बुधवार, 9 अप्रैल 2008

786 बालिकायें लाड़ली लक्ष्मी बनी

786 बालिकायें लाड़ली लक्ष्मी बनी

मुरैना 9 अप्रेल 08/ राज्य शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक और आर्थिक स्तर में सुधार लाने तथा सुखद भविष्य के उद्देश्य सेप्रारंभ की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत मुरैनाजिले में 786 बालिकाओं को लखपति बनने केअवसर प्राप्त हुए है ।

       जिला महिला एवं बाल विकासअधिकारी श्री प्रदीप राय के अनुसार मुरैनाजिले को गत वित्त वर्ष 2007-08 में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा 720 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी बनाने का लक्ष्य प्रदाय कियागया था । इसकी तुलना में 786 बालिकाओं का लाड़ली लक्ष्मी के रूप में पंजीयनकियाजा चुका है । इक्कीस वर्ष की आयु पूर्ण होने पर तथा 18वर्ष के पहले विवाह न करने पर और 12 वीं कक्षाकी परीक्षा में सम्मिलित होने परये बालिकायें लखपति बन जायेंगी ।

            यह योजना जनवरी 2006 या उसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है, जिनके माता या पिता ने दो बच्चों के बाद नसबंदी करवा ली हो और आयकर दाता न हो शासन के नये नियमों के अनुसार प्रथम प्रसव में बालिका का जन्म होने पर नसबंदी की वाध्यता नहीं है । माता अथवा पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाने की स्थिति में भी परिवार नियोजन की वाध्यता नहीं है । एक बच्चें के पश्चात दूसरे प्रसव में जुड़वा बच्ची पैदा होने पर भी योजना का लाभ दिया जायेगा ।  किसी अनाथ बच्ची अथवा बच्चे को दत्तक लेने के पश्चात जन्म लेने वाली बालिका को भी योजना का लाभ दिया जायेगा । इस योजना के तहत वालिका को 30 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है । यह अनुदान 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष के मान से लगातार पांच वर्ष तक राष्ट्रीय बचत पत्रों के माध्यम से दिया जाता है ।

            इस योजना में बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौ वीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवी में प्रवेश पर सात हजार पांच सौं रूपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिए जायेंगे । बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने एवं 18 वर्ष के पहले विवाह न करने पर तथा कक्षा 12 वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा, जो एक लाख रूपये से अधिक होगी ।

 

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