पैशनर्स की आवाज रंग लाई
क्रोसरा- पैशनर्स एसोसियेशन म.प्र. के जिलाध्यक्ष श्री गिर्राज शर्मा ने बताया कि एसोसियेशन ने भाजपा के विरोध में मतदान करने का जो ऐलान किया था उसका परिणाम यह हुआ कि मतदान के दो दिन पहले निर्वाचन आयोग की अनुमति की ओट मेें पैन्शनर्स को मंहगाई राहत दिये जाने के आदेश शासन द्वारा जारी किये गये है। ताकि एक बार फिर छलावें में आकर नगरीय निकाय के चुनावों में पैन्शनर्स भाजपा के पक्ष में मतदान कर दें। शासन का यह व्यवहार भुलावा मात्र है यदि निर्वाचन आयोग की अनुमति से पैन्शनर्स को मेंहगाई राहत दिये जाने के आदेश हो सकते है, तो 1 जनवरी 2006 से 31 अगस्त 2008 तक 32 माह के देय एरियर्स के आदेश भी हो सकते थे, किन्तु नहीं हुये। इसलिये पैन्शनर्स एसोसियेशन के समस्त पदाधिकारियों ने एक जुट होकर प्रदेश के सभी श्रेणी के कर्मचारियों एवं पैन्शनरों से अपील की है। कि वे शासन के बहकावे में न आवे। पूर्व में भाजपा की सरकार ने 10 सितम्बर 2008 को लिखिल संकल्प जारी किया था कि वह छटवा वेतनमान प्रदेश के सभी श्रेणी के कर्मचारियों एवं पेशनरों को को एक जनवरी 2006 से ही देगी। किन्तु विधानसभा-लोगसभा चुनाव करा लिया फिर भी नहीं दिया। अब नगरीय निकाय का चुनाव भी भुलावा देकर कराके सरकार अपनी को मजबूत व कर्मचारीयों एवं पेंशनरो को कमजोर बनाने की मंशा रखती है। यदि हम इस बार भी सरकार को अपनी शक्ति का ऐहसास कराने में पीछे रह गये तो चुनाव बाद में कुछ भी प्राप्त नहीं हो सकेगा। इसलिये सरकार को अपनी शक्ति का भान कराने के लिये प्रदेश के सभी कर्मचारीयों एवं पैन्शनर्स एक मत होकर नगरीय निक ाय चुनावों में समूचे प्रदेश में भारतीय जनता के पार्टी के विरोध में मतदान कर भाजपा को हराने में अपना योगदान दें। तभी सरकार कर्मचारियों। पैन्शनरों का महत्व अत: अनुरोध समझ पायेगी। अन्यथा नहीं अत: अनुरोध है कि कृपया अपने हित में शासन को झटका दें। अपील करने वालों में अध्यक्ष श्री गिर्राजशर्मा कार्यक ारी अध्यक्ष वीएल टुण्डेले गिरर्जा शंकर पाण्डे उपाध्यक्ष एम.एस.नागलीय,महामंत्री गोपालदास गर्ग- मोहर सिंह सिकरवार कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश पलिया सहित एसो. के अन्य सभी पदाधिकारी व पैन्शनर्स शामिल है।
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