बुधवार, 12 दिसंबर 2007

मुरैना में विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न

मुरैना में विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न

 

मुरैना 12 दिसम्बर 2007 //विश्व मानव अधिकार दिवस पर संविधान द्वारा प्रदत्त मूल अधिकारों की जानकारी महिला और बच्चों को होनी चाहिए । जिससे सभी को समान रूप से न्याय प्राप्त हो सके । मूल अधिकारों के हनन होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुरैना द्वारा ऐसे सभी मामलों पर नि: शुल्क विधिक सहायता प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गई है ।

उक्त उद्गार अपर जिला न्यायाधीश मुरैना श्री आर.जी. कोठे द्वारा स्थानीय शासकीय कन्या शाला में आयोजित दृिधिक साक्षरता शिविर में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये गये । प्रारंभ में उन्होंने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पहार और दीप प्रज्वलित करते हुए उपस्थित सभी छात्राओं, शिक्षकों को मानव अधिकार दिवस की शुभकामनायें प्रदान की । शिविर की अध्यक्षता कर रहे न्यायिक दण्डाधिकारी श्री अरबिन्द्र कुमार गोयल द्वारा छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें अपने अधिकारों को जानने तथा शोषण से मुक्ति हेतु स्वयं समन्वित प्रयास करने को कहा, छात्राओं से रूबरू चर्चा करते हुए उनके द्वारा प्रस्तुत शंकाओं तथा समस्याओं को सुना तथा उन्हें संविधान प्रदत्त समस्त मानव अधिकारों की जानकारी प्रदान की, उन्होंने प्रत्येक छात्रा को कम से एकगरीब व्यक्ति तथा पीड़ित महिला को कानूनी सहायता प्रदान करने तथा मानव अधिकारों के प्रति प्रशिक्षित किये जाने का सुझाव दिया ।

शिविर के संयोजक विधिक सहायता अधिकारी श्री एस.के शुक्ला द्वारा बताया गया कि 10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा मानव अधिकारों के प्रति चार्टर बनाया गया और सम्पूर्ण विश्व में मानव अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए मानव अधिकार दिवस के रूप में इसे मनाये जाने का निर्णय लिया गया।

उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर जिला न्यायाधीश श्री गुलाब शर्मा द्वारा छात्राओ, महिलाओ तथा नागरिकों को मानव अधिकारों की जानकारी प्रदाय करने हेतु शिवरों का आयोजन किया जा रहा है, उन्होंने घरेलू हिंसा के विषय में जानकारी देते हुये घर के अंदर महिला एवं बच्चों के ऊपर हो रहे मानव अधिकारों के उल्लघंन की शिकायत करने को कहा तथा बताया कि कोई भी व्यक्ति किसी भी दूसरे व्यक्ति के मूल अधिकारों का हनन नहीं कर सकता और अगर वह ऐसा करता है तो न्यायालय द्वारा इसे समुचित दण्ड प्रदान किये जाने का प्रावधान बनाया गया है। कन्या शाला की छात्राओ द्वारा स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया। शिविर में प्राचार्य श्री बी.आर. दोनेरिया, श्री पी.आर. शर्मा, श्री रामकरनसिंह तोमर, श्री एस.के. सक्सैना, श्रीमती सीमा कुशवाह, श्रीमती सुषमा सिकरवार, मंजूसिंह सिकरवार, सन्ध्या सेंगर , हरगोविन्द शर्मा, नीलम चौहान अनिल जैन सभी व्याख्याता सहित सैकडो की संख्या में छात्रायें उपस्थित रही। शिविर का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी द्वारा किया गया।

 

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