संस्कृति भी ऑन लाइन होगी , कवियों साहित्यकारों के साथ एन.जी.ओ. की नेटवर्क भी ऑनलाइन होगी
मुरैना 28 नवम्बर 09, चम्बल की प्रसिद्ध स्वयंसेवी संस्था ''संस्कृति'' भी शीघ्र ही ऑन लाइन होकर इण्टरनेट पर आ रही है । ग्वालियर टाइम्स समूह संस्कृति संस्था को ऑनलाइन करने की व्यापक तैयारीयां कर रहा है ।
संस्कृति की वेबसाइट इण्टरेक्टिव होगी तथा साहित्यकार, कवि एवं स्वयंसेवी संगठनों की विशाल नेटवर्क संस्कृति की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी , साथ ही संस्कृति अपनी परियोजनाये, सूचना का अधिकार सहित कई अनेक चैनल उपलब्ध करायेगी ।
संस्कृति के निदेशक प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार देवेन्द्र तोमर ग्वालियर टाइम्स समूह से जुड़कर संस्कृति संस्था के कार्यो की बृहद परियोजना बनाने में जुटे हैं । संस्कृति की वेबसाइट में चम्बल के ही नहीं बल्कि देश भर के साहित्यकारों व कवियों को उनकी रचनाओं के साथ एक जगह पर ही प्रकाशित किया जायेगा । और कई ख्यातनाम साहित्यकारों व कवियों की दुर्लभ कृतियां भी यहॉं पढ़ीं जा सकेगी । उनकी तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की विशाल नेटवर्क एवं डायरेक्ट्री भी यहॉं मय वेबसाइट उपलब्ध होगी । जिसमें आनलाइन पंजीयन कराने से लेकर प्रकाशन प्रसारण वेब नेटवर्किंग जैसी सुविधायें तथा आटो अपडेशन एवं आटो पब्िलिशिंग की सुविधा भी दी जायेगी ।
ग्वालियर टाइम्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रधान संपादक नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' वेब साइट की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं । इसके पश्चात चम्बल की करीब 16 अन्य स्वयंसेवी संस्थायें भी ऑन लाइन की जायेंगी । नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' ने कहा है कि चम्बल के बारे में विश्व में व्याप्त भ्रांतियां दूर कर असल चम्बल से परिचित कराने के अपनी परियोजना के दूसरे चरण पर तथा ई कामर्स व ई गवर्नेन्स के तीसरे चरण को नेशनल नोबल यूथ अकादमी ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है । शीघ्र ही वे ग्वालियर चम्बल में एक विशेष अभियान छेड़ कर कार्यक्रम को गति देंगे ।
ग्वालियर टाइम्स ग्वालियर चम्बल के पत्रकारों, राजनेताओं, विद्यालयों, महाविद्यालयों, चिकित्सकों, अभिभाषकों की डायरेक्ट्री भी शीघ्र ही ऑनलाइन करने जा रही है यह भी इण्टरेक्टिव होगी और इसमें भी आन लाइन पंजीयन, आटो अपडेशन व आटो पब्िलिशंग की सुविधा रहेगी ।
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