बिजली कटौती ने मुरैना जनसम्पर्क कार्यालय का कम्प्यूटर उड़ाया,सारी फाइलें करप्ट और गायब
ई मेल नहीं बंटीं समाचारों की
मुरैना । 17 अप्रेल 2007 । धुआंधार और अन्धाधुन्ध अघोषित बिजली कटौती से चम्बल सम्भागीय मुख्यालय की हालत बद से बदतर हो गयी है । और अब दिन तो दिन, पठठे रात में भी बिजली वाले लोगों को नहीं बख्शते ।
सम्भागीय मुख्यालय पर इस बुरी तरह की जा रही बिजली कटौती का यह हाल उस शहर में है जहॉं कलेक्टर, एस.पी., और कमिश्नर के कार्यालय और निवास है, जिनके हवाले चम्बल के कल्याण और विकास की बाडोर है । अब अंचल के गॉंवों, तहसीलों और कस्बों का आलम क्या होगा, यह किसी से छिपा नहीं है । महज 90 दिन में बिजली सप्लाई 24 घण्टे देने का वासदा कर सत्ता में आयी भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आने के बाद अपने सारे चुनावी वायदे भूल गई । और उसे अब सत्ता से जाने का वक्त नजदीक आते आते भी अब तक जनता की सुध नहीं आयी है ।
खैर अब तक जनता भुगत रही थी , कोई सुन नहीं रहा था , जनता चिल्ला रही थी और नक्कारखाने में तूती की आवाज श्रवणपर हो रही थी । मगर अब बिजली कटौती की मार सरकारी कार्यालयों पर भी पड़ने लगी है , पिछले दो तीन दिन में जहॉं तीन सरकारी कार्यालयों के कम्प्यूटर खराब हुये वहीं कल अखबारों को रोज समाचार मुहैया कराने वाले मध्यप्रदेश शासन के जनसम्पर्क कार्यालय के मुरैना जिला कार्यालय का कम्प्यूटर भी उड़ गया , इस कम्प्यूटर के उड़ने से सारी फाइलें जहॉं करप्ट हो गयीं वहीं, इसमें संचित सभी डाटा और फाइले भी करप्ट हो कर अपठनीय और न खुलने योग्य हो गयीं ।
बिजली जाने से पहले जो रीडिंग प्रूफ निकाला गया बस वही कार्यालय में शेष बचा और कम्प्यूटर का सारा माल साफ हो गया । रीडिंग प्रूफ पर ही व्हाइट फलड का इस्तेमाल कर , हाथ से करेक्शन मार मूर कर फोटो कापीयां करा करू कर जैसे तैसे राम भरोसे कल का काम चलाया गया और समाचार बांटे गये ।
अब आज किस सरकारी कार्यालय पर बिजली का कहर टूटेगा खबर का इन्तजार है ।
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