मुरैना लाड़ली लक्ष्मी योजना में रिकार्ड पंजीयन
मुरैना 3 मई 08/ राज्यशासन के नये नियमों के अनुसार प्रथम प्रसव में बालिका का जन्म होने पर नसबंदी की बध्यता समाप्त कर देने के फलस्वरूप मुरैना जिले में माह अप्रैल में 2394 वालिकाओं का लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिलाने हेतु रिकार्ड पंजीयन कियागया । गत वित्त वर्ष में 720 के निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 786 बालिकाओं को योजना का लाभदिलाया गया ।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत शुक्रवार को मेला ग्राउण्ड पर आयोजित उपभोक्ता जागरण शिविर में 26 बालिकाओं के अभिभावकों को 6-6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र सौंप कर इन्हें लाडली लक्ष्मी बनाया । इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह, जिले के विधायक ओर कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी उपस्थित थे ।
यह योजना जनवरी 2006 या उसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है, जिनके माता या पिता ने दो बच्चों के बाद नसबंदी करवा ली हो और आयकर दाता न हो शासन के नये नियमों के अनुसार प्रथम प्रसव में बालिका का जन्म होने पर नसबंदी की वाध्यता नहीं है । माता अथवा पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाने की स्थिति में भी परिवार नियोजन की वाध्यता नहीं है । एक बच्चें के पश्चात दूसरे प्रसव में जुड़वा बच्ची पैदा होने पर भी योजना का लाभ दिया जायेगा । किसी अनाथ बच्ची अथवा बच्चे को दत्तक लेने के पश्चात जन्म लेने वाली बालिका को भी योजना का लाभ दिया जायेगा । इस योजना के तहत वालिका को 30 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है । यह अनुदान 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष के मान से लगातार पांच वर्ष तक राष्ट्रीय बचत पत्रों के माध्यम से दिया जाता है ।
इस योजना में बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौ वीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवी में प्रवेश पर सात हजार पांच सौं रूपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिए जायेंगे । बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने एवं 18 वर्ष के पहले विवाह न करने पर तथा कक्षा 12 वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा, जो एक लाख रूपये से अधिक होगी ।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री प्रदीप राय के अनुसार माह अप्रेल में परियोजना मुरैना ग्रामीण में 587, मुरैना शहरी में 546, अम्बाह में 786, पोरसा में 124, जौरा में 101, कैलारस में 154,सबलगढ़ में 45 और पहाडगढ़ में 51 प्रकरण लाड़ली लक्ष्मी योजना के तैयार किये गये । तैयार प्रकरण स्वीकृति हेतु संचालनालय भेजे गये हैं । गत वित्त वर्ष में मुरैना शहरी में 101, मुरैना ग्रामीण में 119, पोरसा में 115,अम्बाह में100, पहाडगढ़ में 37, कैलारस में 99, सबलगढ़ में 96 और जौरा में 119 कुल 786 बालिकाओं को लाडली लक्ष्मी बनाया गया ।
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