थित थे।
श्री जुलानिया ने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के संचालन हेतु धन की कोई कमी नहीं हैं, कमी है तो अधिकारियों और शिक्षकों की इच्छा शक्ति और रूचि की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में शिक्षा के बजट में पांच गुना की वृध्दि हुई है, लेकिन इसके अनुरूप बांछित परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि स्कूलों का सतत एवं नियमित रूप से निरीक्षण और मूल्यांकन कर पाई गई कमियों को दूर करने के प्रयास किये जाये ।उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से राज्य शासन ने शिक्षकों को मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से मुक्त रखने का निर्णय लिया है । प्रयास हों कि शिक्षकों को यथासंभव शिक्षकीय कार्य के अलावा अन्य कोई कार्य में संलग्न नहीं किया जाये । उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना समन्वयक आपसी समन्वय के साथ शिक्षा के गुणात्मक सुधार की दिशा में कार्य करें ।शिक्षा के गुणात्मक सुधार की जिम्मेदारी जनपद स्तर पर सी.ई.ओ. वी आर सी और वी.ई.ओ. की होगी । उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षक के लिए सेवानिवृत शिक्षक के आवेदन भी मान्य किये जा सकते है । श्री जुलानिया ने निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समय सीमा में पूर्णता का ध्यान रखने के निर्देश दिये । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा ने बताया कि शिक्षकों को मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से मुक्त रखने के लिए महिला स्वसहायता समूहों के माध्यम से कार्यक्रम का क्रियान्वयन कराया जा रहा है । समूह के चयन हेतु जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अधिकृत किया गया है ।