सोमवार, 25 मई 2009

सभी जिलों को भेजी गई चेक लिस्ट (वर्षा पूर्व तैयारियां आरंभ)

सभी जिलों को भेजी गई चेक लिस्ट (वर्षा पूर्व तैयारियां आरंभ)

भोपाल 24 मई  09 । निकटस्थ मानसून को दृष्टिगत रखते हुए राज्य शासन ने वर्षा पूर्व तैयारियां आरंभ कर दी हैं। वर्षा ऋतु के दौरान यदि कहीं बाढ़ या अतिवर्षा की स्थिति निर्मित होती है तो उससे होने वाली क्षति से बचाने के लिए राजस्व विभाग ने एक चेक लिस्ट तैयार की है। क्षति से बचने के लिए की जाने वाली कार्यवाहियों की यह चेक लिस्ट प्रदेश के सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों को भेज दी गई है।

चेक लिस्ट में बाढ़ उन्मुख गांवों, नदियों, अंतर्राज्यीय नदियों और ऐसे बड़े तालाब और नाले जिनमें बाढ़ आने की संभावना है ऐहतियात कार्यवाही करने को कहा गया है। ऐसे बड़े बांध जिनको बाढ़ या अतिवृष्टि के विरुध्द सुदृढ़ किया जाना चाहिए की सूची, जिले में बाढ़ आने के मुख्य कारणों की जानकारी संकलित करने, जलाशयों, नालियों की साफ-सफाई निरीक्षण और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाई करने, जल निर्गम प्रणाली के द्वार, बांध तटबंधों का आवश्यक रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। इसी के साथ ही बाढ़ से निपटने एवं राहत के नियमों की पुस्तिका उपलब्ध कराने और संबंधित कर्मचारियों को इसकी भलीभांति जानकारी प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

चेक लिस्ट

·         आपदा संवदेनशील क्षेत्रों का आकलन

·         बाढ़ उन्मुख नदिया,तालाब,नाले

·         बड़े बांध

·         जिले में बाढ़ आने के मुख्य कारण

·         रचना संबंधी कार्य

·         पूर्व सूचना एवं प्रचार प्रसार प्रणाली

·         आपातकाल में समन्वय, आवश्यक सेवाओं का रखरखाव, दवाओं वस्तुओं का भंडारण,पशु चिकित्सा, स्वास्थ्य स्वच्छता, पेयजल शिविर, नाव आदि उपकरण, बचाव दल प्रशिक्षण

·         आपदा नियंत्रण केन्द्र, पूर्व अनुबंध, त्वरित क्षति आंकलन

·         राहत कार्य में पारदर्शिता

·         मृत पशुओं को निपटाने एवं मलबा हटाने की व्यवस्था

 

 

चेक लिस्ट में जिले में बाढ़ की पूर्व सूचना एवं प्रचार प्रसार की सुव्यवस्थित प्रणाली सुनिश्चित करने, जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठकें आयोजित करने, आवश्यक सेवायें जैसे ऊर्जा, संचार, सड़क, पुलों आदि के रख रखाव कार्य की समीक्षा करने, संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों के फोन नंबर पते संकलित करने, बाढ़ उन्मुख क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करने, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों में दवाओं का पर्याप्त भण्डारण, स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों की जानकरी इकठ्ठी करने ताकि जरुरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सा दल गठित किए जा सकें, पशुओं के लिए पर्याप्त चारा, दवाओं आदि की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं।

इसी के साथ बाढ़ की स्थिति में महामारी रोकने के लिए पर्याप्त उपायों की कार्य योजना बनाने, ब्लीचिंग पाउडर क्लोरीन टेबलेट आदि का पर्याप्त भण्डारण, पेयजल प्रदाय व्यवस्था, अस्थायी शिविरों की व्यवस्था के लिए स्थानों को चिन्हित करना, नाव, मोटर बोट, रबरबोट, आदि की अद्यतन जानकारी, खोज एवं बचाव दलों को प्रशिक्षण आदि को शामिल किया गया है। जिलों से कहा गया है कि मानसून के दौरान जिला मुख्यालय पर आपदा नियंत्रण केन्द्र 24 घंटे सक्रिय रहें और इनके दूरभाष क्रमांक फैक्स ई-मेल के पते राहत आयुक्त कार्यालय को भेजे जाएं।

जिलो को आपदा के दौरान उपयोग में आने वाली सामग्री की सूची तैयार करने, क्षति आंकलन के लिए दलों का गठन करने, प्रभावितों को समय पर राहत सामग्री प्रदान करने केइंतजाम, मृत पशुओं के शरीर के निपटारे और आवासीय क्षेत्र में बाढ़ से इकठ्ठा हुए मलबे को हटाने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

 

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