पेयजल समस्या के निराकरण में विलम्ब पर कार्रवाई होगी – कलेक्टर
मुरैना 19 मई 2009/ कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल ने आज जिले की पेयजल व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को पेयजल समस्या का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए । उन्होने स्पष्ट किया कि पेयजल सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है । अधिकारियों को चाहिए कि वे जिले के सभी क्षेत्रों में पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें । किसी भी क्षेत्र में कहीं भी पेयजल संकट पाये जाने पर संबंधित अधिकारी के विरूध्द कठोर कार्रवाई की जायेगी । इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा, सबलगढ़, जौरा और मुरैना के एस.डी.एम., लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी, तहसीलदार, जनपद सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रीष्म काल में कहीं भी पेयजल कासंकट उत्पन्न नहीं होना चाहिए। इसके लिए बंद हैड पंप एवं नल-जल योजनाओं को तत्काल दुरूस्त कराने की कार्रवाई की जाये । पानी की कमी बाले क्षेत्रों में जरूरत पड़ने पर परिवहन के जरिये पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित किया जाये । बैठक में बताया गया कि जिले में स्थापित 12 हजार 733 हैडपम्पों में से 260 पानी की कमी और लाइन गिर जाने के कारण बंद है । जिले में स्थापित 111 नल जल योजनाओं में से विद्युत अवरोध के कारण बंद 46 योजनाओं को चालू कराने के प्रयास किये जा रहे है । इनके लिए विद्युत वितरण कम्पनी को आवश्यक धन राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है । अल्प वर्षा की स्थिति में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 180 नलकूपों का खनन व हैण्ड पम्पों की स्थापना , 50 नलकूपों में समर्सीबल पम्पों की स्थापना, तीस बंद नल- जल स्थल जल प्रदाय योजनाओं को पुन: चालू कराना तथा 50 भरे-पटे नलकूपों की सफाई का कार्य प्रस्तावित है ।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि पेयजल समस्या के निराकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाय । समस्या के निराकरण में अनावश्यक विलम्ब वर्दाश्त नहीं किया जायेगा और इसके लिए दोषी अधिकारियों के विरूध्द कठोर कार्रवाई की जावेगी ।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने संबंधित नोडल अधिकारियों को हिदायत की कि वे वितरण दिनाकों में संबंधित उचित मूल्य दूकान पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रह कर अपने समक्ष में खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित करायें । चितरण दिनांकों में नोडल अधिकारी की अनुपस्थिति पर कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वे वितरण व्यवस्था पर सजग व सतर्क निगाह रखें और कहीं भी किसी प्रकार की गडवड़ी पाये जाने पर कार्रवाई प्रस्तावित करें । इस अवसर पर संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।
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