काँग्रेसी हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारें-सिराजुद्दीन
मुरैना 19 मई 09 (दैनिक-मध्यराज्य) मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र में कुछ ही माह पहले विधानसभा चुनाव में जो आठों विधानसभा के परिणाम आये थे, उनमें कांग्रेस को भाजपा एवं अन्य दलों के मुकाबले सर्वाधिक वोट प्राप्त हुये थे, लेकिन लोकसभा के निर्वाचन में कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास रावत जिन्हें प्रदेश के सभी नेताओं का आर्शीवाद प्राप्त था और चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और मोर्चा संगठनों के सभी पदाधिकारी जी तोड़ मेहनत करने का दावा कर रहे थे। उसके बावजूद भी कांग्रेस उम्मीदवार को एक लाख बोटों से शिकस्त झेलनी पड़ी है।
कांग्रेस के नेता सिराजुद्दीन खान (चै.चै.) पूर्व प्रांतीय संगठन मंत्री सेवादल ने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस और मोर्चा संगठनों के विधानसभा के चुनाव लडे क़तिपय नेताओं ने या तो भीतरघात की अथवा वे केवल चुनाव प्रचार का दिखावा करते रहे और मतदाताओं को कांग्रेस के पक्ष में आकर्षित करने में विफल रहे अत: कांग्रेस के तथा मोर्चा संगठनों के सभी पदाधिकारियों को नैतिकता के आधार पर अपने-अपने त्याग पत्र अपने-अपने पदों से दे देना चाहिये। जैसा कि विधिक एवं मानव अधिकारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार जैन एडवोकेट मुरैना ने अपने पद से त्याग पत्र देकर एक अनूठा उदाहरण पेश किया है। यदि पदाधिकारियों ने अपने पदों से त्याग पत्र देकर पार्टी के अन्य निष्ठावान कर्मठ कार्यकर्ताओं के लिए स्थान रिक्त नहीं किए तो हमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी और राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी एवं राहुल गांधी जी, श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधियाजी, वी के हरिप्रसाद से गुहार करके इन नेताओं को इनके पदों से हटवाने का काम करना पडेग़ा।
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