गैपरा पंचायत के सचिव द्वारा गंभीर अनियमिततायें ,जांच की मांग
पद का दुरूपोग कर रिस्तेदार और भाई भतीजों को पहुंचाया बैजा लाभ
मुरेना 3 अगस्त 09, (दैनिक मध्यराज्य) जिले की पहाडगड जनपद पंचायत के अंर्तगत आने वाली ग्राम गैपरा पंचायत सचिव पर भ्ष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए महिला सरपंच ने जिलाधीश से लोकजन हित और भ्ष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु सचिव के खिलाफ अविलंव कार्यवाही की मांग की है मगर शिकायत के एक बर्ष बाद भी सचिव के बिरूद्ध कोई जांच न होने पर सरपंच ने रोष प्रकट किया है। जून 08 में ग्राम पंचायत की सरपंच छोटी बाई शाक्य ने सचिव के भ्ष्ट कारनामों की शिकायत लिखित में शासन और प्रशासन से की गई है।
शिकायत में सरपंच ने आरोप लगा है कि सचिव गैपरा ने सगी मौसी के नाम राष्ट्रीय परिवार सहायकताके 10,000 हजार रूपये निकाले थे। तोफा वाई पत्नी गफले जाटव सचिव की मौसी नि:सन्तान थी इस कारण राष्ट्रीय परिवार सहायता के दायरे में नहीं आती थी। रोचक बात यह है कि पंचायती राज से पूर्वसनृ 1992 में फोत हो चुकी थी लेकिन सचिव लने मृत्यु रजिस्टर में सन की हेरा फेरी कर 1992 के स्थान पर 1995 कर फर्जी रूपया निकाल लिया गया था। जिसको सिद्ध पन्ड़ा रामगोपाल सोंरो द्वारा किया जा सकता है। क्यों कि पण्ड़ा की पोथी 1992 में मृत्यु दर्ज है। दुर्गा पुत्र झीगुरिया वधेल 16 जुलाई07 को, देवीलाल पुत्र गुल्ली कुशवाह 11 नवम्बर 07 को, व दुर्गा पुत्र तेजी सिंह जाटव समस्त गैपरा निवासी 9 अगस्त 07 को फोत हो चुके है। फिर भी सचिव ग्राम पंचायत गैपरा प्रकाश चन्द्र लाहोरिया स्वयं लोगों के नाम से अभी भी भर्जी व कूटरचित कार्यवाही कर पेंन्सिल निकाल कर स्वयं अपने उपयोग में ले रहा है। प्राथी महिला हरिजन सरपंच बिना पड़ी लिखी एवं सीधी-साधी होने के कारण सचिव मेरे हस्ताक्षर का दुरूपयोग कर रहा है। इसके अलावा धोस देता है कि आपकी जमीन जायदात को भी बिचवा दूंगा तब आपको पता चलेगा। इसलिये मैं शासन से गुहार करती हँ कि भविष्य में मेरे नाम की रीकवरी निकलती है तो इसका जिम्मेदार सचिव प्रकाश चन्द्र लाहोरिया होगा मेरी कोई जबावदारी नही होगी। क्यों कि सचिव ने अपने सगे भाई भरत सिंह को इन्द्राआवास का लाभ हाल ही में दिला दिया है। इसकी जानकारी मुझे भी नहीं नही लगी। सचिव ग्राम पंचायत गैपरा चन्द्र स्वयं प्रार्थीया सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर कर ठहराव कर देता है। तथाा अपनी स्वेच्छा से ही प्रार्थीया सरपंच के हस्ताक्षर व शील लगा देता है। फर्जी कार्यवाही इन्द्रा आवास कालोनी गैपरा में लोह पीटाओं को फर्जी ठहराव कर बसा दिया है।
सचिव ग्राम पंचायत गैपरा प्रकाशचन्द्र स्वयं रोजगार गारंन्टी के अन्तर्गत बनने वाले जांब कार्ड नही बना रहा है तथा उन्ही लोगो के जांवकार्ड बनाता है जो एक हजार रूपये देता है। तथा जांब कार्ड वांटे भी नही है। चिन्ताराम पुत्र दाताराम किशोर के पुरा से 1,000 रूपये लेकर जांब कार्ड दिया है। तथा मैं महिला सरपंच से 10 परसेंन्ट कमीशन की मांग कर रहा है। और अभन्द्र व्यवहार करता है। फद्दी पुत्री सेनना ग्राम खेरिया में व्याही है तथा वही पर रहती है। परन्तु सचिव ने सुनेना के नाम से राशन कार्ड अन्तोदय का ग्राम पंचायत गैपरा में बनाकर कार्ड बनाने का स्वयं राशन कार्ड का उपयोग कर रहा है। लेकिन इस राशन कार्ड के बारे में सुनने का पता नही है। बीपीएल राशन कार्ड पर 500 रूपये लेता है। तथा नहारसिंह पुत्र लटूरी गौड फोत हो चुका है लेकिन सचिव ने नाहर सिंह के भाई का फोटो लगाकर बीपीएल का कार्ड बना दिया है जब कि वह अवैध है। सचिव ग्राम पंचायत गैपरा ने अपने सगे भाई कल्लन भरत हरिसिह तथा ताऊ गफले पुत्र फोदे व चाचा सिया पुत्र फोदे व खास चाचा का लड़का द्वारिका पुत्र फददी के गरीबी रेखा के नीचे के राशन कार्ड बनवा दिये है। जब कि उक्त गरीबी की रेखा में नही है। उक्त लोगो के स्वयं के मकान जमीन व सिचाई सुविधा है स्वयं सचिव ने पैसे की ताकत से अपनी पत्नी हलुकी पत्नी प्रकाश चन्द्र लोहोरिया के नाम 25 बीघा जमीन का पटटा करा लिया है।
जपं सीईओ की जांच पर नही है भरोसा
पहाड़गढ़। जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत गैपरा की सरपंच छोटी बाई शाक्य द्वारा सचिव की कथित अनियमिताओं की शिकायत में स्पष्ट किया गया है कि पहाडगढ़ जनपद पंचायत सीईओ और सचिव के बीच सांठगाठ है और सचिव की जांच सीईओ से न कराते हुये अन्य किसी अधिकारी से कराई जाये ताकि निष्पक्ष जांच हो।
सूचना के अधिकार के तहत नही दी गई जानकारी
पहाड़गढ. ग्राम पंचायत गैपरा की सचिव द्वारा की गई गडबडी से सम्बन्धि जानकारी हेतु सूचना के अधिकार के तहत पत्रकार कुलदीप भारद्वाज ने 12 जून 09 मे ग्राम पंचायत सचिव को आवेदन किया मगर समस्या अवधि बाद भी जानकारी आवेदक को नहीं दी गई तो जनपद सीईओ के यहां 13 जुलाई 09 को अपील की गई जिस पर सीईओ ने 13 जुलाई09 को तीन दिवस के अंदर जवाव पेश करने का सचिव को नोटिस दिया गया। मगर उक्त अबधि में भी जानकारी नही दी गई तो पत्रकार ने 28 जुलाई को तन सुनवाई के दौरान भी आवेदन देकर जानकारी मांगी पर अभी तक जानकारी नही दी गई है।
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