स्थानीय निकाय के चुनावों में पर्टियों का जनाधार घटा
मुरैना..स्थानीय निकाय चुनाव 2009 में विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों का चयन संबंधित वार्ड के पार्टी के प्रति समर्पित निष्ठावान एवं जमीनी कार्यकताओं से न किया जाकर अन्य वार्डो के ऐसे व्यक्ति यों को टिकिट दिया गया है जिनका नाम भी संबंधित पार्टी से जुड़ा होना वार्ड के निवासीयों की जानकारी में नहीं है। सभी नये नये व्यक्तियों को टिकिट देकर सभी पार्टियों ने पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है। इससे जो भी वार्ड प्रभावित हुये है उनमें पार्टियों का जनाधार घटने जा रहा है।
दल-तंत्र भगाओं जनतंत्र बचाओं अभियान के संयोजक श्री गोपालदास गर्ग एवं अध्यक्ष पेंशनर्स एसो.म.प्र. श्री गिर्राज शर्मा एवं श्री रनसिंह बाबूजी ने प्रेस को बताया है कि वे मुरैना नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 23 के निवासी एवं मतदाता है। उनके वार्ड में कांग्रेस, भाजपा, एवं बसपा के अनेक, अपनी अपनी पार्टियों के प्रति समर्पित,निष्ठावान, एवं सतही कार्यकर्ता मौजूद है, जिन्होनें अपनी अपनी पार्टीयों से टिकिट पाने हेतु आवेदन किये है। किन्तु सभी पार्टियों ने वार्ड क्रमांक 23 में निवास करने वाले
इन आवेदकों की उपेक्षा कर ऐसे प्रत्याशियों को टिकिट दिये है जो वार्ड क्रमांक 23 के ना तो निवासी है और ना ही मतदाता है। इससे ऐसा लगता है कि पार्टियों का वार्ड क्र मांक 23 में जनाधार घट गया है।
इस कारण कांग्रेस ने वार्ड क्रमांक 24 के, भाजपा ने वार्ड क्रमांक 25 के तथा बसपा ने वार्ड क्रमांक 21 के रहवासी व मतदाता को वार्ड क्रमांक 23 से अपना अपना प्रत्याशी बनाया है। पार्टियों की टिकिट वितरण की यह शैली उनके प्रत्याशियों की जीत को संदेहास्पद बनाती है। यदि ये पार्टियॉ अपना जनाधार वार्ड में यथावत बनाये रखना चाहती है तो उन्हें चाहिए कि समय रहते केवल संबंधित वार्ड के आवेदक को ही टिकिट देना सुनिश्चित करे। नाम वापसी की तारीख 30 नवम्बर के 3 बजे से पहले पार्टियॉ चाहे तो समय रहते अपनी गलतियों में सुधार कर सकती है।
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