बुधवार, 23 मई 2007

खट्टर एण्ड कंपनी को काली सूची में दर्ज करने का प्रस्ताव प्रेषित

खट्टर एण्ड कंपनी को काली सूची में दर्ज करने का प्रस्ताव प्रेषित

 

मुरैना 21 मई07- मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई मुरैना द्वारा सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता के दोषी ठेकेदार मे. खट्टर एण्ड कंपनी आगरा को काली सूची में दर्ज करने का प्रस्ताव मुख्यालय को प्रेषित किया गया है ।

       सहायक प्रबंधक श्री आर.के.त्रिपाठी के अनुसार उक्त कम्पनी द्वारा परियोजना के द्वितीय चरण में पैकेज क्रमांक 2502 और 2503 में पूर्ण किये गये 23 मार्गों का फाइनल बिल तत्कालीन महाप्रबंधक द्वारा किया गया । कलेक्टर मुरैना द्वारा कार्य की रायल्टी का अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी नहीं किये जाने के कारण 6 लाख 73 हजार 381 रूपये की राशि को रोककर रखा गया । कंपनी द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु कलेक्टर को प्रस्तुत रायल्टी की रसीदों को जांच उपरांत फर्जी पाया गया । कलेक्टर ने उक्त कंपनी को शासकीय राजस्व की चोरी का दोषी मानते हुए 16 लाख 22 हजार रूपये की राशि शीघ्र जमा करने हेतु निर्देश दिए ।

       ज्ञात हो ठेकेदार को अनुबंध के अनुसार पूर्ण किये गये मार्गों का पांच वर्ष तक संधारण कार्य करना था । लेकिन कई बार निर्देश देने के बावजूद भी ठेकेदार द्वारा संधारण कार्य नहीं किया गया । अनुबंध के अनुसार अंतिम नोटिस भी जारी किया गया, फिर भी ठेकेदार द्वारा संधारण कार्य नहीं कराया गया । विभाग द्वारा मार्गों के संधारण कार्य का प्राक्कलन तैयार कर मुख्यालय को निविदा आमंत्रित करने की अनुमति हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया गया है । उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के आदेश और मुख्यालय के निर्देशों के परिपालन में ठेकेदार की बैंक गारंटी की 40 लाख रूपये की राशि का शासन हित में विभाग द्वारा नगदी करण कर लिया गया है ।

       ठेकेदार द्वारा विभिन्न सप्लायरों,मजदूरों और मशीनरी वालों का भुगतान नहीं करने की शिकायतें भी आये दिन कार्यालय को प्राप्त हो रही है । ठेकेदार मेसर्स खट्टर एंड कंपनी आगरा को उक्त अनियमितताओं के कारण कार्यालय के पत्र क्रमांक 2104 दिनांक 10 मई 2007 के द्वारा काली सूची में दर्ज करने हेतु प्रस्ताव मुख्यालय को प्रेषित किया गया है ।

 

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