जमकर ठुके कांग्रेसी, नहीं लगा सके कलेक्ट्रेट को ताला, कुट पिटकर भागे और नर्राये- अब रणनीति बना रहे हैं
मुरैना 24 नवम्बर 2007, पिछले दिनों एक आंदोलन के चक्कर में प्रशासन ने कांग्रेसियों को रूई की तरह धुनकर जहां कलेक्ट्रेट से खदेड़ दिया और पुलिस के डंडे तेवर देख वहां से भाग खडे़ कांग्रेसी आजकल भावी रणनीति बनाने में जुटे हैं और पुलिसिया डंडों, चांटे, घूंसों और लातों का बदला कैसे लें इसका फार्मूला खोज रहे हैं ।
उल्लेखनीय है कि कलेक्ट्रेट पर ताला बंदी करने पहुंचे कांग्रेसियों को मंगलवार को पुलिस कर्मियों ने धुन दिया था वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का इस्तीफा मांग रहे थे जिसमें भूरा कंषाना और हरिओम शर्मा को अधिक चोट आयी और उनके कपड़े फटकर तार-तार हो गये जिसके बाद पुलिस ने डंडे निकाले और पुलिस के हाथों में डंडे देख कांग्रेसी वहां से भाग निकले थे मामला तब बिगड़ा था जब नेताओं ने पुलिस कर्मियों से काफी अपशब्द कहे और अभद्र व्यवहार किया पुलिस ने काफी देर तक सब्र किया किंतु जबरन कलेक्ट्रेट में ताला डालने के चक्कर में बढ़े विवाद पर पहले तो पुलिस ने नेताओं से हत्थम हत्थ गुत्थम गुत्थ किया पर मामला ज्यादा बढ़ने पर पुलिस ने डंडे निकाल लिये जिन्हें देखकर कांग्रेसी भाग खड़े हुये ।
सप्ताह पूरा होने को है लेकिन कांग्रेसी कैम्प में श्मसानी सन्नाटा छाया हुआ है, बुधवार को खबर थी कि कांग्रेसी पिटाई का बदला लेने को रणनीति बना रहे हैं ।
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