रविवार, 5 अगस्त 2007

चम्‍बल में बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्‍ड सेवायें ठप्‍प, कोई धनीधोरी नहीं

चम्‍बल में बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्‍ड सेवायें ठप्‍प, कोई धनीधोरी नहीं

शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं, ऊपर से नीचे तक मामला गड़बड़

मुरैना 5 अगस्‍त 07 । चम्‍बल घाटी में कल शाम से यानि 4 अगस्‍त को शाम 4 बजे से अचानक बी.एस.एन.एल. की ब्राडबैण्‍ड सेवायें ठप्‍प हो गयीं और उपभोक्‍ताओं को ब्राडबैण्‍ड कनेक्टिविटी मिलना बन्‍द हो गयी । इरर कोड 678 यानि रिमोट कॅम्‍प्‍यूटर रिस्‍पाण्‍ड नहीं दे रहा है इसे देखते देखते चम्‍बलवासीयों की ऑंखें कल से थक गयीं हैं। मजे की बात यह है कि जहॉं प्रायवेट कम्‍पनीयां 24/7 अपनी सुनवाई और सुधार सेवायें उपलब्‍ध करातीं हैं , वहीं बी.एस.एन.एल. में इमरजेन्‍सी शिकायत का न तो कोई अदद नम्‍बर उपलब्‍ध है और न कोई शिकायतें सुनने वाला या उन पर कोई कार्यवाही करने वाला ।

जहॉं वर्तमान ब्राडबैण्‍ड प्रभारी के व्‍यक्तिगत मोबाइल नम्‍बर की बात है या मुरैना बी.एस.एन.एल. के महाप्रबन्‍धक के घरेलू डायरेक्‍ट्री उल्‍लेखित नंबर पर बात करने की बात है, अव्‍वल तो वे फोन उठायेगें ही नहीं, उठ गया तो काट देंगे, और यदि बात हुयी तो जवाब मिलेगा कि वर्किग डे में वर्किंग टाइम में बात करना अभी हम कुछ नहीं कर सकते ।

अब प्‍यारे उनका क्‍या हो, जो बी.एस.एन.एल. को एडवान्‍स में पूरे साल भर का बिल पहले से ही दिये बैठे हैं ।

कल शाम से बन्‍द हुयीं बी.एस.एन.एल. ब्राडबैण्‍ड सेवायें आज सुबह समाचार लिखे जाने यानि 5 अगस्‍त को शाम 7:30 बजे तक लगभग 27 घण्‍टे बीतने के बाद भी बहाल नहीं हुयीं हैं ।

जो लोग बी.एस.एन.एल. में एडवान्‍स शुल्‍क देकर ब्राडबैण्‍ड लेना चाहें उनके लिये खास कवरेज इसी माह हम प्रकाशित करने जा रहे हैं, पहले इसे पढ़ लेना उसके बाद बी.एस.एन.एल. से नाता जोड़ना । एक आपबीती । बी.एस.एन.एल. बनाम भ्रष्‍टाचार संचार निगम लिमिटेड ।

वैसे अभी हाल ही में एक लाख ग्रामीण इण्‍टरनेट सेवा केन्‍द्र खोलने के लिये भारत सरकार और म.प्र. सरकार ने कार्यवाही चालू की है जो कि जल्‍दी ही खुलने जा रहे हैं, सरकार ने बी.एस.एन.एल. की एक्‍सेचेन्‍जेस और कनेक्टिविटी रिपोर्ट जारी करके बी.एस.एन.एल. से ब्राडबैण्‍ड इण्‍टरनेट कनेक्टिविटी लेने की सिफारिश की है, हालांकि इसमें सर्विस सेण्‍टर एजेन्‍सी पूर्ण स्‍वतंत्र है कि वह किस कम्‍पनी से इण्‍टरनेट कनेक्टिविटी ले ।

अब प्‍यारे कहो अगर सरकार के इस महात्‍वाकांक्षी प्रोजेक्‍ट में इस कदर इण्‍टरनेट बन्‍द हुये तो हो गयी जय राम जी की । जबकि सरकार ने स्‍पष्‍ट आदेशित या यूं कहों कि निर्देशित किया है कि कनेक्टिविटी 24/7 विदाउट डिस्‍टरबेन्‍सेज, विदाउट इण्‍टरप्‍शन्‍स होना चाहिये वरना सर्विस सेण्‍टर की बैंक गारण्‍टी जप्‍त, यानि करोड़ों रूपये की गारण्‍टी खड़े खड़े जप्‍त ।

गड़बड़ बी.एस.एन.एल. की और दण्‍ड सर्विस सेण्‍टर एजेन्‍सी को, वाह भई वाह क्‍या गजब तमाशा है । ऐसे तो चल गये कॉमन सर्विस सेण्‍टर ।

भईया कल से अब तक हम खुद मुरैना से दिल्‍ली तक लगभग 15 ई मेल शिकायतें भेज चुकें हैं, मगर अभी तक तो कुछ नहीं हुआ, दिल्‍ली में भी इतनी अनसुनापन और भ्रष्‍टाचार है, वेरी नाइस वेरी गुड ।

वैसे हमारे हाथ पिछले चन्‍द दिनों में काफी तगड़े सबूत हाथ लगे हैं जिसमें बड़े पारदर्शी तौर पर स्‍वत: ही सिद्ध है कि माजरा दरअसल क्‍या है, और मामला भी कोई छोटा मोटा नहीं करोड़ों के खेल का है, सबूत पक्‍के हैं इसमें शक नहीं, गड़बड़ मुरैना से दिल्‍ली तक है इसमें भी शक नहीं, हमारा इन्‍वेस्‍टीगेशन जारी है और इसी माह पूरी रिपोर्ट इण्‍टरनेट पर रिलीज भी करेंगे । यह भी सच है कि भनक उनके कानों में पड़ चुकी है, और बौखला भी गये हैं हुजूर । अब बेट चाहे कनेक्‍शन गड़बड़ करो चाहे कुछ भी माया जाल बिखराओ, लपेट में तो आ चुके हो, सच तो हम छापेंगें, काटना चाहो काट दो कनेक्‍शन मगर एक कहावत है न कि '' हवायें लाख रोकें रास्‍ता आंधीयां बनकर, मगर वो छा ही जाते हैं जो बादल घिर के आते हैं''  । समझ गये प्‍यारे ।               

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