शराबी आज शराब शाम 5 बजे तक ले लें । विधानसभा उप निर्वाचन-2020 के तहत 3 नवम्बर को होने वाले मतदान को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री अनुराग वर्मा ने 1 नवम्बर 2020 की शाम 5 बजे से 3 नवम्बर 2020 को मतदान समाप्ति तक एवं मतगणना दिनांक 10 नवम्बर को सम्पूर्ण दिवस के लिए शुष्क दिवस घोषित किया है। इस अवधि में जिले में संचालित समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानों से मदिरा का विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित रखने के साथ ही होटल, रेस्टोरेन्ट, कल्ब और मदिरा बेचने, परौसने वाले अन्य प्रतिष्ठानों द्वारा किसी भी व्यक्ति को मदिरा बेचने, परौसने की अनुमति नही होगी। उत्पादन ईकाईयो में निर्यात एवं परिवहन पूर्ण रूप से बन्द रहेगा।
शनिवार, 31 अक्टूबर 2020
11 लाख 77 हजार 308 मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग
जिले में 3 नवम्बर 2020 को होने वाले विधानसभा उप चुनाव में 11 लाख 77 हजार 308 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 6 लाख 41 हजार 994 पुरूष, 5 लाख 35 हजार 268 महिला और 46 हजार अन्य मतदाता है।
सर्वाधिक 2 लाख 54 हजार 682 मतदाता मुरैना विधानसभा क्षेत्र में है, इनमें 1 लाख 40 हजार 44 मतदाता पुरूष और 1 लाख 14 हजार 621 महिला मतदाता है।जौरा विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 44 हजार 65 मतदाता है, इनमें 1 लाख 32 हजार 214 पुरूष, 1 लाख 11 हजार 837 महिला और 14 अन्य मतदाता है। सुमावली विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 40 हजार 628 मतदाता है, इनमें 1 लाख 32 हजार 393 पुरूष, 1 लाख 8 हजार 229 महिला और 6 अन्य मतदाता है। दिमनी विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 14 हजार 969 मतदाता है, इनमें 1 लाख 17 हजार 583 पुरूष, 97 हजार 381 महिला और 5 अन्य मतदाता है। अंबाह विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 22 हजार 964 मतदाता है, इनमें 1 लाख 19 हजार 760 पुरूष, 1 लाख 3 हजार 200 महिला और 4 अन्य मतदाता है।
स्व इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज , 31 अक्टूबर 1984 को हुई थी इंदिरा जी की हत्या
ग्वालियर टाइम्स , 31 अक्टूबर, आज भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुये , 31 अक्टूबर 1984 को प्रात: हत्या कर दी गई थी , इंदिरा जी स्नान करके दूरदर्शन के एक साक्षात्कार के लिये , प्रधानमंत्री निवास में ही एक बाह्य कक्ष की ओर जा रही थीं तभी सतवंत सिंह और बेअंत सिंह नामक प्रधानमंत्री के निजी पुलिस सुरक्षा गार्डों द्वारा उनकी अंधाधुंध गोलियां बरसा कर हत्या कर दी थी । आज इंदिरा जी की पुण्यतिथि है ।
आज मनाया जायेगा राष्ट्रीय एकता दिवस
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म-तिथि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई जाएगी। एकता, अखण्डता और सुरक्षा की भावना को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य पुलिस और अन्य वर्दीधारी बलों तथा अन्य एजेंसियों द्वारा 31 अक्टूबर की शाम को मार्च पास्ट का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम वेबकास्ट किये जाएंगे, ताकि सभी आमजन इस कार्यक्रम को देख सकें। कार्यक्रम में कोरोना योद्धा जैसे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी इत्यादि आमंत्रित होंगे। कार्यक्रम आयोजित करते समय कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थायी एवं निरन्तर लोक अदालत का आयोजन आज
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सुबोध कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिला मुख्यालय मुरैना एवं तहसील न्यायालय अम्बाह, जौरा और सबलगढ में कोविड नियमों का पालन करते हुए ऑनलाइन वीडियों कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से 31 अक्टूबर को स्थायी एवं निरन्तर लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा।
31 अक्टूबर 2020 को जिला मुख्यालय मुरैना एवं तहसील न्यायालय अम्बाह, जौरा, सबलगढ़ आयोजित होने वाली स्थाई एवं निरन्तर लोक अदालत में ऐसे मोटर क्लेम के प्रकरण जिनमें बीमा कंपनियॉ एवं दावाकर्ता राजीनामा के लिए तैयार है, आपराधिक शमनीय प्रकरण, परक्राम्य अधिनियम की धारा 138, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा, विद्युत संबंधी प्रकरण, वैवाहिक विवाद के प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा। जो पक्षकार इस ऑनलाइन स्थायी एवं निरन्तर लोक अदालत के माध्यम से अपने प्रकरणों का निराकरण कराना चाहता है, वे स्वयं एवं अधिवक्तागण के माध्यम से इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।आपका वोट लिखेगा, प्रदेश की तकदीर
लोकतंत्र में आमजन के मत से ही व्यवस्था तय होती है। अच्छे लोग बेहतर उम्मीदवार को अधिक संख्या में वोट करेंगे, तभी प्रदेश और देश का भला हो सकता है। इसलिए मताधिकार रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति विधानसभा निर्वाचन में मतदान के दिन 3 नवम्बर 2020 को अपने घर से निकले और आवश्यक रूप से अपना मतदान करें।
खासकर युवाओं को इस मामले में जागरूकता का परिचय देना होगा। हमारा यह कर्तव्य भी है कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अपने आस पड़ौस में रहने वाले लोगों व नाते रिश्तेदारों को भी वोट डालने के लिए प्रेरित करें।सरकारी अमला जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, शिक्षक यह बड़ी संख्या में है। यह अमला भी तय करें और अपने परिवार को संकल्प दिलाये कि मतदान के दिन वोट डालकर लोकतंत्र के दायित्व का निर्वहन जरूर करें, साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका अपने कर्तव्यों के साथ-साथ आंगनवाड़ी में आने वाली हर महिला को वोट डालने के लिए प्रेरित करें। शिक्षक प्रोफेसर विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ युवाओं को प्रेरित करें कि मतदान करना हमारा अधिकार हीं नही, बल्कि कर्तव्य भी है। मतदान हमे हर हाल में करना है। युवा भी अन्य लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करे।
निर्वाचक अधिकार के प्रयोग में नकद या परितोष देने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ग के अंतर्गत होगी कार्यवाही
कोई व्यक्ति निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी व्यक्ति को उसके मतदान करने के अधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्प्रेरित करने के उद्देश्य से नकद या वस्तु रूप में कोई परितोष देता है या लेता है, तो वह एक वर्ष तक के कारावास या जुर्माने या दोनों से दण्डनीय होगा। इसके अतिरिक्त भारतीय दंड संहिता की धारा 171 ग के अनुसार जो कोई व्यक्ति किसी अभ्यर्थी या निर्वाचक या किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की चोट लगाने की धमकी देता है, वह एक वर्ष तक के कारावास या जुर्माने या दोनों से दण्डनीय है। उड़न दस्ते, रिश्वत देने वालों और लेने वालों दोनों के विरूद्ध मामले दर्ज करने के लिए और ऐसे लोगों के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए गठित किए गए हैं, जो निर्वाचकों को डराने और धमकाने में लिप्त है। सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे कोई रिश्वत लेने से परहेज करें और यदि कोई व्यक्ति रिश्वत की पेशकश करता है या उसे रिश्वत और निर्वाचकों को डराने, धमकाने के मामलों की जानकारी है तो उन्हें शिकायत प्राप्त करने के प्रकोष्ठ के टोल फ्री नम्बर 1950 पर सूचित करे।
आबकारी विभाग द्वारा 2 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये
विधानसभा उपचुनाव 2020 के मद्देनजर अवैध मदिरा की रोकथाम हेतु कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी श्री जावेद अहमद के मार्गदर्शन में 29 अक्टूबर को आबकारी उप निरीक्षक वृत श्री दिनेश निगम द्वारा जिले में अवैध मदिरा के 02 प्रकरण पंजीबद्ध कर, 43 बल्क लीटर मदिरा बरामद कर मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 34 (1) के तहत प्रकरण कायम किए। जप्त मदिरा की कीमत लगभग 5 हजार 400 रुपये है।
शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2020
वीडियो कालों के जरिये सुराग लेकर रैकी कर लोकेशन ट्रेस कर हालत व हालात का जायजा लेकर ही होतीं है 90 फीसदी आपराधिक वारदातें
वीडियो काल अटेंड करने से पहले हो जायें सावधान
नरेन्द्र
सिंह तोमर , एडवोकेट
80 फीसदी
आपराधिक वारदातों में की जाती है रैकी और
फिर हत्या से लेकर सायबर क्राइम और चोरीयों के लिये इस्तेमाल किये जाते हैं , मोबाइलों
की लोकेशन और आपकी लोकेशन और पृष्ठभूमि से लेकर हालातों और हालत की ट्रेसिंग
....
जहां इस समय
सायबर क्राइम का जोर बढ़ता जा रहा है ,
वहीं अभी भारत के पुलिस विभाग में न तो सायबर
क्राइम विशेषज्ञ उपलब्ध हैं और न तकनीकी जानकारी के विशेषज्ञ , केवल
एथिकल हैकिंग के कोर्स मात्र करे चंद लोगों के जरिये ही पुलिस विभाग अपना काम चला
रहा है जबकि सायबर क्राइम एक बहुत बड़ी व्यापक विधा है और इसका दायरा व क्षेत्र तकरीबन
आम आदमी के सभी निजी जीवन तक और प्रायवेसी तक पहुचता है ।
98 फीसदी आम
आदमी को पता ही नहीं चलता और पता ही नहीं हो पाता कि उसके छोटे से मोबाइल फोन या
उसके आई फोन या टेबलेट या डेस्कटाप के जरिये न तो उसका कुछ भी निजी रहा है और न
कोई भी जानकारी निजी रही है ।
मसलन कई बरस
पहले जब स्मार्ट फोन दुर्लभ थे और 10 हजार लोगों में से किसी एक पर स्मार्ट फोन
होता था । 3 जी नेटवर्क तक आदमी कुछ हद तक महफूज था । भारत में 4 जी नेटवर्क के
साथ तमाम दुष्टतायें अपने आप ही साथ आ गईं । लेकिन 4 जी के साथ , सावधानियां
और सुरक्षायें कंपनीयां उपलब्ध नहीं करा पाईं । या धन के लालच और प्रतिस्पर्धा से
भयभीत होकर बाजार कैप्चर हाथ से निकल जाने के डर या लोभ लालच से जानबूझ कर नहीं
कराई गईं । अब तो 5 जी का टर्निंग टाइम है ,
भारत में 5 जी की लांचिंग और टेस्टिंग 2018
में की गई थी और सितंबर 2018 तक इसे आम लोगों के लिये लांच करने की घोषणा की गई थी
, लेकिन
किसी वजह से इसे पहले जनवरी 2019 तक फिर सितंबर 2019 तक बढ़ाया गया , सन
2019 में 5 जी की स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई , इसे दो कंपनीयों ने
खरीदा और बाद में एक अन्य कंपनी ने भी खरीदा । कंपनीयों ने सन 2019 में इसे जनवरी
2020 में चालू करने की घोषणा की ,
लेकिन कंपनीयां स्पेक्ट्रम खरीदने के बावजूद
इसे अक्टूबर 2020 बीतने तक भारत में शुरू नहीं कर पाईं । जबकि 5 जी फोन बाजार में
जनवरी 2020 के पहले ही सन 2019 में बाजार में आ गये ।
खैर नेटवर्क
में कोई सी भी हो , मुख्य
खतरा जहां से शुरू होता है उसमें पांच चीजें प्रमुख हैं 1. डिवाइस ( कम्प्यूटर , मोबाइल
, लैपटाप
, आई
फोन आदि , डिवाइस
की सम्यक परिभाषा आई टी एक्ट 2000 में देखें , यही परिभाषा व्यापक
है , जिसमें
किसी कम्यूनिकेशन डिवाइस को शामिल किया गया है चाहे वह कोई भी उपकरण हो और जिसका
इस्तेमाल किसी भी संचार में या किसी भी माध्यम में आता हो जो किसी आवाज , इमेज
, फोटो, वीडियो
, या
टेक्स्ट – लेख को कम्यूनिकेट करती हैं और संगृहीत की जाती हैं तथा एक जगह से दूसरी
जगह स्थानांतरणीय और हस्तांतरणीय हैं ) चाहे वह फिजिकल हो , आप्टीकल
हो या वायरलेस हो या इन्फ्रा रेड टेक्नालाजिकल कोई भी ( इन्फ्रारेड को सामान्य
भाषा में आई आर कहा जाता है ) ,
कोई मॉडम या रूटर , कैमरा
, ड्रॉन
आदि सभी ( जिन के लिये गृह मंत्रालय द्वारा लायसेंस जारी किया जाता है वे मालवाहक
ड्रोन , बगैर
लायसेंस लिये कोई भी शख्स या कंपनी या सर्विस प्रोवाइडर कैसा भी कोई ड्रान कहीं भी
नहीं , कभी
भी नहीं उड़ा सकता या चला सकता है ) इस संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा
विस्तृत निर्देश एवं नियमावली व अनुज्ञप्ति विधान जारी किये गये हैं , ग्वालियर
टाइम्स इन्हें सम्यक अवसर पर प्रकाशित करेगी । डिवाइसों की सेटिंग प्रमुख विषय
वस्तु है , जिसमें
प्रायवेसी और सिक्योरिटी सेटिंग्स ( निजता ,
गोपीयता और सुरक्षा सेटिंग ) प्रमुख हैं
इन्हें सोच समझ कर अपनी आवश्यकता नुसार बेहद सख्त मोड पर सेट करके रखना चाहिये , यदि
वायरलेस या आई आर के जरिये इन सेटिंगों से कोई छेड़छाड़ करता है या पासवर्ड चुराता
है या किसी या सारी सेटिंग्स अल्टर करता है या किसी डिवाइस को फेब्रिकेट करता है , जाली
डिवाइस या सिम क्लोन करके बनाता या इस्तेमाल करता है तो यह सब सायबर क्राइम् के
तहत आता है और आई पी सी की तमाम धाराओं सहित , आई टी एक्ट 2000 के
तहत परिभाषित अपराध हैं और इनकी सजा आजीवन कारावास तक निर्घारित है ।
2. सिम –
दूसरे पहलू में सिम कार्ड चाहे वह फिजिकल सिम हो या इलेक्ट्रानिक या ई सिम हो या
किसी सिम से कनेक्ट होने वाला आई आर या वायरलेस नेटवर्क हो जिसमें डब्ल्यू पी एस , वाई
फाई , वी
पी एन , डायरेक्ट
वायरलेस / डब्ल्यू पी एस कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं । किसी ऐसी कंपनी की सिम लें
जिसमें कंपनी किसी भी फ्री योजना में या प्रथम रीचार्ज ( एफ आर सी ) में लाइव , फ्री
टी वी पैक , फ्री
सबस्क्रिप्शन ( डाटा और कालिंग के अलावा ) उपलब्ध न कराती हो , सिमों
को बेचने की यही योजनायें लोभ लालच में आदमी के साथ होने वाली वारदातों की मुख्य
वजह बनती है और अपराधी जो कि अधिकतर सिम विक्रेताओं से जुड़े रहते हैं , ऐसी
सिमों / नई सिमों ( अपराधीयों की भाषा में इन्हें कमजोर सिम या सिमों की कमजोरी
कहा पुकारा जाता है और ऐसी सिमों को और सिम धारक को अपना टारगेट बनाया जाता है , सिम
सुरक्षा के लिये सबसे अव्वल सिम कार्ड में लाक डाल कर रखना चाहिये । सिम लाक खोलने
के लिये अपराधी को लाक पासवर्ड डालना पड़ेगा , और पी यू के कोड
जानने की जुगत लगानी होगी । अगर आपका पी यू के कोड अपराधी किसी तरह से जान लेते
हैं तो आप बजाय सिम बदलने के लिये अपना सिम पोर्ट करा दें , इसे
एम एन पी कहा जाता है , कंपनी
बदलते ही आपका पी यू के कोड अपने आप बदल जायेगा ।
अपराधी
सामान्यत: ( 90 प्रतिशत सिम संबंधी क्राइमों में ) आपके सिम लाक कोड, पी
यूके कोड , स्थानीय
सिम विक्रेताओं या लोकल सिम डीलर से आसानी से हासिल कर लेते हैं , उसके
बाद आपकी सिम को लास एंड डेमेज करने का खेल शुरू होता है और आपके ओटीपी , पासवर्ड
, वीडियो
कालिंग , डिवाइसों
पर कम्यूनिकेशन , कालिंग
, सिंक्रोनाइजिंग
, क्लाउड
सिंक्रोनाइजेशन आदि आपके उस नंबर की सारी की सारी अपराधी हासिल कर लेते हैं । कैसे
किया जाता है यह इसी आलेख समाचार में आगे पढ़ें ।
3. इंटरनेट
सर्फिंग / ब्राउजिंग / हैबिटस / क्लोनिंग / सिंक्रोनाइजेशन/ ट्राझन्स / की लागर्स
/ मालवेयर्स तथा वायरस आदि
4. सीक्रेट/
हिडन डिवाइसेज और एप्लीकेशन्स /
साफ्टवेयर्स आदि जैसे मोबाइलों में हिडन कैमरा एप्लीकेशन इंस्टाल करना
5. सभी
प्रकार की ट्रेसिंग डिवाइसेज / सभी प्रकार की ट्रेसिंग एप्लीकेशन्स / साफ्टवेयर्स
आदि चाहे वे आफलाइन काम करतीं हों / चाहे वे आनलाइन काम करतीं हों या चाहे वे बैकग्राउंड
में काम करतीं हों ( सभी आई पी सी और आई टी एक्ट में परिभाषित अपराध हैं
शेष
अगले अंक में ........ कुछ केसेज सायबर
क्राइम मुरैना जिला तथा कैसे बनाया जाता है आपको शिकार और कैसे आपकी जान माल खतरे
में है , कैसे
बचें आप इन अपराधीयों से ,
कैसे करते हैं अपराधी आई टी और सायबर
का इस्तेमाल करते हैं अपराधी ,
पुलिस कहां और कैसे असफल होती है , कैसे
पुलिस में ही घुसे बैठे हैं 90 फीसदी सायबर अपराधी ....
नरेन्द्र
सिंह तोमर ,
एडवोकेट ( आई टी एवं सायबर क्राइम
स्पेशलिस्ट , म. प्र उच्च
न्यायालय ,
खंड पीठ . ग्वालियर हाई कोर्ट , जिला
एवं सत्र न्यायालय मुरैना
गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020
दिमनी विधानसभा सूची म.प्र विधानसभा उप चुनाव 2020 के सभी 15 प्रत्याशी, मय चुनाव चिह्न – (07) दिमनी विधानसभा ( मुरैना जिला )
दिमनी विधानसभा ( 07 ) का उपचुनाव लड़ रहे सभी 13 प्रत्याशी की सूची मय चुनाव चिह्न
1. गिर्राज डंडोतिया – भारतीय जनता पार्टी – कमल ( कमल का फूल )
2. रवीन्द्र सिंह तोमर भिडोसा – इंडियन नेशनल कांग्रेस – हाथ ( हाथ का पंजा )
3. राजेन्द्र सिंह कंसाना ( रंधा ) – बहुजन समाज पार्टी – हाथी
4. अनार सिंह तोमर ( बाबा ) – समाजवादी पार्टी – साइकिल
5. गिर्राज प्रसाद – जन अधिकार पार्टी – डोली
6. जयन्त सिंह तोमर – लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी – चाबी
7. महेन्द्र सिंह तोमर ‘’देश प्रेमी’’ – आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक – शेर
8. किशोरी लाल – निर्दलीय – एयर कंडीशनर
9. धीरेन्द्र कुमार शर्मा – निर्दलीय – अलमारी
10. रवीन्द्र सिंह तोमर – निर्दलीय – कांच का ग्लास
11. राज श्री शर्मा – निर्दलीय – फुटबाल
12. सरिता देवी – निर्दलीय – आटो रिक्शा
सौरव व्यास – निर्दलीय – सेबसूची म.प्र विधानसभा उप चुनाव 2020 के सभी 15 प्रत्याशी, मय चुनाव चिह्न – (06) मुरैना विधानसभा ( मुरैना जिला )
मुरैना विधानसभा ( 06 ) , विधानसभा उचपुनाव लड़ रहे सभी 15 प्रत्याशी मय चुनाव चिह्न
1. रघुराज सिंह कंसाना – भारतीय जनता पार्टी – कमल ( कमल का फूल )
2. राकेश मावई – इंडियन नेशनल कांग्रेस – हाथ ( हाथ का पंजा )
3. राम प्रकाश राजौरिया – बहुजन समाज पार्टी – हाथी
4. धर्मेन्द्र सिकरवार ( गुड्डू) - सपाक्स पार्टी – झूला
5. राजेश कुशवाह - जन अधिकार पार्टी – डोली
6. शोभाराम कुशवाह – राष्ट्रीय समानता दल – चाबी
7. हुकुम चंद बंसल ( हुक्का ) – समाजवादी पार्टी – साइकिल
8. कुलदीप शर्मा – निर्दलीय – मिर्च
9. गौरव दीक्षित – निर्दलीय – ब्लैक बोर्ड
10. धर्मेन्द्र सिंह – निर्दलीय – अलमारी
11. मनीष शर्मा – निर्दलीय – सेब
12. मनोज कुमार सैमिल – निर्दलीय – आटो रिक्शा
13. राजीव शर्मा – निर्दलीय – कैमरा
14. रामसुंदर श्रीवास – निर्दलीय – कप प्लेट
15. शशांक डंडोतिया – निर्दलीय – बल्ला ( बेट)
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर शासकीय भवनों पर होगी रोशनी
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवंबर को समस्त शासकीय भवनों पर रात्रि में रौशनी की जाएगी। मध्यप्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री श्रीनिवास शर्मा ने समस्त जिले के विभाग प्रमुखों को 1 नवंबर मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर अपने-अपने विभागों में रौशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
मतदान केंद्रों की व्यवस्थाएं करें चाक-चौबंद -जिला निर्वाचन अधिकारी
मतदान दलों को मतदान केन्द्र पर नाश्ता एवं भोजन के करें प्रबंध, ईव्हीएम जाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम रहेगा
विधानसभा उप चुनाव के लिए मतदान का समय नजदीक आ गया है सभी मतदान केंद्रों
पर आवश्यक व्यवस्थाएं समय से पहले पूर्ण कर ली जावे, इसके लिए सभी संबंधित
क्षेत्र के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर जाकर
व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जो भी कार्य शेष रह गए हो उन्हें तत्काल पूर्ण
करावें। यह निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग वर्मा
ने आज नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन की समीक्षा बैठक में संबंधित
रिटर्निंग आफीसर एवं चुनाव कार्यो से जुड़े नोडल अधिकारियों को दिए। इस अवसर
पर पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानियां, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन
अधिकारी श्री तरूण भटनागर, अपर कलेक्टर एवं रिटर्निग आफीसर सुमावली श्री
उमेश प्रकाश शुक्ला, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एल के पाण्डेय, आयुक्त
नगर निगम श्री अमर सत्य गुप्ता, समस्त चारों रिटर्निंग आफीसर सहित समस्त
चुनाव कार्य के लिए बनाये नोडल अधिकारी, सीएमओ और जनपद सीईओ उपस्थित थे ।
आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री
अनुराग वर्मा ने समस्त नगरीय निकाय एवं जनपद सीईओ को निर्देश दिये कि मतदान
दल 2 नवंबर को दोपहर में मतदान केन्द्र पर पहंुच जायेंगे। उनके लिये 2
नवंबर को दल पहुंचते ही नाश्ता, रात्रि का भोजन, 3 नवंबर को सुबह का नाश्ता
दोपहर का भोजन मिलना और शाम को स्नेक्स चाय आदि दी जाये। साथ ही उनके
रूकने के लिये विस्तर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। इसके प्रबंध अभी से
कर लिये जायें। मुझे किसी भी मतदान दल का फोन नहीं आये कि इस मतदान केन्द्र
पर कोई कमी है। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टी के अलावा मतदान दल पर फोर्स
भी रूकेगा। उन सभी के खाने का प्रबंध तीनों समय होना चाहिये। उन्होंने कहा
कि 2 नवंबर को पॉलिटेक्निक और केन्द्रीय विद्यालय से पॉलिंग पार्टी रवाना
होंगी। जिसमें मतदान दल एवं सेक्टर ऑफीसर ईव्हीएम लेकर अपने अपने मतदान
केन्द्रों के लिये रवाना होंगे। उन वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाये जायेंगे
जिससे उन वाहनों की मॉनीटरिंग की जा सके। कहीं भी कोई वाहन खराब होता है
या कहीं व्यवधान के कारण वाहन रूकता है तो उसकी लोकेशन जीपीएस सिस्टम से
मिलती रहेगी। अगर वाहन आगे नहीं बढ़ता है तो संबंधित वाहन प्रभारी से दूरभाष
पर तत्काल संपर्क किया जायेगा। सेक्टर ऑफसर रिजर्व ईव्हीएम को प्राप्त
करने के बाद घर या किसी रिश्तेदार के यहां नहीं रूकेंगे जो मतदान केन्द्र
निर्धारित रूकने का होगा वहीं रात गुजारनी होगी।
कलेक्टर ने कहा कि
जिले में एसएसटी/व्हीएसटी की 18 टीम लगी हैं। वे टीमें 24 घंटे सख्ती से
कार्य करें। मुझे कहीं से भी कोई भी किसी प्रकार की अवैध सामग्री वितरण
होने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिये। इसी प्रकार उन्होंने आबकारी अधिकारी को
निर्देश दिये कि 3 नवंबर को होने वाले चुनाव में शुष्क दिवस के लिये आदेश
जारी करायें और अवैध शराब को सख्ती से पकड़कर कार्यवाही करें। इसके साथ ही
उन्होंने कहा कि सीविजिल पर 100 मिनट में शिकायतों का निराकरण करने के
निर्देश हैं। इस कार्य को प्राथमिकता से संबंधित आर ओ हल करें।
कलेक्टर ने कहा कि मतदान केन्द्र पर हेल्थ वर्कर भी मतदाताओं का थर्मल
स्क्रीनिंग का कार्य करेंगे। उनके लिये मतदान केन्द्र के बाहर छांव में
दरवाजे से हटकर टेबल, कुर्सी लगायी जाये। एक हैंड उसके लिये नियुक्त किया
जाये जिससे आने वाले मतदाता थर्मल स्क्रीनिंग कर सकें। यदि तापमान अधिक आता
है तो उसे पास के टेंट में रखी कुर्सियों पर बैठायें। थोड़ी देर बाद उसका
टेम्परेचर नॉर्मल हो सकता है। तभी उसे मतदान के लिये प्रेरित करें।
श्री वर्मा ने क्षेत्र अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मतदान केंद्रों
पर साफ-सफाई की व्यवस्था एवं सैनिटाइजेशन का कार्य समय से पहले पूर्ण कर
लें तथा मतदान केंद्रों पर मतदाताओं हेतु आवश्यक दूरी पर गोले बनवाए जाएं
तथा टेंट ,फर्नीचर, विद्युत, पेयजल, रैंप इत्यादि की व्यवस्था एवं अन्य
सामग्री जिसकी व्यवस्था नगर निगम, नगरीय निकायों या जनपदों वार को करनी है,
की व्यवस्थाएं संबंधित अधिकारियों से समन्वय बनाकर तत्काल पूर्ण करें।
इसके साथ ही मतदान केंद्रों तक पहुंचने वाली रोड को भी दुरुस्त कराया जाए।
जिससे मतदान के दिन मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना
करना पड़े।
कलेक्टर ने समस्त जनपद सीईओ एवं सीएमओ को निर्देश दिये कि मच्छरों का प्रकोप मतदान केन्द्रों पर हो सकता है इसलिये मतदान केन्द्रों पर पहुंचने के पूर्व कछुआ छाप अगरबत्ती, आवश्यक फर्नीचर, पैट्रोमैक्स, व्हीलचेयर आदि का प्रबंध होना चाहिये। उन्हांेने कहा कि मतदान केन्द्र पर पहुंचने के पहले वहां की चाबी बीएलओ या संबंधित ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध रहे।
जिस वाहन में मतदान दल जायेंगे, उसमें एक अतिरिक्त वाहन प्रभारी (गार्ड) रहेंगे साथ में
एसडीएम मुरैना श्री बाकना ने कहा कि वाहन के गार्ड प्रभारी 2 नवम्बर को प्रातः 6 बजे सामग्री वितरण स्थल पर पहुंचे, वहां पर सभी वाहन मतदान दलों को लेकर अपने-अपने क्षेत्रों के लिये रवाना होंगे। जिस वाहन प्रभारी गार्ड के रूप में ड्यूटी लगी है, वह पूर्व से ही अपने-अपने मतदान केन्द्रों का अवलोकन कर लें, हो सकता है किसी मतदान केन्द्र पर सड़क या नाली खराब होने से जिस वाहन में मतदान दल जायेंगे, वह वाहन अन्तिम मतदान केन्द्र तक न पहुंच सके। इसके लिये अभी से भ्रमण करके अपने-अपने रूट देख लें, अगर कहीं कोई समस्या है तो वहां की लिखित में अवगत करायें। ताकि समस्या को दुरूस्त कराया जा सके। उन्होंने कहा कि वाहन गार्ड प्रभारी का कार्य जिस वाहन में जितनी पॉलिंग पार्टी बैठना नियुक्त किया गया है, उतनी ही पॉलिंग पार्टी के सदस्य को बिठाकर ही वाहन को सेक्टर ऑफीसर के मार्गदर्शन में रवाना करेंगे। वाहन में मतदान दल पहले केन्द्र पर उतरने के बाद अगले मतदान केन्द्र के लिये वाहन गार्ड प्रभारी के निर्देशन में चलेगा, जहां सभी पॉलिंग पार्टी अन्तिम मतदान केन्द्र पर उतर जायेंगी। उसी मतदान केन्द्र पर वाहन रखना अनिवार्य रहेगा। वाहन रूट चार्ट के हिसाब से ही ले जाने होंगे। 3 नवम्बर को मतदान समाप्ति के तुरंत बाद वाहन को पॉलिंग स्टेशन पर लगाकर जितनी पार्टियां लेकर गये थे, उतनी ही पार्टियों को लेकर पॉलीटेक्निक पर लाना होगा। एक भी पॉलिंग पार्टी या मतदान दल के सदस्य छूटना नहीं चाहिये। यह जबावदारी गार्ड की होगी। पॉलिंग पार्टी पॉलीटेक्निक पहुंचने के बाद सेक्टर ऑफीसर से रवानगी लेने के बाद ही ड्यूटी से मुक्त होंगे।
पेयजल स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन हुआ
जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत पेयजल स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोरसा के कम्युनिटी हॉल पोरसा में किया गया। पखवाड़े के दौरान मोबिलाइजर एवं आशा सहयोगी को प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर श्री पवन वार्ष्णेय ने बताया कि जल जीवन मिशन में पेयजल की गुणवत्ता पर अत्यधिक ध्यान दिया जा रहा है अतः आशाओं से आशा है कि जल प्रहरी बन पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु हमारा सहयोग करें। तदोपरांत सभी प्रकार के परीक्षणों पर विस्तृत चर्चा कर प्रशिक्षण प्रदान कर एफटीके का वितरण भी किया। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से जिला सलाहकार एच. एस. वरुण एवं प्रदीप कुमार तथा विकास खण्ड समन्वयक श्री रवि बाबू तथा स्वास्थ्य विभाग से जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर श्री मनोज तोमर , विकास खंड एकाउंट मैनेजर श्री सुनील माहौर विकासखंड कम्युनिटी मोबिलाइजर संतोष सेंगर तथा समस्त आशा सहयोगी उपस्थित रही।