गुरुवार, 23 जुलाई 2009

मुरेना में आपराधिक मामलों के बाद अब भ्रष्टाचार की शिकायतें

मुरेना में आपराधिक मामलों के बाद अब भ्रष्टाचार की शिकायतें

मुरैना 23 जुलाई 09, मुरैना में मामलों के एक दौर चलने की पुरानी कहानी है । पिछले मई जून और चल रहे जुलाई माह तक जहॉं आपराधिक मामलों की कायमी की धुँआधार मची, चाहे प्रशासनिक अधिकारीयों के खिलाफ मामले कायमी होना रहा हो चाहे चोर उचक्‍कों के खिलाफ भरी गर्मी में आपराधिक कायमियों की दनादन मची रही ।

मुरैना में अब दूसरा दौर शुरू हो गया है, और यह दौर है भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़े की शिकायतों का, मजे की बात यह है कि इस दौर में भी बड़े प्रशासनिक अधिकारीयों से लेकर छोटे छोटे बाबूओं तक के खिलाफ शिकायतें हो रहीं हैं ।

हमारी लानकारी और हमारे सूत्रों के अनुसार जिला अंत्‍यवासायी सहकारी समिति, सहकारिता कार्यालय, पंजीयन विभाग, जनसंपर्क विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जिला महिला बाल विकास, आबकारी विभाग और पंचायत व समाज कल्याण विभाग के खिलाफ धुँआधार शिकायतें हो रहीं हैं । अन्‍य विभागों के खिलाफ जहॉं इक्‍के दुक्‍के मामले हैं वहीं शिक्षा विभाग के खिलाफ लोगों को सर्वाधिक शिकायतें है, एक मामले में तो शिक्षा विभाग पर तीन करोड़ की राशि के गबन का आरोप लगाते हुये जिला शिक्षा अधिकारी चन्‍द्र मोहन उपाध्‍याय सहित कई छौटे बड़े अधिकारी कर्मचारीयों को मुल्जिम बताते हुये आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मॉंग की गई है वहीं मशहूर समाजसेवीयों, राजनीतिज्ञों, स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं द्वारा अनेक शिकायतें निम्‍न से उच्‍च स्‍तर तक भेज कर कठोर कार्यवाहीयों की मॉंग की गई है । ऐसा दौर पहले भी करीब आठ दस साल पहले मुरैना में चल चुका है जिसमें कई अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह निपट गये थे ।      

 

कोई टिप्पणी नहीं :