गुरुवार, 18 जून 2009

कलेक्टर द्वारा शासकीय संस्थाओं का निरीक्षण, तीन कर्मचारियों की सेवा समाप्त: एक निलम्वित

कलेक्टर द्वारा शासकीय संस्थाओं का निरीक्षण, तीन कर्मचारियों की सेवा समाप्त: एक निलम्वित

मुरैना 17 जून 09/ कलेक्टर श्री एम.के.अग्रवाल ने आज पोरसा जनपद की विभिन्न शासकीय संस्थाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया और अनियमिताएं पाये जाने पर तीन कर्मचारियों को सेवा से पृथक करने, एक को निलम्वित करने तथा तीन का 15 दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए । इसके साथ ही छ: ग्राम पंचायतों के सचिवों को रोजगार गांरटी योजना के कार्यों पर सात दिवस के अन्दर मजदूर न बढाने की स्थिति में पद से डी-नोटीफाई करने की हिदायत दी गई।

       कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान संविदा चिकित्सक डा. शिल्पी शर्मा को कार्य से निरंतर अनुपस्थित की शिकायत पर, महिला एवं बाल विकास की सुपरवाइजर अल्पना उरवार का कार्य असंतोष जनक पाये जाने पर तथा गोहदूपुरा आंगनवाडी केन्द्र की कार्यकर्ता रजनी तोमर को संबंधित सुपरवाइजर को फर्जी रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर सेवा से पृथक करने के निर्देश दिए गये । पंचायत समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया को रोजगार गारंटी योजना के कार्यों पर मजदूरों की कम संख्या एवं कार्य में लापरवाही वरतने के कारण निलम्वित करने तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाईजर कृष्णा निगम, सीमा गुप्ता और सुनीता तोमर का गत माह का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं करने और आंगनवाडी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण नहीं करने पर 15 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाई की गई ।

       ग्राम पंचायत बरवाई, भदावली, चापक, दोरेटा, जोटई, और पद्दूकापुरा के सचिवों को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम के तहत संचालित कार्यो पर 7 दिवस में मजदूर नही बढाने की स्थिति में म.प्र. पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम के तहत सचिव पद से डी नोटीफाई करने की कार्रवाई की जायेगी ।

       कलेक्टर ने पोरसा जनपद की समस्त ग्राम पंचायत के सचिवों को सख्त हिदायत दी है कि इंदिरा आवास, विधवा पेंशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता के लंबित करीब 315 प्रकरणों को 22 जून तक अनिवार्य रूप से निराकरण किया जाय । उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्यों के सुचारू संचालन पर जोर दिया । श्री अग्रवाल ने कहा कि आंगनवाडियों का निरीक्षण अनुविभागीय अधिकारी द्वारा किया जायेगा, निरीक्षण के दौरान एक दिन में तीन आंगनवाड़ी केन्द्र बंद पाये जाने पर संबंधित सुपरवाईजर की सेवायें समाप्त कर दी जावेंगी । इस अवसर पर उन्होने कैश बुक, जननी सुरक्षा योजना की संबंधित पंजी, स्टोर रूम आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने तहसील पोरसा का भी निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डा. एम.एल. दौलतानी, तथा अन्य अधिकारी साथ थे ।

 

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