शनिवार, 29 अगस्त 2009

बेटियों को बचाने समाजसेवीयों ने जेहाद छेड़ा : जागरूकता से बचेगी नन्हीं जान- तोमर (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

बेटियों को बचाने समाजसेवीयों ने जेहाद शुरू किया : जागरूकता से बचेगी नन्हीं जान- तोमर

मुरैना.. लिंग चयन समाज की एक ऐसी विकृति है, जिस पर कानून के माध्यम से नियंत्रण करना थोड़ा मुश्किल लगता है। कानून हमें इसके नियंत्रण में मदद करता है। किन्तु पूर्ण विजय तभी प्राप्त कर सकते हैं जब समाज का हर तबका जागरूक होगा इसके लिए अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। यह बात धरती संस्था किसान संस्था रतन बेलफेयर सोसासटी, संस्कृती संस्था जिला स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जागरूकता रथ यात्रा के शुभारंम्भ के दौरान संयुक्त संचालक सुरेश तोमर ने कही।

रथ यात्रा के शुभारम्भ पर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी डी.के. सिद्धार्थ सिबिल सर्जन डा. आर.सी.बांदिल जन भागीदारी समिति की अध्यक्ष ऊषा बादिल जिला कार्यक्रम अधिकारी आशीष पुरोहित डा. धर्मेन्द्र सोनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत लाल मीणा सहित समाज के सैकड़ो बेटियां उपस्थित थी।

जागरूकता यात्रा के कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने सम्बोधित किया। इसके बाद मुरैना की बेटियों के साथ मिलकर महिला  एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश तोमर ने रथ यात्रा को हरी झड़ी दिखाकर रथयात्रा  को प्रारंम्भ किया।

विदित हो कि 7 दिवसीय रथयात्रा मुरैना जौरा सबलगढ अम्बाह पोरसा में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियां के महत्व के प्रति समाज में जागरूकता पैदा होगी। इस यात्रा का समापन 1 सितम्बर 2009 को सबलगढ में किया जावेगा

 

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