गुरुवार, 16 जुलाई 2009

जलाशयों की निगरानी के लिए उपयंत्री जिम्मेदार होंगे- संभागायुक्त, संभाग स्तरीय निगरानी समिति की बैठक आयोजित (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

जलाशयों की निगरानी के लिए उपयंत्री जिम्मेदार होंगे- संभागायुक्त, संभाग स्तरीय निगरानी समिति की बैठक आयोजित

मुरैना 16 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) संभागायुक्त श्री एस.डी.अग्रवाल ने कहा है, कि बाढ़ एवं अतिवृष्टि  की स्थिति में जल निकासी सूचना  एवं चेतावनी प्रणाली तंत्र विकसित किया जाय। बाढ़ की स्थिति में जलाशयों की निगरानी के लिए उपयंत्री जिम्मेदार होंगे और जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन नहीं करने पर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। श्री अग्रवाल संभाग स्तरीय निगरानी समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक चम्बल रेंज श्री संजय कुमार झा, कलेक्टर मुरैना श्री एम के अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मुरैना श्री संतोष कुमार सिंह, कलेकटर भिण्ड श्री के.सी.जैन पुलिस अधीक्षक भिण्ड डा. राजेन्द्र प्रसाद मुख्य अभियन्ता जल संसाधन श्री राजन श्रीवास्तव तथा विभाग के अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्री उपस्थित थे।

संभागायुक्त श्री अग्रवाल ने कहा कि जलाशयों में पानी बढ़ने की स्थिति में पूर्वानुमान लगाकर गेट्स, रेग्यूलेशन, बावत सूचना क्षेत्राधिकारी एवं संबंधित जिले के बाढ़ नियंत्रण कक्ष को दी जाए। चम्बल नदी पार्वती नदी एवं सिंघ नदी में जल स्तर बढ़ने की सूचना फोन व फैक्स द्वारा संबंधित अधिकारी को तत्काल उपलब्ध कराई जाए। बडे वाहनों पर गोताखोरों तैराकों एवं नाव तथा अन्य सुरक्षा उपकरण की जानकारी की सूचना बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ और कलेक्टर को उपलब्ध कराई जाय। साथ ही बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ट के प्रभारी नामपद निवास व पता एवं दूरभाष की जानकारी भी सभी जिला स्तर के अधिकारी एक दूसरे को तत्काल उपलब्ध कराएं। नदियों के रपटों पर जहां बाढ़ का पानी भर जाता है जिन गांवों में बाढ आने का पूर्व इतिहास रहा है वुहां सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएं। और इन उपायों की जानकारी ग्रामीणाें को दी जाए। समस्त उपयांत्रियों का मुख्यालय में रहना सुनिश्चित किया जाये। और जलाशय की निगरानी हेतु उनकी डयूटी लगाई जाए। नाव मालिकों तथा मल्लाहों को भी सचेत किया जाए कि नाव अथवा वोट में खमता सेअधिक यात्री कतई न बिठाए।

 

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