मंगलवार, 10 जून 2008

कृषक जैविक खादों का उपयोग करें – कलेक्‍टर, पॉंच दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का समापन हुआ

कृषक जैविक खादों का उपयोग करें कलेक्‍टर, पॉंच दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का समापन हुआ

मुरैना 9 जून 08/ कृषि विज्ञान केन्द्र मुरैना में कृषि विभाग द्वारा 2 जून से 6 जून तक आयोजित 5 दिवसीय कृषि विज्ञान मेला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के मुख्यातिथ्य में सम्पन्न हुआ । श्री त्रिपाठी ने कृषकों को रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुन्ध उपयोग न कर मिट्टी परीक्षण कराकर उर्वरकों की अनुशंसित मात्रा का उपयोग करने के साथ साथ  जैविक खादों का उपयोग करने की सलाह दी ।

       विधायक श्री गजराज सिंह सिकरवार ने शासन द्वारा कृषकों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि मेले में कृषि बैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी के हिसाब से खेती करें तो खेती लाभ का धन्धा हो जायेगी । इस अवसर पर विधायक ने कृषकों को नलकूप खनन पर अनुदान के चैक तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को  वायोगैस निर्माण पर प्रोत्साहन राशि का वितरण किया ।

किसान संघ के महामंत्री श्री महेश दत्त मिश्रा ने कृषि बैज्ञानिकों से जानकारी लेकर उन्नत तरीके से खेती करने की सलाह दी । वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अम्बाह ने कहा कि खाद एवं उर्वरकों का संतुलित मात्रा में उपयोग कर कृषक खेती की लागत घटा सकते है तथा उत्पादन बढ़ा सकते है । उन्होंने बताया कि कृषक 2 से 3 टन गोवर की सड़ी हुई खाद का उपयोग प्रति बीघा में करें तथा बाजरा की खेती में 50 कि.ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट एवं 4 कि.ग्राम म्यूरेट आफ पुटास प्रति बीघा खेत की तैयारी के समय अवश्य दें । खाद्यान्न फसलों में जिंक सल्फेट 5 कि. ग्राम एवं दलहन तिलहन फसलों में 4 कि. ग्राम गन्धक प्रति बीघा अवश्य उपयोग करें । इस अवसर पर डा. के.के. यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने उद्यानिकी खेती एवं सब्जी उत्पादन की जानकारी दी । इंजीनियर वीरेन्द्र गुप्ता ने जैविक खेती की जानकारी के बारे में बताया । डा. लाल ने उन्नत किस्मों के बोने की सलाह दी ।

       उप संचालक कृषि श्री बी.डी. शर्मा ने सभी की उपस्थिति के प्रति आभार व्यक्त किया।

 

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