बुधवार, 20 जून 2007

अतिवर्षा एवं बाढ की स्थिति से निपटने के लिए जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित

अतिवर्षा एवं बाढ की स्थिति से निपटने के लिए जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित

 

मुरैना 19 जून07- अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला स्तर पर संयुक्त कलेक्टर श्री आशकृत तिवारी के कक्ष में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है । इसके दूरभाष क्रमांक 250133 पर बाढ़ एवं अतिवर्षा संबंधी जानकारी दी जा सकती है । यह जानकारी आज यहां कलेक्टर श्रीमती केरेलिन खोंग्वार देशमुख की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में दी गई । बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस.के.सेवले, समस्त अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।

       कलेक्टर ने कहा कि अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए अनुभाग एवं तहसील स्तर पर कार्य योजना तीन दिन के भीतर तैयार की जाय तथा कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर उसके प्रभारी अधिकारी का नाम और दूरभाष क्रमांक की जानकारी आम नागरिकों के हित में सार्वजनिक की जाय । ऐसे क्षेत्र जहां अक्सर बाढ़ का प्रकोप होता है, उनकी निगरानी की विशेष व्यवस्था की जाय तथा आवश्यकता पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने व उनको ठहराने के लिए शिविर स्थलों की पहचान कर ली जाय । जिले में उपलब्ध बाढ बचाव उपकरणों की दुरस्ती आदि कराकर उनकी सूची जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराई जाय । बडे नदी व नालों के जलस्तर पर नजर रखी जाय और जलस्तर के खतरे के निशान पर पहुंचने की संभावना होने पर इसकी सूचना कन्ट्रोल रूम को दी जाय। कोटा वैराज से पानी छोडने पर जिन 52 ग्रामों के प्रभावित होने की संभावना बनी रहती हैं , उनमें पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री और जीवन रक्षक दवाईयों का भंडारण सुनिश्चित कराया जाय ।

       बैठक में बताया गया कि होमगार्ड और वन विभाग के पास नावें,नाविक, आदि की व्यवस्था है । होमगार्ड कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 230466 पर संपर्क कर जरूरत के समय इन उपकरणों को तत्काल उपलब्ध कराया जा सकता है । निजी नाव आदि की जानकारी भी तहसील स्तर पर स्थापित कराई जाये ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सकें । कलेक्टर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में स्थित नाले एवं नालियों की सफाई एवं मलवा निकालने का कार्य करा लिया जाय ताकि पानी की निकासी व्यवस्थित हो और पानी जमा न हो । अतिवृष्टि के समय जल मग्न सड़के एवं पुलियों पर चैतावनी बोर्ड लगाये जाये । बाढ़ नियंत्रण हेतु जिले में उपलब्ध शासकीय एवं निजी श्रोतों से उपलब्ध हो सकने वाली वचाब सामग्री की सूची, नाम पते दूरभाष क्रमांक सहित तैयार करा ली जाय ।

 

कोई टिप्पणी नहीं :