शनिवार, 9 मई 2015

गुमशुदा की तलाश – मुरैना का टूरिस्ट सांसद लापता

गुमशुदा की तलाश – मुरैना का टूरिस्ट सांसद लापता
यह गुमशुदा और लापता आदमी मुरैना का टूरिस्ट सांसद अनूप मिश्रा है ।
यह हमारे यहॉं से लोकसभा चुनाव में हमारे वोट लेकर जीत कर कहीं  गुम हो गया है । हमारे मुरैना श्योपुर संसदीय क्षेत्र में असमय व भारी ओलावृष्ट‍ि व बेमौसम तेज आंधी बरसात ने 100 फीसदी खेती चौपट कर दी चम्बल में रोजाना इसके मामा अटल जी के नाम पर कलंक बनी अटल ज्योति 23 घंटे तक गुल रहती है । इसे न कभी मुरैना संसदीय क्षेत्र की चिन्ता हुई और न मुरैना की ।  ये गुमशुदा लापता व्यक्त‍ि जहॉं भी मिले कृपया इससे कहें और इसकी मेमोरी यदि चली गई हो तो इसे याद  दिलायें कि यह मुरैना का सांसद है और , मुरैना की जनता इसे चुनावों के बाद से लगातार खोज रही है । इसे यह अवश्य याद दिलायें कि म.प्र. की सी.एम. हेल्पलाइन सौ फीसदी फेल हो गई है और म.प्र. के मुख्यमंत्री की बात मुरैना जिला में सरकार का कोई कुत्ता भी नहीं सुनता ।
हम सी. एम हेल्पलाइन में दर्ज कंपलैंटों के कंपलैंट नंबर मय तारीख यहॉं दे रहे हैं , आप इसे यह कंपलैंट नंबर बता कर इससे कहें कि ....... लाकसभा में प्रश्न लगा कर कम से कम यह तो पूछ ले कि यह कंपलैंट नंबर आज दिनांक तक हल क्यों नहीं हुईं । यदि यह गुमशुदा आदमी काफी तलाशने पर न मिले या इसकी मेमोरी न लौटे तो भारतवर्ष के कृपया जो भी सांसद महोदय इन कंपलैंट नंबरों पर संसद में सवाल लगा कर अवश्य पूछें कि ये कंपलैंट किस कारण आज दिनांक तक पेंडिंग हैं ...... क्या भारत के संविधान से अनुच्छेद 14 समाप्त कर दिया गया है या ..... इमरजेन्सी लागू कर इस अनुच्छेद को निलंबित कर दिया गया है   ।
C. M. helpline मध्यप्रदेश
Pending complaint Numbers Unresolved till today. that time.
787019 Date 5 March 15
810530 Date 14 March 15
932306Dated 28 Aprli 15

शुक्रवार, 8 मई 2015

किसानों की बर्बादी पर हाईकोर्ट की लताड़, कहा बहुत हो गया हवाई और काल्पनिक सर्वे, चलो लाओ अब सारी अगली पिछली पाई पाई के हिसाब के जमीनी हकीकत यहॉं लाओ

तोमर राजवंश द्वारा चंद रोज पहले जारी किया किसानों के नुकसान व मुआवजे एवं सहायता राहत आदि को लेकर लिखा गया अपील पत्र अंतत: काम आ गया , ग्वालियर के एडवोकेट उमेश बोहरा ने भारी दुखी और पीडाग्रस्त होकर अंतत: एक जनहित याचिका ग्वालियर चम्बल सम्भाग के किसानों की इस व्यथा के संबंध में माननीय हाईकोर्ट खण्डपीठ ग्वालियर के समक्ष दायर कर दी है और हाईकोर्ट ने भी इस पर सख्त रूख व सख्त तेवरो अंदाज के साथ , म.प्र. सरकार और म.प्र. के भ्रष्ट सरकारी तंत्र से सारा अगला पिछला जमीनी हिसाब किताब मांगा है , इसके अलावा सारे अगले पिछले हुये किसानों के नुकसान और उनको बंटे मुआवजे की पाई पाई का हिसाब , बैंक खातों की डिटेल्स और किसानों के बयान तलब करने के लिये सरकार को नोटिस जारी कर दिये हैं , मामला सी.बी.आई. जांच में जाने के संकेत मिले हैं , इसके साथ ही यह संकेत भी मिले हैं कि अकेले ग्वालियर चम्बल संभाग के करीब 5 - 6 हजार अफसर और कर्मचारी इस मामले में जेल जायेंगें - लीजिये पढि़ये पूरी खबर विस्तार से   www.gwaliortimes.in 

बुधवार, 6 मई 2015

लोग है आते रहेंगें , जाते रहेंगें , कुछ लोग इतिहास ए मिसालें लिख गये कुछ लिखते रहेंगें , कुछ इंसान की तरह सिर उठा कर तो बाकी जानवरों की तरह सिर झुका चले जायेंगें

लोग है आते रहेंगें , जाते रहेंगें , कुछ लोग इतिहास ए मिसालें लिख गये कुछ लिखते रहेंगें , कुछ इंसान की तरह सिर उठा कर तो बाकी जानवरों की तरह सिर झुका चले जायेंगें
सवाल बन कर छा गया शहीद किसान गजेन्द्र सिंह , सारे देश के किसानों की उम्मीद और आस की अलख जगा गया ,
शहीद गजेन्द्र सिंह की स्मृति में भारत के किसानों को देश में पहली बार मिलेगी अभूतपूर्व सौगात दिल्ली में , दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार से
• शहीद का दर्जा , शहीद गजेन्द्र सिंह के नाम से मिलेगा ताम्रपत्र * शहीद गजेन्द्र सिंह के परिवार को मुआवजा व सहायता * शहीद गजेन्द्र सिंह किसान सहायता योजना शुरू की दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने * गजेन्द्र सिंह के नाम पर दिल्ली में भव्य स्मारक बनेगा, देश भर के किसानों के लिये नियंत्रण कक्ष व टोल फ्री नंबर रहेगा

• नरेन्द्र सिंह तोमर ‘’आनंद’’ ( एडवोकेट )
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दिल्ली में किसानों की समस्याओं , परेशानीयों और मजबूरियों के खि‍लाफ अपनी शहादत देकर आवाज उठा एक नई उम्मीद व आस की डोर देश भर के किसानों के हाथों में थमा गये , राजस्थान के शहीद किसान गजेन्द्र सिंह की शहादत अंतत: व्यर्थ नहीं गई और किसानों के लिये उम्मीद की एक नई किरन और एक नई सहायता व आशा जगा गई है ।
एक अलख जगा गया जो जीवन देने से पहले, वह अलख एक आस बन गई ।
लोग याद रखेंगें बरसों तक, लहू उसका जहॉं गिरा धरती वह गुलशन हो गई ।।
यूं तो फर्क क्या है इंसान और जानवर के दरम्यां , बस यही सिर उठा कर इंसान जीया करता है ।
जानवर जिन्दगी भर सिर झुकाये रहता है, किसी के फेंकें टुकड़ों पे जीवन जीया करता है ।।
उस फर्क को वह इंसान बता गया, जो सिर उठा कर आया और शान से सिर उठा कर चला गया ।
लोग हैं आते रहेंगें, इंसान होकर जानवर बन कर जीते रहेंगें, जाते रहेंगें जो फेंकें टुकड़े खा गया ।।
दिल्ली सरकार की गजेन्द्र सिंह किसान सहायता योजना – 8 मई को चेक बंटेंगें
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली प्रदेश के किसानों के लिये शहीद हुये राजस्थान के किसान गजेन्द्र सिंह के नाम पर गजेन्द्र सिंह किसान सहायता योजना शुरू की है, इस योजना के तहत किसानों के फसलों में असमय हुई ओलावृष्टिी एवं वारिश के कारण तबाही व नुकसान के एवज में किसानों को 20 हजार रूपये प्रति एकड़ तक की रकम देने की घोषणा की है , इस रकम के चेकों का वितरण 8 मई को दिल्ली में किया जायेगा । इसमें यह प्रावधान भी रखा गया है कि यदि किसी किसान का बहुत कम नुकसान भी हुआ है, तो भी उसे कम से कम हर हाल में 14 हजार रूपये प्रति एकड़ की सहायता राशि‍ केजरीवाल सरकार द्वारा दी जायेगी । इसके अलावा इसमें एक महत्वपूर्ण प्रावधान यह भी रखा गया है कि यदि किसी किसान को उसके नुकसान के आकलन पर या अन्य कोई आपत्ति या विवाद है तो ऐसा मसला किसान ही खुद सुलझायेंगें और फैसला सरकार के या अफसरों के हाथ में नहीं होगा । बल्किा उस किसान के खेत या उस किसान की निकटतम जो भी ग्रामसभा होगी , वह फैसला सुनायेगी और वही फैसला अंतिम होगा । इस योजना में यह प्रावधान भी नियत किया गया है कि इस योजना में किसी भी प्रकार की कोई सहायता ऐसे किसी कार्पोरेट समूह को नहीं मिलेगी जिसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमि या कृषि‍ भूमि दिल्ली प्रदेश मे हो , यह सहायता केवल किसानों को ही मिलेगी ।
शहीद किसान गजेन्द्र सिंह के परिवार को भी मुआवजा व सहायता
दिल्ली सरकार राजस्थान के शहीद किसान गजेन्द्र सिंह के परिवार को भी इस अवसर पर मुआवजा व आर्थिशक सहायता राशि‍ का चेक देने के साथ ही गजेन्द्र सिंह को शहीद घोषि‍त करने वाले ताम्रपत्र सहित , शहीद गजेन्द्र सिंह के परिजनों को दिल्ली प्रदेश का सम्मानीय अतिथि‍ का दर्जा देगी । इसके साथ ही अन्य सुविधायें , शहीद किसान गजेन्द्र सिंह के परिवा र को दी जायेंगीं । शहीद किसान के किसी भी आश्रित / परिजन / संतान को 18 वर्ष उम्र होने पर सरकारी नौकरी दी जायेगी, यदि उसकी उम्र इस समय 18 वर्ष से कम है तो उसकी आयु 18 वर्ष की होते ही उसे सरकारी नौकरी दे दी जायेगी ।
शहीद गजेन्द्र सिंह के और देश में जीवन गंवाने वो किसानों के नाम पर बनेगा दिल्ली में भव्य स्मारक व नियंत्रण कक्ष
शहीद किसान गजेन्द्र सिंह के और देश भर के किसानों के नाम पर जिन्होंने किसान समस्या पर अपना जीवन खोया है उनके नाम पर दिल्ली में एक भव्य स्मारक बनेगा और उसमें देश भर के किसानों के लिये एक नियंत्रण कक्ष बनेगा , जिसमें एक टोल फ्री नंबर भी हमेशा चालू रहेगा और देश का कोई भी किसान उस टोल फ्री नंबर पर , नियंत्रण कक्ष में अपनी समस्या या परेशानी बता सकेगा व शि‍कायत आदि दर्ज करा सकेगा जिससे उस पर तुरंत यथोचित कार्यवाही की जा सके , इसके अतिरिक्त उसे खेती से संबंधि‍त किसी भी प्रकार की समस्या या परेशानी होने पर इसी नियंत्रण कक्ष से सम्यक समाधान व सहायता प्राप्त हो सकेगी ।
इस भव्य शहीद गजेन्द्र सिंह किसान स्मारक में शहीद हुये किसान गजेन्द्र सिंह की एक भव्य प्रतिमा लगवाई जायेगी और लेख पटल में गजेन्द्र सिंह के बारे में और उसकी किसानों के लिये दी गई आहूति के बारे में वृत्तांत विवरण व किसान क्रान्ति‍ की अलख ज्योति जलाने वाला बलिदान वृत्तांत अंकित होगा । इसके अलावा देश भर में किसानों द्वारा दी गई आत्माहुतियों को भी श्रद्धानमन अंकित होगा

रविवार, 3 मई 2015

मुरैना के सारे भ्रष्ट अफसर और नेता सुन लें ध्यान से ..... कान खोल कर

ऐ भ्रष्ट और महा कुत्ते चाहे बिजली काट के रख , चाहे हजार उपाय कर , श्री कृष्ण को रोकने के कंस ने हजार उपाय किये , मगर फिर भी हुआ वही जो होना था , बंदीगृह के द्वारा खुले और पहरेदार सोये, तेरा बाप भी उतर आये तो भी हमारे वर्ल्डवाइड ब्राडकास्ट और वर्ल्डवाइड रिलीज नहीं रूक सकतीं , ले देख समूचे विश्व में प्रसारित हो चुकीं हैं , ये हमारा करारा झन्नाटेदार तमाचा तेरे मुँह पर .....  याद रखना राजपूत का एक हाथ सात स्वर्ग , सात पाताल सब नपा देता है ....   और हम नपा देंगें
मुरैना की पूरी रात और पूरे दिन चल रही बिजली कटौती के नाम और म.प्र. के मुख्यमंत्री की सी.एम. हैल्प लाइन के सौ फीसदी फेल हो जाने के उपलक्ष्य में आज यूनाइटेड नेशन्स द्वारा घोषि‍त  '' विश्व प्रेस आजादी दिवस '' के शुभ अवसर पर धुआंधार अंधाधुंध ''अटल ज्योति की अटल कटौती'' के नाम चम्बल प्रेस क्लब की ओर से विश्वस्तरीय ब्राडकास्ट व रिलीज ( हकीकत यह है और इसके पीछे कौन है , कुछ नाम बता दिये हैं , कुछ नाम आगे बतायेंगें, हालांकि मामला लोकायुक्त, आर्थ‍िक अपराध अन्वेषण ब्यूरो सहित , आपराधि‍क प्रकरण दर्ज कराने की दहलीज पर पहुँच चुका है ) इसके साथ ही इसमें कार्यवाही न करने / प्रकरण / एफ.आई.आर. दर्ज न करने की सूरत में सी.आर.पी.सी. सेक्शन 482 भी एक्सरसाइज करने की तैयारी की जा चुकी है , उल्लेखनीय है कि मुरैना जिला के पूर्व जिला शि‍क्षा अधि‍कारी हरीदास शर्मा के मामले में धारा 482 एक्सरसाइज की गई थी , जिसमें हरीदास शर्मा सहित करीब 80 लोगों के विरूद्ध एक ही एफ.आई.आर. में 46 अपराध दर्ज हुये थे । प्रकरण अपराध संख्या 663/02 दिनांक 20 सितम्बर 2002 है , इसके उपरांत इसी धारा की एक्सरसाइज मुरैना जिला में दर्ज हुये मुरैना कलेक्टर राधेश्याम जुलानिया द्वारा ( तत्कालीन ) दर्ज कराये गये फर्जी छात्रवृत्त‍ि के 42 मामलों में किया गया था , और हाईकोर्ट ने सारे मामले दोषगत व अवैध दर्ज पाकर सील करवा दिये थे । ग्वालियर टाइम्स मुरैना जिला में हुये बहुत बड़े बड़े और संगीन अपराधों , सरकारी गबनों और भ्रष्टाचार पर पर्दा उठाने के लिये एक नयी पर्दाफाश सीरीज शुरू करने जा रहा है ।
 इस सीरीज में आप मय सबूत जानेंगें और देखेंगें कि कवल अकेले मुरैना जिला में ही अरबों खरबों रूपये का सरकारी गबन भ्रष्टाचार और अंधेरगर्दी और फर्जीवाड़ा हुआ है  जिसमें चंबल कमिश्नर से लेकर प्रमुख सचिव तक स्तर तक के अधि‍कारी ही नहीं मुरैना के सांसद और विधायकों से लेकर अनेक मंत्री और नेता लिप्त हैं , इसमें बिजली विभाग सहित सिंचाई विभाग के भी बहुत तगड़े घोटाले और फर्जीवाड़े शामिल रहेंगें, यह सीरीज अगले हफ्ते से ग्वालियर टाइम्स पर शुरू होगी , अवश्य पढि़ये , फिलवक्त हमारे साथ मुरैना जिला की चल रही बदस्तूर बिजली कटौती का आनन्द लीजिये और यह गीत सुनिये  www.gwaliortimes.in    ;   http://www.facebook.com/TomarRajvansh/