किसानों को सुरक्षित अनाज भण्डारण की सलाह
ग्वालियर 8 मई 08 । किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के अधिकारियों ने किसानों को उत्पादित अनाज का सुरक्षित भण्डारण करने की सलाह दी है । शासन द्वारा भण्डार गृहों के लिए अनुदान दिए जाने का प्रावधान भी है।
किसानों को सलाह दी गई है अनाज के भण्डारण के समय अत्यधिक नमी और कीट व्याधियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कृषि उत्पाद में कीटों, चूहों चिड़ियों, फफूँद आदि के कारण नुकसान होता है। यह नुकसान खेतों से प्रारंभ होकर खलिहानों और भण्डार गृह तक पूरे साल भर होता रहता है। अनाज को भण्डारण के पूर्व अच्छी तरह सुखा लेना चाहिए। कोठियों को अच्छी तरह साफ कर उनमें आई दरारों की मरम्मत कर उन्हें अच्छी तरह सुखा लेना चाहिए ताकि उनमें अनाज सुरक्षित रहे।
भण्डारण कक्ष की भीतरी और बाहरी दीवारों में कीटनाशक मेलाथियान 50 प्रतिशत ई.सी. 5 मिलीमीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। बोरों में भण्डारण करने के पूर्व इसी घोल से उपचारित करें। लकड़ी के पटरों या कुठलाें में अनाज भण्डारण करने के बाद ई.डी.बी. या एल्यूमिनियम फास्फाइड का प्रयोग कर प्रधूमन करें। बीजों के भण्डारण में कीटनाशक पावडर न मिलाए, इससे अंकुरण क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। भण्डारण में देशी विधियों में नीम की पत्तियों का उपयोग कर सकते है।
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