बी.एस.एन.एल का ब्राडबैण्ड पूरी तरह डम्प
o       55 घण्टे बाद भी नहीं चालू हो सका बी एस एन एल का ब्राडबैण्ड
o       रिलाइन्स और एयरटेल के ब्राडबैण्ड कैफों की चांदी, बी.एस.एन.एल.  के कैफे ठप्प
o       इण्टर के परीक्षा परिणामों में अन्य कम्पनीयों ने एक ही  दिन में बटोरे करोड़ों रू बी.एस.एन.एल को लगा चूना   
मुरैना 8 जून 07 । विगत 6 जून की रात 12:30  बजे से अंचल में बन्द हुआ ब्राडबैण्ड इण्टरनेट नेटवर्क अभी तक चालू नहीं हुआ है  । और पूरी तरह ठप्प पड़ा हुआ है । तहॉं 6 जून को लोगों के पासवर्ड काम नहीं कर रहे  थे वहीं अब हालात यह हैं कि अब ये कनेक्ट ही नहीं हो रहा है अर्थत कनेक्टिविटी ही  पूरी तरह समाप्त हो गयी है । 
उधर दूसरी  ओर अन्य प्रायवेट कम्पनीयों की इण्टरनेट सेवाओं की अंचल में चांदी हो गयी है और  जिले में दोनों हाथ दोनों पांव पिछले तीन दिनो से धन बटोरने में लगी हैं । विगत 7 जून  को म.प्र. मा.शि.मण्डल का इण्टरमीडियेट का परीक्षा परिणाम घोषित होने से लाखों छात्र  जहॉं परीक्षा परिणाम जानने के लिये इण्टरनेट सेवा केन्द्रों पर चककर लगाते रहे वहीं  प्रायवेट इण्टरनेट सेवा प्रदाताओं ने मौके का जम कर लाभ उठाया और दोनों हाथ एक ही  दिन में करोड़ों रू एक झटके में कमा लिये , दूसरी ओर बी.एस.एन.एल इतनी ही चपत उसका  इण्टरनेट बन्द रहने से लग गयी 
कहीं साजिश तो नहीं बी.एस.एन.एल. के खिलाफ 
गोया पिछले तीन दिनों  से जिस प्रकार बी.एस.एन.एल. की इण्टरनेट सेवायें बन्द हुयीं है उसमें कहीं कुछ गंभीर  साजिश है इसमें कोई शक नहीं , चाहे वह साजिश प्रायवेट कम्पनीयों को लाभ पहुँचाने और  बी.एस.एन.एल को उखाड़ फेंकने के लिये की गयी हो चाहे देश के खिलाफ विदेशी ताकतों द्वारा  कोई तगड़ा खेल रचा जा रहा हो । और देश में तेजी से आगे बढ़ती सूचना क्रान्ति और नवीन  भारत तथा भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण की ओर बढ़ कर बेरोजगारी की समस्या और  भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ इण्टरनेट द्वारा छेड़ी गयी मुहिम को ध्वस्त करने का गंभीर  और कूट प्रयास हो । 
इसमें कोई शक नहीं अल्प  समय में भारत ने इण्टरनेट के जरिये जहॉं बेरोजगारी से जंग शुरू कर इसकी बुनियादों  में मठठा डालना शुरू किया है वहीं भारत के भ्रष्ट तंत्र के विरूद्ध भी न केवल आवाज  बुलन्द की है बल्कि इस पर तगड़ी लगाम भी कसी है । जिससे भ्रष्टों की भारी भरकम फौज  बुरी तरह भारत में बौखलाई हुयी है । साथ ही विदेशी ताकतों में भी खलबली मची हुयी है  । 
जहॉं भारत सरकार दिसम्बर  2007 तक भारत के गांवों तक इण्टरनेट सेवायें देकर एक लाख सेवा केन्द्र खोलने जा रही  है वहीं गॉंव पहुँचने जा रही इक्कीसवीं सदी की इस ताकत और लोकतंत्र को मजबूत बना कर  उसके ऐब खोज खोज कर नष्ट करने वाला यह ब्रहमास्त्र आखिर क्यों गड़बड़ाया यह गंभीर  विचार का विषय है । 
म.प्र. जहॉं बिजली कटौती  से परेशान होकर पहले ही सूचना प्रौद्योगिकी के सक्षमतापूर्ण और पर्याप्त उपयोग से  महरूम है वहीं अब सूचना नेटवर्क समाप्त होने से म.प्र. का बेड़ागर्क तो खैर तय है  । 
मजे की बात यह है कि  बी.एस.एन.एल. के उपभोकताओं की शिकायतें तक नहीं सुनी जाती । लोगों की शिकायतों को बी.एस.एन.एल.  न तो सुनता है और न उनकी समस्यायें हल करता है । 
ग्वालियर में भी ठप्प हुआ बी.एस.एन.एल.
जहॉं चम्बल में पिछले  तीन दिनों से बी.एस.एन.एल ठप्प हुआ वहीं 7 जून को म.प्र. मा.शि.मण्डल का परीक्षा  परिणाम निकलने के बाद शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक ग्वालियर जिला और मुख्य शहर में  पूरे तीन घण्टे के लिये बी.एस.एन.एल. की इण्टरनेट सेवायें बन्द हो गयीं । ग्वालियर  के लोग मुरैना, इन्दौर, भोपाल और अन्य शहरों में फोन लगा कर अपना रिजल्ट जानने की  कोशिश करते रहे वहीं ग्वालियर में भी प्रायवेट कम्पनीयों के इण्टरनेट केन्द्रों  ने दोनों हाथ जम कर करोड़ों कमा लिये । 
इस घटनाक्रम की शुरूआत  कैसे हुयी नीचे एक बानगी देखिये-
बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्ड सेवायें बन्द
पिछले 55 घण्टे से ठप्प है जिले में ब्राडबैण्ड सेवायें
पहले पासवर्ड काम नहीं कर रहे थे लोगों के, अब कनेक्टिविटी ही खत्म अधिकारीयों के पास कोई उत्तर नहीं
मुरैना  6 जून 07 । मुरैना जिला में बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्ड इण्टरनेट सेवायें पिछले 18  घण्टे से भी अधिक समय से अचानक ठप्प हो गयीं हैं । सूत्र बताते हैं कि रात 12 बज  कर 30 मिनिट से भारत संचार निगम लिमिटेड के उपभोक्ता ब्राडबैण्ड सेवायें उपयोग करने  से महरूम हो गये । रात के वक्त से ही लोगों के पासवर्ड भारत संचार निगम लि. की  नेटवर्क ने स्वीकारने बन्द कर दिये । और पूअर कनेक्टिविटी समस्या तथा पासवर्ड स्वीकार  न किये जाने से अंचल में ब्राडबैण्ड इण्टरनेट नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो गया  है । 
जब  इस सम्बन्ध में लागों ने अधिकारीयों से शिकायत करना चाही तो पहले तो अधिकारी फोन  ही नहीं उठा रहे थे और जब वरिष्ठ अधिकारीयों से इस सम्बन्ध में चर्चा की गयी तो  उनका कहना था कि वीरेन्द्र राजपूत बता रहा है कि खराबी बंगलौर से है और बंगलौर से  ही ठीक होगी । कुल मिला कर कोई संतोषजनक उत्तर अधिकारीयों के पास नहीं था । खबर लिखे  जाने तक समूचे मुरैना जिले में ब्राडबैण्ड ठप्प पड़ा हुआ है । सबसे अधिक परेशानी  उन उपभोक्ताओ को हो रही है जिन्होंने ब्राडबैण्ड का अनलिमिटेड प्लान ले रखा है, बहुतेरे  तो ऐसे उपभोक्ता माथा पीट रहे हैं, जो एडवान्स में साल भर का बिल बी.एस.एन.एल.  को दिये बैठे हैं । उल्लेखनीय है कि बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्ड सेवायें हर  दूसरे तीसरे दिन अंचल में गड़बड़ाती रहती हैं, जहॉं  कम स्पीड से उपभोक्ता तंग हैं वहीं बार बार डिस्कनेक्शन और पूरी तरह नेटवर्क  विफल होने एवं पासवर्ड डिनाई जैसी समस्याओं से उपभोक्ता रोजाना ही दो चार होते  रहते हैं । ऊपर से तुर्रा यह है कि कोई अधिकारी सुनने वाला नहीं है, शिकायतें  जहॉं ठण्डे बस्ते में पड़ीं रहतीं है वहीं भ्रष्टाचार के और रिश्वत के  आरोपीयों को मुरैना जिला की ब्राडबैण्ड सेवा का इन्चार्ज बना रखा है । उल्लेखनीय  है कि जे.टी.ओ. वीरेन्द्र राजपूत के खिलाफ प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग  भारत सरकार द्वारा गंभीर मामलों में जॉंच कराई जा रही है, इसी  पर मुरैना की ब्राडबैण्ड सेवाओं का वर्तमान में प्रभार है । कई उपभोकताओं द्वारा  इसकी शिकायत करने से उन उपभोक्ताओं के यह जानबूझ कर तंग करता रहता है और उनके कनेक्शन्स  में डिस्टरबेन्स पैदा कर उनसे शिकायत वापस लेने हेतु दवाब बनाता है ।    
 
 
 
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