शनिवार, 9 फ़रवरी 2008

अक्रिया शील गौ शालाओं के पंजीयन निरस्त किये जायेंगे

अक्रिया शील गौ शालाओं के पंजीयन निरस्त किये जायेंगे

मुरैना 8 फरवरी 08/ कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में गत दिवस सम्पन्न जिला गै पालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक में अक्रियाशील गौशालाओं के पंजीयन निरस्त करने का निर्णय लिया गया । बैठक में समिति के उपाध्यक्ष एडवोकेट श्री सीताराम गुप्ता, सदस्य म.प्र. गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड श्री पदम बरैया, समिति के सचिव तथा उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डा. अशोक सिंह तोमर तथा सदस्य उप संचालक कृषि श्री एल.एन. भास्कर और श्री तुलसीराम अग्रवाल उपस्थित थे ।

       बैठक में बताया गया कि श्री बरैया के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान जिले में पंजीकृत 13 गौशालाओं में से 8 क्रियाशील स्थिति में गौपालन बोर्ड द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप संचालित पाई गई । निरीक्षण के दौरान सती गौशाला ग्राम विण्डवा देवगढ़ (जौरा) में एक भी गौवंशी पशु नहीं पाया गया तथा प्रदाय आर्थिक सहायता का उपयोग करना भी नहीं पाया गया । समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गौशाला अध्यक्ष द्वारा आर्थिक सहायता राशि का अन्य कार्यों में उपयोग के कारण उनके विरूध्द पुलिस में एफ.आई.आर. दर्ज करायी जाय तथा गौशाला के पंजीयन निरस्तीकरण हेतु बोर्ड को लिखा जाय । समिति ने यह भी निर्णय लिया कि गोविन्द गौशाला को पूर्व में प्रदाय आर्थिक सहायता का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के बाद ही, आर्थिक सहायता की अगली किस्त जारी की जाय ।

       समिति के खाते में शेष 12 लाख 68 हजार 980 रूपये की राशि में से 7 लाख रूपये का वितरण आर्थिक सहायता के रूप में करने का निर्णय लिया गया । श्री बरैया द्वाराकिये गये निरीक्षण उपरांत श्री रामरतन बैष्णव गौसेवा समिति करह, श्री मिथलेश किशोरी शरण गौसेवा समिति संजय कॉलोनी मुरैना, कृष्णा गौशाला कुम्हेरी, नागाजी गौशाला पोरसा, बाबा बलरामदास गौशाला ल्होरी का पुरा, जय श्रीराम गौशाला कैमरा कलां, श्रीकृष्ण गौशाला गूंज बंधा अम्बाह और गोविन्द गौशाला मुरैना को आर्थिक सहायता प्रदाय हेतु पात्र माना गया । वायौगैस और हैंडपंप की

आवश्यकता वाली गौशालाओं को वायोगैस लगाने के लिए 16 हजार रूपये और हैड पंप खनन हेतु 50 हजार रूपये स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया । नन्दी शाला योजना के अंतर्गत गौशालाओं को आवश्यकता अनुसार नन्दी गिरनस्ल का सांड प्रदाय करने का निर्णय लिया गया । गोबिन्द गौशाला में शैड निर्माण के प्रस्ताव पर जन भागीदारी योजना के अन्तर्गत कार्य कराने को कहा गया । इसके तहत गोबिंद गौशाला जनभागीदारी समिति का गठन कर राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खोलकर जनभागीदारी से प्राप्त राशि जमा करायेगी और उतनी ही राशि का सहयोग शासन द्वारा जनभागीदारी समिति से प्रदाय किया जायेगा ।

 

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