चम्बल घाटी के अधिकांश डकैतों का पतन आशिकी के चलते हुआ
मुरैना 25 जून 09 (दैनिक मध्यराज्य) चम्बल घाटी से लेकर बुदेलखंड तक के जंगलों पर डकेतों का कब्जा आज दिन तक काबिज रहा है दूसरों का घर परिवार उजाड ने से लेकर उनकी जाने लेने तक में कोई हिचक न दिखाने वाले कई दस्यु सरदार आशिकी मिजाज के रहे लेकिन इनकी एक नहीं बल्कि कई प्रेमिकायें रहीं कुछ डकेतों ने तो अपनी प्रेमिकाओं से शादी रचाई और बाद में वही उनके पतन का कारण भी बनी। अपनी जिंदगी की परवाह न करते हुए हथियार हाथों में थाम कर बीहणों में उतरे डकेतों की पहिचान खून खरावा करने की रही है लूटपाट और खूनखरावा करते ही थे लेकिन दिल के मामले में भी किसी से पीछे नही रहे किसी ने गिरोह में शामिल हुई लडकी से दिल लगा लिया तो किसी ने अपनी प्रेमिका को ही गेंग का सदस्य बना डाला चम्बल घाटी की दस्यु सुन्दरी रही फूलन देवी को म.प्र.सहित अन्य प्रांतों के लोग खूंखार डकेत के रूप में पहिचानते थे मगर वह भी डकेत बिक्रम मल्लाह से मोहब्त करती थी यह प्रेम कहानी सिर्फ फूलन की ही नही घाटी के अन्य दस्यु निर्भय गुर्जर की भी है उसने एक नही बल्कि तीन..तीन प्रेमिका से प्यार किया और अंत भी प्रेमिकाओं के चलते हुआ। सीमा परिहार और मुन्नी पांडे ने ज्यादा दिन निर्भय का साथ नही दिया मगर नीलम ने उसके बेटे श्याम से ही मोहब्बत करली।
रामआसरे उर्फ फक्कड बाबा भी कुसम नाईन को अपना दिला दे बेठा वही रंजन गुर्जर ने भी लवली पांडे को अपनी प्रेमिका बनाकर साथ रखा था मगर उक्त डकेतों का प्रेम प्रसंग ज्यादा दिन नही चला और प्रेमिकाओं के चलते उनका का अंत हो गया।
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