किशनपुरा ने लिखी विकास की नई इवारत
मुरैना 10 अक्टूबर 2007// मुरैना जिला मुख्यालय से आठ किलो मीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत किशनपुरा वालिका शिक्षा और महिला सशक्ति करण की दिशा में कदम बढाते हुए विकास की नई इवारत लिख रहा है। लगभग 1100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली इस पंचायत के अन्तर्गत राजस्व ग्राम किशनपुरा के अलावा, कीरतपुर, मांधौपुरा, गोपाल पुरा, पोखनियापुरा और जाहर सिंह का पुरा मजरे आते है । पंचायत की कुल आवादी साढ़े तीन हजार में से 42 प्रतिशत जन संख्या अनुसूचित जाति की है । सामान्य जाति में किरार समुदाय का बाहुल्य है ।
ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती इन्द्रावती यादव को दो वार सरपंच रहने का अनुभव है । वर्ष 94 से 99 तक के कार्यकाल में उन्होंने बालिका शिक्षा के लिए किशनपुरा में कन्या शाला खुलवाई, जिसमें आज 182 बालिकायें अध्ययनरत है । इस ग्राम पंचायत को दो वार आदर्श ग्राम पंचायत का पुरस्कार मिल चुका है । पहलीवार वर्ष 1998 में तथा दूसरी वार वर्ष 2006-07 में इस पंचायत ने आदर्श ग्राम पंचायत का 25-25 हजार रूपये का पुरस्कार प्राप्त किया ।
सरपंच श्रीमती इंदिरा यादव वी ए तक पढी है और बालिका शिक्षा के महत्व से भली भांति परिचित है । उन्हीं के प्रयासों का यह परिणाम है कि परिवारों ने कन्या की शिक्षा को एक अनिवार्यता के रूप में अपनाया है । किशनपुरा में 250 से अधिक कीरतपुर में 28 और मांधौपुरा में 56 बालिकायें वर्तमान में अध्ययनरत है । इस वर्ष भी स्कूल चले हम अभियान के अन्तर्गत शालाओं में बालिकाओं के प्रवेश का आन्दोलन चलाया गया । शिक्षा के लिए कीरतपुर, मांधौपुरा और किशनपुरा में प्राथमिक विद्यालय तथा किशनपुरा में कन्या शाला और माध्यमिक विद्यालय संचालित है । हाईस्कूल शुरू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं ।
सरंपच द्वारा वर्ष 2004 से अभी तक पंचायत में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत 30 लाख रूपये के विकास कार्य करायें गये हैं । पेयजल व्यवस्था हेतु पंचायत में 47 हैण्ड पम्प स्थापित है, जिनमें से 12 का खनन पंचायत मद से कराया गया है । पेयजल की समस्या नहीं है । स्वच्छता की दृष्टि से इस वर्ष नाली निर्माण कराने की योजना है । किशनपुरा में उप स्वास्थ्य केन्द्र और पशु चिकित्सा केन्द्र स्थापित है । किशनपुरा में 2 तथा मांधौपुरा और कीरतपुर में एक-एक आंगनवाडी केन्द्र संचालित है ।
पंचायत के 52 वृध्द एवं असहाय व्यक्ति समाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ प्राप्त कर रहे है । स्वर्ण जयंती स्व रोजगार योजना के अन्तर्गत किशनपुरा में 2 तथा गोपालपुरा और मांधौपुरा में एक- एक स्व सहायता समूह का गठन कराया गया है । प्रत्येक समूह में 10 से 15 महिलायें सदस्य है । वर्तमान में ये समूह स्कूलों में मध्यान्ह भोजन तैयार कर रहे है । भविष्य में इन समूहों के माध्यम से दुग्ध डेयरी संचालित करने की योजना है । इन समूहों का सफल क्रियान्वयन महिला सशक्ति करण को एक नई दिशा देगा । ग्रामीणों को राशन और कैरोसीन का वितरण नजदीकी सहकारी समिति बढ़ोखर से किया जाता है ।
जलाभिषेक अभियान के अन्तर्गत किशनपुरा में तालाब का निर्माण कराया गया । हरियाली महोत्सव के अन्तर्गत गत वर्ष जन सहयोग से एक हजार पौधों का रोपण किया गया । इनमें से चार सौ विभिन्न प्रजातियों के पौधों की उद्यान वाटिका पंचायत द्वारा तैयार कराई गई । वाटिका के सभी पौधे जीवित हैं ।
ग्राम पंचायत के उप सरपंच श्री केदार सिंह यादव है और इनके अलावा 19 पंच है पंचायत के प्रयासों से इस ग्राम पंचायत में कन्या भ्रूण के प्रति चेतना विकसित हुई है और पिछले कई वर्ष से किसी कन्या भ्रूण हत्या का मामला प्रकाश में नहीं आया है । सरपंच स्वयं महिला सशक्ति करण की एक जीती जागती मिशाल है । दो वार इस ग्राम पंचायत की सरपंच रही श्रीमती इन्द्रावती यादव किरार महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं ।
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