मतगणना के लिये तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को गुरूवार को शा.उ.उ.मा.विद्यालय क्रमांक -1 मुरैना में प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें मतगणना के लिये तैनात अमले को मतगणना की बारीकियों से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण में मतगणना सुपरवाइजर, गणना सहायक के साथ-साथ माइक्रो ऑब्जर्वर को भी प्रशिक्षित किया गया। विधानसभा उपनिर्वाचन में पहली बार उपयोग में लाए गए वीवीपैट की पर्चियाँ गिनने व उनका महत्व भी मतगणना अमले को बताया गया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण भटनागर ने मतगणना प्रशिक्षण के दौरान आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा की और जरूरी दिशा निर्देश दिये।
शा.उ.उ.मा.विद्यालय क्रमांक -1 मुरैना में आयोजित मतगणना अमले के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में गणना पर्यवेक्षक व गणना सहायकों को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में डाले गये मतों की गणना करने के बारे में बताया गया। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में लगभग 600 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रति विधानसभा में ईव्हीएम की गणना के लिये दो-दो कक्ष आरक्षित किये है। प्रति कक्ष में 7-7 टेबल रहेंगी। इनके अलावा तीसरा रूम रहेगा, उसमें पोस्टल बैलेट की गणना होगी।
उन्होंने मतगणना कर्मियों को निर्देश दिये हैं कि मतों की गिनती का काम पूरी सावधानी के साथ करें। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना के संबंध में निर्धारित दिशा-निर्देशों का भी कड़ाई से पालन किया जाए। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिले की पांचो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिये 3 नवम्बर को मतदान संपन्न हुआ। अब 10 नवम्बर को मतगणना की जायेगी। मतगणना का काम प्रातः 8 बजे से पॉलीटेक्निक कॉलेज में किया जायेगा।
प्रशिक्षण में बताया गया कि पोस्टल बैलेट मतों की गिनती अलग से कक्ष में होगी। यदि ईवीएम के आखिरी दो राउण्ड से पहले पूरी नहीं हो पाती है तो सेकेण्ड लास्ट राउण्ड का चुनाव परिणाम तभी घोषित होगा, जब पूरे डाक मत पत्र गिने जा चुके होंगे।
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