शनिवार, 2 फ़रवरी 2008

घरेलू उद्योग धंधों से जुडकर निर्धन महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं- कलेक्टर

घरेलू उद्योग धंधों से जुडकर निर्धन महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं- कलेक्टर

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पन्ना 31 जनवरी- कलेक्टर श्रीमती दीपाली रस्तोगी ने गरीब वर्ग की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि वे मोमबत्ती निर्माण, अगरबत्ती निर्माण तथा झाडू निर्माण जैसे घरेलू लघु उद्योग धंधों से जुडकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। इसमें प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा। यह बात कलेक्टर श्रीमती रस्तोगी ने यहां गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं के लिए स्वर्ण जयंती शहरी स्वरोजगार योजना के अंतर्गत दिए गए मोमबत्ती निर्माण के 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर तथा झाडू निर्माण के दिए जा रहे तीस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं से बातचीत में कही।

          कलेक्टर ने प्रशिक्षणार्थी महिलाओं से उन्हें सिखाए गए उत्पाद निर्माण कार्य के गुरों की जानकारी ली और कहा कि वे अपने व्यवसाय को अधिक लाभदायक बनाने की दिशा में न केवल सोचें, बल्कि उसके लिए प्रयास भी करें। कलेक्टर ने मोमबत्ती और फूलझाडू जैसे उत्पाद तैयार करने के लिए सस्ती दरों पर प्राप्त होने वाले कच्चे माल के प्राप्ति स्थलों के बारे में पूंछतांछ की। उन्होंने ऐसी महिला उद्यमियों के उत्पादों की बिक्री के लिए भोपाल में बाजार तलाशने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि एक ही स्थान पर उत्पादों की खपत हो सके और महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए इधर-उधर भटकना न पडे। कलेक्टर से प्रशिक्षणार्थी महिलाओं ने खुलकर बातें कीं और उत्पाद तैयार करने के लिए सीखी गई बातों से उन्हें अवगत कराया।

          श्रीमती रस्तोगी ने महिलाओं कीे निर्माण कला को भी देखा। जिला शहरी विकास अभिकरण के सहायक परियोजना अधिकारी श्री पी0के0 पाठक ने प्रशिक्षण काल की गतिविधियों की श्रीमती रस्तोगी को जानकारी दी। पन्ना शहर के गरीब बर्ग की प्रशिक्षणार्थी इन महिलाओं में मोमबत्ती निर्माण का 50 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है और फूलझाडू निर्माण का 50 महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। पन्द्रह दिवसीय मोमबत्ती निर्माण्ा के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को वस्तु विशेषज्ञों द्वारा निर्माण विधि और कच्चा माल प्राप्त करने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसी प्रकार बस्तु विशेषज्ञों द्वारा फूलझाडू एवं सींक झाडू निर्माण्ा के प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को झाडू निर्माण की बारीकियों से परिचित कराया जा रहा है।

           सहायक परियोजना अधिकारी श्री पाठक ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अगर ये महिलाएं चाहेंगीं, तो उन्हें स्वंय का उद्योग स्थापित करने के लिए स्वर्ण जयंती शहरी स्वरोजगार योजना के अंतर्गत आर्थिक मदद दिलाई जाएगी। यह आर्थिक मदद केवल एक महिला के रूप में अथवा महिला समूह के रूप में जैसा ये महिलाएं चाहेंगीं, उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि महिलाओं के उत्पादों के लिए बाजार की व्यवस्था भी की जाएगी।

 

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