मंगलवार, 5 जून 2007

28 सेवा से पृथक: तीन निलम्वित: 23 की वेतन वृध्दि रूकी

डेरा डालो अभियान

दो सैंकड़ा कर्मचारियों के विरूध्द कार्रवाई

28 सेवा से पृथक: तीन निलम्वित: 23 की वेतन वृध्दि रूकी

 

मुरैना 5 जून07-डेरा डालो अभियान के अन्तर्गत प्राप्त शिकायतों के आधार पर मुरैना जिले में तीन विभागों के लगभग दो सैंकड़ा कर्मचारियों के विरूध्द अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है । इनमें से महिला एवं बाल विकास विभाग की 28 आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सेवा से पृथक कर दिया गया है । स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारियों को तथा पशु चिकित्सा सेवा के एक कर्मचारी को निलम्वित कर दिया गया है और 23 कर्मचारियों को वेतन वृध्दि रोकने की शास्ति से दंडित किया गया है

       उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन तथा शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता जन सामान्य को मूलभूत सेवाओं का अनुश्रवण की स्थिति का निरीक्षण करने हेतु संभागायुक्त डा. कोमलसिंह के निर्देशानुसार मुरैना जिले में 15 से 25 मई तक डेरा डालो अभियान चलाया गया । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने गत दिवस अभियान की विस्तृत समीक्षा की और अभियान के दौरान प्राप्त शिकायतों के लिए दोषी कर्मचारियों के विरूध्द अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये ।

       कलेक्टर के निर्देशानुसार डेरा डालो अभियान के अंतर्गत प्राप्त शिकायतों के आधार पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा ने जिला चिकित्सालय मुरैना के सहायक ग्रेड-3 श्री पंकज जैन और उप स्वास्थ्य केन्द्र सबलगढ की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती मालती बाथम को तत्काल प्रभाव से निलम्वित कर दिया है । निलम्वन अवधि में श्री जैन का मुख्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मुरैना और श्रीमती बाथम का मुख्यालय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहाडगढ रहेगा । श्री जैन पर जननी सुरक्षा और विजयाराजे जननी कल्याण बीमा योजना के हितग्राहियों को देय प्रोत्साहन राशि समय पर न देने और राशि के बदले में सुविधा शुल्क लेने का आरोप था । इसी प्रकार श्रीमती बाथम अभियान के दौरान मुख्यालय से अनुपस्थित पायी गई और उनके विरूध्द समुचित स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध नहीं कराने की शिकायतें भी पाई गई ।

       उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डा. शत्रुघन शर्मा के अनुसार विभाग के 24 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा दंडित किया गया है । इनमें से कसमड़ा संस्था के श्री राजेन्द्र समाधिया को निलम्वित किया गया है । बुधारा संस्था के श्री रमेश विराले की दो वेतन वृध्दि तथा सर्वश्री रघुवीर सिंह सिकरवार, हेमराज सिंह टैगोर, गिर्राज डण्डोतिया,अजमेर सिंह सिकरवार, वेदप्रकाश शर्मा, ए.एल.उच्चारिया, आर.बी.एस. किरार, वी.एन.व्यास, सुरेश राठौर, रामवरन धारिया, जे.एस. राजपूत, शिवसिंह राजपूत, बी.एल.अशोकान्त, आर.व्ही.गौतम, एस.एस.खरे, एम.एल.वरेलिया, राजू केवट, योगेश कश्यप, रामकुमार कश्यप, सुरेश बाबू दोहरे, एन.एस.तोमर और श्रीमती रेखा सर्जन की एक -एक वेतन वृध्दि रोकी गई है ।

       जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती उपासना राय के अनुसार डेरा डालो अभियान के अन्तर्गत आंगनवाडी केन्द्रो की 163 शिकायतें प्राप्त हुई थीं । शिकायतों का निराकरण करते हुए मुरैना ग्रामीण की 7, पोरसा की 3, पहाड़गढ की 8, अम्बाह की एक, सबलगढ की 5, और कैलारस की 4, कुल 28 आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सेवा से पृथक कर दिया गया है तथा 76 आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के मानदेय काटने की कार्रवाई की गई और 59 को स्पष्टीकरण व चेतावनी जारी की गई । अभियान के दौरान शासन की महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली लक्ष्मी के अन्तर्गत 49 हितग्राही भी चिन्हित किये गये ।

 

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