शनिवार, 22 मार्च 2008

नागरिकों की सुविधा के लिए मुरैना शहर में '' टाटा मैजिक'' चलेगें

जरेरूआ संस्था का सा.वि. प्रणाली का कार्य छोडने संबंधी आवेदन निरस्त

मुरैना 21 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने वृहत्ताकार प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था, जरेरूआ के अध्यक्ष एवं प्रबंधक श्री दशरथ सिंह के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य को छोड़ने संबंधी आवेदन को जनहित में स्वीकार योग्य नहीं होने के कारण निरस्त कर दिया है और संस्था को पूर्व की भांति सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य सुचारू रूप से संपादित करने के आदेश दिए हैं ।

       न्यायालय कलेक्टर द्वारा यह आदेश उच्च न्यायालय खंड पीठ ग्वालियर के निर्देशों के परिपालन में जारी किया गया है ।  उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता को सुनवाई का अवसर देकर प्रकरण में विधिसम्मत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे । कलेक्टर न्यायालय को याचिकाकर्ता ने अभिभाषक के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य से हानि होने संबंधी कथन प्रस्तुत किया था ।

       म.प्र. (खाद्य पदार्थ ) सार्वजनिक नागरिक पूर्ति वितरण स्कीम 1991 के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य केवल सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ही कराने के निर्देश हैं । लेकिन उक्त संस्था ने षडयंत्र पूर्ण ढंग से कार्य छोड़ने का आवेदन प्रस्तुत किया और हानि के संबंध में कोई भी तथ्य प्रस्तुत नहीं किये । जिले में माह सितम्बर 07 से खाद्यान्न, शक्कर और कैरोसिन की तीन दिवसीय वितरण व्यवस्था लागू है । इसके तहत तीन दिन में विक्रय राशि बैंक में जमा हो जाती है और हानि की कोई संभावना नहीं है । किसी भी संस्था को हानि होने की स्थिति में शासन स्तर से पर्याप्त क्षतिपूर्ति राशि देने और कैरोसिन भंडार हेतु टेंकर व ड्रम नि:शुल्क प्रदान करने का प्रावधान है ।

       कलेक्टर ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली गरीबों को सुगमता से खाद्यान्न उपलब्ध कराने की महती योजना है और इसका संचालन निजी व्यक्तियों से कराया जाना संभव नहीं है । किसी भी  संस्था को इस महती योजना के संचालन से केवल उसकी अनिच्छा और अरूचि के कारण मुक्त नहीं किया जा सकता 

 

नागरिकों की सुविधा के लिए मुरैना शहर में '' टाटा मैजिक'' चलेगें

जरेरूआ संस्था का सा.वि. प्रणाली का कार्य छोडने संबंधी आवेदन निरस्त

मुरैना 21 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने वृहत्ताकार प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था, जरेरूआ के अध्यक्ष एवं प्रबंधक श्री दशरथ सिंह के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य को छोड़ने संबंधी आवेदन को जनहित में स्वीकार योग्य नहीं होने के कारण निरस्त कर दिया है और संस्था को पूर्व की भांति सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य सुचारू रूप से संपादित करने के आदेश दिए हैं ।

       न्यायालय कलेक्टर द्वारा यह आदेश उच्च न्यायालय खंड पीठ ग्वालियर के निर्देशों के परिपालन में जारी किया गया है ।  उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता को सुनवाई का अवसर देकर प्रकरण में विधिसम्मत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे । कलेक्टर न्यायालय को याचिकाकर्ता ने अभिभाषक के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य से हानि होने संबंधी कथन प्रस्तुत किया था ।

       म.प्र. (खाद्य पदार्थ ) सार्वजनिक नागरिक पूर्ति वितरण स्कीम 1991 के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य केवल सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ही कराने के निर्देश हैं । लेकिन उक्त संस्था ने षडयंत्र पूर्ण ढंग से कार्य छोड़ने का आवेदन प्रस्तुत किया और हानि के संबंध में कोई भी तथ्य प्रस्तुत नहीं किये । जिले में माह सितम्बर 07 से खाद्यान्न, शक्कर और कैरोसिन की तीन दिवसीय वितरण व्यवस्था लागू है । इसके तहत तीन दिन में विक्रय राशि बैंक में जमा हो जाती है और हानि की कोई संभावना नहीं है । किसी भी संस्था को हानि होने की स्थिति में शासन स्तर से पर्याप्त क्षतिपूर्ति राशि देने और कैरोसिन भंडार हेतु टेंकर व ड्रम नि:शुल्क प्रदान करने का प्रावधान है ।

       कलेक्टर ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली गरीबों को सुगमता से खाद्यान्न उपलब्ध कराने की महती योजना है और इसका संचालन निजी व्यक्तियों से कराया जाना संभव नहीं है । किसी भी  संस्था को इस महती योजना के संचालन से केवल उसकी अनिच्छा और अरूचि के कारण मुक्त नहीं किया जा सकता 

 

नागरिकों की सुविधा के लिए मुरैना शहर में '' टाटा मैजिक'' चलेगें

नागरिकों की सुविधा के लिए मुरैना शहर में '' टाटा मैजिक'' चलेगें

मुरैना 20 मार्च 08/ मुरैना शहर में नागरिकों को वेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पुराने ऑटो के स्थान पर '' टाटा मैजिक '' वाहन चलाये जांयेंगे । इसके संबंध में आज एक बैठक कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, आर.टी.ओ.श्री शशि भूषण सिंह तथा ऑटो एशोसियेशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।

       कलेक्टर ने कहा कि शहर में संचालित ऑटो काफी पुराने होने से ध्वनि और वायु प्रदूषण हो रहा है तथा नागरिकों को भी यातायात की व्यवस्थित सुविधा नहीं मिल पा रही है । नागरिकों की सुविधा के दृष्टिगत शहर में '' टाटा मैजिक '' वाहनों के संचालन का निर्णय लिया गया है । इसके लिए पुराने परमिट धारियों की वर्गवार सूची 24 मार्च तक प्रस्तुत की जाय । '' टाटा मैजिक '' के संचालन के इच्छुक परमिट धारियों को अन्त्यावसायी और प्रधान मंत्री रोजगार योजना के तहत ऋण दिलाया जायेगा तथा नियमानुसार अनुदान का लाभ भी मिलेगा । पुराने ऑटो के संचालन की अनुमति ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दी जायेगी । पुराने परमिट धारियों के तैयार नहीं होने पर टाटा मैजिक के संचालन हेतु नये परमिट दिए जायेंगे ।

 

तेंदूपत्ता संग्राहक मजदूरी बढ़ी

तेंदूपत्ता संग्राहक मजदूरी बढ़ी

मुरैना 20 मार्च 08- वन परिक्षेत्र मुख्यालय सबलगढ पर तेंदूपत्ता फड मुंशी, फड प्रभारी एवं संग्राहकों की बैठक सम्पन्न हुई । जिसमें उप प्रबंध संचालक श्री ओ.पी. श्रीवास्तव एवं पोषक अधिकारी श्री लाखन सिंह शर्मा मौजूद थे । अधिकारियों ने संग्राहकों को तेंदूपत्ता की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा और शाखा कटाई कार्य से लेकर भंडारण तक विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी । उन्होंने बताया कि शासन द्वारा संग्राहक मजदूरी 450 से बढाकर 500 रूपये की गई है ।

 

तेंदूपत्ता संग्राहक मजदूरी बढ़ी

तेंदूपत्ता संग्राहक मजदूरी बढ़ी

मुरैना 20 मार्च 08- वन परिक्षेत्र मुख्यालय सबलगढ पर तेंदूपत्ता फड मुंशी, फड प्रभारी एवं संग्राहकों की बैठक सम्पन्न हुई । जिसमें उप प्रबंध संचालक श्री ओ.पी. श्रीवास्तव एवं पोषक अधिकारी श्री लाखन सिंह शर्मा मौजूद थे । अधिकारियों ने संग्राहकों को तेंदूपत्ता की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा और शाखा कटाई कार्य से लेकर भंडारण तक विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी । उन्होंने बताया कि शासन द्वारा संग्राहक मजदूरी 450 से बढाकर 500 रूपये की गई है ।

 

मजदूर सुरक्षा योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचायें- रावत

मजदूर सुरक्षा योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचायें- रावत

मुरैना, 20 मार्च 08- मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचायें तथा ग्रामीण रोजगार गारंटी के जाबकार्ड धारक इससे वंचित नहीं रहें । यह बात जनपद पंचायत सबलगढ की अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा भीमसेन रावत ने सरपंच व सचिवों की बैठक में कही ।

       श्रीमती रावत ने इस अवसर पर योजना के तहत सात महिला हित ग्राहियों व उनके पतियों को प्रसव सहायता चैक वितरित किये । महेश्वरी पत्नी वीरेन्द्र गौड़, आशा पत्नी मनोज गौड़, माया पत्नी उमाकांत गौड़, रीना पत्नी प्रशांत गौड़, रीना पत्नी वीरेन्द्र गौड़, सभी निवासी ग्राम बकसपुर, अनीता पत्नी देशराज बंजारा निवासी बोलाज एवं वर्षा पत्नी रामबाबू जाटव बेरई गिर्द को प्रत्येक को 2484 रूपये के एवं इनके पतियों को 1035 रूपये के चैक प्रदान किये गये ।

 

तालाब गहरीकरण के लिए 3 लाख 80 हजार रूपये मंजूर

तालाब गहरीकरण के लिए 3 लाख 80 हजार रूपये मंजूर

मुरैना,20 मार्च08- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने सूखा प्रभावित तहसील मुरैना की ग्राम पंचायत धनेला में तालाब गहरीकरण एवं पिचिंग कार्य हेतु 3 लाख 80 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदाय की है । निर्माण एजेन्सी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को कार्य प्रारंभ करने के लिए 1 लाख 90 हजार रूपये की प्रथम किस्त जारी की गई है ।

       राहत कार्य 15 जून तक पूर्ण कराना होगा तथा मशीनों और ट्रेक्टरों का उपयोग वर्जित रहेगा । मजदूरों को भुगतान हेतु तहसीलदार श्री बी.पी. श्रीवास्तव संवितरण अधिकारी रहेंगे । इन कार्यों का सतत पर्यवेक्षण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुरैना करेंगे ।

 

मतदाता फोटो पहचानपत्र फोटोग्राफरों से 25 मार्च तक निविदायें आमंत्रित

मतदाता फोटो पहचानपत्र

फोटोग्राफरों से 25 मार्च तक निविदायें आमंत्रित

मुरैना, 20 मार्च,08- भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता फोटो पहचान पत्र प्राप्त करने से शेष रहे मतदाताओं तथा सतत प्रक्रिया के अंतर्गत जोडे जाने वाले मतदाताओं को फोटो पहचान पत्र प्रदाय किये जाने है । निर्वाचकों के पासपोर्ट साइज के फोटो खींचे जाकर निर्धारित फार्म पर चिपकाकर जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को प्रदाय करने के लिए फोटो ग्राफरों से 25 मार्च तक निविदायें आमंत्रित की गई है ।

       कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि निविदा प्रपत्र 25 मार्च तक पांच सौ रूपये नगद अथवा राष्ट्रीयकृत बैंक के ड्राफ्ट के रूप में भुगतान कर प्राप्त किये जा सकते हैं । बैंक ड्राफ्ट कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम से देय और जिले की किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा पर भुगतान योग्य होना चाहिए । निविदा प्रपत्र 100 रूपये का अतिरिक्त भुगतान कर डाक से भी मंगाये जा सकते है । निविदायें डाक से देर से पहुंचने या प्राप्त नहीं होने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय उत्तरदायी नहीं होगा ।

       पूर्ण रूप से भरे हुए निविदा प्रपत्र दस हजार रूपये की बयाना राशि के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय को 25 मार्च को अपरान्ह 1.30 बजे तक पहुंच जाना चाहिए । बयाना राशि राष्ट्रीयकृत बैंक के डिमाण्ड ड्राफ्ट के रूप में होना चाहिए । निविदायें 25 मार्च को अपरान्ह 3 बजे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में खोली जायेगी । तकनीकी विड एवं चाही गई बयाना राशि के मान से उपयुक्त पाई गई निविदा के वित्तीय ऑफर 27 मार्च को अपरान्ह 1 बजे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन कार्यालय में खोले जायेगें । निविदा की शर्तें तथा अन्य जानकारी जिला निर्चाचन कार्यालय  से प्राप्त की जा सकती है ।

 

देख बहारें होली की .......बीबीसी होली विशेषांक

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गुरुवार, 20 मार्च 2008

नहीं सुनी जातीं एयरटेल कस्‍टमर केयर पर उपभोक्‍ताओं की शिकायतें

फिर ठप्‍प हुयी एयरटेल की इण्‍टरनेट सेवायें, 20 दिनों के दरम्‍यां 13 वीं बार एयरटेल फेल

नहीं सुनी जातीं एयरटेल कस्‍टमर केयर पर उपभोक्‍ताओं की शिकायतें

भोपाल/मुरैना 20 मार्च 08, देश की आवाज बनने का दावा और उपभोक्‍ताओं को बेहतरीन सेवायें देने का दावा करने वाली देश की ऊंची दूकान भारती एयरटेल की सेवायें पिछले 20 दिनों के दरम्‍यां आज फिर 13 वीं बार फेल हो गयीं ।

लैण्‍ड लाइन और वायरलेस तथा मोबाइल के जरिये इण्‍टरनेट सेवायें मुहैया कराने के कम्‍पनी के खोले दावों की कलई इसी बात से खुलती है कि जहॉं सरकिट अनुपात 1:6 से अधिक नहीं होना चाहिये वहॉं एयर टेल का सरकिट अनुपात लगभग सौ गुना अधिक है ।

लगभग हर तीसरे दिन फेल हो जाने वाला एयरटेल का इण्‍टरनेट केवल लैण्‍ड लाइन उपभोक्‍ताओं के लिये ही समस्‍या हो ऐसा नहीं है । इस कम्‍पनी के वायरलेस और मोबाइल इण्‍टरनेट उपभोक्‍ताओं की हालत तो और अधिक खस्‍ता है ।

मोबाइल और कम्‍प्‍यूटर पर वेबसाइटों का न खुलना, कनेक्टिविटी आमतौर पर न होना पीपीपी लिंक डिस्‍कनेक्‍शन, कनेक्‍शन गति .033 से 1.2 के.बी.पी.एस. तक गिर कर कनेक्‍शन चलना एयरटेल उपभोक्‍ताओं के लिये आम बात है । आप न ई मेल भेज सकते हैं और न प्राप्‍त कर सकते हैं ।

 मजे की बात यह है कि आप कस्‍टमर केयर पर नंबर लगाते रहिये, पहले लगभग 20 मिनिट आपको ये दबाईये वो दबाईये में घुमा घुमा कर हुड़कचुल्‍लू बना दिया जायेगा उसके बाद या तो शराअ में धुत्‍त कोई महानुभाव सीधे सपाट शब्‍दों में कह देंगें कि श्रीमान आपने गलत नंबर लगाया है आप 12121 लगाईये, आप कहेंगे कि हमने 12121 ही लगाया है तो वे कहेगें कि नहीं गलत है आप फिर लगाईये, आप फिर आधे घण्‍टे संघर्ष करिये और फिर या तो नंबर की घण्‍टी बज बज कर बन्‍द हो जायेगी या फिर कोई महानुभाव उभरेंगे और कहेंगें श्रीमान आपके सेट की सेटिंग गलत हैं या फिर आपके कम्‍प्‍यूटर में भारी गड़बड़ है, गोया अन्‍तर्यामी महाराज को वहीं से पता लग जाता है कि यहॉं किलोमीटरों दूर क्‍या गड़बड़ है । पठ्ठो को बताईये कि नहीं श्रीमान हम चार महीने से जिस सेटिंग पर चला रहे हैं, वही सेटिंग है, तो फिर कहेगे ठीक है आप इस नंबर को दोबारा लगाईये आपकी बात टेक्‍नीकल सेक्‍शन से होगी, वे आपकी समस्‍या समाधान करेंगे ।

आप फिर आधे घण्‍टे जूझिये फिर कोई महानुभाव या सुन्‍दरी प्रकट होगी और बोलेगी, सर हमारा नेटवर्क इस समय डाउन चल रहा है कृपया चार घण्‍टे बाद ट्राई करें ।

आप इसी तरह इन्‍तजार करते रहिये, सारा सारा दिन सारी सारी रातें यूं ही गुजारते रहिये, आपके तीन दिन बीत जायेंगे, फिर अपने आप कनेक्‍शन काम करने लगेगा । फिर एक या दो दिन कनेक्‍शन चलने के बाद इतिहास फिर अपने आपको दोहराने लगेगा ।

एयरटेल की दुर्दशा से दो चार होने वाले उपभोक्‍ताओं ने बताया कि जब ऊपर के किसी अधिकारी का नंबर मागा जायेगा तो उपलब्‍ध ही नहीं कराया जाता, ऊपर के अधिकारीयों के नंबर एयरटेल की वेबसाइट तक पर उपलब्‍ध नहीं हैं । न किसी वरिष्‍ठ अधिकारी का ई मेल पता ही पृथक से वेबसाइट पर उपलब्‍ध है , और जो कॉमन शिकायती नंबर तथा ई मेल पते या एस.एम.एस. नंबर दिये गये हैं, उन पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती । या तो शराब में धुत्‍त लो कस्‍टमर केयर पर बैठे उल्‍टी सीधी बातें करके ग्राहकों को मूर्ख बनाते रहते हैं या फिर झूठे वायदों और आश्‍वासन के जरिये टाइम पास करते रहते हैं ।

सबसे अधिक नुकसान उन उपभोक्‍ताओं का होता है जिन्‍होंने दस रूपये प्रति दिन या लैण्‍डलाइन के असीमित उपयोग के प्‍लान ले रखे हैं, महीने भर में वे बमुश्किल तीस दिनों में से दो या तीन दिन का औसत उपयोग कर पाते हैं, शेष समय येन केन प्रकारेण कनेक्‍शन डिस्‍टर्ब या ठप्‍प ही रहता है । लगभग साठ-सत्‍तर उपभोक्‍ताओं द्वारा हमारे कार्यालय में की शिकायत में बताया है कि उनका मासिक प्रभार या दैनिक प्रभार तो नियमित रूप से एयरटेल द्वारा वसूला जाता है लेकिन सेवाये केवल वायदे और वसूली के विरूद्ध महज दस फीसदी ही दी जातीं हैं ।

भारत सरकार द्वारा, नामी कम्‍पनीयों की सेवाओं की नियमित व गुप्‍त जॉंच न किये जाने से देश में संचार कम्‍पनीयों द्वारा किये जा रहे उपभोक्‍ताओं के भारी शोषण और ठगी को रोके जाने की अभी तक कोई कारगर व्‍यवस्‍था नहीं हैं । इन कम्‍पनीयों के खिलाफ शिकायत किये जाने का कोई भी कारगर ऑन लाइन चैनल अभी तक उपलब्‍ध नहीं है ।     

 

उपस्थित नहीं होने पर कार्रवाई होगी

उपस्थित नहीं होने पर कार्रवाई होगी

मुरैना 19मार्च 08/ सहायक संचालक उद्यानिकी के अनुसार शासकीय नवीन रोपणी गैपरा - पहाडगढ़ पर कार्यरत श्री मांगी लाल माली गत 8 नवम्बर 07 से बिना किसी पूर्व सूचना और स्वीकृति के लगातार अनुपस्थित है । श्री मांगी लाल माली को पन्द्रह दिवस के भीतर अपने कार्य पर उपस्थित होने का नोटिस दिया गया है । उपस्थित नहीं होने की स्थिति में श्री माली के विरूध्द सिविल सेवा अधिनियम 1966 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जावेगी ।

 

मुरैना के श्री रामस्नेही को डा. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति पुरस्कार

मुरैना के श्री रामस्नेही को डा. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति पुरस्कार

भोपाल 19 मार्च । राज्य शासन ने वर्ष 2006-07 के लिये डा.बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार दलित संघ सोहागपुर, होशंगाबाद और मुरैना के श्री रामस्नेही को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की है । इस पुरस्कार के लिये दोनों को उनकी सेवाओं के आधार पर वर्ष 2006-07 के लिये डा. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान स्वरूप 50-50 हजार रूपये की पुरस्कार राशि संयुक्त रूप से दी जायेगी । श्री रामस्नेही बांछड़ा और बेड़िया जाति के बच्चों के खान-पान और शिक्षा के विस्तार के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिये जाने जाते हैं । उनके आश्रम के कई बच्चों ने तो राज्यस्तर पर भी सराहनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं । राज्य शासन द्वारा डा. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार नियम में निहित प्रावधान में गठित ज्यूरी द्वारा डा. बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन दर्शन के आधार पर समाज के शोषित वर्ग के सामाजिक उत्थान तथा बदलाव के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिये यह पुरस्कार घोषित किया है ।

श्री रामसनेही पर विशेष आलेख आज ग्‍वालियर टाइम्‍स डॉट कॉम पर प्रकाशित किया जा रहा है ।

 

बुधवार, 19 मार्च 2008

डकैत पंजाब पर एक लाख रूपये का इनाम

डकैत पंजाब पर एक लाख रूपये का इनाम

ग्वालियर 18 मार्च 08 । राज्य शासन द्वारा दस्यु सरगना पंजाब सिंह पुत्र चिम्मन सिह गुर्जर निवासी पेसाई थाना भंवरपुरा जिला ग्वालियर की गिरफ्तारी पर एक लाख रूपये का इनाम घोषित किया है । पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह इनाम राशि उक्त कुख्यात अपराधी की सही सूचना देने वाले आमजन/ मुखबिर तथा सूचना प्राप्त करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप दी जायेगी ।

 

कुख्यात डकैत वकीला पर एक लाख व पप्पू गुर्जर पर 50 हजार का इनाम

कुख्यात डकैत वकीला पर एक लाख व पप्पू गुर्जर पर 50 हजार का इनाम

 

ग्वालियर 18 मार्च 08 । राज्य शासन ने अन्तर्राज्यीय दस्यु गिरोह के सरगना वकीला व इसी गिरोह के सदस्य पप्पू गुर्जर की बढ़ती हुई आपराधिक गतिविधियों को ध्यान रखकर इनकी गिरफ्तारी के लिये इनामी राशि में वृध्दि की है । पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस सूची में दर्ज दस्यु गिरोह टी-21 का सरगना वकीला उर्फ वकील सिंह गुर्जर पुत्र भरतू उर्फ भरत सिंह गुर्जर निवासी नगर बिहारी का पुरा डांग बसई जिला धौलपुर राजस्थान की गिरफ्तारी पर एक लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया है । इसी गिरोह के सदस्य रामवीर उर्फ पप्पू गुर्जर पुत्र भरतू उर्फ भरत सिंह गुर्जर की गिरफ्तारी पर 50 हजार रूपये का इनाम राज्य शासन ने घोषित किया है । यह इनाम उक्त कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये सही सूचना देने वालों तथा सूचना प्राप्त करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को दिया जायेगा

 

बिहारी एक वर्ष के लिये जिला बदर

बिहारी एक वर्ष के लिये जिला बदर

ग्वालियर 18 मार्च 08 । जिला मजिस्ट्रेट श्री राकेश श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 के तहत मुरार बड़ागांव थाना मुरार निवासी बिहारी पुत्र लक्ष्मण सिंह यादव को 1 वर्ष की अवधि के जिला बदर की कार्यवाही की है ।

       जिला मजिस्ट्रेट श्री राकेश श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि मप्र राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 के तहत 1 वर्ष की अवधि के लिये जिला ग्वालियर उसके निकटवर्ती जिले शिवपुरी, दतिया, मुरैना तथा भिंड जिले की सीमा से बाहर चले जाने के आदेश दिये गये हैं । यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा ।

 

8 अपराधियों की गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रूपये का इनाम घोषित

8 अपराधियों की गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रूपये का इनाम घोषित

 

ग्वालियर 18 मार्च 08 । चंबल रेंज के पुलिस उपमहानिरीखक श्री डी सी सागर ने 8 अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये 10-10 हजार रूपये का इनाम घोषित किया है।

       जिन आठ अपराधियों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया है उनमें अपराधी ल्होरे पुत्र गोपी गूजर, बंगाली पुत्र गोपी गूजर, राजेन्द्र पुत्र गोपी गूजर तीनों अपराधी मलूखेड़ा थाना दिमनी जिला मुरैना निवासी है । इसी प्रकार अपराधी रामपाल सिंह पुत्र रामसिंह गूजर, निर्भर पुत्र चंदन सिंह गुजर निवासी बद्दूपुरा थाना डांगबसई जिला धौलपुर राजस्थान , आशा सिंह पुत्र गणेशा गुजर, रामदीन सिंह पुत्र गणेशा गूजर  निवासी डेहरा थाना डांगबसई जिला धौलपुर राजस्थान तथा बीरू उर्फ बीरबल पुत्र नत्थी लाल जाटव निवासी दीपेका थाना जौरा जिला मुरैना के विरूध्द विभिन्न थानों में प्रकरण पंजीबध्द हैं ।

       पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री सागर ने जारी आदेश में कहा है कि जो भी व्यक्ति इन अपराधियों को बंदी बनाने या बंदी बनाने का विरोध किये जाने पर विधि संगत आवश्यक शक्तियों का प्रयोग करके बंदी बनायेगा या बंदी बनवाने के लिये सही सूचना देगा उस व्यक्ति को पुस्कार प्रदान किया जायेगा । श्री सागर ने बताया कि अपराधियों पर इससे पूर्व घोषित इनाम निरस्त किये गये हैं । पुरस्कार वितरण के संबंध में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंबल रेंज का निर्णय अंतिम रहेगा ।

 

मंगलवार, 18 मार्च 2008

तीन बालिकायें लखपति बनी

तीन बालिकायें लखपति बनी

मुरैना 17 मार्च 08/ पहाडगढ़ जनपद के दूरस्थ ग्राम जडेरू में गत शुक्रवार को आयोजित लोक कल्याण शिविर ने तीन बालिकाओं को लखपति बनने के अवसर प्रदान किये । ग्राम लोहरीपुरा की श्रीमती सुदामा श्याम सिंह सिकरवार की विटिया रागिनी, तथा निमास की श्रीमती सुनीता सेवाराम की बेटी मुस्कान और श्रीमती सोमवती मुकेश की विटिया शालू को कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने 6-6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र प्रदाय कर लाड़ली लक्ष्मी बनाया । इस अवसरपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा और जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री प्रदीप राय उपस्थित थे ।

ज्ञात हो कि शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक और आर्थिक स्तर में सुधार लाने तथा सुखद भविष्य के उद्देश्य से प्रारंभ की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत मुरैना जिले में अभी तक 503 बालिकाओं के पंजीयन किये गये हैं । पंजीकृत प्रकरण स्वीकृत हेतु महिला एवं बाल विकास संचालनालय भेजे गये हैं संचालनालय द्वारा 190 प्रकरणों में 11 लाख 40 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है । स्वीकृत प्रकरणों में प्रत्येक बालिका के नाम से 6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र प्रथम किश्त के रूप में वितरित किये जा चुके हैं ।   इक्कीस वर्ष की आयु पूर्ण होने पर तथा 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने पर और 12 वीं कक्षा की परीक्षा मेंसम्मिलित होने पर ये बालिकायें लखपति बन जायेंगी ।

            यह योजना जनवरी 2006 या उसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है, जिनके माता या पिता ने दो बच्चों के बाद नसबंदी करवा ली हो और आयकर दाता न हो । प्रथम प्रसव में बालिका का जन्म होने पर नसबंदी की वाध्यता नहीं है । जुड़वा बच्ची पैदा होने पर भी योजना का लाभ दिया जायेगा । इस योजना के तहत वालिका को 30 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है । यह अनुदान 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष के मान से लगातार पांच वर्ष तक राष्ट्रीय बचत पत्रों के माध्यम से दिया जाता है ।

            इस योजना में बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौ वीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवी में प्रवेश पर सात हजार पांच सौं रूपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिए जायेंगे । बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने एवं 18 वर्ष के पहले विवाह न करने पर तथा कक्षा 12 वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा, जो एक लाख रूपये से अधिक होगा ।

      योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए 31 मार्च तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है । आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध है । आवेदन के साथ बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, माता या पिता का नसबंदी करवाने का प्रमाण पत्र, और पते के प्रमाण स्वरूप राशन कार्ड की प्रतिलिपि, परियोजना कार्यालय, पर्यवेक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 31 मार्च तक प्रस्तुत किये जा सकते है । अभिभावकों से अपील की गई है कि वे जनवरी 2006 के पश्चात जन्मी बालिका का 31 मार्च तक पंजीयन करायें और योजना का लाभ उठायें ।

 

दुग्ध पर्यवेक्षण समिति की बैठक आज

दुग्ध पर्यवेक्षण समिति की बैठक आज

मुरैना 17 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के निर्देशानुसार अप मिश्रित / सिथेटिंक दूध के व्यवसाय पर प्रभावी कार्यवाही हेतु गठित दुग्ध पर्यवेक्षण समिति की बैठक 18 मार्च को दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट मुरैना में आयोजित की गई है । उप संचालक खाद्य एवं औषधीय प्रशासन मुरैना द्वारा समस्त सदस्य गण से बैठक में  निर्धारित समय व स्थान पर उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है ।

मत्स्य कृषकों को प्रशिक्षण

मत्स्य कृषकों को प्रशिक्षण

मुरैना 17 मार्च 08/ मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरैना परिसर में स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में गत दिवस मत्स्य कृषक विकास अभिकरण योजनान्तर्गत 10 दिवसीय मत्स्य कृषकों के प्रशिक्षण का शुभारंभ कु.ममता मौर्य उपाध्यक्ष जिला पंचायत मुरैना के द्वारा किया गया । प्रशिक्षण के अवसर पर सहायक संचालक मत्स्योद्योग मुरैना एवं प्रशिक्षण प्रभारी उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को मत्स्य पालन एवं अभिकरण की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई ।

 

शेष बची मदिरा दुकानों की नीलामी 19 मार्च को

शेष बची मदिरा दुकानों की नीलामी 19 मार्च को

मुरैना 17 मार्च 08/ मुरैना जिले में वर्ष 2008-09 के लिए निष्पादन टेण्डरों से शेष बच रही देशी- विदेशी मदिरा दुकानों की नीलामी कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में गठित जिला समिति द्वारा कलेक्ट्रेट मुरैना में 19 मार्च को की जायेगी ।

       शेष रही दुकानों के टेण्डर प्रपत्र का विक्रय 19 मार्च को दोपहर 12 बजे तक किया जायेगा । जिला आवकारी अधिकारी मुरैना के कार्यालय में 19 मार्च को दोपहर एक बजे तक टेंडर प्रपत्र जमा किये जांयेगे तथा टेंडर प्रपत्र को खोलकर निष्पादन की कार्रवाई 19 मार्च को दोपहर 2 बजे से की जायेगी । स्वीकृत दुकानों की अवशेष बेसिक लायसेंस फीस 25 मार्च को सांय 5.30 बजे तक जमा करनी होगी । इच्छुक व्यक्ति दुकानों का विवरण, मादक द्रव्यों की खपत, बेसिक लायसेंस फीस, धरोहर राशि, वार्षिक लायसेंस फीस, आदि की जानकारी जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय मुरैना से प्राप्त कर सकते है।

 

राजसात उर्वरक की नीलामी आज

राजसात उर्वरक की नीलामी आज

मुरैना 17 मार्च 08/ न्यायालय कलेक्टर मुरैना द्वारा राजसात किये गये उर्वरकों की नीलामी 18मार्च को उंप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय प्रागंण में की जायेगी ।

       उप संचालक कृषि से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजसात किया गया यूरिया, डीएपी एनपीके सिंगलसुपर फास्फेट आदि उर्वरक पोरसा, अम्बाह, मुरैना , जौरा, कैलारस और सबलगढ़ में रखा हुआ है । उर्वरक की नीलामी के लिए 18 मार्च को दोपहर 2 बजे से बोली लगाई जायेगी । बोली समिति के समक्ष होगी । अधिकतम बोली लगाने वाले को बोली की 25 प्रतिशत राशि बोली समाप्त होते ही जमा करानी होगी तथा सम्पूर्ण राशि उर्वरक उठाने से पूर्व 19 मार्च को कार्यालय में जमा करानी होगी । बोली स्वीकार करने अथवा अस्वीकार करने का पूर्ण अधिकार उप संचालक कृषि को होगा । किसी भी प्रकार के विवाद की स्थिति में उप संचालक कृषि का निर्णय अंतिम रूप से मान्य होगा ।

 

दुग्ध मिलावट रोकथाम हेतु नमूने लिये गये

दुग्ध मिलावट रोकथाम हेतु नमूने लिये गये

मुरैना 17 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के निर्देशानुसार अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों द्वारा मुरैना शहर से दूध का एक नमूना रामौतार यादव पुत्र श्री जनक सिंह यादव एवं पोरसा से हरिपाल सिंह चौहान पुत्र सतेन्द्र पाल सिंह चौहान पारस डेयरी से मिश्रित दूध का नमूना लेकर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोग शाला में जांच हेतु भेजे गये हैं । जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने पर आगामी कार्रवाई की जायेगी ।

 

पांच सूखा राहत कार्यों के लिए 24 लाख 78 हजार रूपये मंजूर

पांच सूखा राहत कार्यों के लिए 24 लाख 78 हजार रूपये मंजूर

मुरैना 17 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने सूखा प्रभावित तहसील अम्बाह में पांच सूखा राहत कार्यों के लिए 24 लाख 78 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदाय की है । निर्माण एजेन्सी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा मुरैना को कार्य प्रारंभ करने के लिए 12 लाख 32 हजार रूपये की प्रथम किस्त जारी की गई है ।

       मिट्टी सड़क निर्माण कार्य के लिए ग्राम पंचायत लहर को 4 लाख 24 हजार रूपये, ग्राम पंचायत तरेनी को 4 लाख 63 हजार रूपये, ग्राम पंचायत एसाह को 7 लाख 02 हजार रूपये ग्राम पंचायत श्यामपुर खुर्द को 4 लाख 94 हजार रूपये और ग्राम पंचायत कुकथरी को 3 लाख 95 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है । राहत कार्य 15 जून तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए गये हैं । निर्माण कार्य में मशीनों और ट्रेक्टरों का उपयोग वर्जित रहेगा तथा उपयोग पाये जाने पर एजेंसी से राशि बसूली की कार्रवाई की जायेगी । निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जायेगा तथा कार्य स्थल पर निर्धारित प्रारूप में बोर्ड लगवाना होगा । मजदूरों को भुगतान हेतु तहसीलदार श्री एस.एल. शाक्य संवितरण अधिकारी रहेंगे । इन कार्यों का सतत पर्यवेक्षण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अम्बाह करेंगे ।

 

''मीडिया पूरी संजीदगी के साथ ग्रामीण पत्रकारिता को प्रोत्साहित करे''

''मीडिया पूरी संजीदगी के साथ ग्रामीण पत्रकारिता को प्रोत्साहित करे''

 

ग्रामीण पत्रकारिता विषय पर जनसंपर्क विभाग की कार्यशाला सम्पन्न

 

ग्वालियर 16 मार्च 08 भारत की आत्म गांवों में बसती है । गांव में ऐसे विविध आयाम हैं जो संचार माध्यमों में जगह पाकर समाज को नई दिशा दे सकते हैं । गांवों की उपेक्षा, मीडिया के अधूरेपन का परिचायक है । गांव न केवल अखबारों के पन्नों पर प्रमुखता से काबिज हो बल्कि दूरस्थ अंचल में काम करने वाले ग्रामीण पत्रकारों को भी साधन, सुविधा, स्वाभिमान व पूरी सुरक्षा मिले । यह  अखबार, सरकार व समाज की साझी जिम्मेदारी है ।

       यह निष्कर्ष जनसंपर्क विभाग द्वारा ग्रामीण पत्रकारिता पर आयोजित कार्यशाला में दिन भर चले चिंतन मंथन से निकल कर सामने आया । आज राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में सम्पन्न हुई इस कार्यशाला में अखबारों के संपादकगण व वरिष्ठ संवाददाता, इलैक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि, ग्रामीण पत्रकारिता के विशेषज्ञ व शोधार्थी, जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, संवादमित्र तथा ग्वालियर एवं चंबल सभाग के दूर दराज से आये ग्रामीण पत्रकारों ने हिस्सा लिया ।

       भोपाल से आये अपर संचालक जनसंपर्क श्री आर.एम.पी. सिंह ने गांवों से सतत संपर्क का महत्व प्रतिपादित करते हुये कहा कि राम ने जब दूरस्थ गांवों की ओर रूख किया था तब वे व्यक्ति मात्र थे । उन्होंने ग्रामीणों व वनवासियों से घुलमिलकर तत्कालीन समाज की कठिनाईयों को समझा और तब की संचार प्रणाली का उपयोग कर वे अपनी बात को जन-जन तक पहुंचाने में सफल रहे । राम जब आताताइयों का खात्मा करके अयोध्या लौटे तब वे व्यक्ति से भगवान बन गये । उन्होंने कहा गांवों में जंगल, वन्य प्राणी पुरा संपदा आदि का जो विनाश हमें दिखाई दे रहा है उसके लिये कहीं न कहीं हम भी दोषी हैं, क्योंकि इन सबके महत्व को समझाने में हमने ठीक ढंग से कोशिश नहीं की है । श्री सिंह ने कहा कि हम सभी को ग्रामीण पत्रकारों को प्रशिक्षित कर उन्हें सशक्त बनाना है । ग्रामीण पत्रकारिता को प्रोत्साहित करने के लिये विभाग ने संवाद मित्र योजना शुरू की है । उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि इस कार्यशाला से ग्रामीण पत्रकारिता के संबंध में प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर वर्क प्लान तैयार करें, ताकि उसे शासन को भेजा जा सके ।

       वयोवृध्द पत्रकार श्री कीर्तिदेव शुक्ल ने सुझाव दिया कि संपादकगण इस बात पर ध्यान दें कि दूरस्थ अंचल से आने वाली ग्रामीण परिवेश की खबरें भले ही विलंब से छपें परंतु रूकें नहीं । उन्होंने आज की कार्यशाला को ग्रामीण पत्रकारिता के प्रोत्साहन के लिये नीव की संज्ञा दी ।

       आचारण के संपादक डॉ. रामविद्रोही ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता को अखबारों में प्रमुखता से जगह देने में कोई समस्या नहीं है । इसके लिये प्रतिबध्दता की आवश्यकता है । ग्रामीण पत्रकारों को समकालीन वातावरण से भाषा, भाव, लाघव और हुनर से सुस्सजित करने की जरूरत है । उन्होंने गांवों को समझने के लिये लोकयात्रा पर जोर दिया ।

       नई दुनिया के संपादक श्री राकेश पाठक ने कहा हालांकि अखबारों के विविध संस्करण होने से आंचलिक पत्रकारों की खबरों को जगह तो मिलने लगी है, फिर भी शहरी पत्रकारिता की अपेक्षा ग्रामीण पत्रकारिता एक चुनौती और जोखिम भरा काम है । इसलिये ग्रामीण पत्रकारों को सुरक्षा के साथ विशेष प्रोत्साहन देने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि खबर अपना स्थान खुद नियत करती है, इसलिये ग्रामीण पत्रकार अच्छी खबर लिखने के लिये अपने आपको पारंगत करें ।

       नवभारत के संपादक डॉ. सुरेश सम्राट ने कहा कि इसे हम खुले मन से स्वीकार करते हैं कि अखबार, रेडियो, दूरदर्शन, स्वयंसेवी आदि संस्थायें, इलेक्ट्रानिक मीडिया जितनी संजीदगी गांव की रोमांचकारी खबरों में दिखाते हैं उतनी संजीदगी ग्रामीणों के दुख-दर्द वाली खबरों के लिये दिखाई नहीं देती । उन्होंने ग्रामीण पत्रकारों का आह्वान किया कि वे आंचलिक पन्ने का भरपूर उपयोग कर गांवों की कठिनाईयों व समस्याओं को उजागर करें । साथ ही प्रेरणादायी आयामों को भी सामने लायें ।

       वरिष्ठ पत्रकार श्री देवश्री माली ने कार्यशाला के विषय का प्रवर्तन करते हुये इसे छटपटाते हुये विषय की संज्ञा दी । उन्होंने कहा कि यह तथ्य और पीड़ा हम सब आपस में शेयर तो करते हैं कि मीडिया से गांव दूर होता जा रहा है लेकिन गांव, गरीब और उनकी समस्याओं को उजागर करने में उतनी रूचि मीडिया नही लेता है ।

सांध्य समाचार के प्रधान संपादक डॉ. केशव पाण्डेय ने ग्रामीण पत्रकारों के लिये पुरस्कार, पाठयक्रम व प्रोत्साहन नीति तय करने पर जोर दिया । जागरण के संपादक श्री संजय बेचेन ने दूरस्थ ग्रामों को मीडिया संस्थान द्वारा गोद लेने और उसके लिये प्रतिबध्दता के साथ काम करने का सुझाव दिया । वरिष्ठ पत्रकार श्री अवध आनंद ने ग्रामीण अंचल से आने वाली चिट्ठी पत्रियों के जरिये उभरती ग्रामीण पत्रकारिता को सम्मानित बनाने, श्री महेश झा ने ग्रामीण पत्रकारिता में केमरे की भूमिका, सांध्यवार्ता के वरिष्ठ पत्रकार श्री धर्मेन्द्र भदौरिया ने ग्रामीण खबरों को ऊपर लाने व ग्रामीण सूचना तंत्र को मजबूत करने की बात कही । ग्वालियर हलचल के संपादक श्री प्रदीप माण्डरे ने ग्रामीण स्तर पर भी कार्यशाला आयोजित करने तथा श्री आलोक पंडया ने स्थानीय व आंचलिक चैनलों पर ग्रामीण क्षेत्र को उभारने का सुझाव दिया । श्री अपूर्व शिन्दे ने आंचलिक पृष्ठ की व्यवस्था ''गांव के पन्नो'' तक बढ़ाये जाने की बात कही । विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के श्री जयंत तोमर ने ग्रामीण पत्रकारों को रमन मेगसेसे पुरस्कार से सम्मानित पी सांई नाथ जैसी लगन अपनाने को कहा । वरिष्ठ पत्रकार श्री राकेश अचल ने कार्यशाला का संचालन किया और बीच-बीच में ग्रामीण पत्रकारिता से संबंधित आधारभूत जानकारी प्रदान की ।  चस्का एफ.एम. चेनल के स्टेशन हैड श्री सुरेन्द्र माथुर ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता के लिये सुशिक्षित संवाददाताओं की जरूरत है । ग्वालियर टाइम्स डॉट कॉम वेबसाइट के प्रधान संपादक श्री नरेन्द्र सिंह तोमर आनन्‍द ने कहा कि ग्रामीण अंचल की समस्याओं व मानव अधिकार के मामलों पर फोकस करने की जरूरत है । शोधार्थी श्री राहुल त्रिपाठी ने पत्रकारिता में स्थानीयता बोध को बढ़ावा देने की बात कही । संवादमित्र श्री राम कुमार सिकरवार ने संवाद मित्र के कार्यों पर प्रकाश डाला ।   

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में प्रश्न मंच कार्यक्रम हुआ इसकी अध्यक्षता सांध्यवार्ता के संपादक श्री धर्मेन्द्र भदौरिया ने की । इस सत्र में श्री अवध आनंद, श्री देवश्री माली, श्री अरूण तोमर, श्री जयंत तोमर आदि ने ग्रामीण पत्रकारिता से संबंधित प्रश्नों का उत्तर दिया । प्रश्न मंच में मुरैना से आये श्री यदुनाथ तोमर, चंबलवाणी के श्री सुमन सिकरवार, राष्ट्रीय सहारा के श्री अरविन्द चौहान ने अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया ।

कार्यशाला के प्रारंभ में संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री सुभाष चंद्र अरोड़ा ने कार्यशाला की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि गांव का अर्थ केवल किसान से नहीं समग्रता से लिया जाना चाहिये । ग्रामीण पत्रकारिता पर यह जो सिलसिला शुरू हुआ है । उसमें स्थानीय संपादकगण व एन.जी.ओ. सहित सभी के सहयोग से अच्छे परिणाम सामने आयेंगे । कार्यशाला के द्वितीय सत्र का संचालन श्री जावेद खान ने किया । कार्यशाला के अंत में आभार प्रदर्शन सहायक संचालक जनसंपर्क श्री डी.डी. शाक्यवार ने किया ।

फोटो प्रदर्शनी भी लगी

ग्रामीण जीवन को गहराई व संदेवना के साथ अंकित करने वाले छायाचित्रों की आकर्षक प्रदर्शनी भी कार्यशाला स्थल पर लगाई गई । प्रदर्शनी में यदुनाथ तोमर, संजय माडिल, अतर सिंह डण्‍डोतिया, रूपेश श्रीवास्तव सहित शासकीय एजेन्सी के छायाचित्रों का प्रदर्शन किया गया ।

 

आनन्‍द से अनंग भये ठाकुर साहब

ग्‍वालियर टरइम्‍स डॉट कॉम के प्रधान सम्‍पादक नरेन्‍द्र सिंह तोमर आनन्‍द को समाचारपत्रों में नरेन्‍द्र सिंह तोमर अनंग छापा गया है, मुरैना में लोग अब ठाकुर साहब को आनन्‍द जी के साथ अनंग जी भी कहना शुरू कर दिये हैं । दरअसल जनसम्‍पर्क कार्यालय के कम्‍प्‍यूटर में हुयी जरा सी गड़बड़ ने आनन्‍द को अनंग कर दिया ।

मुरैना में बार एसोसियेशन के कुछ वकीलों ने खबर का मजा लेते हुये नरेन्‍द्र सिंह तोमर आनन्‍द के दोबारा जवान होने पर बधाईयां देते हुये देर रात तक तोमर को जवान हो जाने का अहसास कराया ।

उल्‍लेखनीय हे कि अनंग कामदेव का दूसरा नाम है ।   

 

ग्रामीण पत्रकारिता बनाम भारतीय पत्रकारिता

ग्रामीण पत्रकारिता बनाम भारतीय पत्रकारिता

-आर.एम.पी.सिंह

अपर संचालक जनसम्‍पर्क विभाग म.प्र.शासन

गाँव का महत्व-

       ईश्वर ने गांव को बनाया, मनुष्य ने शहर बनाया । गांव में खेत हैं, खलिहान हैं, नदी है, तालाब है,बाग-बगीचा है, पक्षियों का कलरव है, रंभाती गायें हैं, वहां प्रकृति बसती है, भारत माता गांव में ही रहती है । बापू जी ने भी कहा था भारत की आस्था गाँव में रहती है । सुमित्रा नंदन पंत ने कहा - मरकत डिब्बे सा खुला ग्राम।शहर बढ़ते गये गाँव लुटता चला गया। गाँवों में भी अब शहरों की नकल होने लगी । शहर गांव का शोषण करने लगा ।

       भारत की पत्रकारिता - स्वतंत्रता संग्राम की देन है । स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कहीं न कहीं पत्रकारिता से जुड़े थे । वे पत्र निकालते थे, पत्रों में लिखते थे । उनका उध्देश्य था गुलामी की बेड़ी से भारत माता को मुक्त कराना । इस कार्य में वे सफल हुए । इमें आजादी मिली । आजादी के बाद जो ह्रास राजनीति का हुआ, वहीं पत्रकारिता का भी । हम गाँव से आये लेकिन गाँव को भूलते चले गये ।

       स्वतंत्रता प्राप्ति तक पत्रकारिता मिशन थी , अब प्रोफेशन हो गई । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उद्भव के पश्चात समाचारों में एक विस्फोट आया है । मुझे प्रसन्नता होती है जब छोटी-छोटी खबरें भी इलेक्ट्रॉनिक चैनेल्स पर आती हैं । लेकिन जिस प्रकार ' विलेज जर्नलिज्म' को उभर कर आना चाहिये, नहीं आया है । राजधानी और बड़े शहरों की पत्रकारिता का स्तर बड़े-बड़े राजनीतिज्ञों और सत्ता के गलियारों में बैठे नौकरशाहों के संबंधों के आधार पर मापा जाता है । गाँव की समस्याओं को सुलझाने में क्या मिलने वाला  है । शहर में शान है, शोहरत है, पैसे हैं । लेकिन गाँव में खबरें हैं। मौलिक खबर ।

       भगवान कृष्ण गाँव से जुड़े थे, तत्कालीन समस्याओं के निराकरण में क्रियाशील थे। समाज ने उन्हें भगवान बना दिया । भगवान राम शहर से गांवों में गये । उनका वनवास तत्कालीन 'रूरल जर्नलिज्म' से जुड़ा था । जब वे चलते थे, तो ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं की जानकारी लेते थे, उनसे चर्चायें करते थे ।

'' पूछत ग्राम वधु सिय सों सखि सांवर है सो रावर को है ''

और '' समाचार पुरवासिन्ह पाये ।''

उस समय शांति के क्षेत्र में कुछ राक्षसों द्वारा लूट-पाट की जाती थी । जो विरोध करता उसे मौत के घाट उतार दिया जाता था। अत: श्रीराम ने चित्रकूट से प्रस्थान के समय '' पत्रकार वार्ता'' बुलाई थी जिसमें यह घोषणा की थी कि इस धरती को मैं उत्पातियों से मुक्त कर दँगां '' और श्री राम के इस संदेश को ऋषि मुनियों और उनके आश्रम में रह रहे शिष्यों ने इतना प्रचारित प्रसारित किया कि रावण और उसकी लंका तक यह समाचार पहुंच गया कि श्रीराम मनुष्य नहीं, ईश्वर हैं । शारीरिक रूप से रावण को श्रीराम ने परास्त किया, परन्तु मानसिक रूप से उसे तत्कालीन मीडिया ने पराजित कर दिया था । ग्रामीण पत्रकारिता का प्रतिफल था कि जब श्रीराम अयोध्या से चले थे, तो एक मनुष्य थे, लेकिन 14 वर्ष के बाद जब लौटे तो भगवान बन गये थे ।

       यहां मैं दो पत्रकारों की चर्चा करना चाहूंगा। अमेरिका में '' विलेज जर्नलिज्म' के जनक हैं रूडी एवरामसन । वे रूरल रिपोर्टर के रोल मॉडल थे । उन्होंने अमेरिका में ' रूरल जर्नलिज्म संस्थान ' की स्थापना की थी । वे आजीवन इस बात के लिये संघर्ष करते रहे कि रिपोर्टिंग के माध्यम से जनता की सेवा करों । वे आजीवन अपने आप से अनजान बने रहे और ' आत्म महत्व ' को कभी महत्व नहीं दिया । उन्होंने ग्रामीण पत्रकारिता में अमेरिका में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया थ ।

       अपने देश में भी एक पत्रकार 'द हिन्दू ' के श्री पी साईंनाथ हैं जो इस पत्र में ' रूरल एफेयर्स ' के एडिटर हैं । उन्हें  ' ग्रामीण भारत की आवाज ' की संज्ञा दी गई है । सांईनाथ वर्तमान में रूरल रिपोर्टर में अग्रणी हैं । उन्होंने रूरल इंडिया पर 84 रिपोर्ट लिखे । उनकी प्रसिध्द पुस्तक है' ''Every body loves a good Drought''  श्री साईंनाथ आज भी ग्रामीण क्षेत्र की वास्तविकता से सवयं को परिचित कराने के लिये वर्ष में 280 दिन ग्रामीण क्षेत्र में बिताते हैं । उन्हें 2007 में रमन मेगासेसे पुरस्कार से नवाजा गया है  और भी कई पुरस्कार और सम्मान उन्हें मिले हैं । उनका मनना है कि आप जिस स्थान की रिपोर्टिंग करने जाते हैं- वहां के इतिहास, भूगोल, जलवायु आदि का पूरा ज्ञान होना चाहिये ।

क्या देखें -

       ग्रामीण क्षेत्र में मुख्य रूप से कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, रीति-रिवाज, भेद-भाव, गरीबी, कुपोषण, वनों का क्षरण, खनिजों का दोहन आदि समस्यायें रहती हैं । आज के _ढ़दृ'द्म कुछ तो अच्छा कर रहे हैं, कुछ _ढ़दृ के माध्यम से पैसा कमा रहे हैं। ऐसे संगठनों पर भी आप सबकी दृष्टि रहनी चाहिये । आमजनों की समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट करना ग्रामीण पत्रकारिता का उध्देश्य है ।

       मैं अपने विभाग के अधिकारियों से कहना चाहूंगा कि वे भी ग्रामीण क्षेत्रों में जायें। बहुत सी ऐसी बाते हैं जिसे आप लिख तो नहीं सकते , लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यान में लाई जा सकती हैं । इससे उसके निराकरण के प्रयास होंगे। जन सम्पर्क के लोग जनता से जुड़ें  तो उनके कार्य में और निखार आयेगा । छोटी से छोटी बात उच्च स्तर पर महत्वपूर्ण हो जाती है । आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट करते रहें। मीडिया में आने से पूर्व अधिकारियों को मालूम हो जाये ऐसा प्रयास आपके स्तर पर होना चाहिये ।

-आर.एम.पी.सिंह

15 मार्च 08

 

पीड़ित व्यक्तियों को 29 लाख रूपये की सहायता दी गई

पीड़ित व्यक्तियों को 29 लाख रूपये की सहायता दी गई

मुरैना 17 मार्च 08/ अनुसूचित जाति जन जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत चम्बल संभाग  चालू वित्त वर्ष में  माह जनवरी अंत तक पीड़ित व्यक्तियों को 29 लाख 11 हजार रूपये की राहत स्वीकृत की गई । इसमें से 9 लाख की राहत भिंड जिले में तथा 20 लाख 11 हजार रूपये की राहत मुरैना जिले में वितरित की गई ।

       यह जानकारी संभागायुक्त श्री विश्व मोहन उपाध्याय की अध्यक्षता में आज सम्पन्न संभाग स्तरीय मॉनीटरिंग समिति की बैठक में दी गई । बैठक में पुलिस महा निरीक्षक श्री अरबिन्द कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक श्री डी.सी.सागर, कलेक्टर मुरैना श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक मुरैना श्री संतोष कुमार सिंह , कलेक्टर भिण्ड श्री सुहेल अली, पुलिस अधीक्षक भिण्ड श्री निरंजन वायंगणकर, कलेक्टर श्योपुर श्री शोभित जैन, पुलिस अधीक्षक श्योपुर श्री संजय  कुमार, उपायुक्त आदिम जाति कल्याण श्री कृष्ण दत्त त्रिपाठी तथा भिंड , मुरैना और श्योपुर के जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण उपस्थित थे ।

बैठक में बताया गया कि भिंड जिले में अनुसूचित जाति के 15, मुरैना जिले में अनुसूचित जाति के 36 और जनजाति के 2 तथा श्योपुर जिले में अनुसूचित जाति के 2 और जन जाति के 3 प्रकरण राहत हेतु लम्बित हैं । संभागायुक्त ने लम्बित प्रकरणों के निराकरण में गति लाने के निर्देश दिए । अधिनियम के तहत संभाग में 48 प्रकरण पुलिस में लंबित है । न्यायालय में लंबित 1092 प्रकरणों में से 64 प्रतिशत प्रकरणों में अरोपियों को सजा दी गई है । हत्या के प्रकरणों में भिण्ड जिले में 14 व्यक्तियों को अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है  तथा मुरैना जिले में 9 प्रकरणों में अनुकम्पा नियुक्ति की कार्रवाई प्रचलित है ।

 

रविवार, 16 मार्च 2008

ग्रामीण पत्रकारिता पर कार्यशाला 16 मार्च को

ग्रामीण पत्रकारिता पर कार्यशाला 16 मार्च को

ग्वालियर 15 मार्च 08 । ग्रामीण पत्रकारिता के विविध आयामों पर विचार मन्थन के लिये 16 मार्च को स्थानीय राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान सिटी सेंटर ग्वालियर में कार्यशाला का आयोजन किया गया है । कार्यशाला का आयोजन संभागीय जनसंपर्क कार्यालय ग्वालियर चंबल संभाग मोती महल ग्वालियर द्वारा किया जा रहा है । कार्यशाला में ग्वालियर चंबल संभाग के जनसंपर्क अधिकारी, संवाद मित्र, ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार तथा स्थानीय सम्प्रेषण माध्यमों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे । कार्यशाला को अपर संचालक जनसंपर्क श्री आर.एम.पी. सिंह सहित वरिष्ठ पत्रकार संबोधित करेंगे । साथ ही इस अवसर पर ग्राम्य जीवन पर केन्द्रित फोटो पत्रकारों के छायाचित्र भी प्रदर्शित किये जायेंगे । संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री सुभाष अरोड़ा ने सभी फोटो जर्नलिस्टों से अपने छायाचित्र 15 मार्च को सायं 7 बजे तक संभागीय जनसंपर्क कार्यालय मोती महल में जमा करवाने का अनुरोध किया है । उन्होंने ग्रामीण पत्रकारिता में रूचि रखने वाले सभी पत्रकारों से कार्यशाला में शामिल होने का आग्रह किया है ।

 

विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 17 को

विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 17 को

मुरेना 14 मार्च 08/ विभागीय गतिविधियों की समीक्षा बैठक 17 मार्च को दोपहर 2.00 बजे चम्बल भवन मुरैना में आयुक्त चम्बल संभाग श्रभ् विश्व मोहन उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित की गई है  । बैठक में भिंड मुरैना और श्योपुर जिले के किसान कल्याण एवं कृषि विकास और आदिम जाति विभाग के संभाग और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहेंगे । 

 

विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 17 को

विकास कार्यों की समीक्षा बैठक 17 को

मुरेना 14 मार्च 08/ विभागीय गतिविधियों की समीक्षा बैठक 17 मार्च को दोपहर 2.00 बजे चम्बल भवन मुरैना में आयुक्त चम्बल संभाग श्रभ् विश्व मोहन उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित की गई है  । बैठक में भिंड मुरैना और श्योपुर जिले के किसान कल्याण एवं कृषि विकास और आदिम जाति विभाग के संभाग और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहेंगे । 

 

मिलावट की रोक थाम हेतु नमूना लिये जिला प्रशासन ने बरती मिलावट खोरों के खिलाफ सख्‍ती

मिलावट की रोक थाम हेतु नमूना लिये जिला प्रशासन ने बरती मिलावट खोरों के खिलाफ सख्‍ती

मुरैना 14 मार्च 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के निर्देशानुसार जिला मुरैना में दूध एवं दूध से बने खाद्य पदार्थों का नमूना कार्य लगातार जारी है विगत 7 मार्च से 12 मार्च तक अनुविभागीय अधिकारी / तहसीलदार अम्बाह, मुरैना के साथ खाद्य निरीक्षक श्री शिवराज पावक द्वारा 05 नमूने दूध एवं 02 नमूने घी के लेकर जांच हेतु भेजे गये हैं । दो नमूने अम्बाह स्थित पप्पू शर्मा पुत्र हरीशंकर शर्मा एवं प्रेमसिंह पुत्र मानसिंह राठौर से लिये गये । पांच नमूने मुरैना स्थित शिवसिंह बघेल मनीष मिल्क सेन्टर ,सौरभ घी भण्डार विष्ण घी भण्डार, लक्ष्मी डेयरी एवं न्यू श्याम डेयरी से लेकर जांच हेतु भेजे गये है । प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्यवाही की जायेगी ।