गुरुवार, 16 जुलाई 2009

बंदीगृह वासियों द्वारा अपनी इच्छा से कराया जा रहा है एच.आई.बी. टेस्ट -म.प्र. शासन एवं स्वास्थ्य विभाग की सार्थक पहल (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

बंदीगृह वासियों द्वारा अपनी इच्छा से कराया जा रहा है एच.आई.बी. टेस्ट -म.प्र. शासन एवं स्वास्थ्य विभाग की सार्थक पहल

-स्वयं सेवी संस्थाएं कर रही है वातावरण का निर्माण

मुरैना 16 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) मध्यप्रदेश की सार्थक पहल के परिणामस्वरूप स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत मध्यप्रदेश एड्स कट्राेंल सोसायटी के आग्रह पर जेल प्रशासन द्वारा सजाएयाफता एवं विचाराधीन कैदियों का एच आई बी टेस्ट करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जारहा है। जिसमें वातावरण का निर्माण करने तथा एच.आई.बी. टेस्ट के प्रति बंदियों को जागरूक  करने में स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद

ली जा रही है।

विगत दिवस मुरैना जेल में एक विशेष शिविर आयोजित किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जर्नादन अतुलकर के निर्देशानुसार नोडल ऑंफिसर डां. चंद्रा जाटव के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के संबंधित तकनीकी अमले ने मौजूद रहकर अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए 150 से अधिक बंदियों का एचआईबी टेस्ट किया। आगामी तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में अभी लगभग 125 बंदियों का एचआईबी टेस्ट किया जना शेष है। इसी प्रकार जौरा तथा सबलगढ़ की जेलो में भी शिविर लगाकर बंदियों का एच.आई. बी. टेस्ट किया जावेगा। एक अनुमान के अनुसार एच.आई.बी. टेस्ट कराने वाले बंदियों की संख्या सिर्फ मुरैना जिलें में 500 के लगभग होगी। एडस की रोकथाम तथा उपचार के लिए चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत स्थानीय संस्थाओं में संस्कृति संस्था तथा धरती द्वारा रचनात्मक सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

शिविर में मौजूद संस्कृति संस्था के निदेशक देवेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग की इस सार्थक पहल के दूरगामी  लाभदायक होंगे साथ ही उन्होने कहा कि यद्पि एड्स जैसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की पहचान को अनेक कारणों से गोपनीय रखा जाना है। तथापि यह कहना जरूरी है कि विभिन्न जेलों में बंद कैदियों में कुछ कैदियों के एच आई बी पाँजिटीव होने की आशंका नही किया जा सकता है।

शिविर में नोडल आफिसर डा. चंन्द्रा जाटव ने बताया कि एचआईबी पांजिटीव मरीज पाए जाने पर तत्काल उसके उपचार की समुचित व्यवस्था की जावेगी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं जेल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जावेगा।  इस अवसर पर नोडल ऑफिसर डा. चंन्द्रा जाटव, जेल अधीक्षक श्री शुक्ला जी काँउन्सलर शिल्पी गुप्ता, उल्लास मिश्रा लवसिंह तोमर, धरती से सुमन छारी तथा संस्कृति संस्था के निर्देशक देवेन्द्र तोमर विशेष रूप से उपस्थित थे।

 

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