शुक्रवार, 10 जुलाई 2009

स्कूल चलो अभियान सिर्फ कागजो तक सीमित (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

स्कूल चलो अभियान सिर्फ कागजो तक सीमित

 (गोपाल सोनी द्वारा )

मुरेना.9 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) सबलगढ़ (मुरैना) सबलगढ़ विकास खण्ड में स्कूल चले हम अभियान सिर्फ कागजों में ही चलकर रह गया। इस अभियान के तहत शासन ने लाखों रूपये खर्च कर गरीब पिछड़ी वस्तियों के बच्चाें को शिक्षा उपलब्घ कराने के लिये घर- घर गांव गांव में यह अभियान चलाकर बच्चों को स्कूल तक पहुचाने के लिये यह मिशन चलाया जाता है। परन्तु वडे दुर्भाग्य की बात है कि इस विकास खण्ड में पदस्थ अधिकारियों की वजह से यह अभियान मात्र खाना पूर्ति बनकर रह गया है। वही शिक्षा विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों ने कोई पहल इस अभियान को सफल बनाने में नहीं की। सिर्फ कागजों में दर्ज होकर रह गया है। इस अभियान के तहत हर बच्चे को स्कूल तक जाना लाना और प्रवेश दिलाना है। परन्तु किसी भी अधिकारी ने पहल नही क ी बल्कि पांच जुलाई तक शासकीय विद्यालयों की ताले तक नही खुले तो बच्चें कहा से आते है केलव मध्यान्ह भोजन का वजट दिखाने के लिये फर्जी तरीके से बच्चों के नाम लिख लिये जाते है। और स्टाफ को शालाओं में आनेतक की फुर्सत नहीं है। स्कूलों में शिक्षक ही नहीं आते है। तो कौन पढ़ायेगा। वरिष्ठ अधिकारियों मानीटरिंग की नाम पर मात्र कागजों में ही खाना पूर्ति करते है। मध्यान्ह भोजन की मात्र कागजों में चला रहे है। स्व:सहायता समूह एवं शिक्षकों के आपसी तालमेल से इस योजना का  सारा पैसा इन शिक्षामाफियों की जेबों में जा रहा है। राज्य सरकार चाहिये  कि इस योजनाओं को बंद कर शिक्षा पर ध्यान दिलाये। शालायें नियमित संचालित हो एवं हर बच्चा स्कूल तक पहुचे।

 

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