रविवार, 25 मई 2008

पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला 2 जून से

पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला 2 जून से

मुरैना 24 मई 08/ किसानों को उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी देने के लिए मुरैना में कमिश्नर कार्यालय के पास स्थित आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र, कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में 2 जून से 6 जून तक पांच दिवसीय कृषि विज्ञान मेला आयोजित किया जायेगा । यह जानकारी कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज सम्पन्न कृषि विज्ञान मेला की तैयारियों संबंधी बैठक में दी गई । बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा, उप संचालक कृषि श्री बीडी शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।

       कलेक्टर ने कहा कि इस मेले में कृषि, पशु चिकित्सा, एम.पी.एग्रो, खाद्य और बीज कम्पनियों, स्वास्थ्य आदि विभाग के प्रदर्शन स्टाल लगायें जांय । मेले में आधुनिक कृषि यंत्र उपकरण, ट्रेक्टर और सिंचाई उपकरणों का विशेष प्रदर्शन किया जाय । साथ ही कृषि अदानों, बीज, खाद, उर्वरक, खरपतवार नाशक, कीट नाशक आदि का प्रदर्शन एवं विक्रय की व्यवस्था की जाय । नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट, वायोगैस का जीवंत प्रदर्शन कर कृषकों को इन्हें अपनाने हेतु प्रेरित किया जाय । पशु पालन विभाग की ओर से उन्नत नस्ल के पशुओं, मुर्गी पालन और डेयरी के संबंध में आवश्यक परामर्श देने की व्यवस्था की जाय ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का स्टॉल लगा कर, कपिलधारा उपयोजना और मत्स्य विभाग की मीनाक्षी उपयोजना को प्रचारित किया जाय और इच्छुक किसानों के मौके पर ही प्रकरण तैयार कर उन्हें लाभ पहुंचाया जाय । सहस्त्र धारा उपयोजना को प्रचारित करने के लिए मेला में जल उपभोक्ता संस्थाओं के अध्यक्ष को भी बुलाया जाय । उन्होंने मेला स्थल की आवश्यक साफ सफाई, पेयजल हेतु दो टैंकर की व्यवस्था और अस्थाई शौचालय की स्थापना के निर्देश दिए । उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मेला स्थल पर किसानों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित करने और एक विस्तर के अस्थाई अस्पताल की स्थापना करने के निर्देश दिए ।

मिट्टी परीक्षण भी होगा

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कृषि विज्ञान मेला में मिट्टी परीक्षण की विशेष व्यवस्थाकरने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि इसमेला में आने वाले किसान अपने साथ खेत की मिट्टी भी लेकर आयें । मेला अवधि में इस मिट्टी कापरीक्षण कर किसानों को खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए आवश्यक परामर्श दिया जायेगा ।

 

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