बुधवार, 26 सितंबर 2007

नगर पालिका मुरैना को नगर निगम घोषित करने का प्रस्ताव

नगर पालिका मुरैना को नगर निगम घोषित करने का प्रस्ताव

मुरैना 26सितम्बर 2007 //कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने नगर पालिका मुरैना को नगर निगम घोषित करने का प्रस्ताव राज्य शासन की स्वीकृति हेतु भेजा है ।

       ज्ञात हो कि नगरपालिका परिषद मुरैना की सीमा वृध्दि के संबंध में नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 5 क के तहत मुरैना नगर से 5 कि.मी. की परिधि में आने वाली जौरा खुर्द ,जौरी , लालौर, बड़ोखर, मुड़िया खेड़ा, छौदा, मुरैना गांव और महाराजपुरा ग्राम पंचायतों को जन प्रतिनिधियों की मांग एवं आवश्यकता के दृष्टिगत जिला सरकार (जिला योजना समिति) की 25 जून 2001 को आयोजित बैठक में नगर पालिका में सम्मिलित कर नगर निगम घोषित किये जाने का प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित किया गया । इस प्रस्ताव को मध्य प्रदेश साधारण राजपत्र में प्रकाशन हेतु भेजा गया और मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा प्रस्ताव को समाचार पत्रों में प्रकाशित कराने एवं नोटिस वार्ड पर चस्पा कराने के साथ ही अधि सूचना का प्रारूप भी प्रकाशित कराया गया ।

       उल्लेखित है कि मुरैना नगर में नगर निगमों की भांति समस्त मूलभूत एवं बुनियादी सुविधायें और विकास की संभावनायें उपलब्ध है । मुरैना नगर और उक्त 8 ग्राम पंचायतों की वर्ष 2001 की जनगणना अनुसार कुल जन संख्या 1 लाख 93 हजार 216 थी, जो गत 6 वर्षों में बढकर वर्तमान स्थिति में 2 लाख 22 हजार 696 हो गई है । नगर में कृषि का उत्पादन सरसों पर आधारित होकर बडी- बड़ी निजी और औद्योगिक इकाइयां स्थापित है । उक्त ग्राम पंचायतों में नगरीय सुविधाओं का विकास भी विगत वर्षों में हुआ है । इसलिए ये ग्राम पंचायतें सामिप्य और सुविधाओं की दृष्टि से नगर निगम घोषित करने की दशा में सम्मिलित की जा सकती है ।

       विदित हो कि मुरैना नगर दिल्ली-मुम्वई मुख्य रेल मार्ग से जुड़ा होकर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक -3 पर स्थित है यह नगर सड़क मार्ग से देश के नई दिल्ली, आगरा, ग्वालियर होकर मुम्बई तक कई महत्व पूर्ण नगरों से जुड़ा हुआ है और फोरलेन सड़क होकर मुरैना वायपास के रूप में वैकल्पिक मार्ग भी मौजूद है । नगर में सड़क, पेयजल और विद्युत आपूर्ति, दूरसंचार, डाकघर आदि नागरिक सुविधायें उपलब्ध हैं । पर्यटन सुविधा की दृष्टि से चम्बल घडियाल अभ्यारण्य भी मुरैना नगर में स्थित है और चम्बल संभाग का मुख्यालय होने के साथ-साथ अन्य कई संभागीय कार्यालय तथा आंचालिक कृषि अनुसंधान केन्द्र भी स्थित है ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्रालय, म.प्र. शासन के प्रमुख सचिव श्री राघव चन्द्रा को पत्र प्रेषित कर उक्त तथ्यों के दृष्टिगत जनहित में नगरपालिका मुरैना से लगी हुई आठ ग्राम पंचायतों को सम्मलित कर नगर निगम घोषित करने की शासन स्तर पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है ।

 

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