भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और मिजोरम में चुनाव प्रक्रिया का संचालन करने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
निर्वाचन आयोग ने दिल्ली, मध्य प्रदेश, मिजोरम और राजस्थान की विधान सभाओं के आम चुनावों के लिए 530 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री एन.गोपालास्वामी और निर्वाचन आयुक्त श्री नवीन चावला और डॉ0 एस.वाई कुरेशी ने आज यहां इन पर्यवेक्षकों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
चुनाव पर्यवेक्षकों के नाम वापस लेने की अंतिम तारीख को निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंचेंगे और मतदान के दिन तक अपने-अपने निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों में लगातार बने रहेंगे। वे राजनीतक दलोंउम्मीदवारों आदि से प्राप्त होने वाली शिकायतों का यथाशीघ्र निपटान सुनिश्चित करेंगे।
वे चुनाव प्रक्रिया के सभी चरणों यथा प्रचार, मतदान, वोटों की गिनती और नतीजों की घोषणा आदि पर नजर रखेंगें।
पर्यवेक्षकों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि नामांकन के समय उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए हलफनामों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए और लोगों को निरीक्षण के लिए बिना देरी उपलब्ध कराया जाए।
पर्यवेक्षकों को विशेष रूप से सलाह दी गई है कि वे आबंटित विधानसभा क्षेत्रों का विस्तार से दौरा करें और कमजोर तथा वंचित वर्गों में विश्वास पैदा करें। पर्यवेक्षक यह देखेंगे क आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन किया जाता है। पर्यवेक्षकों को यह सुनिश्चत करने को भी कहा गया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान होने वाली सभी संभावित नाजुक घटनाओं की विस्तार से वीडियो फिल्म तैयार की जाए। आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि मतदान के दिन उचित और कारगर जानकारी सुनिश्चित करने के लिए पर्यवेक्षकों की सलाह से एक व्यापक सूचना तैयार की जाए।
पर्यवेक्षकों की सहायता के लिए लघु पर्यवेक्षक भी मतदान केन्द्रों पर रहेंगे, जो सुनिश्चित करेंगे कि मतदान प्रक्रिया बिना किसी गड़बड़ी के संचालित हो।
मतदान प्रक्रिया की समाप्ति पर पर्यवेक्षक और लघु पर्यवेक्षक विशेष रूप से तैयार किए गए फार्मेट पर आयोग को अपने क्षेत्र के चुनाव संबंधी जानकारी देंगे।
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