अब आसानी से मिलने लगा है - कैरोसिन 
मुरैना 23 नवम्बर 2007 // ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त  बनाने के लिए मुरैना जिला प्रशासन द्वारा एक अभिनव पहल की गई है । इसके तहत  कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने ग्रामीण उपभोक्ताओं को समय पर खाद्यान्न, शाक्कर और कैरोसिन उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में स्थित  समस्त उचित मूल्य दुकानों से एक साथ सामग्री वितरण हेतु नई व्यवस्था लागू की है ।  इसके अनुसार प्रत्येक माह की 21, 22 और 23 तारीख को नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में उपभोक्ताओं को खाद्यान्न,  शक्कर और कैरोसिन का वितरण कराया जा रहा है । इस माह से ढाई हजार  से अधिक राशन कार्ड वाली दुकानों से 24 तारीख को भी  अतिरिक्त दिवस पर सामग्री वितरण की व्यवस्था लागू की गई है । 
       जिले में ग्रामीण उप भोक्ताओं  की खाद्यान्न एवं कैरोसिन नहीं मिलने की आये दिन शिकायतें प्राप्त होती रहती थीं ।  कैरोसिन तो कभी- कभी दो- दो माह तक मिल भी नहीं पाता था । उप भोक्ताओं की सुविधा  और कैरोसिन की कालाबाजारी रोकने के उद्देश्य से कलेक्टर की पहल पर गत तीन माह  पूर्व माह सितम्बर 07 से प्रारंभ की गई तीन दिवसीय  वितरण व्यवस्था बेहद कारगर सावित हुई है । अब ग्रामीणों को सुगमता से खाद्यान्न  शक्कर,  कैरोसिन आदि की प्राप्ति होने लगी है और उपभोक्ताओं को  सामग्री प्राप्त करने के लिए बार- बार दुकानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं । 
       खाद्यान्न एवं कैरोसिन वितरण  हेतु जिले में लागू इस व्यवस्था के तहत 166 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति  की गई है,  जो प्रत्येक माह निर्धारित 21, 22 और 23 तारीख को दुकान पर उपस्थित रह कर सामग्री का वितरण कराते हैं । नोडल  अधिकारियों की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए 13 जोनल अधिकारी भी अपने क्षेत्र में वितरण दिनांकों में नियमित भ्रमण पर रहते  हैं । इनके अलावा संबंधित एसडीएम भी कम से कम 50 प्रतिशत दुकानों का निरीक्षण  कर सामग्री की सुगम उपलब्धता और वितरण सुनिश्चित करा रहे हैं । वितरण व्यवस्था को  और अधिक सुचारू व प्रभावी बनाने के लिए कलेक्टर के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर श्री  उपेन्द्र नाथ शर्मा मुरैना, अम्बाह और पोरसा , मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला  पंचायत श्री अभय कुमार वर्मा जौरा और पहाड़गढ़ तथा संयुक्त कलेक्टर श्री आशकृत  तिवारी कैलारस और सबलगढ़ क्षेत्र का वितरण दिनांकों में सतत भ्रमण कर सामग्री की  सुगम उपलब्धता और दुकानों पर नोडल अधिकारियों की उपस्थित सुनिश्चित करा रहे हैं । 
       ग्रामीणों ने जिला प्रशासन  द्वारा प्रारंभ की गई इस अभिनव पहल की सराहना की है । उनका मानना है कि इस  व्यवस्था के कारण अब खाद्यान्न, शक्कर और कैरोसिन असानी से  मिलने लगा है ।
 
 
 
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