शनिवार, 18 जुलाई 2009

खड़ियाहार में टयूशन खोर शिक्षकों की पौ बारह - छात्र-छात्राओं से जमकर लूट खसोट (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

खड़ियाहार में टयूशन खोर शिक्षकों की पौ बारह - छात्र-छात्राओं से जमकर लूट खसोट

  श्रीकृष्णशिवहरे

मुरेना. 17 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)   जिले के खड़ियाहर कस्बे में आजकल सरकारी शिक्षकों एवं प्राईवेट शिक्षकों द्वारा टयूशन का गोरख धंधा जोर पर चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से  25 कि.मी. दूरी पर स्थित ग्राम खड़ियाहार में हर गली मुहल्ले सहित मेन रोड़ पर टयूशन की खुले आम दुकाने खुली हुई है। जिन पर प्रात: से ही छात्र छात्राओं के बेच शुरू हो जाते है। जो कि देर सायं तक चलते है। बताया जाता है। कि माध्यमिक,हाईस्कूल, इण्टर के छात्र छात्राओं को तो यह शिक्षक तहर तरह से प्रताड़ित करते है। जिससे छात्र छात्राएें अपने अपने अभिभावकों को टयूशन लगाने पर जोर डालते है। पर कुछ अभिभावक जिन की हार्थिक स्थिति सुद्रण है, वो तो बताये गये शिक्षकों के यहा टयूशन पड़ने भेज देते है। लेकिन जो पालक आर्थिक रूप से ठीक नही होती जो बच्चों टयूशन पड़ने नहीं भेज पाते है। कुछ अभिभावक कर्ज लेकर बच्चों को पड़ाते है। इस से गरीब बच्चों का तो भविष्य भगवान भरोषे रहता है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया है कि शिक्षा शत्र प्रारंभ में ही स्कूल के संचालक अपने साथ शिक्षकों को छात्र-छात्रओं के घरों पर लेजाकर तरह तरह के लुभावने आश्वासन देते है। और जब भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो अपने संस्था से ही  कांपी किताबें देकर खासी रकम बसूलते है। शेष रकम बसूलने का काम उन स्कूलों के शिक्षक करते है। उक्त टय्शन खोर शिखक अपने बैंच में 40-60 छात्र छात्राओं को पढ़ाते है। इन शिक्षकों कि योग्यता भी ना के बराबर है। ज्ञात रहे कि इन टय्शनों के अडडे पर माताकापुरा,पार्थकापुरा,उमरियाई,लल्लू बसई, मिरघान, मोहनपुरा आदि ग्रामों के छात्र-छात्राऐं दस्तक दे रहे है। आधा दर्जन के करीब खुले टयूशन के अडडे पर छात्र छात्राओं की संख्या करीबन एक हजार के लगभग है। जिन छात्रों से प्रति माह डोनेशन के नाम पर प्रति माह 200-300 रूपये तक प्रति छात्र से बसूले जा रहे है। जिससे टयूशन खोर शिक्षकों की पौबार है। जिन शिक्षकों के पास कुछ भी नही था। जो कि इस गौरख धधे के चलते आज लाखों रूपये में खेल रहे है। लोगों  ने बताया है कि ब्लांक शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी से साठ गांठ के चलते वह इन टयूशन खोर शिखकों के विरूद्ध कार्यवाही न करते हुये खुला संरक्षण दिये हुये है। जिसके चलते यह बै खौ अपनी अपनी टयूशनकी दुकाने धड्ल्ले से चला रहे है। छात्रों के पालकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही इन टयूशन खोर शिक्षकों के अड्डो पर छापा मार कार्यवाहीकर रोक लगाई जाये जिससे टयूशन घोर बैशाखी से छात्र छात्रओं को मुक्ति मिल सके।

 

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